‘गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन’ की स्थापना

0
13

1 ‘गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन’ की स्थापना

गुजरात सरकार ने देश में सर्वप्रथम ‘गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27’ लॉन्च की है। इस पॉलिसी के सरल व श्रेष्ठ क्रियान्वयन के लिए एक समर्पित ‘गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन’ की स्थापना कर गुजरात ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को अधिक प्रोत्साहन देने की ओर लंबी छलांग लगाई है। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने वर्ष 2021 में ‘इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन’ को मंजूरी दी थी। इस मिशन अंतर्गत भारत सरकार द्वारा 76,000 करोड़ रुपए का भारी बजट आवंटित किया गया है। सेमीकंडक्टर पॉलिसी अंतर्गत गुजरात सरकार ने सेमीकंडक्टर कंपनियों के लिए अनुकूल इकोसिस्टम का निर्माण किया है, जिसके फलस्वरूप गुजरात सेमीकंडक्टर कंपनियों के लिए पहला पसंदीदा राज्य बना है। इसकी फलश्रुति के रूप में गुजरात में लगभग 4 सेमीकंडक्टर कंपनियों द्वारा कुल 1.24 लाख करोड़ रुपए के निवेश के साथ नए प्रोजेक्ट बनने जा रहे हैं। इन प्रोजेक्टों से राज्य में नए संभावित 53,000 के करीब रोजगार का सृजन होगा।

2 भारत-भूटान सीमा पर दर्रांगा इमिग्रेशन चेक पोस्ट का उद्घाटन

 

भारत और भूटान के बीच आपसी संबंधों को बढ़ावा देते हुए असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने गुरुवार को तामुलपुर जिले के दरंगा में आयोजित एक समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री दासो शेरिंग तोबगे की मौजूदगी में दर्रांगा इमिग्रेशन चेक पोस्ट का उद्घाटन किया। यह चेकपोस्ट असम के दारंगा में बनाया गया है। इस चेक पोस्ट में ऑफिस, पार्किंग स्थल, सामान लादने और उतारने की जगह, वजन तोलने की व्यवस्था, गोदाम और चेकपोस्ट में काम करने वाले अधिकारियों के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। चेक पोस्ट को लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ने विकसित किया है। ये चेकपोस्ट एक ऐसी जगह पर बनी है, जहां से दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी की सुविधा बहुत बेहतर है। भारत में जहां राष्ट्रीय राजमार्ग-27 इस चेक पोस्ट से कनेक्टेड है, वहीं भूटान की तरफ भी सामद्रुप-जोंगखार राजमार्ग मौजूद है।

3 ओडिशा के सामाजिक कार्यकर्ता अनिल प्रधान को तीसरा रोहिणी नैय्यर पुरस्कार मिला

6 नवंबर को ओडिशा के 28 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता अनिल प्रधान को तीसरा ‘रोहिणी नैय्यर पुरस्कार‘ मिला। उन्हें यह पुरस्कार ग्रामीण क्षेत्रों में STEM यानी साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स की एजुकेशन में बेहतरीन योगदान के लिए मिला। प्रधान की पहल सिर्फ तीन बच्चों से शुरू हुई थी, अब कई राज्यों में 2,50,000 छात्रों तक पहुंच चुकी है, जो जमीनी स्तर पर बदलाव को दर्शाती है। प्रधान एक इनोवेटिव इंजीनियर और शिक्षाविद् हैं। उनका जन्म ओडिशा के बराल गांव में हुआ और वे हायर एजुकेशन के लिए भोपाल गए। वे एशिया की पहली यूनिवर्सिटी रॉकेट टीम, VSLV के मुख्य डिजाइनर थे। रोहिणी नैय्यर पुरस्कार की स्थापना प्रख्यात अर्थशास्त्री रोहिणी नैय्यर की स्मृति में गठित रोहिणी नैय्यर फाउंडेशन ने की है। इस पुरस्कार में 10 लाख रुपए का नकद पुरस्कार, एक प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी दी जाती है।

