दो दिन रामलीला मैदान से चलेगी मोदी सरकार, बनेगा अस्थायी पीएमओ

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राष्टीय न्यूज़

1.दो दिन रामलीला मैदान से चलेगी मोदी सरकार, बनेगा अस्थायी पीएमओ:-

केंद्र सरकार दो दिन रामलीला मैदान से चलेगी, यह कहा जाए तो कोई गलत नहीं होगा। 11 व 12 जनवरी को भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन होना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर केंद्र सरकार के सभी मंत्री मौजूद रहेंगे।

अधिवेशन के दौरान रामलीला मैदान में अस्थायी पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) भी बनाया जाएगा, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहें तो कामकाज देख सकेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक के दोनों दिन मौजूद रहेंगे। रामलीला मैदान के मंच के पिछले हिस्से में अस्थायी प्रधानमंत्री कार्यालय और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लिए अस्थायी कार्यालय बनेगा। प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए जो सुविधाएं जरूरी होती हैं, वह अस्थायी कार्यालय में उपलब्ध होंगी। पूरा इलाका वाईफाई से लैस होगा।इतना ही नहीं, भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों के लिए भी अलग लाउंज बनाया जाएगा। दो दिवसीय इस अधिवेशन में किसी प्रकार की कोई कमी न हो, इसके लिए शुक्रवार को दिल्ली भाजपा के सह प्रभारी तरुण चुघ, दिल्ली भाजपा के संगठन महामंत्री सिद्धार्थन और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर आदेश गुप्ता ने रामलीला मैदान पहुंचकर कार्यक्रम की रूपरेखा को समझा और मैदान का निरीक्षण किया।

शनिवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और तैयारियों की समीक्षा की। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अनिल जैन ने बताया कि 11 व 12 जनवरी को रामलीला मैदान में होने वाला राष्ट्रीय अधिवेशन लोकसभा चुनाव से पहले सबसे बड़ी बैठक होगी। इसमें देश भर के हर जिले से लगभग 12,000 प्रतिनिधि शामिल होंगे।

2.सातवीं सदी से भी पहले का है ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के नीचे निकला मंदिर‘:-

तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में बहुत-सी ऐतिहासिक और पुरातात्विक संपदा मौजूद है। अनादिकाल में यहां अध्यात्म का प्रमुख केंद्र रहा होगा। यहां मौजूद अवशेष और हाल ही में भगवान ज्योतिर्लिंग मंदिर के नीचे खुदाई में निकला मंदिर सातवीं सदी से भी पुराना लगता है।

यह बात खुदाई में निकले मंदिर का निरीक्षण करने आए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के हेरिटेज आर्कियोलॉजिस्ट मुनीष पंडित ने मंगलवार को नईदुनिया से विशेष बातचीत में कही। यह मंदिर दर्शन हॉल बनाने के लिए साधारण द्वार के सामने की सीढ़ियों की खुदाई के बीच निकला था। यह अवशेष मार्च 2018 के अंतिम सप्ताह में हुई खुदाई के दौरान निकला था। पंडित ने बताया कि भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के नीचे जो मंदिर निकला है, उसकी बनावट व आर्किटेक्टर देखकर लगता है कि यह सातवीं शताब्दी से भी पहले का है। वे इस संबंध में एक रिपोर्ट विभाग को सौंपेंगे।

पंडित के अनुसार अभी तक यह मान्यता है कि मनुष्य दक्षिण भारत से ही पूरे विश्व में गया है। ओंकारेश्वर के ओंकार पर्वत पर बने मंदिर और वहां बिखरे अवशेषों को देखकर यह प्रमाणित होता है कि ओंकारेश्वर अनादिकाल में ऋषि मुनियों और साधु-संन्यासियों की तपोभूमि और अध्यात्म का केंद्र रही है। इतिहास में उल्लेख है कि भगवान आदिगुरु शंकराचार्य के गुरु गोविंदपदाचार्य की तपोस्थली भी है। ओंकार पर्वत का वर्णन तो यजुर्वेद में भी मिलता है। इन मंदिरों को बनाने के लिए जिन पत्थरों का उपयोग किया गया वे पत्थर भी यहां के नहीं हैं। ये कहीं बाहर से लाकर मंदिर बनाए गए हैं।

आक्रमण या भूकंप से क्षतिग्रस्त हुए होंगे मंदिर!

