भारतीय पुरुष मुक्केबाजी दल को मिला नया कोच, कटप्पा को सौंपी गई ज़िम्मेदारी

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राष्टीय न्यूज़:-

1.केंद्रीय मंत्रिमंडल ने POCSO एक्ट में किया बड़ा बदलाव, कई सेक्शन में सजा बढ़ाई:-

केंद्रीय मंत्रिमंडल की शुक्रवार को बैठक में 7 सीपीएसई कंपनियों के आईपीओ जारी स्टॉक एक्सचेंज में शामिल किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 7 सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेस (सीपीएसई) कंपनियों का आईपीओ जारी कर स्टॉक एक्सचेंज में शामिल किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्रिमंडल की शुक्रवार को बैठक में 7 सीपीएसई कंपनियों के आईपीओ जारी स्टॉक एक्सचेंज में शामिल किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 7 सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेस (सीपीएसई) कंपनियों का आईपीओ जारी कर स्टॉक एक्सचेंज में शामिल किया जाएगा। 31 मार्च, 2017 तक 331 सीपीएसई कंपनियों (बीमा कंपनियों के अलावा) को शामिल किया गया था। इसके अलावा कैबिनेट मीटिंग के दौरान पॉक्सो एक्ट को और सख्त करते हुए इसमें मृत्युदंड तक को मंजूरी दे दी गई है।

 

2.केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बच्‍चों के खिलाफ यौन अपराध का दंड कड़ा करने के उद्देश्‍य से बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम- पॉक्सो में संशोधन को मंजूरी दी:-

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बच्‍चों के खिलाफ यौन अपराध के लिए दंड कड़ा करने के उद्देश्‍य से बाल यौन अपराध संरक्षण-अधिनियम में संशोधन की मंजूरी दे दी है। नई दिल्ली में कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी। श्री प्रसाद ने कहा कि बाल यौन अपराध की प्रवृति को रोकने के उद्देश्‍य से एक निवारक के रूप में कार्य करने के लिए इस अधिनियम की धाराओं में संशोधन करने का प्रस्‍ताव है।

बच्‍चों को सेक्‍सुअल हमले से बचाया जाए। इसलिए हम सेक्‍शन-4, 5, 6, 9, सेक्‍शन 14, 15 एंड सेक्‍शन 42 इन सब में बहुत बदलाव कर रहे हैं। दंड की अवधि को बढाया है। जो एग्रावेटिड सेक्‍सुअल ऑफेसेंस होते हैं उसमें डेथ पेनाल्‍टी भी दिया है। जो बच्‍चों के साथ बाकि जो अननेचुरल ऑफेसेंस होते हैं उसको भी काफी मजबूत किया गया है।

 

3.Gaganyaan: स्पेस में कब किस रंग का सूट पहनते हैं अंतरिक्ष यात्री, जानें- इन रंगों का राज:-

भारत सरकार ने शुक्रवार को गगनयान-2022’ परियोजना को मंजूरी दे दी है। पहले गगनयान में तीन भारतीय सात दिन बिताएंगे। इस मिशन पर 10 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस दौरान 120 करोड़ भारतीयों समेत पूरी दुनिया की निगाहें इन अंतरिक्ष यात्रियों पर होगी। क्या आप जानते हैं कि स्पेस में यात्रा के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों की हर गतिविधि पहले से निर्धारित होती है। यहां तक कि वो कब किस रंग का स्पेस सूट पहनेंगे ये भी पहले से ही तय होता है। आइये जानते हैं अंतरिक्ष यात्री स्पेस में कब किस रंग का सूट पहनते हैं।

भारत ने 2022 गगनयान परियोजना के लिए सितंबर-2018 में यात्रियों के लिए तैयार किया गया स्पेस सूट प्रदर्शित किया था। बेंगलुरु में चल रहे स्पेस एक्सपो में इसका प्रोटोटाइप डिजाइन पेश किया गया था। ये स्पेस सूट नारंगी (ऑरेंज) रंग का है। पहले भी आपने नासा या दूसरी स्पेस एजेंसियों के अंतरिक्ष यात्रियों को ऑरेंज रंग का स्पेस सूट पहने हुए देखा होगा। कभी आपने सोचा है कि आखिर ये स्पेस सूट नीले, पीले, हरे, लाल या किसी अन्य रंग के क्यों नहीं होते। आज हम आपको इन्हीं सवालों का जवाब देंगे।

स्पेस सूट के ऑरेंज होने की बड़ी वजह

स्पेस सूट का रंग ऑरेंज होने के पीछे सबसे बड़ी वजह होती है, इसका दूसरे रंग से ज्यादा विजीबल होना। स्पेस सूट में प्रयोग होने वाला ऑरेज रंग कोई साधारण कलर नहीं होता। इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक, खास तौर पर स्पेस सूट के लिए तैयार किया जाता है। इस रंग के पीछे बड़ी वजह ये है कि इस सूट से अंतरिक्ष यात्रियों को आसानी से देखा जा सकता है। कोई हादसा होने पर भी इस रंग के स्पेस सूट की वजह से अंतरिक्ष यात्रियों को दूर से ही पहचाना जा सकता है। समुद्र में लैंडिंग के दौरान भी इस रंग के स्पेस सूट की बदौलत इन्हें दूर से ही देखा जा सकता है। इस सूट को एडवांस्ड क्रू स्केप सूट (Advanced Crew Escape Suit या ACES) कहा जाता है। इसका अर्थ ये है कि स्पेस क्राफ्ट के टेकऑफ और पृथ्वी की कक्षा से बाहर जाने के लिए इस सूट का इस्तेेमाल किया जाता है। इसके अलावा यही स्पेस सूट धरती पर वापस लौटते समय अंतरिक्ष यात्री पहनते हैं।

