कल से पूरे देश में लागू हो जाएंगे ये नए नियम, जानें कैसे आपकी जेब सीधे होगी प्रभावित

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राष्ट्रीय न्यूज़

1.Chief of the Indian Air Force: आर के सिंह भदौरिया बने एयर फोर्स के प्रमुख, बीएस धनोआ ने सौंपी कमान:-

Chief of the Indian Air Force भारतीय वायुसेना प्रमुख के पद की कमान सोमवार को एयर मार्शल राकेश कुमार भदौरिया ने संभाल ली। इस पद से आज रिटायर हुए बीएस धनोआ की जगह उनका चयन किया गया है। रिटायरमेंट से पहले धनोआ नेशनल वॉर मेमोरियल गए और श्रद्धांजलि अर्पित की।

एयर मार्शल भदौरिया भी 30 सितंबर को रिटायर होने वाले थे। लेकिन अब वह वायुसेना प्रमुख पद पर नियुक्त किए गए हैं तो माना जा रहा है अगले दो साल तक वह इस पद पर रहेंगे।

जून 1980 में वायुसेना में हुए थे शामिल

बता दें कि केंद्र सरकार ने एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया को अगला वायु सेना अध्यक्ष चुना है।  उन्होंने जून 1980 में आईएएफ के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया था, जिसके बाद वायु सेना में विभिन्न प्रमुख पदों पर वह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
कर चुके हैं राफेल फाइटर प्‍लेन  का ट्रायल एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने 12 जुलाई को फ्रांस में ट्रायल के तौर पर राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी और विमान की जांच भी की थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि राफेल देश की सेना के लिए बेहद अहम है।

संभाल चुके हैं कई अहम जिम्‍मेदारियां

कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके भदौरिया देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र मोर्चे पर जगुआर स्क्वाड्रन के कमांडर रह चुके हैं। उन्‍होंने फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन और सिस्टम टेस्टिंग एस्टेब्लिशमेंट के कमांडिंग ऑफिसर की भी जिम्मेदारी संभाली है।  वह राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में तेजस एलसीए प्रोजेक्ट के चीफ टेस्ट पायलट और प्रोजेक्ट डायरेक्टर रह चुके हैं।मिले हैं कई सम्‍मान कई पदकों से सम्मानित हो चुके भदौरिया को जनवरी 2013 में अति विशिष्ट सेवा पदक से नवाजा गया था। इससे पहले जनवरी 2002 में उन्हें वायु सेना पदक से सम्मानित किया जा चुका था। जनवरी 2018 में उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।

2.DRDO ने जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया:-

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation, DRDO) ने सोमवार को ओडिशा तट से जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया। बता दें कि 8.4 मीटर लंबी और 0.6 मीटर चौड़ी यह मिसाइल 300 किलोग्राम वजन तक विस्फोटक ले जाने में सक्षम है। मिसाइल का वजन तीन हजार किलोग्राम है और 350 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है। यह आवाज की गति से भी 2.8 गुना तेज गति से मार करती है।

3.कल से पूरे देश में लागू हो जाएंगे ये नए नियम, जानें कैसे आपकी जेब सीधे होगी प्रभावित…

01 अक्टूबर यानी मंगलवार से देशभर में कई नियम बदलने वाले हैं। इनके बदलने से देश की अर्थव्‍यवस्‍था के साथ साथ आपकी जेब पर भी सीधा असर होगा। कुछ क्षेत्रों में जहां राहत मिलेगी वहीं कुछ में आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ जाएगा। आइये जानते हैं उन बदलावों के बारे में जो आपसे सीधे जुड़े हैं।

  1. पेट्रोल-डीजल पर नहीं मिलेगा कैशबैक

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसीबीआई) के क्रेडिट कार्ड से पेट्रोल और डीजल की खरीदारी पर अब आपको कैशबैक नहीं मिलेगा। पहली अक्‍टूबर से बंद हो रही इस सुविधा के बारे में एसबीआई अपने ग्राहकों को मैसेजों के जरिए सूचित कर रहा है। अभी तक एसबीआई के क्रेडिट कार्ड से पेट्रोल और डीजल की खरीदारी पर ग्राहकों को 0.75 फीसदी तक कैशबैक का लाभी मिल जाता था। बताया जाता है कि एचपीसीएल, बीपीसीएल और आईओसी ने कैशबैक योजना को वापस लेने का सुझाव दिया था जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।

