एम.सी. मैरी कॉम और मनप्रीत सिंह टोक्यो ओलंपिक में भारत के ध्वजवाहक होंगे

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  1. राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आठ राज्‍यों में नये राज्‍यपाल नियुक्‍त किये
  • केंद्रीय मंत्रीथावरचंद गहलोत को कर्नाटक का नया राज्‍यपाल नियुक्‍त किया गया है जबकि भाजपा नेता मंगूभाई छगनभाई पटेल मध्‍य प्रदेश के नए राज्‍यपाल होंगे। भाजपा नेता डॉक्‍टर हरि बाबू कम्‍भमपति मिजोरम के राज्‍यपाल होंगे। भाजपा नेता राजेंद्र विश्‍वनाथ आर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्‍यपाल नियुक्‍त किया गया है। मिजोरम के राज्‍यपाल पी एस श्रीधरन पिल्‍लई को गोवा का नया राज्‍यपाल नियुक्‍त किया गया है। हरियाणा के राज्‍यपाल सत्‍यदेव नारायण आर्य त्रिपुरा के राज्‍यपाल बनाए गए हैं। त्रिपुरा के राज्‍यपाल रमेश बैस झारखंड के राज्‍यपाल बनाए गए हैं। वे द्रौपदी मुर्मू की जगह लेंगे। हिमाचल प्रदेश के राज्‍यपाल बंडारू दत्‍तात्रेय को तबादले के बाद हरियाणा का राज्‍यपाल बनाया गया है। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन नियुक्तियों की स्‍वीकृति दे दी है।
  1. एम.सी. मैरी कॉम और मनप्रीत सिंह टोक्यो ओलंपिक में भारत के ध्वजवाहक होंगे
  • बॉक्सरएम.सी. मैरी कॉम (M.C. Mary Kom) और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह (Manpreet Singh) को टोक्यो ओलंपिक में भारत का ध्वजवाहक चुना गया है। ये दोनों खिलाड़ी 23 जुलाई, 2021 को होने वाले टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे। 8 अगस्त 2021 को समापन समारोह में पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ध्वजवाहक होंगे। इस निर्णय के बारे में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने ओलंपिक खेलों की आयोजन समिति को सूचित किया। रियो डी जनेरियो में 2016 के खेलों में, भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक थे।
  1. ब्रिक्‍स देशों ने उच्‍च शिक्षा, तकनीकी तथा व्‍यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग बढाने की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की
  • ब्रिक्स देशोंके शिक्षा मंत्रियों ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण तथा अकादमिक और अनुसंधान सहयोग को और मजबूत करने के लिए वर्चुअल माध्‍यम से एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए। ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों की इस बैठक में दो विषयों-समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने तथा अनुसंधान और अकादमिक सहयोग बढ़ाने के लिए डिजिटल और तकनीकी समाधानों का लाभ उठाने पर मुख्‍य रूप से विचार-विमर्श किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि भारत दुनिया भर में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और सरकारों द्वारा महामारी के प्रभावों को कम करने और एक अधिक टिकाऊ शिक्षा प्रणाली बनाने के लिए किए जा रहे ठोस प्रयासों को महत्‍व देता है।
  1. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वित्‍तीय सहायता योजना शुरू की
  • दिल्‍लीके मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वित्‍तीय सहायता योजना शुरू की। यह योजना ऐसे लोगों के लिए शुरू की गई है जिनके परिवार में किसी सदस्‍य की कोविड महामारी से मौत हुई है। कोविड से मृत्‍यु से संबंधित प्रत्‍येक परिवार को 50 हजार रूपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। कमाने वाले व्‍यक्ति की कोविड से मृत्‍यु पर परिवार को मासिक सहायता उपलब्‍ध कराई जाएगी। कोरोना के कारण अनाथ बच्‍चों को ढाई हजार रूपये महीना वित्‍तीय सहायता दी जाएगी। यह सहायता बच्‍चे के 25 वर्ष का होने तक मिलेगी। एक पोर्टल शुरू किया गया है जहां लोग वित्‍तीय सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  1. राजस्‍थान में रामगढ़ विषधारी वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य को चौथे बाघ संरक्षण अभयारण्‍य में बदलने की अनुमति
