राजस्थान
: सामान्य जानकारी
गठन | 1 नवंबर, 1956 |
राजधानी | जयपुर |
जनसंख्या | 6,85,48,437 (देश में 8वाँ) |
क्षेत्रफल | 3,42,239 वर्ग किमी. |
कुल ज़िले | 50 |
राज्य का प्राचीन नाम | मरूकांतर, राजपूताना |
राज्य की आकृति | विषम चतुर्भुज (पतंगाकार) |
उच्च न्यायालय | जोधपुर |
राजकीय पशु : चिंकारा | ![]() |
राजकीय पक्षी : गोडावण | ![]() |
राजकीय घरेलू पशु : ऊँट | ![]() |
राजकीय वृक्ष : खेजड़ी | ![]() |
राजकीय पुष्प : रोहिड़ा के फूल | ![]() |
राजकीय लोक नृत्य : घूमर | ![]() |
सामान्य जानकारी
- कुल संभाग -10 (सीकर, पाली, बांसवाड़ा, जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर एवं भरतपुर)
- राजस्थान का राज्य खेल -बास्केटबॉल
- राजस्थान का लोकनृत्य -घूमर
- राज्य की विधायिका -एकसदनात्मक (विधानसभा)
- राज्य में राज्यसभा सीट -10
- राज्य में लोकसभा सीट -25 (अ.जा.-4, अ.ज.जा.-3)
- राज्य में विधानसभा सीट -200
- राजस्थान विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष -नरोत्तम लाल जोशी
- राजस्थान विधानसभा के प्रथम उपाध्यक्ष -लाल सिंह शक्तावत
- राजस्थान विधानसभा के प्रथम विपक्ष के नेता -जसवंत सिंह
- राजस्थान विधानसभा के प्रथम प्रोटेम स्पीकर -महाराव संग्राम सिंह
- राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री -टीकाराम पालीवाल
- राजस्थान की पहली महिला सांसद -श्रीमती शारदा भार्गव (राज्यसभा)
- राजस्थान की पहली महिला लोकसभा सदस्या -महारानी गायत्री देवी
- राज्यसभा के लिये मनोनीत पहले राजस्थानी -डॉ. नारायण सिंह
- राज्य से सर्वाधिक बार निर्वाचित राज्यसभा सदस्य -रामनिवास मिर्धा व जसवंत सिंह (4-4 बार)
- राज्य से सर्वाधिक बार निर्वाचित महिला राज्यसभा सदस्या -श्रीमती शारदा भार्गव (3 बार)
- राज्य से अनुसूचित जाति की पहली महिला लोकसभा सदस्या – श्रीमती सुशीला बंगारु (जालौर)
- राज्य से अनुसूचित जनजाति की पहली महिला लोकसभा सदस्या – श्रीमती ऊषा मीणा (सवाई माधोपुर)
- कुल ज़िला परिषदें –33
- नगर निगमों की संख्या –11
- कुल पंचायत समितियाँ –352
- कुल ग्राम पंचायतें –11,283
- ज़िला परिषद सदस्य –1,014
- पंचायत समिति सदस्य –6,236
- सर्वाधिक गाँव वाला ज़िला -श्री गंगानगर
- सबसे कम गाँव वाला ज़िला -सिरोही
- राज्य में राज्य वित्तपोषित विश्वविद्यालय की संख्या (अगस्त, 2023) -29
- राज्य में निजी विश्वविद्यालय की संख्या (अगस्त, 2023)-52
राजस्थान के एकीकरण के विभिन्न चरण |
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चरण | तिथि | नाम | शामिल रियासतें/ठिकाने/क्षेत्र | प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री | राजप्रमुख (राजधानी) | विशेष विवरण |
प्रथम चरण | 18 मार्च, 1948 | मत्स्य संघ | अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली एवं नीमराना (ठिकाना) | शोभाराम कुमावत, अलवर | महाराज उदयभान सिंह, धौलपुर (अलवर) | नामकरण- के.एम. मुंशी
उद्घाटनकर्त्ता- एन.वी गाडगिल |
द्वितीय चरण | 25 मार्च, 1948 | राजस्थान संघ | कोटा, बूंदी, झालावाड़, टोंक, किशनगढ़, शाहपुरा, प्रतापगढ़, बाँसवाड़ा, डूँगरपुर और कुशलगढ़ (ठिकाना) | गोकुल लाल असावा, शाहपुरा | महाराज भीम सिंह (कोटा) | उद्घाटनकर्त्ता- एन.वी गाडगिल |
तृतीय चरण | 18 अप्रैल, 1948 | संयुक्त राजस्थान | पूर्व राजस्थान संघ में उदयपुर रियासत शामिल | माणिक्य लाल वर्मा, उदयपुर | महाराणा भूपाल सिंह (उदयपुर) | उद्घाटनकर्त्ता- पं.जवाहरलाल नेहरू |
चतुर्थ चरण | 30 मार्च, 1949 | वृहद् राजस्थान | राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और जैसलमेर शामिल | हीरालाल शास्त्री, जयपुर | महाराज सवाई मान सिंह (द्वितीय) (जयपुर) |
उदयपुर के भूपाल सिंह को महाराज प्रमुख की उपाधि दी गई।
उद्घाटनकर्त्ता- सरदार पटेल |
पंचम चरण | 15 मई, 1949 | संयुक्त वृहत्तर राजस्थान | वृहद् राजस्थान में मत्स्य संघ शामिल | हीरालाल शास्त्री, जयपुर | महाराज सवाई मान सिंह (द्वितीय) (जयपुर) |
डॉ. शंकर राव देव समिति की सिफारिश से मत्स्य संघ शामिल |
छठा चरण | 26 जनवरी, 1950 | राजस्थान संघ | सिरोही का राजस्थान में विलय (आबू-दिलवाड़ा को छोड़कर) | हीरालाल शास्त्री, जयपुर | महाराज सवाई मान सिंह (द्वितीय) (जयपुर) | राजस्थान (बी श्रेणी का) राज्य |
सप्तम चरण | 1 नवंबर, 1956 | आधुनिक राजस्थान (वर्तमान स्वरूप) | अजमेर-मेरवाड़ा, आबू-दिलवाड़ा (सिरोही) व मध्य प्रदेश के मंदसौर ज़िले की भानपुरा तहसील का सुनेल टप्पा शामिल किया और झालावाड़ का सिरोंज उपखंड मध्य प्रदेश को दिया गया। | मोहनलाल सुखाड़िया के मुख्यमंत्रित्व काल में | राजप्रमुख पद समाप्त और राज्यपाल पद का प्रारंभ (जयपुर)। सरदार गुरुमुख निहाल सिंह (राज्यपाल) | 7वें संशोधन से राज्यों की श्रेणियाँ समाप्त (राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिशों पर) |