  1. SBI इस बदलाव से फायदे में आप

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) 01 अक्टूबर से निर्धारित मंथली एवरेज बैलेंस को नहीं बनाए रखने पर लगने वाले जुर्माने में 80 फीसदी तक कमी करने जा रहा है। इससे आप सीधे प्रभावित होंगे। यदि आप मेट्रो सिटी में रहते हैं और SBI के खाता धारक हैं तो आपके खाते में 01 अक्टूबर से मंथली एवरेज बैलेंस (एएमबी) की सीमा को तीन हजार रुपये बनाए रखना होगा। शहरी इलाके की एसबीआई बैंक शाखाओं पर भी ये नियम लागू होंगे। खाते में निर्धारित रकम से यदि बैलेंस 75 फीसदी से कम रहता है तो जुर्माने के तौर पर 80 रुपये प्‍लस GST देना होगा। खाते में 50 से 75 फीसदी तक बैलेंस रखने वालों को 12 रुपये और GST देना होगा। 50 फीसद से कम बैलेंस होने पर 10 रुपये जुर्माना प्‍लस GST अदा करना होगा।

  1. बदल जाएगा Driving Licence और RC

देश में पहली सितंबर, 2019 से नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू हुआ है जिसके बाद ट्रैफिक नियमों में आमूल-चूल बदलाव देखे जा रहे हैं। लेकिन अब आपका ड्राइविंग लाइसेंस (DL) भी बदलने वाला है। सरकार Driving Licence और RC से जुड़े नियमों में बदलाव कर रही है। ये नियम 01 अक्टूबर, 2019 से लागू होंगे। इन नियमों के लागू हो जाने के बाद सभी लोगों को अपना डीएल बदलवाना पड़ेगा। नए नियमों के अनुसार अब डीएल और आरसी पंजीकरण प्रमाण-पत्र एक ही रंग के हो जाएंगे। यही नहीं अब ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी में माइक्रोचिप के अलावा क्यूआर कोड होंगे।

  1. कम हो जाएगी जीएसटी दर

जीएसटी काउंसिल की गोवा में 20 सिंतबर को हुई 37वीं बैठक में कई वस्‍तुओं पर टैक्स कम किया गया है। 01 अक्टूबर 2019 से ये नियम प्रभावी हो जाएंगे। नए बदलावों के अनुसार, अब 1000 रुपए तक के किराए वाले होटलों पर टैक्स नहीं लगेगा। यही नहीं 7500 रुपए तक टैरिफ वाले कमरे के किराए पर केवल 12 फीसदी जीएसटी देना होगा। छोटे वाहन मालिकों को राहत दी गई है और 10 से 13 सीटों तक के पेट्रोल और डीजल वाले वाहनों से सेस घटा दिया गया है। साथ ही स्लाइड फास्टनर्स (जिप) पर जीएसटी 12 फीसदी कर दिया है।

  1. जीएसटी रिटर्न का नया तरीका होगा लागू

जीएसटी काउंसिल के फैसले के मुताबिक, पांच करोड़ सालाना से ज्यादा टर्नओवर वाले कारोबारियों के लिए जीएसटी रिटर्न का फॉर्म कल से बदल जाएगा। इन कारोबारियों को जीएटी एएनएक्स-1 फॉर्म भरना होगा जो जीएसटीआर-1 की जगह लेगा, यह अनिवार्य होगा। छोटे कारोबारियों के लिए इसी फॉर्म के जरिए जीएसटी रिटर्न फाइल करना होगा लेकिन उनके लिए ऐसा करना 01 जनवरी 2020 से अनिवार्य होगा। फि‍लहाल, बड़े करदाता अक्टूबर और नवंबर का जीएसटी रिटर्न जीएसटीआर 3बी फॉर्म से भरेंगे।

