उत्तर प्रदेश में विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

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1.उत्तर प्रदेश में विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे प्रधानमंत्री मोदी:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, कानपुर और गाजियाबाद जिलों में कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। मंदिरों के शहर काशी में प्रधानमंत्री देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण और सौंदर्यीकरण की भूमि पूजन करके आधारशिला रखेंगे। इससे पूर्व प्रधानमंत्री बाबा विश्वनाथ के दरबार में विशिष्ट पूजा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री वाराणसी के बड़ा लालपुर क्षेत्र से व्यापार सुविधा केंद्र में पंडित दीनदयाल हस्तकला संतुल पहुंचेंगे जहां वे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत महिला स्वयं सहायता समूह के एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आजीविका समागम 2019 में हिस्सा लेंगे। कानपुर में भी प्रधानमंत्री कई विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी आज आगरा मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही वे लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण का लोकार्पण भी करेंगे। प्रधानमंत्री इस मौके पर लखनऊ के चैधरी चरण सिंह एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन से मेट्रो ट्रेन को वीडियो लिंक द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। मोदी पनकी पॉवर प्लांट की 660 मेगावॉट की विद्युत उत्पादन और वितरण की इकाई का लोकार्पण करने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को मकान की चाबी भी देंगे। प्रधानमंत्री गाजियाबाद में मेट्रो के दिलशाद गार्डन-शहीद स्थल और हिंडन एयरपोर्ट सिविल टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे।

2.प्रधानमंत्री मोदी ने जारी की भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों की डिक्शनरी:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जो राष्ट्र अपने निर्माताओं या उसके इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों को सम्मान नहीं देता उसका भविष्य सुरक्षित नहीं रहता है। प्रधानमंत्री नई दिल्ली में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों की डिक्शनरी जारी करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पांच खंडों में प्रकाशित इस डिक्शनरी में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से 1947 की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों का विवरण है।

3.यूएनडीपी ने भारत-अमरीकी टेलीविजन स्टार पद्मलक्ष्मी को बनाया अपना सद्भावना राजदूत:-भारत-अमरीकी टेलीविजन स्टार और खाद्य विशेषज्ञ पद्मलक्ष्मी को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम- यूएनडीपी ने अपना नया सद्भावना राजदूत नियुक्त किया है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर यूएनडीपी के संचालक अचिम स्टेनर ने ये घोषणा की।

4.अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रपति कोविन्द प्रदान करेंगे नारी शक्ति पुरस्कार:-अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। विश्वभर में सरकारें, गैर-सरकारी संगठन और अन्य संस्थाएं महिलाओं की उपलब्धियों को उजागर करने के लिए प्रत्येक वर्ष आठ मार्च को महिला दिवस के रूप में मनाती हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला दिवस पर सभी नागरिकों, विशेष रूप से भारत की बेटियों को  बधाई दी है, जिन्होंने अपनी सफलता के माध्यम से राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नई दिल्ली में नारी शक्ति पुरस्कार, 2018 प्रदान करेंगे। यह भारत में महिलाओं के लिए सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। नारी शक्ति पुरस्कार के लिए इस वर्ष 42 महिलाओं और संस्थाओं को चुना गया है। एक वन स्टॉप सेंटर और ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ योजना के अंतर्गत बालक- बालिका अनुपात में उल्लेखनीय प्रगति दर्शानेवाले एक राज्य को भी इस साल यह पुरस्कार दिया जाएगा। सरकार द्वारा वन स्टॉप सेंटर हिंसा की शिकार महिलाओं को एकीकृत सहयोग और समर्थन उपलब्ध कराने के लिए खोला जा रहा है, जहां पीड़ित महिलाओं को एफआईआर करने में मदद, कानूनी और स्वास्थ्य सहायता मुहैया कराई जाती है।

5.दिनेश डागर पूर्व ओलंपिक पदक विजेता:-भारतीय मुक्केबाज दिनेश डागर, 69 किग्रा ने पूर्व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता इवलदास पेट्रास्क को फिनलैंड के हेलसिंकी में 38 वें अंतर्राष्ट्रीय गीबी टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करने के लिए उकसाया। आयोजित शुरुआती मुकाबलों में, 23 वर्षीय डागर, पिछले साल के इंडिया ओपन के रजत पदक विजेता, पेट्रास्क के खिलाफ 3-2 से जीता।

एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता सुमित सांगवान, 91 किग्रा और धुरंधर गोविंद सहानी, 49 किग्रा के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद भारत को दो पदक मिलने का आश्वासन दिया गया था। 15 देशों के लगभग 100 मुक्केबाज इस यूरोपीय कैलेंडर कार्यक्रम में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं

6.ट्रैक किनारे सौर पैनल लगाकर 4000 मेगावाट बिजली बनाएगी रेलवे, आगे 20 हजार मेगावाट तक की योजना:-हरित ऊर्जा के लक्ष्य पर आगे बढ़ते हुए भारतीय रेल ने सौर ऊर्जा उत्पादन की महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। इसके तहत वो रेलवे ट्रैक के किनारे बड़े पैमाने पर सोलर पैनल स्थापित करेगा। रेलवे का इरादा अपनी जरूरत की सारी बिजली स्वयं बनाने और इसके लिए सौर पैनलों करने का उपयोग करने का है।

शुरू में रेलवे 4000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करेगी। इसके लिए ‘मेक इन इंडिया’ के तहत 18 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना तैयार की जा रही है। धीरे-धीरे इसका विस्तार किया जाएगा ताकि अंतत: 20 हजार मेगावाट बिजली का सौर ऊर्जा के जरिए उत्पादन किया जा सके। अभी रेलवे तकरीबन 2000 मेगावाट बिजली की सालाना खपत करती है। जिस पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का खर्च आता है। अगले चार वर्षो में पूर्ण विद्युतीकरण के परिणामस्वरूप इसके बढ़कर दो गुना हो जाने की संभावना है।

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इस प्रोजेक्ट में देश-विदेश की सभी कंपनियों को शामिल किया जाएगा। लेकिन निविदा की शर्तो में ‘मेक इन इंडिया’ के साथ निश्चित प्रतिशत भारतीय उपकरणों और कलपुर्जो के इस्तेमाल की शर्त शामिल होगी। इसका अर्थ हुआ कि यदि कोई विदेशी कंपनी संपूर्ण सोलर पैनल का निर्माण भारत में न करे तो भी चुनिंदा भारतीय कलपुर्जो का उपयोग कर वो परियोजना के लिए पात्र हो सकती है।

परियोजना के लिए दो चरणों में लगभग दस राज्यों के लिए 2000-2000 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। सरकार की सोलर पैनल खरीदने वाली नोडल एजेंसी सोलर एनर्जी कारपोरेशन (एसईसीआइ) ये टेंडर जारी करेगी। पहले चरण में पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और ओडिशा के लिए टेंडर मांगे जाएंगे। जबकि दूसरे चरण में छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु जैसे दक्षिण भारत के राज्य शामिल होंगे।

रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले वर्ष सितंबर में कैबिनेट द्वारा रेलवे के पूर्ण विद्युतीकरण को हरी झंडी दिए जाने के बाद हमारे लिए अपनी खुद की बिजली पैदा करना जरूरी हो गया है। विद्युतीकरण का निर्णय तिहरे मकसद से लिया गया है। इससे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने के साथ ऊर्जा पर खर्च घटेगा तथा साथ-साथ डीजल का उपयोग बंद होने से पर्यावरण भी स्वच्छ होगा। अभी लगभग 67 हजार रूट किलोमीटर ट्रैक में 31 हजार रूट किलोमीटर यानी 46 फीसद ट्रैक ही विद्युतीकृत है। इस कारण दो अरब 80 करोड़ लीटर डीजल की खपत होती है। 2022 तक विद्युतीकरण होने पर इसके बंद हो जाने से सालाना 14 हजार करोड़ रुपये की बचत होने का अनुमान है। अभी रेलवे को एक यूनिट बिजली के लिए 8-10 रुपये अदा करने पड़ते हैं। खुद के सौर ऊर्जा उत्पादन से ये लागत घटकर 3-4 रुपये प्रति यूनिट रह जाएगी।