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1.श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुंबई में “नया भारत- हम करके रहेंगे” प्रदर्शनी/सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन किया :-
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि सहिष्णुता भारत का संस्कार है और इसे सुरक्षित रखना हमारी “संवैधानिक एवं सांस्कृतिक जिम्मेदारी” है।
मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर संसदीय कार्य मंत्रालय एवं कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित “नया भारत- हम करके रहेंगे” प्रदर्शनी/सांस्कृतिक कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान श्री नकवी ने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा और उद्दंडता भारत के “अनेकता में एकता” के सामाजिक सौहार्द के संस्कार के मजबूत ताने-बाने को नुकसान पहुँचाने की साजिश है। ऐसी साजिश को हर हाल में परास्त करना हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है।
2.केंदीय सशस्त्र पुलिस बलों के समर्थन में सार्वजनिक रक्षा प्रतिष्ठान और आयुध निर्माणी बोर्ड :-
रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने रक्षा उत्पादन में और अधिक स्वदेशी होने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने इस दिशा में सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा प्रतिष्ठानों और आयुध फैक्ट्रियों के निरंतर प्रयासों की सराहना की। श्रीमती निर्मला सीतारमण सार्वजनिक रक्षा प्रतिष्ठानों और आयुध फैक्ट्रियों द्वारा विकसित उत्पादों को केंद्रीय सशस्त्र बलों को सौंपे जाने के अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रही थीं।
इस अवसर पर गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत रक्षा आयात में कमी करना चाहता है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेक इन इंडिया सही कार्यक्रम है।
3.श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने 10वें चिकित्सा प्रौद्योगिकी सम्मेलन का उद्घाटन किया :-
स्वास्थ्य मंत्रालय, स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रौद्योगिकी एकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। डिजिटल प्रौद्योगिकी व्यापक रूप से स्वास्थ्य देखभाल लागत को कम करने में मदद कर सकती है, लेकिन हमें कम लागत वाली नई और बेहतर प्रौद्योगिकी में निवेश सुनिश्चित करने की ज़रूरत है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स (सीआईआई) द्वारा “मेडिकल टेक्नोलॉजी शेपिंग यूनिवर्सल हेल्थकेयर” विषय पर नई दिल्ली में आयोजित 10वें चिकित्सा प्रौद्योगिकी सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर ये विचार रखे।
4.भारत और जापान दोहरे उपयोग प्रौद्योगिकियों सहित रक्षा उत्पादन में सहयोग करने के लिए सहमत :-
भारत और जापान रक्षा उत्पादन में साझीदार बनने पर सहमत हुए हैं। इसमें प्रौद्योगिकियों का दोहरा उपयोग भी शामिल होगा। द्विपक्षीय विशेष रणनीतिक ढांचे के तहत दानों देश संपूर्ण सैन्य सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली और जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोडेरा ने टोक्यो में मंगलवार को विस्तृत बातचीत की थी।
यह वार्ता भारत-जापान वार्षिक रक्षा मंत्रीस्तरीय बातचीत के तहत की गई थी। रविवार को हुए मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले जेटली के पास रक्षा मंत्रालय भी था। अब निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री बनाई गई हैं, लेकिन पूर्व से बैठक तय रहने के कारण बतौर रक्षा मंत्री जेटली को ही टोक्यो जाना पड़ा है। बुधवार को जारी संयुक्त बयान के मुताबिक, वार्ता के दौरान यूएस-2 एंफिबीअस विमान से संबंधित मुद्दा भी उठा। भारत ने अपनी नौसेना के लिए जापान से यूएस-2 शिनमायवा विमान खरीदने की योजना बनाई है।
पिछले वर्ष यह खबर सामने आई थी कि भारत को जापान सस्ते दर पर हथियार मुहैया कराएगा। खबर पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। भारत और जापान अनुसंधान सहयोग के लिए तकनीकी चर्चा शुरू करने पर भी सहमत हुए हैं। मानवरहित जमीनी वाहनों और रोबोट के क्षेत्र में दोनों देश अनुसंधान सहयोग करेंगे। इसके अलावा दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाएंगे।