पंडित ने बताया कि ओंकार पर्वत पर जो मंदिर जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं, इन मंदिरों को या तो तोड़ा गया या भूकंप के कारण नष्ट हुए हैं। सभी मंदिरों को संरक्षित कर विश्व के सामने यह भी प्रमाणित किया जा सकता है कि भारत अनादिकाल से संस्कृति व आध्यात्म में सबसे आगे है। उस समय के राजा-महाराजाओं ने परिस्थितिवश मौजूदा संसाधनों के हिसाब से जिस तरह का सुधार संभव था, करवा दिया।

‘ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के नीचे निकले ढांचे का इतिहास और मजबूती आदि का पता लगाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा सर्वे किया जा रहा है। इसकी खुदाई जारी रखने और इसे संरक्षित करने आदि का निर्णय इसकी रिपोर्ट के बाद ही लिया जाएगा।’

3.प्रधानमंत्री के प्रमुख कार्यक्रम ई-नाम ने ई-भुगतान का उपयोग करते हुए मंडियो में अंतर्राज्‍यीय व्‍यापार की शुरूआत करके एक अन्‍य बड़ी उपलब्धि हासिल की है:-

 

नव वर्ष 2019 की शुरूआत के साथ ही प्रधानमंत्री के प्रमुख कार्यक्रम ई-नाम ने दो विभिन्‍न राज्‍यों की मंडियो के बीच अंतर्राज्‍यीय व्‍यापार शुरू करके एक और  उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले व्‍यापार या तो एपीएमसी में या उसी राज्‍य में स्थित दो एपीएमसी के अंदर होता था। टमाटर का पहला अंतर्राज्‍यीय लेनदेन उत्‍तर प्रदेश की बरेली ई-नाम एपीएमसी के व्‍यापारी और उत्‍तराखंड की हल्‍द्वानी ई-नाम एपीएमसी के किसान के बीच हुआ था। इसी प्रकार आलू, बैंगन और फूलगोभी में अंतर्राज्‍यीय लेनदेन उत्‍तराखंड और उत्‍तर प्रदेश की ई-नाम मंडियो के बीच हुआ था। सभी मामलों में ई-नाम पोर्टल के माध्‍यम से ई-भुगतान किया गया है। इससे किसानों को बेहतर बाजार पहुंच, अधिक खरीददार और व्‍यापारी मिलेंगे तथा उनकी उपज का बेहतर मूल्‍य प्राप्‍त होगा।ई-नाम राज्‍यों के मध्‍य अंतर्राज्‍यीय व्‍यापार में सहायता प्रदान करने के लिए कृषि और किसान कल्‍याण मंत्रालय ने संबंधित राज्‍यों और मंडी बोर्ड अधिकारियों/मंडी सचिवों के साथ अनेक समन्‍वय बैठकों का आयोजन किया। इन लेनदेन के परिणामस्‍वरूप दोनों राज्‍यों ने अब ई-नाम पोर्टल पर अंतर्राज्‍यीय व्‍यापार के लिए एक दूसरे के व्‍यापारियों को लाइसेंस देने की सुविधा प्रदान की। ई-नाम अर्थात राष्‍ट्रीय कृषि बाजार एक अखिल भारतीय इलेक्‍ट्रोनिक व्‍यापार (ई-ट्रेडिंग) पोर्टल है जो कृषि उत्‍पादों के लिए एकीकृ‍त राष्‍ट्रीय बाजार बनाने के लिए एक मंच के माध्‍यम से कृषि मौजूदा वस्‍तुगत विनियंत्रित थोक बाजार का नेटवर्क बनाना चाहता है। ई-नाम मंच किसानों को अपने उत्‍पाद प्रतिस्‍पर्धी और पारदर्शी मूल्‍य खोज प्रणाली के माध्‍यम से बेचने और ऑनलाइन भुगतान सुविधा को बढ़ावा देता है। किसान आसानी से अपने मोबाइल के माध्‍यम से कहीं से भी ई-नाम के बारे में जानकारी प्राप्‍त कर सकते हैं। अभी तक 16 राज्‍यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों के 585 विनियमित बाजारों को ई-नाम मंच पर एकीकृत किया गया है। सरकार ने मार्च 2020 तक 412 अतिरिक्‍त बाजारों को एकीकृ‍त करने का निर्णय लिया है। ई-नाम राज्‍यों के बीच अंतर्राज्‍यीय व्‍यापार को बढ़ावा देने के लिए ई-नाम मंच पर एक अंतर्राज्‍यीय डेशबोर्ड भी विकसित किया गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़

4.कांगो में राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी नेता फेलिक्स त्शिसेकेदी को मिली जीत:-

कांगो में राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी नेता फेलिक्स त्शिसेकेदी को जीत हासिल हुई है। चुनाव आयोग ने आज घोषणा की कि श्री फेलिक्स को 38 दशमलव 57 प्रतिशत वोट मिले हैं। अन्य विपक्षी उम्मीदवार मार्टिन फायुलु ने इन नतीजों को चुनावी तख्तापलट बताते हुए खारिज कर दिया है। अगर संवैधानिक न्यायालय फेल्किस त्शिसेकेदी की जीत की पुष्टि कर देता है तो कांगो में 1960 में बेल्जियम से आजादी मिलने के बाद पहली बार लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हस्तांतरण होगा।