कब सफेद या नीला सूट पहनते हैं अंतरिक्ष यात्री

स्पेस वॉक के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा सफेद रंग का सूट पहनने के पीछे भी एक खास वजह है। दरअसल, अंतरिक्ष के डार्क बैकग्राउंड में सफेद रंग का सूट साफ तौर पर दिखाई देता है। इसके अलावा यह सूर्य की रोशनी में भी चमकता है। इसी वजह से इसको स्पेस वॉक के दौरान ही पहना जाता है। इसमें अंतरिक्ष यात्रियों के काम में आने वाली कई चीजें होती हैं। इसके अलावा यह स्पेस सूट अंतरिक्ष में घूम रहे एस्ट्रॉयड से भी बचाता है। सफेद रंग के इस सूट को एक्सट्राव्हीकुलर एक्टीविटी सूट (Extravehicular Activity suit या EVA) कहा जाता है। स्पेकस क्राफ्ट में रहते हुए अंतरिक्ष यात्री अधिकतर नीले रंग की ड्रेस पहनते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक स्पेस सूट का वजन बिना किसी सामान के करीब 21 किलो होता है। इसकी कीमत तकरीबन 1,20,00,000 अमेरिकी डॉलर तक हो सकती है।

बाज़ार न्यूज़:-

4.SBI डिजिटल सेविंग अकाउंट: फीचर्स, फायदा और कैसे खुलेगा खाता, जानिए सब कुछ:-

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) सभी ग्राहकों को घर बैठे डिजिटल सेविंग अकाउंट खोलने की सुविधा देता है। इसके लिए ग्राहकों को किसी डॉक्यूमेंट की आवश्यकत नहीं होती है। बैंक ने बताया है कि इसके लिए ग्राहकों को 31 मार्च 2019 तक मिनिमम बैलेंस रखने का झंझट नहीं है। ग्राहक एसबीआई डिजिटल सेविंग अकाउंट बैंक की वेबसाइट से खोल सकते हैं या स्मार्टफोन में SBI YONO ऐप डाउनलोड करके भी अकाउंट खोला जा सकता है।

एसबीआई के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति केवल एक एसबीआई डिजिटल बचत खाता खुलवा सकता है। इस खाते के तहत आप जॉइंट अकाउंट नहीं चला सकते। ग्राहक अगर अपने खाते में तिमाही आधार पर 25000 रुपये का बैलेंस रखते हैं तो उन्हें सर्विस चार्ज में 25 फीसद तक की छूट मिल सकती है।

कौन खुलवा सकता है यह खाता:-

भारत का कोई भी नागरिक जिसकी उम्र 18 साल से ऊपर है वो इसमें खाता खुलवा सकता है। अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और पैन कार्ड होना जरूरी है। एक मोबाइल नंबर और एक ई-मेल आईडी से केवल एक डिजिटल सेविंग्स अकाउंट ही खुलवाया जा सकता है।

खेल न्यूज़:-

5.Ind vs Aus: मेलबर्न जीतो… और खत्म करो 36 सालों से चली आ रही ये परंपरा:-

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच को जीतने के लिए कोहली एंड कंपनी को सिर्फ दो विकेट चाहिए। मेलबर्न जीतने के बाद भारतीय टीम मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में 2-1 की बढ़त बना लेगी। इसी के साथ भारतीय टीम का 36 साल से चला आ रहा इंतज़ार भी खत्म हो जाएगा। भारतीय टीम मेलबर्न में जीत हासिल करने के लिए लंबे अरसे से इंतजार कर रही है।

6.भारतीय पुरुष मुक्केबाजी दल को मिला नया कोच, कटप्पा को सौंपी गई ज़िम्मेदारी:-

द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता सीए कटप्पा को भारतीय पुरुष मुक्केबाजी दल का नया मुख्य कोच बनाया गया है। कटप्पा मौजूदा राष्ट्रीय शिविर में यह जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं पेशेवर मुक्केबाजी में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे अनुभवी मुक्केबाज विकास कृष्ण (75 किग्रा) को शिविर में जगह नहीं मिली। 39 वर्षीय कटप्पा को विजेंदर सिंह, एम सुरंजय सिंह और शिव थापा सहित भारत के कई शीर्ष मुक्केबाजों को निखारने का श्रेय दिया जाता है। वह 10 दिसंबर से शुरू हुए शिविर में अनुभवी कोच एसआर सिंह की जगह लेंगे, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। कर्नाटक के कटप्पा का पहला बड़ा टूर्नामेंट जनवरी में होने वाला दूसरा इंडिया ओपन होगा।