मसाला बांड बाजार में आने वाला केरल पहला भारतीय राज्य बना

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राष्ट्रीय न्यूज़

  1. मसाला बांड बाजार में आने वाला केरल पहला भारतीय राज्य बना:-

केरल इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड बोर्ड (KIIFB) ने लंदन स्टॉक एक्सचेंज में अपनी पहली मसाला बॉन्ड लिस्टिंग को एक विशेष कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के साथ मनाया।मसाला बांड के लिए बाजार में आने वाला केरल पहला भारतीय राज्य है।राज्य सरकार की एजेंसी केआईआईएफबी ने अपने पदार्पण मसाला बॉन्ड के जरिए 2,150 करोड़ रुपये जुटाए।KIIFB ने केरल में बड़े और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को निधि देने के लिए मसाला बॉन्ड के माध्यम से 5,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है।भारतीय रुपये के मूल्यवर्ग के विदेशी बांड लोकप्रिय रूप से मसाला बॉन्ड के रूप में जाने जाते हैं।

2.28 वीं पुण्यतिथि पर राष्ट्रपिता पूर्व पीएम राजीव गांधी को श्रद्धांजलि:-

देश आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 28 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दे रहा है। 1991 में इस दिन तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक आत्मघाती बम विस्फोट में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। राजीव गांधी की शहादत को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

 3.वन्‍य जीवों के गैर-कानूनी व्‍यापार के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए सभी जानवर इच्‍छा से पलायन नहीं करतेअभियान की शुरूआत :-