  • राष्‍ट्रीय बांघ संरक्षण प्राधिकरण- एन टी सी एने राजस्‍थान के बूंदी जिले में रामगढ विषधारी वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य को चौथे बाघसंरक्षण अभयारण्‍य में बदलने की अनुमति दी है। 2018 की गणना के अनुसार राज्‍य के तीन वन्‍यजीवन अभ्‍यारण्‍यों – सवाई माधोपुर जिले में रणथम्‍बोर टाइगर रिजर्व, अलवर जिले में सरिस्‍का और कोटा जिले में मुकुन्‍दरा हिल्‍स टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्‍या 102 है। राष्‍ट्रीय बांघ संरक्षण प्राधिकरण की तकनीकी समिति ने एक हजार 71 वर्ग किलोमीटर में फैले राम विषधारी वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य को बाघ अभ्‍यारण्‍य में बदलने की अनुमति दी थी।
  1. केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री गिरिराज सिंह ने मत्स्य कृषकों के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम मोबाइल ऐप “मत्स्य सेतु” लॉन्च किया
  • श्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रीने ऑनलाइन पाठ्यक्रम मोबाइल ऐप “मत्स्य सेतु” लॉन्च किया। ऐप को भाकृअनुप-केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान (भाकृअनुप -सीफा), भुवनेश्वर द्वारा राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी), हैदराबाद के वित्त पोषण समर्थन के साथ विकसित किया गया हैं । ऑनलाइन पाठ्यक्रम ऐप का उद्देश्य देश के जलकृषकों के लिए नवीनतम मीठाजल कृषि प्रौद्योगिकियों का प्रसार करना है। मत्स्य सेतु ऐप में प्रजाति-वार / विषय-वार स्व-शिक्षण ऑनलाइन पाठ्यक्रम मॉड्यूल हैं, जहाँ प्रसिद्ध जलकृषि विशेषज्ञ कार्प, कैटफ़िश, स्कैम्पी जैसी व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण मछलियों के प्रजनन, बीज उत्पादन और ग्रो-आउट संवर्धन पर बुनियादी अवधारणाओं और व्यावहारिक प्रदर्शनों की व्याख्या करते हैं।
  1. भारतीय वायुसेना 10 एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदेगी
  • जम्मूमें भारतीय वायु सेना (IAF) स्टेशन पर एक ड्रोन हमले के बाद, देश की सेना अब स्वदेशी रक्षा हथियारों से लैस होगी। इसके लिए भारतीय वायु सेना ने 10 एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदेगी, जो दुश्मन के ड्रोन का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें बेअसर करने में सक्षम हों। साथ ही सिस्टम में ड्रोन को मार गिराने के लिए लेजर निर्देशित ऊर्जा हथियार (लेजर-डीईडब्ल्यू) की तकनीक अवश्य होनी चाहिए। वायुसेना ने Counter Unarmed Aircraft System (CUAS) के लिए भारतीय विक्रेताओं से Request for Information (RFI) जारी किया है। 27 जून, 2021 को जम्मू वायु सेना स्टेशन पर ड्रोन हमला किया गया था, जहां दो मानव रहित हवाई वाहनों का इस्तेमाल बम गिराने के लिए किया गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है।
  1. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी खादी प्राकृतिक पेंट के ब्रांड एंबेसडर
  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रीनितिन गडकरी खादी प्राकृतिक पेंट के ब्रांड एंबेसडर बन गये हैं। श्री गडकरी ने कहा है कि वे युवा उद्यमियों को गोबर पेंट के उत्‍पादन के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्‍य से देशभर में इस पेंट को बढ़ावा देंगे। उन्‍होंने जयपुर में प्राकृतिक पेंट की नई स्वचालित विनिर्माण इकाई का उद्घाटन किया। प्रौद्योगिकी नवाचार की सराहना करते हुए उन्‍होंने कहा कि यह देश की ग्रामीण और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में एक लंबा सफर तय करेगी।
  1. DPIIT ने Open Network for Digital Commerce (ONDC) पर परियोजना शुरू की
  • वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालयके अंतर्गत उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) पर एक परियोजना की शुरूआत की है। यह कार्य क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI) को सौंपा गया है। ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) का मुख्य उद्देश्य किसी विशिष्ट प्लेटफॉर्म के स्वतंत्र ओपन नेटवर्क प्रोटोकॉल और ओपन स्पेसिफिकेशंस का उपयोग करते हुए ओपन सोर्स्‍ड पद्धति पर विकसित ओपन नेटवर्क को बढ़ावा देना है। ओएनडीसी से पूरी मूल्य श्रृंखला को डिजिटाइज करने, परिचालन का मानकीकरण करने, आपूर्तिकर्ताओं के समावेशीकरण को बढ़ावा देने, लॉजिस्टिक्‍स में दक्षता हासिल करने और उपभोक्ताओं के लिए मूल्य में सुधार होने की उम्मीद है।
  1. सिंधु जल संधि : भारत अपनी जमीन की सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी का उपयोग करेगा
  • जल शक्ति मंत्रीगजेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार, भारत 1960 की सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) के तहत पाकिस्तान की ओर बहने वाले अतिरिक्त पानी को रोकने के अपने अधिकारों पर काम कर रहा है ताकि वह अपनी जमीन की सिंचाई कर सके। भारत और पाकिस्तान ने 9 साल की बातचीत के बाद 1960 में सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए थे। विश्व बैंक भी एक हस्ताक्षरकर्ता था। 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस संधि के तहत, तीन पूर्वी नदियों रावी, सतलुज और ब्यास के सभी जल को विशेष रूप से उपयोग करने के लिए भारत को आवंटित किया गया था। दूसरी ओर, पश्चिमी नदियों जैसे सिंधु, झेलम और चिनाब का पानी पाकिस्तान को आवंटित किया गया था। हालांकि, भारत को निर्दिष्ट घरेलू, गैर-उपभोग्य और कृषि उपयोग के लिए पश्चिमी नदियों के पानी का उपयोग करने के लिए अपवाद (exception) दिया गया था। भारत को पश्चिमी नदियों पर नदी परियोजनाओं के तहत जलविद्युत उत्पन्न करने का अधिकार भी दिया गया है।
  1. सीआईआई और विदेश मंत्रालय ने पहले भारत-प्रशांत कारोबारी सम्‍मेलन का आयोजन किया
  • सीआईआईऔर विदेश मंत्रालय की ने पहले भारत-प्रशांत कारोबारी सम्‍मेलन का आयोजन किया। भारतीय प्रशांत क्षेत्र के विभिन्‍न देशों के राजदूत और उच्‍चायुक्‍त इसमें सम्मिलित हुए। विदेश मंत्रालय की सचिव रीवा गांगुली दास ने कहा कि एशिया प्रशांत क्षेत्र के देशों में सीमा पार संबंध को बढ़ावा दिए जाने के साथ कारोबारी ढांचे को मजबूत किए जाने की आवश्‍यकता है। उन्‍होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्‍वतंत्र, मुक्‍त और नियम आधारित कारोबारी संबंध और सम्‍पर्क बढ़ाने की आवश्‍यकता को रेखांकित किया।
  1. RBI ने G-Sec नीलामी पद्धति में बदलाव किया
  • भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) ने बाजार की स्थितियों और सरकार के बाजार उधार कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए तय किया है कि 2 साल की अवधि, 3 साल की अवधि, 5 साल की अवधि, 10 साल की अवधि और 14 साल की अवधि की बेंचमार्क प्रतिभूतियां और फ्लोटिंग रेट बांड (Floating Rate Bonds) एक समान मूल्य नीलामी पद्धति का उपयोग करके जारी किए जाएंगे। हालांकि, 30-वर्ष और 40-वर्ष की बेंचमार्क प्रतिभूतियों के लिए, नीलामी एकाधिक मूल्य-आधारित नीलामी जारी रहेगी। G-sec एक व्यापार योग्य साधन है जो केंद्र सरकार या राज्य सरकारों द्वारा जारी किया जाता है। यह सरकार के ऋण दायित्व को स्वीकार करता है। G-sec दो प्रकार के होते हैं:
  1. लघु अवधि– इन्हें आमतौर पर ट्रेजरी बिल कहा जाता है। उनकी मूल परिपक्वता एक वर्ष से कम है। यह तीन अवधियों अर्थात 91-दिन, 182-दिन और 364-दिन में जारी किया जाता है।
  2. दीर्घावधि– इन्हें आमतौर पर सरकारी बांड या दिनांकित प्रतिभूतियां कहा जाता है जिनकी मूल परिपक्वता एक वर्ष या उससे अधिक की होती है।
  3. नासा ने क्षुद्रग्रह रयुगु का पहला नमूना प्राप्त किया
