हिमाचल प्रदेश ने भांग की खेती की पायलट परियोजना शुरू की

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1 हिमाचल प्रदेश ने भांग की खेती की पायलट परियोजना शुरू की

हिमाचल प्रदेश सरकार ने बढ़ती मांग और वैश्विक स्तर पर भांग (कैनबिस) की औषधीय, कृषि और औद्योगिक उपयोगिता को मान्यता देते हुए एक पायलट परियोजना को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में यह परियोजना राज्य में भांग की खेती की संभावनाओं का मूल्यांकन करेगी, विशेष रूप से इसके औषधीय और औद्योगिक उपयोगों पर ध्यान केंद्रित करेगी। परियोजना को चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर और डॉ. वाई.एस. परमार उद्यानिकी विश्वविद्यालय, नौणी (सोलन) का समर्थन प्राप्त।

2 अमेरिका के बाद अब अर्जेंटीना ने भी WHO से बाहर निकलने का फैसला किया

अर्जेंटीना ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकलने की घोषणा की है, जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इसी तरह के फैसले के बाद हुआ है। राष्ट्रपति जेवियर मिलेई की सरकार ने WHO की स्वास्थ्य नीतियों, विशेष रूप से COVID-19 महामारी के प्रबंधन को लेकर गहरी असहमति जताई है। इस निर्णय ने अर्जेंटीना की वैश्विक स्थिति, स्वास्थ्य नीति और WHO की विश्वसनीयता पर प्रभाव को लेकर बहस छेड़ दी है। आलोचकों का कहना है कि यह फैसला कांग्रेस की मंजूरी के बिना पूरी तरह से प्रभावी नहीं हो सकता और इससे अर्जेंटीना की स्वास्थ्य प्रणाली और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है।

3 सरकार ने ई-नाम पर 10 नई कृषि वस्तुओं के व्यापार की अनुमति दी

भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) प्लेटफॉर्म पर व्यापार की जाने वाली कृषि वस्तुओं की सूची का विस्तार कर 10 नई कृषि वस्तुओं को शामिल किया है। 10 नई वस्तुओं को शामिल करने के साथ ई-नाम पर कुल 231 कृषि वस्तुओं के कारोबार को सरकार द्वारा नौमती मिल गई है। 10 नई जोड़ी गई कृषि वस्तुएं; सूखे तुलसी के पत्ते हैं; बेसन (चने का आटा); गेहूं का आटा; चना सत्तू (भुना हुआ चने का आटा); सिंघाड़े का आटा; हींग; सूखे मेथी के पत्ते; सिंघाड़ा; बेबी कॉर्न; और ड्रैगन फ्रूट शामिल है। ई-नाम एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म है जिसका शुभारंभ 14 अप्रैल 2016 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।

4 फायरफ्लाई ब्लू घोस्ट मिशन 1 का प्रक्षेपण

ब्लू घोस्ट लैंडर एक अत्याधुनिक अंतरिक्ष यान है, जिसे फायरफ्लाई एयरोस्पेस (Firefly Aerospace) द्वारा विकसित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर वैज्ञानिक पेलोड पहुंचाना और चंद्र अनुसंधान को आगे बढ़ाना है। यह लैंडर नासा के लूनर सरफेस ऑपरेशंस प्रोग्राम (Lunar Surface Operations Program) और आर्टेमिस मिशन (Artemis Mission) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका लक्ष्य चंद्रमा पर मानव उपस्थिति स्थापित करना और वहां दीर्घकालिक खोज के लिए आधार तैयार करना है।

5 फूड और ड्रिंक कैटेगरी में Zepto दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाला App बना

भारतीय क्विक कॉमर्स स्टार्टअप Zepto ने वैश्विक स्तर पर फूड और ड्रिंक्स कैटेगरी में दूसरा स्थान हासिल किया है। Sensor Tower की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, Zepto ने KFC और Domino’s जैसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स को पीछे छोड़ दिया है, जबकि McDonald’s पहले स्थान पर रहा। यह उपलब्धि भारत के तेज़ी से बढ़ते क्विक कॉमर्स सेक्टर को दर्शाती है, जहां Blinkit, Zomato और Swiggy भी शीर्ष 10 में शामिल हैं। Zepto की सफलता का श्रेय 2024 की दूसरी छमाही में 300% ग्रोथ और “बाय नाउ, पे लेटर” फीचर को जाता है।

