एआइ सिस्टम से बीमारियों के बेहतर उपचार और दवा तलाशने में मिलेगी मदद

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राष्ट्रीय न्यूज़:-

1.एआइ सिस्टम से बीमारियों के बेहतर उपचार और दवा तलाशने में मिलेगी मदद:-आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) के क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है। वैज्ञानिक एआइ की मदद से ऐसे ऐसे रोबोट व स्मार्टफोन विकसित कर रहे हैं जो भविष्य में हमारे कार्यों को बेहद आसान कर देंगे। वहीं, एआइ का प्रयोग चिकित्सा क्षेत्र में भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा एआइ संचालित प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जो यह बताने में सक्षम है कि रोगाणु हमें किस तरह संक्रमित कर सकते हैं।

टेन स्थित यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन (यूसीएल) और फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित इस प्लेटफॉर्म को ‘हरमन’ नाम दिया गया है। यह एक ऑपेन सोर्स है, जिसे बेहद आसानी से प्रयोग में लाया जा सकता है। यह प्लेटफॉर्म विभिन्न तरह के रोगाणुओं के संक्रमित करने के तारीकों का पता लगाने की क्षमता रखता है।

ईलाइफ नामक जर्नल में हरमन के बारे में विस्तार से बताया गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि उनके द्वारा विकसित यह एआइ प्लेटफॉर्म चिकित्सा क्षेत्र में बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। इसकी मदद से पता लगाया जा सकता है कि कोई रोगाणु किस तरह से अपने संक्रमण को फैलाता है। इस बात का पता चलने पर उस खास रोगाणु को खत्म करने के लिए और उसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी दवा या इलाज तलाश करना आसान हो सकेगा। इससे कई तरह की बीमारियों का उपचार आसानी से करने में मदद मिल सकेगी।

2.राव‍लपिंडी के आर्मी अस्‍पताल से मसूद अजहर ने दिए थे पुलवामा हमले के आदेश:-पुलवामा हमले का आदेश जैश ए मोहम्‍मद के सरगना मसूद अजहर ने रावलपिंडी के अस्‍पताल से दिया था। यह आदेश उसने अपने भतीजे उस्‍मान की हत्‍या का बदला लेने के मद्देनजर दिया था। उस्‍मान को सुरक्षाबलों ने पिछले वर्ष अक्‍टूबर में त्राल में मार गिराया था। इसके तहत नए लोगों को तलाश करना, उनका ब्रेनवॉश कर उन्‍हें आत्‍मघाती हमलावर बनाना था। आपको बता दें कि मसूद अजहर का रावलपिंडी के आर्मी अस्‍पताल में कथिततौर पर इलाज चल रहा है। एक अंग्रेजी अखबार ने एक खुफिया अधिकारी के हवाले से इस बात का खुलासा किया है।

3.गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज नई दिल्‍ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए आपात उपाय सहायता प्रणाली का शुभारंभ करेंगे:-गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज नई दिल्‍ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 16 राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों में आपात उपाय सहायता प्रणाली का शुभारंभ करेंगे। इन राज्‍यों में आंध्र प्रदेश, उत्‍तराखंड, पंजाब, केरल, मध्‍यप्रदेश, राजस्‍थान, उत्‍तर प्रदेश, तमिलनाडू, गुजरात और जम्‍मू-कश्‍मीर शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश और नागालैंड में यह सेवा पहले ही शुरू की जा चुकी है।

इस प्रणाली के अंतर्गत मुसीबत में फंसा व्‍यक्ति अखिल भारतीय नम्‍बर 112 डायल कर सकता है। इसके अंतर्गत सभी राज्‍यों को एक प्रतिबद्ध आपात उपाय केन्‍द्र-ईआरसी की स्‍थापना करनी होगी। कोई भी नागरिक अपने स्‍मार्ट फोन पर तीन बार लगातार पावर बटन दबाकर ई आर सी प्रणाली को सक्रिय कर सकता है। मंत्रालय ने कहा है किफीचर फोन के मामले में 5 या 9 बटन को लंबे समय तक दबा कर यह प्रणाली सक्रिय की जा सकती है। ईआरसी  जिला कमान केन्‍द्रों और आपात सेवा वाहनों के साथ जुड़े होंगे, जिनके माध्‍यम से पीडि़तों की मदद की जायेगी। गृहमंत्री दो पोर्टलों का भी उद्घाटन करेंगे। ये हैं यौन अपराधों के लिए जांच प्रणाली पोर्टल और सुरक्षित शहर निगरानी पोर्टल।