खेल न्यूज़

5.खेलो इंडिया में पांच-पांच स्वर्ण पदकों के साथ महाराष्ट्र-दिल्ली सबसे आगे:-

खेलो इंडिया युवा खेलकूद के दूसरे दिन कई नये रिकॉर्ड बने। महाराष्ट्र और दिल्ली पांच-पांच स्वर्ण पदक जीतकर तालिका में सबसे आगे चल रहे हैं। आज महाराष्ट्र ने और एक स्वर्ण पदक हासिल किया। अब पदक तालिका में पहले स्थान पर महाराष्ट्र, दिल्ली दूसरे स्थान पर है गत विजेता हरियाणा अभी तीसरे स्थान पर है। मिजोरम के झाकूमा ने 61 किलो श्रेणी भारोत्तोलन में नया भारतीय कीर्तिमान स्थापित किया। अंडर-17 फुटबॉल में केरला की लड़कियों ने हिमाचल प्रदेश को 28 विरूद्ध शून्य गोल से हराया, लेकिन चंडीगढ के लड़कों ने अंडर-21 फुटबॉल में केरला को एक-एक की बराबरी पर रोक दिया। जिमनास्टिक के फाइनल्स हो रहे हैं। अब तक जिमनास्टिक में महाराष्ट्र के मनीष गाडवे तथा पश्चिम बंगाल के प्रोतीशा सामंता को स्वर्ण पदक मिला है। जूडो में पांच स्वर्ण पदकों के लिए मुकाबला होगा।

6.सीसीआई इंटरनेशनल इंडियन स्क्वॉश सर्किट टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे रमित टंडन:-

छह बार के पूर्व जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियन रमित टंडन सीसीआई इंटरनेशनल इंडियन स्क्वॉश सर्किट टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। मुंबई में एक बड़े उलटफेर में उन्होंने आठवीं वरीयता प्राप्त इंग्लैंड के टॉम रिचर्ड्स को केवल 29 मिनट में हरा दिया। सेमीफाइनल में उनका मुकाबला सौरव घोषाल से होगा।

7.खेलो इंडिया के पहले दिन युवा एथलीटों ने तोड़े कई रिकॉर्ड:-

खेलो इंडिया के पहले दिन युवा एथलीटों ने कई रिकॉर्ड तोड़े। दिल्ली ने पहले दिन पांच स्वर्ण पदक जीते। महाराष्ट्र ने तीन और हरियाणा ने दो स्वर्ण पदक हासिल किए। विश्वस्तरीय युवा खेल प्रतियोगिताओं में भारत के लिए स्वर्ण पदक की कमाई करने वाले काफी सारे प्रतिभावान युवा खिलाड़ी आज से पुणे में खेलो इंडिया प्रतियोगिता में अपना करतब दिखाएंगे। ये खिलाड़ी कुल 18 विभिन्न प्रकार के खेलों में भाग लेंगे। कबड्डी और खो-खो जैसे भारतीय खेलों की प्रारंभिक मैचें होंगी। खेलो इंडिया प्रतियोगिता की वजह से युवा खिलाड़ियों का राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का सपना साकार होगा। इनमें शहरी खिलाड़ियों के साथ ग्रामीण क्षेत्र के भी दस से 21 वर्ष आयु के खिलाड़ी मैदान में खेलते हुए दिखेंगे।

बाजार न्यूज़

8.नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मिलेंगी एयरपोर्ट्स वाली सुविधाएं:-

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के उच्च श्रेणी प्रतीक्षालय (अपर क्लास वेटिंग रूम) को हवाई अड्डों के प्रतीक्षालयों की तरह विकसित किया जा रहा है। इसके तहत, एलसीडी टेलिविजन से लेकर फूड ट्रॉलीज और चार्जिंग पॉइंट्स तक, विभिन्न सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इन प्रतीक्षालयों में ठहरने के लिए 10 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से चार्ज किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि यात्री यहां अपग्रेडेड क्लॉक रूम का भी इस्तेमाल कर पाएंगे जहां नाम मात्र की फी पर डिजिटल लॉकर्स मुहैया किए जाएंगे जिनकी सीसीटीवी से निगरानी होगी। पैसेंजर्स को इन सुविधाओं का इस्तेमाल मोबाइल ऐप के जरिए करना होगा और मोबाइल वॉलिट्स से ही पेमेंट भी करना होगा। पब्लिक इन्फर्मेशन सिस्टम के अलावा इन लॉन्जेज में कांच की दीवार होगी जिससे यात्री सीधे प्लैटफॉर्म देख पाएंगे। प्रतीक्षालय में प्रवेश का प्रबंधन कार्ड बेस्ड सिस्टम पर होगा।

9.वर्ष 2030 तक तीसरे स्थान पर होगा भारत का उपभोक्ता बाजार- विश्व आर्थिक मंच:-

विश्व आर्थिक मंच ने कहा है कि भारत विश्व के तीसरे सबसे बड़े उपभोक्ता बाजार के रूप में उभर रहा है। विश्व आर्थिक फोरम की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2030 तक भारत का, उपभोक्ता बाजार अमरीका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर होगा। रिपोर्ट के अनुसार तब तक भारत का उपभोक्ता बाजार मौजूदा 15 खरब अमरीकी डालर से बढ़कर 60 खरब अमरीकी डालर हो जायेगा।