  1. कर्मचारियों के हित में बड़ा फैसलाबदल जाएगी पेंशन पॉलिसी

केंद्र सरकार 01 अक्टूबर से कर्मचारियों के पेंशन पॉलिसी में भी बदलाव करने जा रही है। नए नियम के तहत यदि किसी कर्मचारी की नौकरी के सात साल पूरे होने के बाद मृत्यू हो जाती है तो उसके आश्रितों को बढ़ी हुई पेंशन का फायदा मिलेगा। अभी तक ऐसी स्थिति में आखिरी वेतन के 50 फीसदी के हिसाब से ही पेंशन मिलती थी। नए नियम को लागू करने के लिए केंद्र सरकार ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। सरकार का इस फैसले को कर्मचारियों के हित में बड़ा कदम माना जा रहा है।

  1. कॉरपोरेट टैक्स में कटौती

बीते 20​ सितंबर को केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कॉरपोरेट टैक्स में बड़ी कटौती की घोषणा करते हुए इसको 30 फीसदी से घटाकर 22 फीसदी कर दिया था। घोषणा के मुताबिक, 01 अक्टूबर 2019 के बाद मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के पास 15 फीसदी टैक्स भरने का विकल्प होगा। इसके बाद कंपनियों पर सरचार्ज और टैक्स समेत कुल चार्ज 17.01 फीसदी हो जाएगा। इसके पहले भारतीय कंपनियों को 30 फीसदी टैक्स के अलावा सरचार्ज भी देना पड़ता था। विदेशी कंपनियों को 40 फीसदी टैक्स देना पड़ता था। माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम से कारोबार में तेजी आएगी और आर्थिक सुस्‍ती से उबरने में मदद मिलेगी।

अन्तराष्ट्रीय न्यूज़

4.China National Day 2019: चीन के लिए अहम है 70वां राष्ट्रीय दिवस, जानें क्या है इतिहास?

हर साल की तरह इस बार भी चीन एक अक्टूबर को अपना 70वां राष्ट्रीय दिवस मनाने जा रहा है। लेकिन इस वर्ष का राष्ट्रीय दिवस राष्ट्रपति शी चिनफिंग के लिए बहुत अहम है क्योंकि एक अक्टूबर, 1949 को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना होने के साथ ही देश में कम्युनिस्ट पार्टी शासन के भी सत्तर साल पूरे हो जाएंगे। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपने पड़ोसी उत्तर कोरिया से लगभग एक साल कम इतिहास की दूसरी सबसे लंबी सत्ताधारी पार्टी है। तभी इस बार राष्ट्रीय दिवस के आयोजन में चीन अपनी ताकत के हर आयाम की झलक दिखाने को तैयार है।

क्या है इतिहास?

कम्युनिस्ट पार्टी के तत्कालीन नेता माओत्से तुंग (माओ) ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी कब्जे के अंत के बाद राष्ट्रवादी पार्टी या कुओमिनटांग के साथ चार साल के गृहयुद्ध के बाद 1 अक्टूबर, 1949 को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना की थी। 1911 र्में चिंग राजवंश का अंत करने वाली चीनी क्रांति के बाद खाली हुई सत्ता को भरने के लिए दोनों पक्ष दशकों से लड़ रहे थे। 1949 में चीन में साम्यवादी सरकार आने के बाद अमेरिका ने दशकों तक बीजिंग के साथ अपने राजनयिक संबंध बंद रखे। राष्ट्रवादी पार्टी और 15 लाख शरणार्थी ताइवान के द्वीप पर भाग गए, जहां उन्होंने एक प्रतिद्वंद्वी सरकार स्थापित की।

अभेद्य हथियारों का प्रदर्शन

लगभग 15,000 कर्मचारी, 160 से अधिक विमान और अलग अलग किस्म के 580 हथियार और उपकरण के साथ चीन सैन्य परेड के दौरान दुनिया के कुछ सबसे उन्नत हथियारों का प्रदर्शन कर सकता है। इनमें से डीएफ-41 मिसाइल, जेएल-2 सबमरीन लांच बैलिस्टिक मिसाइल (एसएलबीएम), डीएल-17 मिसाइल, एच-6एन बमवर्षक विमान, डीआर-8 ड्रोन, शार्प स्वार्ड ड्रोन और ड्रोन सबमरीन प्रमुख हैं।

