1 भारत नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2024 में 11 स्थानों की छलांग लगाकर शीर्ष 50 देशों में शामिल हुआ
21 नवंबर 2024 को जारी नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2024 (एनआरआई 2024) रिपोर्ट के अनुसार भारत ने अपनी स्थिति में 11 पायदान का सुधार किया है और अब 49 वें स्थान पर है, जबकि एनआरआई 2023 रिपोर्ट में 60 वें स्थान पर था। 2024 के अपने नवीनतम संस्करण में, रिपोर्ट ने चार अलग-अलग स्तंभों: प्रौद्योगिकी, लोग, शासन और प्रभाव में उनके प्रदर्शन के आधार पर 133 अर्थव्यवस्थाओं के नेटवर्क-आधारित तत्परता परिदृश्य को दर्शाया है, जिसमें कुल 54 मापदंड शामिल हैं। पोर्टुलन्स इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के सैद बिजनेस स्कूल द्वारा प्रकाशित 2024 नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स (NRI) ने लगातार तीसरे साल नेटवर्क रेडीनेस में अमेरिका को दुनिया में अग्रणी स्थान दिया है। रिपोर्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विकास, डिजिटल बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी अपनाने में अमेरिका के प्रभुत्व पर प्रकाश डाला गया है। सिंगापुर ने दूसरा स्थान बरकरार रखा है, जबकि दक्षिण कोरिया पांचवें स्थान पर पहुंच गया है, जिससे वे शीर्ष 10 में एकमात्र एशियाई देश बन गए हैं। रैंकिंग में यूरोप के प्रभुत्व को रेखांकित किया गया है, जिसमें फिनलैंड, स्वीडन और यूनाइटेड किंगडम प्रमुख स्थान पर हैं।
2 लैंगिक हिंसा के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान- नई चेतना 3.0 का शुभारंभ
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लैंगिक हिंसा के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान “नई चेतना – पहल बदलाव की” के तीसरे संस्करण का शुभारंभ किया है। उन्होंने सोमवार को 13 राज्यों में 227 नए लैंगिक संसाधन केंद्र (जीआरसी) का भी उद्घाटन किया। ये केंद्र लैंगिक हिंसा के पीड़ितों को सूचना प्राप्त करने, घटनाओं की रिपोर्ट करने और कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए सुरक्षित स्थान प्रदान करते हैं। नई चेतना 3.0 के उद्देश्यों में लैंगिक सम्बंधी हिंसा के सभी रूपों के बारे में जागरूकता बढ़ाना, समुदायों को आवाज उठाने और कार्रवाई की मांग करने के लिए प्रोत्साहित करना, समय पर सहायता के लिए समर्थन प्रणालियों तक पहुंच प्रदान करना और हिंसा के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए स्थानीय संस्थाओं को सशक्त बनाना शामिल है। नई चेतना 3.0 ‘एक साथ एक आवाज़ – हिंसा के खिलाफ़’ संदेश के साथ सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करती है, जिसका उद्देश्य सुरक्षित, समावेशी स्थान बनाना और असमानता की बाधाओं को दूर करना है, जिसमें सम्मिलित प्रयासों के माध्यम से समाज और सरकार के दृष्टिकोण को अपनाया जाता है। गौरतलब हो, यह अभियान 23 दिसंबर 2024 तक सभी भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चलाया जाएगा।
में की गई थी।
दक्षिण-पूर्व एशिया (जिसमें भारत भी शामिल है) में हर साल 4.82 लाख से अधिक लोगों की मौत डायबिटीज से होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने 26 नवंबर को यह जानकारी दी। साथ ही ब्लड शुगर की इस समस्या को रोकने और नियंत्रण के उपाय बढ़ाने की अपील की। WHO के आंकड़ों के अनुसार जून 2024 तक, 6 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए तय प्रोटोकॉल पर आ चुके हैं। यह आंकड़ा 2025 तक 10 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित 2.6 लाख से अधिक बच्चों और किशोरों को इंसुलिन और मॉनिटरिंग की पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पा रही। साथ ही, टाइप-2 डायबिटीज का प्रकोप भी युवाओं में बढ़ रहा है। हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। वर्ल्ड डायबिटीज डे 2024 की थीम ‘बाधाएं तोड़ें, अंतर भरें’ थी। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ की स्थापना साल 1948 हुई थी। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है।
4 ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बुधवार को ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान की शुरुआत की। बाल विवाह के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान के अवसर पर “बाल विवाह मुक्त भारत” ऑनलाइन पोर्टल का लोकार्पण किया। अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि आज देश के लिंगानुपात दर में सुधार आया है। साल 2014-15 में देश में प्रति एक हजार पुरुष के मुकाबले महिलाओं का लिंगानुपात 918 था जो 2023-24 में बढ़कर 930 हो गया है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के तहत 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़कों के विवाह पर सख्त प्रतिबंध है। इसका उल्लंघन करने वालों पर कठोर दंड का प्रावधान है।
5 सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री की चार बटालियनों को राष्ट्रपति ध्वज प्रदान किए
थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री सेंटर एंड स्कूल (एमआईसीएंडएस), अहिल्यानगर में एक भव्य समारोह के दौरान मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री की चार बटालियनों को प्रतिष्ठित राष्ट्रपति ध्वज प्रदान किए। 27 नवंबर को आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्र के प्रति उनकी अनुकरणीय और सराहनीय सेवा को मान्यता दी गई। राष्ट्रपति ध्वज मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट की 26वीं और 27वीं बटालियनों और ब्रिगेड ऑफ द गार्ड्स की 20वीं और 22वीं बटालियनों को प्रदान किए गए, जो सबसे युवा बटालियनों के लिए गौरव का क्षण था।
6 भारत ने रियाद डिजाइन कानून संधि के निर्णायक अधिनियम पर हस्ताक्षर किए
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) के सदस्य देशों ने लगभग दो दशकों के गहन विचार-विमर्श के बाद ऐतिहासिक डिजाइन कानून संधि (डीएलटी) को अपनाया। रियाद डिजाइन कानून संधि के निर्णायक अधिनियम पर हस्ताक्षर करके, भारत अपनी प्रगति को आगे बढ़ाते हुए समावेशी विकास को बढ़ावा देने तथा बौद्धिक संपदा संरक्षण तक न्यायसंगत पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। इस संधि का उद्देश्य औद्योगिक डिजाइन संरक्षण के लिए प्रक्रियात्मक प्रारूप को सुसंगत बनाते हुए कई अधिकार क्षेत्रों में पंजीकरण प्रक्रियाओं की दक्षता और पहुंच में सुधार करना है। प्रक्रियात्मक आवश्यकताओं को मानकीकृत करके, डीएलटी प्रशासनिक बोझ को कम करता है, जिससे डिजाइन में वैश्विक रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सुव्यवस्थित डिजाइन संरक्षण के लाभ सभी हितधारकों के लिए सुलभ हों, जिसमें लघु और मध्यम उद्यमों (एसएमई), स्टार्टअप और स्वतंत्र डिजाइनरों पर विशेष बल दिया गया है।
7 बंगाल की खाड़ी से उठा फेंगल तूफान
बंगाल की खाड़ी से उठा फेंगल तूफान चक्रवात में बदल गया है। अगले दो दिन यह तमिलनाडु की तरफ बढ़ेगा। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान 75-80 Kmph की स्पीड से हवाएं चलेंगी। इसके चलते चेन्नई, चेंगलपेट, कांचीपुरम, तिरुवल्लुर, कुड्डालोर, नागापटि्टनम में लगातार बारिश जारी है। ‘फेंगल’ एक अरबी शब्द है। दुनियाभर में साइक्लोन को अलग-अलग नामों से बुलाया जाता है। जैसे- उत्तरी अमेरिका और कैरिबियन आइलैंड में बनने वाले तूफान को हरिकेन; फिलीपींस, जापान और चीन में आने वाले तूफान को टाइफून और वहीं ऑस्ट्रेलिया और हिंद महासागर यानी भारत के आसपास आने वाले तूफान को साइक्लोन कहा जाता है।
8 इजरायल ने हिजबुल्लाह के साथ युद्ध विराम पर बनाई सहमति
इजरायली सुरक्षा कैबिनेट ने लेबनान में उग्रवादी समूह हिजबुल्लाह के साथ जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए युद्ध विराम समझौते के पक्ष में मतदान किया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को एक बयान में युद्ध विराम समझौते के तीन प्रमुख कारण बताए हैं। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने तीन कारणों का जिक्र करते हुए कहा, “पहला कारण यह है कि वे ईरान के खतरे पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। दूसरा कारण यह है कि इजरायल के सैनिकों को आराम देने और अपने हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति को फिर से भरने की जरूरत है। हथियारों और गोला-बारूद की डिलीवरी में बड़े पैमाने पर देरी हुई है, लेकिन जल्द ही यह समस्या हल हो जाएगी। उन्हें उन्नत हथियारों की आपूर्ति मिलेगी, जो हमारे सैनिकों को सुरक्षित रखेगी और उन्हें अपने मिशन को पूरा करने के लिए अधिक शक्ति देगी। युद्ध विराम का तीसरा कारण यह है कि वे हमास को अलग-थलग करना चाहते हैं। हिजबुल्लाह युद्ध के लिए हमास पर निर्भर था, लेकिन अब हिजबुल्लाह के बाहर होने से हमास अकेला पड़ गया है। जिससे अब इजरायली बंधकों को रिहा कराने में मदद मिलेगी।” नेतन्याहू ने कहा, “अमेरिका के साथ पूरी समझ के साथ, हम सैन्य कार्रवाई की पूरी स्वतंत्रता बनाए रखते हैं। यदि हिजबुल्लाह समझौते का उल्लंघन करता है और खुद को हथियारों से लैस करने की कोशिश करता है तो हम हमला करेंगे। अगर वह सीमा के पास आतंकवादी बुनियादी ढांचे को फिर से बनाने की कोशिश करता है तो उस पर हमला किया जाएगा। इतना ही नहीं, अगर वह रॉकेट लॉन्च करता है या फिर सुरंग खोदता है या रॉकेट ले जाने वाला ट्रक लाता है तो हमला किया जाएगा।”
9 ICC Test Ranking: बुमराह गेंदबाजी रैंकिंग में नंबर एक टेस्ट गेंदबाज
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में आठ विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच बनने वाले जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में नंबर एक पर वापसी कर ली है। उन्होंने शीर्ष स्थान से कैगिसो रबाडा को हटाया, जो कि इस मैच से पहले नंबर एक टेस्ट गेंदबाज थे। इस मैच से पहले नंबर तीन गेंदबाज बुमराह को दो स्थानों का फायदा हुआ है। वहीं नंबर दो पर काबिज ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड अब नंबर तीन पर चले गए हैं। इससे पहले बुमराह इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान पहली बार शीर्ष पर पहुंचे थे। अक्टूबर में बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के दौरान उन्होंने फिर से इस स्थान को हासिल किया, हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ अपेक्षाकृत प्रदर्शन नहीं होने के कारण वह तीसरे स्थान पर चले गए थे।