  • अमेरिकीअंतरिक्ष एजेंसी नासा ने जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के हायाबुसा 2 अंतरिक्ष यान द्वारा दिसंबर 2020 में पृथ्वी पर क्षुद्रग्रह रयुगु से लाये गये नमूने को प्राप्त किया है। क्षुद्रग्रह रयुगु को 162173 रयुगु भी कहा जाता है। इसे अनंतिम रूप से 1999 JU3 के रूप में नामित किया गया है। यह एक निकट-पृथ्वी वस्तु है और अपोलो समूह से संबंधित संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह है। जापानी अंतरिक्ष यान हायाबुसा 2018 में इस क्षुद्रग्रह पर पहुंचा था। यह माप करने और नमूने लेने के बाद नवंबर 2019 में रयुगु से पृथ्वी के लिए रवाना हुआ था। इसने दिसंबर 2020 में सैंपल कैप्सूल को पृथ्वी पर लौटा दिया था।
  1. वैज्ञानिकों ने गुरुत्वाकर्षण तरंगों के नए स्रोत का पता लगाया
  • वैज्ञानिकों ने पहली बारन्यूट्रॉन तारे (neutron star) और ब्लैक होल की टक्कर से उत्पन्न गुरुत्वाकर्षण तरंगों (gravitational waves) का पता लगाया है। अंतरिक्ष-समय (space-time) के ताने-बाने (fabric) में गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता चला है।इस खोज से पता चलता है कि न्यूट्रॉन स्टार-ब्लैक होल सिस्टम हैं। यह प्रणाली ब्रह्मांड से संबंधित कई सवालों के जवाब देने में मदद करेगी, जिसमें तारा बनने से लेकर ब्रह्मांड की विस्तार दर तक शामिल है। जब आकाशीय पिंड टकराते हैं तो गुरुत्वाकर्षण तरंगें उत्पन्न होती हैं। टक्कर के बाद, आगामी ऊर्जा अंतरिक्ष-समय के ताने-बाने में तरंगें पैदा करती है जो पृथ्वी पर डिटेक्टरों द्वारा कैप्चर की जाती है।
  1. क्यूबा के पास पहुंचा उष्णकटिबंधीय तूफान एल्सा
  • उष्णकटिबंधीय तूफानएल्सा (Elsa) 3 जुलाई, 2021 को मजबूत हुआ और इसका केंद्र दक्षिण-मध्य क्यूबा के पास पहुंचा। कैरेबियाई द्वीप सरकार ने सिएनफ्यूगोस (Cienfuegos) और मातनज़ास (Matanzas) प्रांतों में तूफान की चेतावनी जारी की। National Hurricane Center (NHC) के पूर्वानुमान के अनुसार, क्यूबा के ऊपर जाने से पहले ट्रॉपिकल स्टॉर्म एल्सा और मजबूत होगा। NHC के आंकड़ों के अनुसार, अधिकतम निरंतर हवाएं 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ चल रही थीं।
  1. प्रसिद्ध स्‍वतंत्रता सेनानी और कृषि वैज्ञानिक पिंगली वेंकैया की पुण्‍यतिथि
  • 04 जुलाई, 2021 को उपराष्‍ट्रपतिएम. वेंकैया नायडू ने राष्‍ट्रीय ध्‍वज का डिज़ाइन तैयार करने वाले प्रसिद्ध स्‍वतंत्रता सेनानी और कृषि वैज्ञानिक पिंगली वेंकैया की पुण्‍यतिथि पर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। 2 अगस्त, 1876 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले में जन्मे पिंगली वेंकैया ने प्रारंभिक शिक्षा भटाला पेनमरू और मछलीपट्टनम में प्राप्त की तथा 19 वर्ष की आयु में उन्होंने अफ्रीका में एंग्लो बोअर युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना में सैनिक के रूप में कार्य किया। इसी युद्ध के दौरान दक्षिण अफ्रीका में रहते हुए वे गांधी जी से मिले एवं उनसे काफी प्रभावित हुए। अफ्रीका से लौटने के बाद पिंगली वेंकैया ने अपना अधिकांश समय कृषि और कपास की खेती विषय पर शोध करते हुए बिताया। उन्होंने लाहौर के एंग्लो वैदिक स्कूल में संस्कृत, उर्दू और जापानी का अध्ययन भी किया। वर्ष 1918 तथा वर्ष 1921 के बीच पिंगली वेंकैया ने काॅॅन्ग्रेस के लगभग प्रत्येक अधिवेशन में एक ध्वज की मांग का आह्वान किया। राष्ट्रीय ध्वज की आवश्यकता को स्वीकार करते हुए वर्ष 1921 में राष्ट्रीय काॅॅन्ग्रेस की एक बैठक में गांधी जी ने वेंकैया से नए सिरे से डिज़ाइन तैयार करने को कहा। प्रारंभ में वेंकैया ने ध्वज में केवल लाल और हरे रंग का ही प्रयोग किया था, जो क्रमशः हिंदू तथा मुसलमान समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे। किंतु बाद में इसके केंद्र में एक चरखा और तीसरे रंग (सफेद) को भी शामिल किया गया। वर्ष 1931 में भारतीय राष्ट्रीय काॅॅन्ग्रेस द्वारा इस ध्वज को आधिकारिक तौर पर अपनाया गया। 4 जुलाई, 1963 को पिंगली वेंकैया की मृत्यु हो गई।