कड़ी सुरक्षा

सुरक्षा के मद्देनजर कोई भी उड़ने वाली चीज जैसे गुब्बारे, लालटेन, पतंग और ड्रोन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए हांगकांग के अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए शहर में हर साल होने वाले आतिशबाजी समारोह पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इसलिए भी है महत्वपूर्ण इस समारोह को भव्यता से मनाये जाने का एक कारण यह भी है कि 1990 के बाद से सबसे धीमी वार्षिक आर्थिक वृद्धि, अमेरिका के साथ ट्रेड वार और हांगकांग में लोकतंत्र की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शन जैसी चुनौतियों से जूझने के बाद भी चीन दुनिया को यह संदेश देना चाहता है कि दक्षिण एशिया में उसकी हनक आज भी पहले की तरह बरकरार है।

ऐतिहासिक आयोजन

बीजिंग के थ्येनआनमन चौक पर इस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रमों की शुरुआत सबसे पहले सैन्य परेड से होगी। 80 मिनट तक चलने वाली इस सैन्य परेड को देखने के लिए हजारों दर्शकों के आने की उम्मीद है। राष्ट्रपति शी चिनफिंग परेड में शामिल सेना की सलामी लेंगे। इसके बाद मार्च पास्ट होगा, जिसमें संयुक्त सैन्य संगीत बैंड शामिल होंगे। इसी दौरान सत्तर हजार सफेद कबूतर और सत्तर हजार रंगीन गुब्बारे छोड़े जाएंगे। वहीं शाम को लोग आतिशबाजी का आनंद उठाएंगे।

बाज़ार न्यूज़

5.Credit Cards Loans: क्रेडिट कार्ड के एवज में ले रहे हैं लोन तो मालूम होनी चाहिए ये बातें:-

कई बार पैसे रहते हुए भी हम अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते। ऐसे में अक्सर लोग बैंक से लोन लेते हैं। लेकिन, इसके अलावा भी आपके पास लोन लेने का विकल्प मौजूद है। अधिकांश बैंक ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड के बदले लोन उपलब्ध करवाते हैं। लेकिन इसपर लगने वाला ब्याज थोड़ा अलग होता है। दरअसल, क्रेडिट कार्ड की एवज में मिलने वाला लोन पर्सनल लोन की तरह ही होता है। इसमें निश्चित अवधि के साथ ब्याज दर तय होती है। आपकी ओर से लिया जाने वाला लोन आपकी कार्ड की लिमिट से ज्यादा नहीं हो सकता है। हालांकि इस पर ब्याज दर क्रेडिट कार्ड ट्रांंजेक्शन पर लगने वाली मौजूदा दर से कम होती है।

क्रेडिट कार्ड के एवज में लोन लेने वाला व्यक्ति कई तरह के लाभ ले सकता है जो अन्य क्रेडिट सुविधाओं में उपलब्ध नहीं हैं, जैसे कि क्रेडिट का तुरंत ट्रान्सफर, कम ब्याज दर। बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाएं क्रेडिट कार्ड के बदले लोन देना पसंद करती हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है अच्छे क्रेडिट हिस्ट्री का होना, इसके अलावा आपके रीपेमेंट की हिस्ट्री कैसे है यह भी मायने रखता है। क्रेडिट कार्ड के बदले लोन पाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड से आपका लेनदेन कैसा है, आप कम क्रेडिट का इस्तेमाल करते हैं और समय पर उसका भुगतान कर देते हैं।

क्रेडिट कार्ड के बदले मिलने वाले लोन राशि को बैंक आपके बचत खाते में भेज देते हैं, हालांकि, अगर ग्राहक के पास बचत खाता नहीं है तो ऐसी स्थिति में पैसा एनईएफटी या डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से भेजा जाता है। लोन वाले राशि को खाताधराक के खाते में भेजने में 7 दिन का समय लगता है। हालांकि, इसे 7 दिन के भीतर कभी भी भेजा जा सकता है। जबकि अगर इसे डिमांड ड्राफ्ट के जरिये भेजा जाये तो इसमें दो हफ्ते तक का समय लग सकता है।

बैंक लोन देने के पहले ग्राहकों के बारे में कुछ सूचनाएं जुटाते हैं। जैसे, नाम, पता, जन्मतिथि, क्रेडिट कार्ड के प्रकार, लोन रिक्वेस्ट कब की गई थी। हालांकि, बैंकों की ओर से की जाने वाली पूछताछ बैंकों में अलग-अलग हो सकती है।