4 सूसी विल्स को व्‍हाइट हाउस का चीफ़-ऑफ़-स्टाफ़ नियुक्त किया गया

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावी अभियान में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सूसी विल्स को व्‍हाइट हाउस का चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया है। वह व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ बनने वाली पहली महिला होंगी। चीफ ऑफ स्टाफ अमरीकी कैबिनेट में बहुत ही अहम पद होता है। यह संसद और सरकारी विभागों के बीच तालमेल बिठाने का काम करता है। इसके अलावा इसकी भूमिका नीतिगत निर्णयों को संचालित करने में भी महत्वपूर्ण है।

5 टेलीमेटिक्‍स विकास केंद्र और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान ने “2जी, 3जी, 4जी और 5जी बैंड को कवर करने वाले एकल ब्रॉडबैंड एंटीना के लिए ट्यूनेबल इम्पेडेंस मैचिंग नेटवर्क के साथ मल्टीपोर्ट स्विच का विकास करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए

भारत 6जी विजन”, “मेड इन इंडिया” और आत्मनिर्भर भारत के अनुरूप, भारत सरकार के प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास केंद्र, टेलीमेटिक्‍स विकास केंद्र (सी-डॉट), ने केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (सीईईआरआई), पिलानी के साथ 2जी, 3जी, 4जी और 5जी बैंड को कवर करने वाले एकल ब्रॉडबैंड एंटीना के लिए ट्यूनेबल इम्पेडेंस मैचिंग नेटवर्क के साथ मल्टीपोर्ट स्विच का विकास करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए है। यह परियोजना भारत सरकार के दूरसंचार विभाग की दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास कोष (टीटीडीएफ) योजना के अंतर्गत वित्त पोषित है।

 

6 इन्दौर का एमवाय बना सीएआर-टी थैरेपी से ब्लड कैंसर का उपचार करने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल

 

मध्य प्रदेश का महाराजा यशवंतराव अस्पताल यानी एमवायएच इंदौर देश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है, जहां ब्लड कैंसर से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए उन्नत सीएआर-टी थेरेपी शुरू की गई है। यह सुविधा राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने और उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर्स (सीएआर) नामक तकनीक बोन मैरो ट्रांसप्लांट के बाद भी लाभ नहीं मिलने वाले मरीजों के लिए कारगर साबित हो सकती है। सीएआर-टी थेरेपी की प्रक्रिया के लिए पहले मरीज का रक्त सैंपल ले लिया गया है। इसके तहत बी-सेल एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (ALL) से पीड़ित मरीज की श्वेत रक्त कोशिकाओं को एफरेसिस मशीन द्वारा एकत्रित किया जाता है। इसके बाद, इन कोशिकाओं को आनुवंशिक रूप से संशोधित किया जाएगा ताकि ये विशेष काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर्स (सीएआर) ला सकें, जो कैंसर कोशिकाओं की पहचान कर उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखते हैं। संशोधित सीएआर-टी कोशिकाओं को मरीज में प्रत्यारोपित करने के बाद, ये ट्यूमर कोशिकाओं को प्रभावी ढंग से समाप्त करती हैं। एमवायएच में इस सुविधा की शुरुआत के साथ ही देश में शासकीय स्तर पर यह सुविधा उपलब्ध कराने वाला एमवायएच पहला अस्पताल बन गया है। यहां पर इम्यूनोथेरैपी का खर्च लगभग 30 लाख रुपये है, जो कि अमेरिका में इसी तकनीक के लिए लगने वाले लगभग 4 करोड़ रुपये की तुलना में बेहद कम है।

7 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के विलय का चौथा चरण शुरू, बैंकों की संख्या घटाकर 28 की जाएगी