5.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और म्यांमा की स्टेट काउंसलर के बीच विकास सहायता के मुद्दे पर चर्चा हुई – विदेश सचिव एस.जयशंकर :-
विदेश सचिव एस.जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और म्यांमा की स्टेट काउंसलर आउॅ सां सू ची की बातचीत में मुख्य रूप से म्यांमा को विकास सहायता के मुद्दे पर चर्चा हुई। यांगों में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए श्री जयशंकर ने कहा कि भारत म्यॉमा को सबसे अधिक विकास सहायता देने वाले देशों में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने म्यांमा में दो और औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र खोलने पर सहमति व्यक्त की।
6.इंडोनेशिया में बाली घोषणापत्र से भारत ने खुद को किया अलग :-
इंडोनेशिया में वैश्विक मंच पर जारी हुए बाली घोषणापत्र से भारत ने खुद को अलग कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी म्यांमार की यात्रा के दौरान वहां की सरकार को आश्वासन दिया था कि रखाइन प्रांत में हो रहे विद्रोह पर भारत उनके साथ रहेगा।
लोकसभा की सभापति सुमित्रा महाजन के नेतृत्व में वहां पहुंचे दल ने वर्ल्ड पार्लियामेंट्री के उस प्रस्ताव को गलत बताया जिसमें म्यांमार का जिक्र एक अस्थिर देश के तौर पर किया गया। भारत ने वहां पर कहा कि म्यांमार का संकट उनका आंतरिक संकट है और इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाए जाने की जरूरत नहीं है।
7.भारत और जापान दोहरे उपयोग प्रौद्योगिकियों सहित रक्षा उत्पादन में सहयोग करने के लिए सहमत :-
भारत और जापान रक्षा उत्पादन में साझीदार बनने पर सहमत हुए हैं। इसमें प्रौद्योगिकियों का दोहरा उपयोग भी शामिल होगा। द्विपक्षीय विशेष रणनीतिक ढांचे के तहत दानों देश संपूर्ण सैन्य सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली और जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोडेरा ने टोक्यो में मंगलवार को विस्तृत बातचीत की थी।
यह वार्ता भारत-जापान वार्षिक रक्षा मंत्रीस्तरीय बातचीत के तहत की गई थी। रविवार को हुए मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले जेटली के पास रक्षा मंत्रालय भी था। अब निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री बनाई गई हैं, लेकिन पूर्व से बैठक तय रहने के कारण बतौर रक्षा मंत्री जेटली को ही टोक्यो जाना पड़ा है। बुधवार को जारी संयुक्त बयान के मुताबिक, वार्ता के दौरान यूएस-2 एंफिबीअस विमान से संबंधित मुद्दा भी उठा। भारत ने अपनी नौसेना के लिए जापान से यूएस-2 शिनमायवा विमान खरीदने की योजना बनाई है। पिछले वर्ष यह खबर सामने आई थी कि भारत को जापान सस्ते दर पर हथियार मुहैया कराएगा।
खबर पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। भारत और जापान अनुसंधान सहयोग के लिए तकनीकी चर्चा शुरू करने पर भी सहमत हुए हैं। मानवरहित जमीनी वाहनों और रोबोट के क्षेत्र में दोनों देश अनुसंधान सहयोग करेंगे। इसके अलावा दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाएंगे।
8.भारतवंशी किशोर बना सबसे कम उम्र का पायलट :-
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने वाले चौदह वर्षीय भारतवंशी किशोर मंसूर अनीस सबसे कम उम्र के पायलट बन गए हैं। अनीस ने यह उपलब्धि कनाडा में एक इंजन वाले विमान को उड़ाकर हासिल की। उन्होंने करीब दस मिनट तक विमान उड़ाया।
कक्षा नौ में पढ़ने वाले अनीस को पिछले सप्ताह कनाडा की एएए एविएशन फ्लाइट अकादमी ने इस उपलब्धि का प्रमाण पत्र दिया। प्रमाण पत्र में लिखा है, ‘अनीस ने 14 साल की उम्र में लेंगले रीजनल एयरपोर्ट से सफलतापूर्वक विमान उड़ाकर अपनी पहली एकल उड़ान पूरी की।’
इस उपलब्धि के बाद यूएई लौटे अनीस ने दावा किया कि उन्होंने सबसे कम समय (25 घंटे) का प्रशिक्षण लेकर यह कारनामा किया है। सबसे कम उम्र के पायलट के मामले में अनीस ने अमेरिका और जर्मनी के पायलटों का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 34 घंटे का प्रशिक्षण लेने के बाद विमान उड़ाया था।