1.एमसीए ने अधिसूचना जारी की, अब से सभी गैर-सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनियों को केवल डीमैट स्वरूप में ही समस्त शेयरों को जारी और हस्तांतरित करना होगा :-
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) ने अधिसूचित किया है कि 2 अक्टूबर, 2018 से गैर-सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनियों को केवल डिमटेरियलाइज्ड स्वरूप में ही समस्त नए शेयरों को जारी करना होगा और इसी स्वरूप में सभी शेयरों को हस्तांतरित करना होगा। एमसीए ने कॉरपोरेट क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ाने, निवेशक संरक्षण और सुव्यवस्थित गवर्नेंस सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ही यह कदम उठाया है। इस संबंध में नियमों को तदनुसार संशोधित किया गया है।
एमसीए के मुताबिक, प्रतिभूतियों के डिमटेरियलाइजेशन के प्रमुख लाभ जो अब से गैर-सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनियों को उपलब्ध होंगे, उनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
कागजी स्वरूप वाले प्रमाणपत्रों से जुड़े जोखिमों जैसे कि इनके गुम हो जाने, चोरी होने, कट-फट जाने, धोखाधड़ी होने का अंदेशा नहीं रहेगा।
बढ़ती पारदर्शिता से कॉरपोरेट गवर्नेंस प्रणाली बेहतर होगी और बेनामी शेयरधारिता, शेयरों को पिछली तारीख से जारी करने जैसे कदाचार को रोका जा सकेगा
हस्तांतरण पर स्टाम्प ड्यूटी के भुगतान से छूट मिलेगी।
प्रतिभूतियों के हस्तांतरण, इन्हें गिरवी रखने, इत्यादि में आसानी होगी।
2.अंतर्राष्ट्रीय पार्सल बुक करने के लिए आधार अनिवार्य नहीं – डाक विभाग :-
डाक विभाग ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय पार्सल बुक करने के लिए आधार अनिवार्य नहीं है, लेकिन यह पहचान दस्तावेजों का एक विकल्प है। विभाग ने एक बयान में कहा है कि देश के मौजूदा नियमों के अनुसार आधार, बुकिंग के समय प्रस्तुत करने के लिए अनिवार्य दस्तावेज नहीं है।
3.केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने प्रोफाइल पुस्तिका ‘एनसीडीसी – सहकारी समितियों का मददगार। सदैव!’ का विमोचन किया :-
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में ‘एनसीडीसी – सहकारी समितियों का मददगार। सदैव!’ शीर्षक वाली प्रोफाइल पुस्तिकाका विमोचन किया। इस पुस्तिका में राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) की भूमिका के साथ-साथ उसकी ओर से सहायता प्राप्त विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया है। श्री सिंह ने कहा कि एनसीडीसी सहकारी समितियों की दुनिया में सर्वाधिक पसंदीदा वित्तीय संस्थान है और ‘नया भारत 2022’ के मिशन के साथ स्वयं को जोड़ते हुए एनसीडीसी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आदमनी दोगुनी करने के मिशन ‘सहकार 22’ का शुभारंभ किया है।
श्री सिंह ने स्मरण करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) उन सहकारी समितियों का पोषण करता है जो सामान्यत: छोटे एवं सीमांत किसानों का प्रतिनिधित्व करती हैं। एनसीडीसी की कुछ हालिया पहलों में नगालैंड के पांच सुदूरवर्ती जिलों एवं आंध्र प्रदेश के तीन जिलों में एकीकृत सहकारी विकास के लिए सहायता मुहैया कराना भी शामिल है।
4.परिवर्तनीय एआई के लिए एक आदर्श अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र की स्थापना हेतु नीति आयोग, इंटेल और टीआईएफआर ने सहमति जताई :-