  1. राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आठ राज्‍यों में नये राज्‍यपाल नियुक्‍त किये
  • केंद्रीय मंत्रीथावरचंद गहलोत को कर्नाटक का नया राज्‍यपाल नियुक्‍त किया गया है जबकि भाजपा नेता मंगूभाई छगनभाई पटेल मध्‍य प्रदेश के नए राज्‍यपाल होंगे। भाजपा नेता डॉक्‍टर हरि बाबू कम्‍भमपति मिजोरम के राज्‍यपाल होंगे। भाजपा नेता राजेंद्र विश्‍वनाथ आर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्‍यपाल नियुक्‍त किया गया है। मिजोरम के राज्‍यपाल पी एस श्रीधरन पिल्‍लई को गोवा का नया राज्‍यपाल नियुक्‍त किया गया है। हरियाणा के राज्‍यपाल सत्‍यदेव नारायण आर्य त्रिपुरा के राज्‍यपाल बनाए गए हैं। त्रिपुरा के राज्‍यपाल रमेश बैस झारखंड के राज्‍यपाल बनाए गए हैं। वे द्रौपदी मुर्मू की जगह लेंगे। हिमाचल प्रदेश के राज्‍यपाल बंडारू दत्‍तात्रेय को तबादले के बाद हरियाणा का राज्‍यपाल बनाया गया है। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन नियुक्तियों की स्‍वीकृति दे दी है।
  1. एम.सी. मैरी कॉम और मनप्रीत सिंह टोक्यो ओलंपिक में भारत के ध्वजवाहक होंगे
  • बॉक्सरएम.सी. मैरी कॉम (M.C. Mary Kom) और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह (Manpreet Singh) को टोक्यो ओलंपिक में भारत का ध्वजवाहक चुना गया है। ये दोनों खिलाड़ी 23 जुलाई, 2021 को होने वाले टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे। 8 अगस्त 2021 को समापन समारोह में पहलवान बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ध्वजवाहक होंगे। इस निर्णय के बारे में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने ओलंपिक खेलों की आयोजन समिति को सूचित किया। रियो डी जनेरियो में 2016 के खेलों में, भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक थे।
  1. ब्रिक्‍स देशों ने उच्‍च शिक्षा, तकनीकी तथा व्‍यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग बढाने की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की
  • ब्रिक्स देशोंके शिक्षा मंत्रियों ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण तथा अकादमिक और अनुसंधान सहयोग को और मजबूत करने के लिए वर्चुअल माध्‍यम से एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए। ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों की इस बैठक में दो विषयों-समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने तथा अनुसंधान और अकादमिक सहयोग बढ़ाने के लिए डिजिटल और तकनीकी समाधानों का लाभ उठाने पर मुख्‍य रूप से विचार-विमर्श किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि भारत दुनिया भर में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और सरकारों द्वारा महामारी के प्रभावों को कम करने और एक अधिक टिकाऊ शिक्षा प्रणाली बनाने के लिए किए जा रहे ठोस प्रयासों को महत्‍व देता है।
  1. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वित्‍तीय सहायता योजना शुरू की
  • दिल्‍लीके मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वित्‍तीय सहायता योजना शुरू की। यह योजना ऐसे लोगों के लिए शुरू की गई है जिनके परिवार में किसी सदस्‍य की कोविड महामारी से मौत हुई है। कोविड से मृत्‍यु से संबंधित प्रत्‍येक परिवार को 50 हजार रूपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। कमाने वाले व्‍यक्ति की कोविड से मृत्‍यु पर परिवार को मासिक सहायता उपलब्‍ध कराई जाएगी। कोरोना के कारण अनाथ बच्‍चों को ढाई हजार रूपये महीना वित्‍तीय सहायता दी जाएगी। यह सहायता बच्‍चे के 25 वर्ष का होने तक मिलेगी। एक पोर्टल शुरू किया गया है जहां लोग वित्‍तीय सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  1. राजस्‍थान में रामगढ़ विषधारी वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य को चौथे बाघ संरक्षण अभयारण्‍य में बदलने की अनुमति