अन्तराष्ट्रीय न्यूज़:-

4.US: आपातकाल को लेकर अ‍लग-थलग पड़े ट्रंप, 16 राज्‍यों ने राष्‍ट्रपति के खिलाफ खोला मोर्चा :-अमेरिका में राष्‍ट्रीय आपातकाल की घोषणा के बाद विपक्षी डेमोक्रेट्स के साथ संघीय राज्‍यों ने भी ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अमेरिका के 16 राज्‍यों ने ट्रंप प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ संघीय अदालत में मुकदमा दायर किया है। इन राज्‍यों ने संघीय अदालत में यह दलील दी है कि  मेक्सिको के साथ दक्षिणी सीमा पर दीवार के लिए निधि को लेकर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करना पूरी तरह से असंवैधानिक है। ट्रंप का यह कदम संविधान के विरुद्ध है। खुद ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी में विरोध के स्‍वर सुने जा सकते हैं। उनकी पार्टी के कई सीनिटरों ने ट्रंप के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में दायर मुकदमे में कहा गया है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप का आदेश सविंधान की विधायी प्रक्रियाओं के विरुद्ध है। इसमें कहा गया है कि अमेकिरी संविधान में सार्वजनिक धन पर कांग्रेस का नियंत्रण है। संघीय अदालत का दरवाजा खटखटाने वालों में प्रमुख राज्‍य -कैलिफ़ोर्निया, कोलोराडो, कनेक्टिकट, डेलावेयर, हवाई, इलिनोइस, मेन, मैरीलैंड, मिशिगन, मिनेसोटा, नेवादा, न्यू जर्सी, न्यू मैक्सिको, न्यूयॉर्क, ओरेगन और वर्जीनिया है।

बाज़ार न्यूज़:-

5.सरकार को 28 हजार करोड़ रुपए का अंतरिम डिविडेंड देगी आरबीआई:-आरबीआई सरकार को 28,000 करोड़ रुपए का अंतरिम डिविडेंड देगी। चालू वित्त वर्ष में आरबीआई 40,000 करोड़ रुपए पहले ही ट्रांसफर कर चुकी है। इस तरह सरकार को आरबीआई से कुल 68,000 करोड़ रुपए का लाभांश मिलेगा। आरबीआई का वित्त वर्ष जुलाई से जून तक होता है।

आरबीआई ने लगातार दूसरे साल अंतरिम डिविडेंड दिया है। इसकी रकम सरकार के लिए बेहद अहम है। क्योंकि, चुनावी साल होने की वजह से विभिन्न योजनाओं के लिए सरकार को ज्यादा राशि की जरूरत है। सरकार ने आरबीआई से 28,000 रुपए की ही मांग की थी, जो पूरी हो गई है। डिविडेंड की रकम से सरकार को मौजूदा वित्त वर्ष में वित्तीय घाटे का लक्ष्य जीडीपी के 3.4% पर रखने में भी मदद मिलेगी।

6.21 फरवरी को OMOs के जरिए सिस्टम में 12,500 करोड़ रुपये की नकदी डालेगा RBI:-रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने जानकारी दी है कि वो गुरुवार को सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद के जरिए सिस्टम में 12,500 करोड़ रुपये की नकदी डालेगा, ताकि तरलता (लिक्विडिटी) को बढ़ाया जा सके। यह खरीद प्रक्रिया मुक्त बाजार परिचालन (ओएमओ) के जरिये की जाएगी।

आरबीआई की ओर से जारी रिलीज में कहा गया, “तरलता की वर्तमान स्थिति के आकलन के बाद केंद्रीय बैंक ने 21 फरवरी 2019 को ओएमओ के अंतर्गत 12,500 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद का फैसला किया है।”

इच्छुक उम्मीदवार उस दिन (21 फरवरी) आरबीआई की कोर बैंकिंग समाधान (ई-कुबेर) प्रणाली पर इलेक्ट्रॉनिक फार्मेट में अपनी पेशकश जमा करा सकते हैं। इस नीलामी के परिणाम उसी दिन घोषित कर दिए जाएंगे और सफल भागीदारों को उसके अगले दिन भुगतान भी कर दिया जाएगा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि ओएमओ ऐसे वित्तीय टूल होते हैं जिनका इस्तेमाल सिस्टम में नकदी डालने और कम करने के लिए किया जाता है। जब तरलता की स्थिति सख्त होती है तब सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद के माध्यम से बाजार में पैसा डाला जाता है। वहीं सरप्लस की स्थिति में अधिकता वाली नकदी को सरकारी बॉण्ड की बिक्री के माध्यम से सिस्टम से निकाल लिया जाता है।

खेल न्यूज़:-

7.वर्ल्ड कप में 100 दिन शेष / पहली बार सभी टेस्ट टीमें नहीं खेलेंगी, इंग्लैंड-वेल्स में 20 साल बाद होगा टूर्नामेंट :-इस साल 30 मई से 14 जुलाई तक इंग्लैंड और वेल्स में 12वां क्रिकेट वर्ल्ड कप खेला जाएगा। इसमें अब सिर्फ 100 दिन शेष रह गए हैं। वर्ल्ड कप में इस बार सिर्फ 10 टीमें खेलेंगी। पहली बार सभी टेस्ट टीमें टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगी। टेस्ट खेलने वाली दो टीमें आयरलैंड और जिम्बाब्वे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकीं। इंग्लैंड में 20 साल बाद वर्ल्ड कप का आयोजन होने जा रहा है। पिछली बार 1999 में ऑस्ट्रेलिया चैम्पियन बना था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सबसे ज्यादा पांच बार यह खिताब अपने नाम किया है।