1 विश्व एड्स दिवस 2024
विश्व एड्स दिवस, 1988 से प्रति वर्ष 01 दिसंबर को मनाया जा रहा है। यह एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस)/एड्स (एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए लोगों को एकजुट करने तथा महामारी के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में कार्य करता है। यह सरकारों, संगठनों और समुदायों के लिए इस रोग की वर्तमान चुनौतियों पर प्रकाश डालने तथा इसके रोकथाम, उपचार एवं देखभाल में की गई प्रगति को दर्शाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। विश्व एड्स दिवस 2024 का विषय, “सही रास्ता अपनाएं: मेरी स्वास्थ्य, मेरा अधिकार!” है, जो स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच और लोगों को अपने स्वास्थ्य प्रबंधन में सशक्त बनने के महत्व पर बल देता है।
2 आईसीसी चेयरमैन के रूप में जय शाह ने की अपने कार्यकाल की शुरुआत की
भारतीय क्रिकेट को नई ऊचाइंयों पर पहुंचाने में अहम योगदान देने के बाद जय शाह ने रविवार यानी 1 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत कर दी है। वह ग्रेग बार्कले का स्थान लेंगे। बार्कले नवंबर 2020 से इस पद पर थे। जय शाह इस साल अगस्त में आईसीसी के निर्विरोध चेयरमैन चुने गए थे। आईसीसी चेयरमैन के रूप में जय शाह ने अपने पहले वक्तव्य में अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित किया, जिसमें लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने और महिला खेल के विकास में और तेजी लाना शामिल है। जय शाह क्रिकेट प्रशासन में व्यापक अनुभव रखते हैं। उन्होंने 2009 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के साथ अपना सफर शुरू किया था। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के विकास की देखरेख की। 2019 में शाह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में शामिल हुए और बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव बने। जय शाह आईसीसी के शीर्ष पद तक पहुंचने वाले पांचवें भारतीय हैं। सबसे पहले जगमोहन डालमिया भारत की तरफ से 1997 से 2000 के बीच आईसीसी के अध्यक्ष रहे। इसके बाद वरिष्ठ राजनेता शरद पवार ने 2010 से 2012 तक आईसीसी अध्यक्ष के रूप में काम किया। फिर उद्योगपति तथा चेन्नई सुपर किंग्स के सहमालिक एन श्रीनिवासन ने 2014 से 2015 के बीच आईसीसी चेयरमैन की भूमिका निभाई। इसके बाद शशांक मनोहर ने 2015 से 2020 तक आईसीसी चेयरमैन के रूप में काम किया।
3 गुजरात ने कुटीर और ग्रामीण उद्योग नीति 2024-29 शुरू की
गुजरात सरकार ने कुटीर और ग्रामीण उद्योगों को सशक्त बनाने, हस्तशिल्प को संरक्षित करने, और घरेलू व वैश्विक बाजार में उनकी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए महत्वाकांक्षी कुटीर और ग्रामीण उद्योग नीति 2024-29 की शुरुआत की है। यह नीति कर्ज सहायता बढ़ाने, बुनियादी ढांचे के विकास, और ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) योजना व जीआई टैगिंग जैसी पहलों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि नए उद्योगों और व्यवसायों को प्रोत्साहित करने के लिए, राज्य सरकार ने इस योजना के तहत अधिकतम ऋण राशि को मौजूदा 8 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया है। ‘दत्तोपंत ठेंगड़ी कारीगर ब्याज सब्सिडी योजना‘ के तहत हथकरघा और हस्तशिल्प कारीगरों के लिए अधिकतम ऋण राशि 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी गई है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि अगले पांच वर्षों में लगभग 60,000 सूक्ष्म उद्यमियों को उनके कौशल को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
4 अमिताव कुमार द्वारा लिखित पुस्तक “माय बिलवेड लाइफ”
अमिताव कुमार की माय बिलवेड लाइफ बिहार के एक छोटे से गांव के व्यक्ति जदुनाथ “जादू” कुंवर और उनकी बेटी जुगनू की कहानी है, जो तेजी से बदलते भारत में जीवन की चुनौतियों का सामना करते हैं। उपन्यास उनके प्यार, नुकसान और विकास की यात्रा को दर्शाता है, साथ ही देश को आकार देने वाली महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं पर भी प्रकाश डालता है।
5 प्रधानमंत्री मोदी 9 दिसंबर को जयपुर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट का उद्घाटन करेंगे