  • राष्‍ट्रीय बांघ संरक्षण प्राधिकरण- एन टी सी एने राजस्‍थान के बूंदी जिले में रामगढ विषधारी वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य को चौथे बाघसंरक्षण अभयारण्‍य में बदलने की अनुमति दी है। 2018 की गणना के अनुसार राज्‍य के तीन वन्‍यजीवन अभ्‍यारण्‍यों – सवाई माधोपुर जिले में रणथम्‍बोर टाइगर रिजर्व, अलवर जिले में सरिस्‍का और कोटा जिले में मुकुन्‍दरा हिल्‍स टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्‍या 102 है। राष्‍ट्रीय बांघ संरक्षण प्राधिकरण की तकनीकी समिति ने एक हजार 71 वर्ग किलोमीटर में फैले राम विषधारी वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य को बाघ अभ्‍यारण्‍य में बदलने की अनुमति दी थी।
  1. केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री गिरिराज सिंह ने मत्स्य कृषकों के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम मोबाइल ऐप “मत्स्य सेतु” लॉन्च किया
  • श्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रीने ऑनलाइन पाठ्यक्रम मोबाइल ऐप “मत्स्य सेतु” लॉन्च किया। ऐप को भाकृअनुप-केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान (भाकृअनुप -सीफा), भुवनेश्वर द्वारा राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी), हैदराबाद के वित्त पोषण समर्थन के साथ विकसित किया गया हैं । ऑनलाइन पाठ्यक्रम ऐप का उद्देश्य देश के जलकृषकों के लिए नवीनतम मीठाजल कृषि प्रौद्योगिकियों का प्रसार करना है। मत्स्य सेतु ऐप में प्रजाति-वार / विषय-वार स्व-शिक्षण ऑनलाइन पाठ्यक्रम मॉड्यूल हैं, जहाँ प्रसिद्ध जलकृषि विशेषज्ञ कार्प, कैटफ़िश, स्कैम्पी जैसी व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण मछलियों के प्रजनन, बीज उत्पादन और ग्रो-आउट संवर्धन पर बुनियादी अवधारणाओं और व्यावहारिक प्रदर्शनों की व्याख्या करते हैं।
  1. भारतीय वायुसेना 10 एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदेगी
  • जम्मूमें भारतीय वायु सेना (IAF) स्टेशन पर एक ड्रोन हमले के बाद, देश की सेना अब स्वदेशी रक्षा हथियारों से लैस होगी। इसके लिए भारतीय वायु सेना ने 10 एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदेगी, जो दुश्मन के ड्रोन का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें बेअसर करने में सक्षम हों। साथ ही सिस्टम में ड्रोन को मार गिराने के लिए लेजर निर्देशित ऊर्जा हथियार (लेजर-डीईडब्ल्यू) की तकनीक अवश्य होनी चाहिए। वायुसेना ने Counter Unarmed Aircraft System (CUAS) के लिए भारतीय विक्रेताओं से Request for Information (RFI) जारी किया है। 27 जून, 2021 को जम्मू वायु सेना स्टेशन पर ड्रोन हमला किया गया था, जहां दो मानव रहित हवाई वाहनों का इस्तेमाल बम गिराने के लिए किया गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है।
  1. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी खादी प्राकृतिक पेंट के ब्रांड एंबेसडर
  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रीनितिन गडकरी खादी प्राकृतिक पेंट के ब्रांड एंबेसडर बन गये हैं। श्री गडकरी ने कहा है कि वे युवा उद्यमियों को गोबर पेंट के उत्‍पादन के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्‍य से देशभर में इस पेंट को बढ़ावा देंगे। उन्‍होंने जयपुर में प्राकृतिक पेंट की नई स्वचालित विनिर्माण इकाई का उद्घाटन किया। प्रौद्योगिकी नवाचार की सराहना करते हुए उन्‍होंने कहा कि यह देश की ग्रामीण और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में एक लंबा सफर तय करेगी।
  1. DPIIT ने Open Network for Digital Commerce (ONDC) पर परियोजना शुरू की
  • वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालयके अंतर्गत उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) पर एक परियोजना की शुरूआत की है। यह कार्य क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI) को सौंपा गया है। ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) का मुख्य उद्देश्य किसी विशिष्ट प्लेटफॉर्म के स्वतंत्र ओपन नेटवर्क प्रोटोकॉल और ओपन स्पेसिफिकेशंस का उपयोग करते हुए ओपन सोर्स्‍ड पद्धति पर विकसित ओपन नेटवर्क को बढ़ावा देना है। ओएनडीसी से पूरी मूल्य श्रृंखला को डिजिटाइज करने, परिचालन का मानकीकरण करने, आपूर्तिकर्ताओं के समावेशीकरण को बढ़ावा देने, लॉजिस्टिक्‍स में दक्षता हासिल करने और उपभोक्ताओं के लिए मूल्य में सुधार होने की उम्मीद है।
  1. सिंधु जल संधि : भारत अपनी जमीन की सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी का उपयोग करेगा
  • जल शक्ति मंत्रीगजेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार, भारत 1960 की सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) के तहत पाकिस्तान की ओर बहने वाले अतिरिक्त पानी को रोकने के अपने अधिकारों पर काम कर रहा है ताकि वह अपनी जमीन की सिंचाई कर सके। भारत और पाकिस्तान ने 9 साल की बातचीत के बाद 1960 में सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए थे। विश्व बैंक भी एक हस्ताक्षरकर्ता था। 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस संधि के तहत, तीन पूर्वी नदियों रावी, सतलुज और ब्यास के सभी जल को विशेष रूप से उपयोग करने के लिए भारत को आवंटित किया गया था। दूसरी ओर, पश्चिमी नदियों जैसे सिंधु, झेलम और चिनाब का पानी पाकिस्तान को आवंटित किया गया था। हालांकि, भारत को निर्दिष्ट घरेलू, गैर-उपभोग्य और कृषि उपयोग के लिए पश्चिमी नदियों के पानी का उपयोग करने के लिए अपवाद (exception) दिया गया था। भारत को पश्चिमी नदियों पर नदी परियोजनाओं के तहत जलविद्युत उत्पन्न करने का अधिकार भी दिया गया है।
  1. सीआईआई और विदेश मंत्रालय ने पहले भारत-प्रशांत कारोबारी सम्‍मेलन का आयोजन किया
  • सीआईआईऔर विदेश मंत्रालय की ने पहले भारत-प्रशांत कारोबारी सम्‍मेलन का आयोजन किया। भारतीय प्रशांत क्षेत्र के विभिन्‍न देशों के राजदूत और उच्‍चायुक्‍त इसमें सम्मिलित हुए। विदेश मंत्रालय की सचिव रीवा गांगुली दास ने कहा कि एशिया प्रशांत क्षेत्र के देशों में सीमा पार संबंध को बढ़ावा दिए जाने के साथ कारोबारी ढांचे को मजबूत किए जाने की आवश्‍यकता है। उन्‍होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्‍वतंत्र, मुक्‍त और नियम आधारित कारोबारी संबंध और सम्‍पर्क बढ़ाने की आवश्‍यकता को रेखांकित किया।
  1. RBI ने G-Sec नीलामी पद्धति में बदलाव किया
  • भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) ने बाजार की स्थितियों और सरकार के बाजार उधार कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए तय किया है कि 2 साल की अवधि, 3 साल की अवधि, 5 साल की अवधि, 10 साल की अवधि और 14 साल की अवधि की बेंचमार्क प्रतिभूतियां और फ्लोटिंग रेट बांड (Floating Rate Bonds) एक समान मूल्य नीलामी पद्धति का उपयोग करके जारी किए जाएंगे। हालांकि, 30-वर्ष और 40-वर्ष की बेंचमार्क प्रतिभूतियों के लिए, नीलामी एकाधिक मूल्य-आधारित नीलामी जारी रहेगी। G-sec एक व्यापार योग्य साधन है जो केंद्र सरकार या राज्य सरकारों द्वारा जारी किया जाता है। यह सरकार के ऋण दायित्व को स्वीकार करता है। G-sec दो प्रकार के होते हैं:
  1. लघु अवधि– इन्हें आमतौर पर ट्रेजरी बिल कहा जाता है। उनकी मूल परिपक्वता एक वर्ष से कम है। यह तीन अवधियों अर्थात 91-दिन, 182-दिन और 364-दिन में जारी किया जाता है।
  2. दीर्घावधि– इन्हें आमतौर पर सरकारी बांड या दिनांकित प्रतिभूतियां कहा जाता है जिनकी मूल परिपक्वता एक वर्ष या उससे अधिक की होती है।
  3. नासा ने क्षुद्रग्रह रयुगु का पहला नमूना प्राप्त किया