केंद्र सरकार ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) के विलय के चौथे चरण की शुरुआत कर दी है। इस चरण में 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की संख्या को घटाकर 28 किया जाएगा। यानी 15 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का अन्य 21 बैंकों में विलय हो जाएगा। केंद्र सरकार के वन स्टेट वन आरआरबी सिद्धांत के तहत और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की संख्या कम की जा रही है। विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिस बैंक का दूसरे बैंक में विलय होगा, उसके ग्राहकों का अकाउंट दूसरे बैंक में ट्रांसफर हो जाएगा। जानकारों के अनुसार विलय की इस प्रक्रिया में जिन राज्यों के क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का विलय होगा, उनमें आंध्र प्रदेशउत्तर प्रदेशपश्चिम बंगालबिहारगुजरातजम्मू कश्मीरकर्नाटकमध्य प्रदेशमहाराष्ट्रराजस्थान और ओडिशा शामिल हैं। आपको बता दें कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के विलय की प्रक्रिया वित्त वर्ष 2004-05 में शुरू की गई थी। विलय की प्रक्रिया शुरू होने के बाद तीन चरणों में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की संख्या 196 से घटा कर 43 की जा चुकी है। अब चौथे चरण में इनकी संख्या वन स्टेट वन आरआरबी पॉलिसी के तहत 28 की जा रही है।

 

8 ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिये सोशल मीडिया का उपयोग प्रतिबंधित करने का कानून बनाने की घोषणा की

 

ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिये सोशल मीडिया का उपयोग प्रतिबंधित करने का कानून बनाने की घोषणा की है, अगर सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म इसे लागू करने में विफल रहते हैं तो फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे प्लेटफार्मों पर जुर्माना लगाया जाएगा। युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा पर सोशल मीडिया के प्रभाव से बढ़ती चिंताओं के बीच यह अभूतपूर्व पहल है। सरकार का लक्ष्य इस महीने संसद में कानून पेश करना है।

9 भारतीय हॉकी का शताब्दी सफर, 100 साल पूरे होने का साल भर चलने वाला जश्न शुरू

खेल में देश का गौरव भारतीय हॉकी अपने 100 साल का सफर पूरा कर रहा है। ऐसे में हॉकी इंडिया ने गुरुवार को भारतीय हॉकी की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक भव्य, साल भर चलने वाले जश्न की शुरुआत की घोषणा की। यह शताब्दी वर्ष भारत में हॉकी के भविष्य के लिए अद्वितीय उत्कृष्टता और दूरदर्शी दृष्टिकोण की एक शताब्दी का ट्रिब्यूट है, जिसे हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के भव्य पुनः लॉन्च और महिला एचआईएल के ऐतिहासिक उद्घाटन के साथ चिह्नित किया गया है। 7 नवंबर 1925 को ऐतिहासिक शहर ग्वालियर में हॉकी के लिए एक राष्ट्रीय निकाय का आधिकारिक रूप से गठन किया गया था। पिछले 99 वर्षों में भारतीय हॉकी की यात्रा वैश्विक खेलों में बेजोड़ विरासत की गाथा है, जिसमें आठ ओलंपिक स्वर्ण पदक, एक रजत और चार कांस्य पदक और एक हॉकी विश्व कप ट्रॉफी, एक रजत और एक कांस्य पदक शामिल हैं।

10 राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस

हर साल 7 नवंबर को देश में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने के साथ ही कैंसर से जूझ रहे मरीजों का हौसला बढ़ाया जाता है। इस दिन पोलिश-फ़्रेंच भौतिक विज्ञानी और रसायनज्ञ मैरी क्यूरी की जयंती भी है, जिनकी रेडियम और पोलोनियम की अभूतपूर्व खोजों ने कैंसर के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह पहली बार 7 नवंबर 2014 को मनाया गया था। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और भारत को पोलियो मुक्त बनाने वाले डॉ. हर्ष वर्धन द्वारा इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई थी।