6 पाकिस्तान चीन के चांग’ए-8 चंद्र मिशन में शामिल हुआ

पाकिस्तान के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, स्पेस एंड अपर एटमॉस्फियर रिसर्च कमीशन (SUPARCO) ने चीन राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (CNSA) के साथ चांग’ए-8 चंद्र मिशन के लिए साझेदारी की है, जो 2028 में प्रक्षेपित किया जाएगा। यह पहली बार है जब पाकिस्तान किसी चंद्र अन्वेषण मिशन में भाग ले रहा है, जो देश की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इस मिशन के तहत, चीन के अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन (ILRS) परियोजना के हिस्से के रूप में पाकिस्तान का स्वदेशी रोवर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भेजा जाएगा। इस संयुक्त मिशन के तहत, SUPARCO एक 35 किलोग्राम वजनी चंद्र रोवर विकसित करेगा, जो चंद्रमा के दुर्गम दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र की खोज करेगा। वैज्ञानिक दृष्टि से यह क्षेत्र महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यहां पानी की बर्फ पाए जाने की संभावना है, जो भविष्य में चंद्र उपनिवेशीकरण के लिए उपयोगी हो सकता है।

7 वैज्ञानिकों ने IVF का उपयोग करके पहला कंगारू भ्रूण बनाया

वैज्ञानिकों ने एक ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए पहली बार इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) तकनीक का उपयोग करके कंगारू भ्रूण तैयार किए हैं। यह उपलब्धि संकटग्रस्त मार्सुपियल (थैलीधारी) प्रजातियों के संरक्षण में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है और विलुप्ति के खतरे से बचाने में सहायक हो सकती है। यह अध्ययन ऑस्ट्रेलिया की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया और इसे ‘रिप्रोडक्शन, फर्टिलिटी एंड डेवलपमेंट’ नामक वैज्ञानिक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। शोध में यह उजागर किया गया है कि सहायक प्रजनन तकनीक (ART) को कोआला, तस्मानियन डेविल, उत्तरी हेरी-नोस वॉम्बैट और लीडबीटर्स पॉसम जैसे संकटग्रस्त प्राणियों के संरक्षण के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

8 चीन के ‘बेल्ट एंड रोड’ इनिशिएटिव से बाहर निकला पनामा

पनामा ने आधिकारिक रूप से चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) से बाहर होने की घोषणा की है, जो एक महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक बदलाव को दर्शाता है। राष्ट्रपति जोसे राउल मुलिनो के इस फैसले से अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव साफ नजर आते हैं, खासकर पनामा नहर को लेकर। यह कदम पनामा की विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है, जिसमें अमेरिका के साथ संबंधों को मजबूत करना और देश में चीनी निवेश की समीक्षा करना शामिल है। पनामा ने 2017 में चीन की BRI पहल में शामिल होने का फैसला किया, जब उसने ताइवान से संबंध तोड़कर चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए। इस कदम का उद्देश्य एशिया और लैटिन अमेरिका के बीच व्यापार और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना था। BRI के तहत, चीनी कंपनियों ने पनामा नहर पर चौथे पुल के निर्माण और पनामा सिटी में तीसरी मेट्रो लाइन जैसी बड़ी परियोजनाओं को अपने हाथ में लिया।

9 नामीबिया के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति सैम नुजोमा का 95 वर्ष की आयु में निधन

नामीबिया के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति सैम नुजोमा का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। देश के वर्तमान राष्ट्रपति नांगोलो म्बुम्बा ने इसकी घोषणा की। श्री नुजोमा नामीबिया को 1990 में साउथ अफ्रीका की रंगभेद नीति से आज़ाद कराने बाद 1990 से 2005 तक देश के राष्‍ट्रपति रहे।