नीति आयोग, इंटेल और टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान (टीआईएफआर) ने 7 सितंबर को घोषणा की कि वे एआई व अनुप्रयोग आधारित शोध परियोजनाओं के विकास और क्रियान्वयन के लिए परिवर्तनीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता आदर्श अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र (आईसीटीएआई) की स्थापना करेंगे। यह पहल नीति आयोग के कार्यक्रम ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए राष्ट्रीय रणनीति’ का एक हिस्सा है। देश में आईसीटीएआई की स्थापना निजी क्षेत्र के सहयोग से की जाएगी।
बंगलुरू स्थित यह आदर्श आईसीटीएआई स्वास्थ्य देखभाल, कृषि और स्मार्ट गतिशीलता क्षेत्र में एआई आधारित समाधान के अनुसंधान का संचालन करेगा। इसमें इंटेल और टीआईएफआर की विशेषज्ञता का उपयोग किया जाएगा। प्रशासन, मूलभूत अनुसंधान, अवसंरचना, गणना व सेवा अवसंरचना तथा प्रतिभाओं को आकर्षित करना जैसे क्षेत्रों में यह संस्थान परीक्षण करेगा, खोज करेगा और सर्वोत्तम अभ्यासों की स्थापना करेगा।
5.ट्रॉम्बे में अप्सरा – यू रिएक्टर का परिचालन प्रारंभ हुआ :-
भारतीय परमाणु कार्यक्रम के जनक डॉ. होमी जे भाभा ने 50 के दशक में कहा था कि अनुसंधान रिएक्टर परमाणु कार्यक्रम की रीढ़ की हड्डी होती हैं। इसके बाद एशिया के पहले अनुसंधान रिएक्टर “अप्सरा” का परिचालन अगस्त 1956 में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के ट्रॉम्बे परिसर में शुरू हुआ। शोधकर्ताओं को पांच दशक से अधिक समय तक समर्पित सेवा प्रदान करने के बाद इस रिएक्टर को 2009 में बंद कर दिया गया।
अप्सरा के अस्तित्व में आने के लगभग 62 सालों के पश्चात 10 सितंबर 2018 को 18:41 बजे ट्रॉम्बे में स्विमिंग पूल के आकार का एक शोध रिएक्टर “अप्सरा-उन्नत” का परिचालन प्रारंभ हुआ। उच्च क्षमता वाले इस रिएक्टर की स्थापना स्वदेशी तकनीक से की गई है। इसमें निम्न परिष्कृत यूरेनियम (एलईयू) से निर्मित प्लेट के आकार का प्रकीर्णन ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है। उच्च न्यूट्रॉन प्रवाह के कारण यह रिएक्टर स्वास्थ्य अनुप्रयोग में रेडियो-आइसोटोप के स्वदेशी उत्पादन को 50 प्रतिशत तक बढ़ा देगा। इसका उपयोग नाभिकीय भौतिकी, भौतिक विज्ञान और रेडियोधर्मी आवरण के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किया जाएगा।
6.श्री पीयूष गोयल ने एक वेब पोर्टल ‘रेल सहयोग’ लांच किया :-
भारतीय रेलवे देश भर में अपने विशाल नेटवर्क एवं व्यापक मौजूदगी के बल पर समाज की सेवा करने में सदैव अग्रणी रही है। वर्ष 2022 तक ‘नए भारत’ के निर्माण के लिए माननीय प्रधानमंत्री के विजन से प्रेरित होकर रेलवे अपने बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, साफ-सफाई इत्यादि में बेहतरी के लिए अनगिनत पहल कर रही है, ताकि यात्रियों को अपने सफर के दौरान सुखद अनुभव हो सके।
भारतीय रेलवे ने ऐसे अनेक क्षेत्रों में व्यापक अवसरों का पता लगाया है जिनमें कंपनियों के साथ इस तरह के गठबंधन को बढ़ावा दिया जा सकता है जिनके जरिए रेलवे के अधीनस्थ समस्त परितंत्र पर सकारात्मक असर सुनिश्चित किया जा सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए रेल एवं कोयला मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज एक वेब पोर्टल www.railsahyog.in लांच किया। यह वेब पोर्टल सीएसआर (कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व) कोष के जरिए रेलवे स्टेशनों पर एवं इनके निकट सुविधाओं के सृजन में योगदान के लिए एक प्लेटफॉर्म सुलभ कराएगा। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री अश्विनी लोहानी एवं रेलवे बोर्ड के अन्य सदस्य, कोयला मंत्रालय में सचिव डॉ. इंदर जीत सिंह और रेलवे एवं कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीगण भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