  • अमेरिकीअंतरिक्ष एजेंसी नासा ने जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के हायाबुसा 2 अंतरिक्ष यान द्वारा दिसंबर 2020 में पृथ्वी पर क्षुद्रग्रह रयुगु से लाये गये नमूने को प्राप्त किया है। क्षुद्रग्रह रयुगु को 162173 रयुगु भी कहा जाता है। इसे अनंतिम रूप से 1999 JU3 के रूप में नामित किया गया है। यह एक निकट-पृथ्वी वस्तु है और अपोलो समूह से संबंधित संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह है। जापानी अंतरिक्ष यान हायाबुसा 2018 में इस क्षुद्रग्रह पर पहुंचा था। यह माप करने और नमूने लेने के बाद नवंबर 2019 में रयुगु से पृथ्वी के लिए रवाना हुआ था। इसने दिसंबर 2020 में सैंपल कैप्सूल को पृथ्वी पर लौटा दिया था।
  1. वैज्ञानिकों ने गुरुत्वाकर्षण तरंगों के नए स्रोत का पता लगाया
  • वैज्ञानिकों ने पहली बारन्यूट्रॉन तारे (neutron star) और ब्लैक होल की टक्कर से उत्पन्न गुरुत्वाकर्षण तरंगों (gravitational waves) का पता लगाया है। अंतरिक्ष-समय (space-time) के ताने-बाने (fabric) में गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता चला है।इस खोज से पता चलता है कि न्यूट्रॉन स्टार-ब्लैक होल सिस्टम हैं। यह प्रणाली ब्रह्मांड से संबंधित कई सवालों के जवाब देने में मदद करेगी, जिसमें तारा बनने से लेकर ब्रह्मांड की विस्तार दर तक शामिल है। जब आकाशीय पिंड टकराते हैं तो गुरुत्वाकर्षण तरंगें उत्पन्न होती हैं। टक्कर के बाद, आगामी ऊर्जा अंतरिक्ष-समय के ताने-बाने में तरंगें पैदा करती है जो पृथ्वी पर डिटेक्टरों द्वारा कैप्चर की जाती है।
  1. क्यूबा के पास पहुंचा उष्णकटिबंधीय तूफान एल्सा
  • उष्णकटिबंधीय तूफानएल्सा (Elsa) 3 जुलाई, 2021 को मजबूत हुआ और इसका केंद्र दक्षिण-मध्य क्यूबा के पास पहुंचा। कैरेबियाई द्वीप सरकार ने सिएनफ्यूगोस (Cienfuegos) और मातनज़ास (Matanzas) प्रांतों में तूफान की चेतावनी जारी की। National Hurricane Center (NHC) के पूर्वानुमान के अनुसार, क्यूबा के ऊपर जाने से पहले ट्रॉपिकल स्टॉर्म एल्सा और मजबूत होगा। NHC के आंकड़ों के अनुसार, अधिकतम निरंतर हवाएं 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ चल रही थीं।
  1. प्रसिद्ध स्‍वतंत्रता सेनानी और कृषि वैज्ञानिक पिंगली वेंकैया की पुण्‍यतिथि
  • 04 जुलाई, 2021 को उपराष्‍ट्रपतिएम. वेंकैया नायडू ने राष्‍ट्रीय ध्‍वज का डिज़ाइन तैयार करने वाले प्रसिद्ध स्‍वतंत्रता सेनानी और कृषि वैज्ञानिक पिंगली वेंकैया की पुण्‍यतिथि पर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। 2 अगस्त, 1876 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले में जन्मे पिंगली वेंकैया ने प्रारंभिक शिक्षा भटाला पेनमरू और मछलीपट्टनम में प्राप्त की तथा 19 वर्ष की आयु में उन्होंने अफ्रीका में एंग्लो बोअर युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना में सैनिक के रूप में कार्य किया। इसी युद्ध के दौरान दक्षिण अफ्रीका में रहते हुए वे गांधी जी से मिले एवं उनसे काफी प्रभावित हुए। अफ्रीका से लौटने के बाद पिंगली वेंकैया ने अपना अधिकांश समय कृषि और कपास की खेती विषय पर शोध करते हुए बिताया। उन्होंने लाहौर के एंग्लो वैदिक स्कूल में संस्कृत, उर्दू और जापानी का अध्ययन भी किया। वर्ष 1918 तथा वर्ष 1921 के बीच पिंगली वेंकैया ने काॅॅन्ग्रेस के लगभग प्रत्येक अधिवेशन में एक ध्वज की मांग का आह्वान किया। राष्ट्रीय ध्वज की आवश्यकता को स्वीकार करते हुए वर्ष 1921 में राष्ट्रीय काॅॅन्ग्रेस की एक बैठक में गांधी जी ने वेंकैया से नए सिरे से डिज़ाइन तैयार करने को कहा। प्रारंभ में वेंकैया ने ध्वज में केवल लाल और हरे रंग का ही प्रयोग किया था, जो क्रमशः हिंदू तथा मुसलमान समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे। किंतु बाद में इसके केंद्र में एक चरखा और तीसरे रंग (सफेद) को भी शामिल किया गया। वर्ष 1931 में भारतीय राष्ट्रीय काॅॅन्ग्रेस द्वारा इस ध्वज को आधिकारिक तौर पर अपनाया गया। 4 जुलाई, 1963 को पिंगली वेंकैया की मृत्यु हो गई।