9 दिसंबर, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीतापुरा स्थित जयपुर प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र (जेईसीसी) में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट का उद्घाटन करेंगे। 9-11 दिसंबर तक चलने वाला यह तीन दिवसीय कार्यक्रम राजस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि राज्य का लक्ष्य अपने औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और निवेश आकर्षित करना है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि यह कार्यक्रम मोदी के नेतृत्व में राजस्थान की आर्थिक प्रगति को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
6 तमिलनाडु के तट से टकराया चक्रवाती तूफान फेंजल
बंगाल की खाड़ी के ऊपर उठा चक्रवाती तूफान फेंजल ने शनिवार रात को तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों से टकराया। भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते तीन लोगों की मौत हो गई। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक चक्रवाती तूफान फेंजल तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार कर गया है। ‘फेंजल’ नाम का सुझाव सऊदी अरब ने दिया था।
7 सीमा सुरक्षा बल स्थापना दिवस
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अपना 60वां स्थापना दिवस मना रहा है। गौरतलब है कि बीएसएफ स्थापना दिवस 1 दिसंबर को मनाया जाता है क्योंकि शांति काल के दौरान भारत की भूमि सीमा की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने के लिए जिम्मेदार सैन्य इकाई की स्थापना 1965 में इसी दिन की गई थी। भारत की विस्तृत सीमाएं 15,000 किलोमीटर से अधिक तक फैली हुई हैं। बीएसएफ इन सीमाओं की सुरक्षा की बहुत बड़ी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाती है।
8 62वां राज्य दिवस मना रहा है नागालैंड
नागालैंड ने 1 दिसंबर को अपना 62वां राज्य दिवस मनाया। वर्ष 1963 में इसी दिन आधिकारिक तौर पर वह भारत का 16वां राज्य बना था। नागालैंड के इतिहास में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रमों आयोजित किये जा रहे हैं। साल 1961 में, नागालैंड ट्रांजिशनल प्रोविजन रेगुलेशन नाम से एक कानून इस क्षेत्र में लागू किया गया था। इस कानून के मुताबिक, 45 लोगों का एक समूह अपने-अपने तरीकों और परंपराओं का पालन करने वाली जनजातियों द्वारा चुनाव कर प्रशासन करते थे। साल 1962 में संसद द्वारा नागालैंड राज्य अधिनियम पारित करने के बाद नागालैंड राज्य अपने अस्तित्व में आया। नागालैंड में अस्थायी सरकार 30 नवंबर,1963 को भंग कर दी गई,1 दिसंबर,1963 को आधिकारिक तौर पर नागालैंड का एक राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ और कोहिमा को इस राज्य की राजधानी घोषित कर दिया गया। नागालैंड की सीमा पूर्व में म्यांमार, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश,पश्चिम में असम और दक्षिण में मणिपुर से लगती है। नागालैंड में कुल 16 प्रशासनिक जिले हैं, जिनमें अन्य उप-जनजातियों के साथ 17 प्रमुख जनजातियाँ निवास करती हैं। प्रत्येक जनजाति रीति-रिवाजों, भाषा और पोशाक के मामले में एक दूसरे से काफी भिन्नता है।
9 भारत और कंबोडिया ने पुणे में पहला संयुक्त टेबल टॉप अभ्यास सिनबैक्स शुरू किया
भारतीय सेना और कंबोडियाई सेना के बीच संयुक्त टेबल टॉप अभ्यास सिनबैक्स का पहला संस्करण विदेशी प्रशिक्षण नोड, पुणे में शुरू हुआ। यह अभ्यास 1 से 8 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा। कंबोडियाई सेना की टुकड़ी में 20 सैनिक शामिल होंगे और भारतीय सेना की टुकड़ी में भी एक इन्फैंट्री ब्रिगेड के 20 सैनिक शामिल होंगे। अभ्यास सिनबैक्स एक योजना अभ्यास है जिसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत संयुक्त आतंकवाद रोधी (सीटी) अभियानों का युद्ध अभ्यास करना है। अभ्यास में सीटी वातावरण में संचालन की योजना के अलावा खुफिया, निगरानी और टोही के लिए संयुक्त प्रशिक्षण कार्य बल की स्थापना से संबंधित चर्चाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
10 रासायनिक युद्ध के सभी पीड़ितों के लिए स्मरण दिवस 2024
रासायनिक युद्ध के सभी पीड़ितों के लिए स्मरण दिवस हर साल 30 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन रासायनिक हथियार सम्मेलन (CWC) के राज्यों की पार्टियों के 20वें सत्र के दौरान स्थापित किया गया था। इस स्मरण दिवस का उद्देश्य पीड़ितों को श्रद्धांजलि देना और रासायनिक हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के प्रति अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिबद्धता को मजबूत करना है। यह दिवस न केवल पीड़ितों को सम्मानित करता है, बल्कि शांति, सुरक्षा और बहुपक्षीय सहयोग के सिद्धांतों को भी सुदृढ़ करता है।