गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किए गए भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे

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1.गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किए गए भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे
भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की छह दिवसीय यात्रा पर हैं। नरवणे को आज रॉयल सऊदी लैंड फोर्सेस के मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। नरवणे ने सऊदी अरब के साथ रक्षा सहयोग के समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कमांडर रॉयल लैंड फोर्ब्स के जनरल फहद बिन अब्दुल्ला मोहम्मद अल-मुतीर से मुलाकात की।वहीं, इसके पहले जनरल नरवणे ने संयुक्त अरब अमीरात के लैंड फोर्सेज एंड स्टाफ के कमांडर मेजर जनरल सालेह मोहम्मद सालेह अल अमीरी से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों अधिकारियों के बीच आपसी हितों और रक्षा सहयोग के मुख्य मुद्दों पर चर्चा भी हुई। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दो खाड़ी देशों की यह किसी भी भारतीय सेना प्रमुख की पहली यात्रा है।
2. केरल : पर्यटकों को खूब पसंद आ रही सौर ऊर्जा से चलने वाली लघु ट्रेन, बताए इसके फायदे

केरल के वेली टूरिस्ट विलेज में हाल ही में सौर ऊर्जा से चलने वाली लघु ट्रेन का उद्घाटन किया गया था। इतने कम समय में ही यह ट्रेन यात्रियों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गई है। कोरोना महामारी के कारण जब लोग काफी सतर्क हैं और घरों से बाहर निकलने में भी काफी सावधानी बरत रहे हैं, ऐसे में भी लोग इस ट्रेन को देखने के लिए यहां आ रहे हैं। शनिवार को वेली टूरिस्ट विलेज घूमने आए एक पर्यटक गोकुल ने मिनिएचर ट्रेन की सवारी की और इससे काफी प्रभावित हुए। उन्होंने इसे यहां मुख्य आकर्षण का केंद्र बताया है। उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने परिवार के साथ ट्रेन की सवारी का आनंद लिया। मुझे उम्मीद है कि सरकार इस रेल नेटवर्क का विस्तार करेगी। एक अन्य पर्यटक अनिल कुमार ने बताया कि चूंकि यह सौर ऊर्जा से चलती है, इसलिए स्वास्थ्य पर इसका कोई खतरा नहीं होगा। गौरतलब है कि इस ट्रेन का मुख्यमंत्री पिनरइ विजयन ने दो नवंबर को हरी झंडी दिखाकर उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि पर्यावरण के अनुकूल सौर ऊर्जा से चलने वाली 2.5 किलोमीटर की यह लघु रेल पर्यटकों को यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने में मदद करेगी।’ मुख्यमंत्री ने कहा था कि 10 करोड़ रुपये की यह परियोजना देश में अपनी तरह की पहली परियोजना है।’

3. अफगान-तालिबान के बीच अगली शांति वार्ता 5 जनवरी को, एनएसए ने कहा- अफगान में होनी चाहिए वार्ता

अफगान सरकार और तालिबान के बीच कतर की राजधानी दोहा में चल रही वार्ता का दौर समाप्त हो गया है। अगली वार्ता 5 जनवरी 2021 से फिर शुरू होगी। इस बार की कई दौर में हुई वार्ता में दोनों पक्षों ने समझौते के लिए तैयार होने वाले एजेंडा के बिंदुओं पर बात की और इसकी सूची तैयार की।

अफगान वार्ताकार नदेरी ने कहा- दोनों पक्षों ने प्राथमिक सूची का आदान-प्रदान कर लिया

अफगानिस्तान के एक वार्ताकार नदेर नदेरी ने बताया कि दोनों ही पक्षों ने अपनी प्राथमिक सूची का आदान-प्रदान कर लिया है। दोनों ही पक्ष इस बात के लिए राजी हैं कि वार्ता को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। वार्ताकार ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जनवरी माह में शुरू होने वाली वार्ता दोहा में ही होगी या अन्य कोई जगह तय की जाएगी।

अफगान एनएसए मोहेब ने कहा- वार्ता अफगानिस्तान में होना चाहिए

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार [ एनएसए ] हमदुल्लाह मोहेब ने कहा है कि अगली वार्ता का स्थान अफगानिस्तान में ही होना चाहिए। टोलो न्यूज के अनुसार अफगानिस्तान की सरकार ने कहा है कि वे देश में किसी भी स्थान पर वार्ता के लिए तैयार हैं। अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति वार्ता 12 सितंबर को शुरू हुई थी। बीच में कुछ गतिरोध के बाद हाल में तीन दौर की वार्ता चली।

4. जहांगीर के ख्वाजासरा बुलंद खान की निशानी है बत्तीस खंबा, उपेक्षित है स्मारक

ताजमहल के शहर में अन्य स्मारकों को भुला दिया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) उनका संरक्षण तो कर रहा है, लेकिन उचित प्रचार-प्रसार नहीं होने से एेसे अनगिनत स्मारक उपेक्षित हैं। इन्हीं में से एक स्मारक यमुना किनारे पर बना हुआ बत्तीस खंबा है। यहां पर्यटक नहीं आते हैंजवाहर पुल के ऊपर से गुजरते समय रामबाग की उत्तरी दिशा में बनी हुई छतरी नजर आती है। अष्टकोणीय छतरी अपनी स्थापत्य कला के चलते राहगीरों को आकर्षित करती है, लेकिन उन्हें उसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है। यह छतरी बुलंद खान ने बनवाई थी। यह छतरी ख्वाजासरा बुलंद खान के बाग का भाग थी। बुलंद खान जहांगीर के दरबार में वर्ष 1606-23 तक रहा था। पांच मंजिला छतरी को 32 खंबे होने की वजह से बत्तीस खंबा के नाम से अधिक जाना जाता है। रेड सैंड स्टोन व लाखौरी ईंटों से बनी स्मारक में आकर्षक कार्विंग का काम है और दीवारों पर फूल-पत्ती व ज्यामितीय डिजाइन बने हुए हैं। यहां पहुंचने को उचित मार्ग नहीं होने से पर्यटक नहीं आते हैं।बत्तीस खंबा के लाइट टावर के रूप में मुगल काल में प्रयोग होने की बात कही जाती है। उस समय दिल्ली से प्रयागराज तक यमुना व्यापार का प्रमुख माध्यम थी। व्यापारी और यात्री जल मार्ग से सफर किया करते थे। अत्यधिक ऊंचा होने के चलते बत्तीस खंबा का उपयोग लाइट टावर के रूप में किया जाता था। यहां पास में ही नूरजहां की सराय थी, जहां व्यापारी रुका करते थे।

5. RTGS की सुविधा आज से 24X7 उपलब्ध, डिजिटल लेनदेन करने वालों को होगा बड़ा फायदा

देश में आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम) की सुविधा आज रात 12 बजकर 30 मिनट से प्रति दिन चौबीसो घंटे काम करने लगेगी। इससे डिजिटल लेनदेन करने वाले लोगों को काफी सुविधा हो जाएगी। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां यह सुविधा दिन-रात काम करती है। भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। दास ने अपने ट्वीट में इस उपलब्धि के लिए आरबीआई, आईएफटीएएस और सर्विस पार्टनर्स की टीम्स को बधाई दी। भारत में आरटीजीएस (RTGS) प्रणाली 14 दिसंबर से पूरे समय काम करने वाली प्रणाली बन जाएगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अक्टूबर में आरटीजीएस प्रणाली को 24 घंटे काम करने वाली प्रणाली बनाने की घोषणा की थी। बता दें कि एईएफटी (NEFT) की सुविधा पहले से ही 24*7 उपलब्ध है।