7.बिहार और नेपाल के बीच पहली बस सेवा शुरू :-
बिहार और नेपाल के बीच पहली बस सेवा शुरू हो गई। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से बस को रवाना करते हुए कहा कि इससे नेपाल और बिहार के संबंधों में मजबूती आयेगी। यह बस सेवा भारत और नेपाल के बीच समझौते के बाद शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार बसें बोधगया और काठमांडू के बीच चलेंगी। इसी प्रकार चार बसें पटना और जनकपुर के बीच चलाई जायेंगी। काठमांडू जाने वाली बसें पटना, रक्सौल और बीरगंज होते हुए चला करेंगी। जनकपुर जाने वाली बसें मुजफ्फरपुर और सीतामढी के बीच चलेंगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि काठमांडू से बोधगया तक की बस सेवा इस महीने की 13 तारीख से नेपाल सरकार द्वारा शुरू की जाएंगी।
8.पटना में बनेगा 120 फीट ऊंचा बापू टॉवर, यहां दिखेंगी चंपारण सत्याग्रह की स्मृतियां :-
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह की स्मृति में पटना के गर्दनीबाग इलाके में बनने वाला ‘बापू टॉवर’ 120 फीट ऊंचा होगा। महात्मा गांधी को समर्पित यह संरचना पूरे देश में अपने किस्म की पहली होगी, जो टॉवर की शक्ल में बनेगी। इसका डिजायन फाइनल कर लिया गया है। यह राज्य का सबसे ऊंचा टॉवर होगा।
बनेगा बिहार का सबसे ऊंचा टॉवर –
दिल्ली के कुतुब मीनार की ऊंचाई 239.5 फीट है। शहीदों की याद में कोलकाता में निर्मित ‘शहीद मीनार’ की ऊंचाई भी 157 फीट है। पर, बापू टॉवर उनसे अलग होगा। यह राज्य का सबसे ऊंचा टॉवर होगा। जहां तक भवन की बात है, 233 फीट ऊंचा पटना का बिस्कोमान भवन नंबर वन पर है।
बिहार में देश की सबसे ऊंची गांधी प्रतिमा –
जहां तक देश की बात है, महात्मा गांधी की सबसे ऊंची प्रतिमा भी बिहार में ही है। पटना के गांधी मैदान में स्थापित 70 फीट की महात्मा गांधी की प्रतिमा देश में सबसे ऊंची है। हां, देश की सबसे ऊंची 182 फीट की सरदार पटेल की प्रतिमा गुजरात में बनाई गई है, जिसका अनावरण अक्टूबर में होने जा रहा है।
फिलहाल, बोधगया स्थित 80 फीट ऊंची महात्मा बुद्ध की प्रतिमा राज्य की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
9.महिला टीम की कप्तान मिताली राज व तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने बनाए नए रिकॉर्ड :-
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मैच में नौ विकेट से जीत दर्ज की और तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल की। इस मैच के दौरान भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज व तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने नया रिकॉर्ड बनाया।
सबसे ज्यादा वनडे मैचों में कप्तानी करने वाली कप्तान बनीं मिताली राज –
भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने एक बेहतरीन रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। बतौर कप्तान श्रीलंका के खिलाफ ये उनका 118वां वनडे मैच था और वह सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाली खिलाड़ी बन गई। उनकी कप्तानी में भारतीय महिला टीम को 72 मैचों में जीत और 43 में हार मिली, जबकि तीन मैचों में कोई परिणाम नहीं निकला। मिताली ने इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स का रिकॉर्ड तोड़ा। एडवर्ड्स ने 117 मैचों में कप्तानी की थी जिनमें से उन्हें 72 में जीत मिली, 38 हारे, जबकि सात मैचों में कोई परिणाम नहीं निकला।