भारत के वन्‍य जीव अपराध नियंत्रण ब्‍यूरो और संयुक्‍त राष्‍ट्र पर्यावरण द्वारा शुरू अभियान देश भर के हवाई अड्डों पर केन्द्रितबाघ, पैंगोलिन, स्‍टार कछुआ और टाउकेई छिपकली अभियान की विशेषताहाल के वर्षों में भारत में वन्‍य जीवों के गैर-कानूनी व्‍यापार में तेजी से वृद्धि22 मई को मनाए जाने वाले अंतर्राष्‍ट्रीय जैव-विविधता दिवस से पूर्व, संयुक्‍त राष्‍ट्र पर्यावरण भारत और भारत के वन्‍य जीव अपराध नियंत्रण ब्‍यूरो (डब्‍ल्‍यूसीसीबी) ने एक जागरूकता अभियान सभी जानवर इच्छा से पलायन नहीं करते शुरू किया है, जो देश भर के प्रमुख हवाई अड्डों पर देखने को मिलेगा। अभिनेत्री, निर्माता, संयुक्‍त राष्‍ट्र पर्यावरण की सद्भावना दूत और संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव की हाल ही में नियुक्‍त एसडीजी दूत दीया मिर्जा ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत के वन्‍य जीव अपराध नियंत्रण ब्‍यूरो, संयुक्‍त राष्‍ट्र पर्यावरण, संयुक्‍त राष्‍ट्र एजेंसियों और जीआर समूह के अधिकारियों के उपस्थिति में इस अभियान की शुरूआत कीपर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में सचिव श्री सी.के. मिश्रा ने कहा कि ‘संरक्षण भारत की सहज प्रकृ‍ति है। वन्‍य जीवों को दुनिया भर में खतरे का सामना करना पड़ रहा है और दुनिया भर के अवैध बाजारों में भारत की वनस्‍पति और जीव जंतुओं की मांग लगातार जारी है, वन्‍य जीव (संरक्षण) कानून, 1972 के अंतर्गत वन्‍य जीवों के संरक्षण के लिए हमारे कठोर प्रावधानों को ध्‍यान में रखते हुए लोगों में जागरूकता पैदा करने के प्रयास से वन्‍य जीवों के संरक्षण में मदद मिलेगी।वन्‍य जीवों के अवैध व्‍यापार से कई प्रजातियां लुप्‍त होने के कगार पर है। दुनिया भर में संगठित वन्‍य जीव अपराध की श्रृंखलाएं फैलने के साथ यह उद्योग फल-फूल रहा है भारत में वन्‍य जीवों के अवैध व्‍यापार में काफी तेजी आई है। सभी जानवर इच्छा से पलायन नहीं करतेअभियान का उद्देश्‍य जागरूकता पैदा करना और वन्‍य जीवों के संरक्षण तथा उनकी रक्षा, तस्‍करी रोकने और वन्‍य जीव उत्‍पादों की मांग में कटौती लाने के लिए जन समर्थन जुटाना है। यह अभियान संयुक्‍त राष्‍ट्र पर्यावरण वैश्विक अभियान, जीवन के लिए जंगल के जरिए वन्‍य जीवों के गैर-कानूनी व्‍यापार पर विश्‍वव्‍यापी कार्रवाई का पूरक है।संयुक्‍त राष्‍ट्र पर्यावरण भारत के प्रमुख अतुल बगई ने कहा कि जैव विविधता और जंगलों की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले हर प्रकार के गैर-कानूनी वन्‍य जीव व्‍यापार को समाप्‍त करने के लिए जागरूकता पैदा करना कार्रवाई करना और कानूनों को कड़ाई से लागू करने की तत्‍काल आवश्‍यकता है। यह अभियान वन्‍य जीव तस्‍करी के प्रति जागरूकता पैदा करने की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण कदम है, जिसने इस प्रजातियों के लिए खतरा पैदा किया हुआ है।अभियान के पहले चरण में बाघ पैंगोलिन, स्‍टार कछुआ और टाउकेई छिपकली को चुना गया है, जिनका अंतर्राष्‍ट्रीय बाजारों में अवैध व्‍यापार होने के कारण अस्तित्‍व खतरे में है। बाघ का उसकी खाल, हडि्डयों और शरीर के अंगों के लिए, छिपकली का उसके मीट और उसकी खाल का परम्‍परागत दवाओं में, स्‍टार कछुए का मीट और पालने के लिए तथा टाउकेई छिपकली का दक्षिण-पूर्व एशिया खासतौर से चीनी बाजारों में परम्‍परागत दवाओं के लिए अवैध व्‍यापार किया जाता है। दूसरे चरण में इससे अधिक खतरे वाली प्रजातियों शामिल किया जाएगा और तस्‍करी के अन्‍य मार्गों का पता लगाया जाएगाभारत के वन्‍य जीव अपराध नियंत्रण ब्‍यूरो की अपर निदेशक तिलोत्‍तमा वर्मा ने कहा, ‘हमारे वन्‍य जीवों और वनस्‍पति की विश्‍वभर में भारी मांग होने के कारण वन्‍य जीवों का सीमा पार से निर्ममता के साथ गैर-कानूनी व्‍यापार होता है। डब्‍ल्‍यूसीसीबी इस संगठित अपराध से मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन वन्‍य जीवों को बचाने के लिए विभिन्‍न सरकरों और गैर-सरकारी संगठनों, निजी क्षेत्र और नागरिक समाज के साथ मिलकर काम करना कठिन है। हवाई अड्डों पर हमारा जागरूकता अभियान जन मानस तक पहुंचने की दिशा में एक कदम है।’हाल में हवाई अड्डों पर गैर-कानूनी तरीके से व्‍यापार करके लाई गई प्रजातियां और उनके विभिन्‍न अंगों को जब्‍त करने के संबंध में मीडिया की खबरें इस बात का संकेत है कि वन्‍य जीवों की तेजी से तस्‍करी हो रही है। हवाई अड्डों के रास्‍ते तस्‍करी करके लाए जाने वाले वन्‍य जीवों की प्रमुख प्रजातियों में स्‍टार कछुए, पक्षी, शहतूत, शोल, बाघ और तेंदुए के विभिन्‍न अंग, हाथीदांत, गैंडे के सींग, पैंगोलिन और पैंगोलिन की खाल, सीपियां, समुद्री घोड़ा, सी कुकुम्‍बर, रेंगने वाले जंतुओं की खालें, जीवित सांप, छिपकलियां, मूंगा और औषधीय जड़ी-बूटियां शामिल हैं।दीया मिर्जा ने कहा वन्‍य जीवों की तस्‍करी अनभिज्ञता के कारण हो रही है। इस अभियान से तस्‍करी के समय इन प्रजातियों के साथ होने वाली क्रूरता की झलक देखने को मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि समय की मांग है कि अधिक से अधिक जागरूकता पैदा की जाए और इन प्रजातियों की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता पैदा की जाए, ताकि इन्‍हें न केवल बचा कर रखा जा सके, बल्कि ये फल-फूल सकें।’  भारत हवाई पत्तन प्राधिकरण और जीएमआर ग्रुप के सहयोग से देशभर के हवाई अड्डों पर यह अभियान चलाया जाएगा। डब्ल्यूसीसीबी और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण ने एक संयुक्त कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत विभिन्न हितधारकों को वन्यजीव और वन्यजीव उत्पादों की तस्करी तथा गैर-कानूनी कारोबार को रोकने के लिए जागरूक किया जाएगा।संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण नामक संस्था पर्यावरण के हित के लिए काम करती है। वह विभिन्न देशों की सरकारों, निजी क्षेत्र, सिविल सोसाइटी और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ पर्यावरण के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाती है।वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो की स्थापना पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने की है, ताकि देश में संगठित वन्यजीव अपराधों का मुकाबला किया जा सके।  वन्यजीव (सुरक्षा) अधिनियम, 1972 की धारा 38 (जेड) के तहत ब्यूरों को संगठित वन्यजीव आपराधिक गतिविधियों से जुड़ी आसूचना एकत्र करने और राज्यों तथा कानून लागू करने वाली एजेंसियों तक पहुंचाने का अधिकार है ताकि अपराधियों के खिलाफ फौरन कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा इस धारा के तहत वन्यजीव अपराध डेटाबैंक को स्थापित करने का भी प्रावधान शामिल है। ब्यूरो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डालने वाले वन्यजीव अपराधों से संबंधित मुद्दों, प्रासंगिक नीतियों और कानूनों पर सरकार को सलाह देता है।

अन्तराष्ट्रीय न्यूज़

4.जोको विडोडो दूसरे कार्यकाल के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति चुने गए:-

JAKARTA, INDONESIA – APRIL 17: Indonesian incumbent Presidential candidate Joko Widodo and his vice presidential candidate Maruf Amin (R), wave during press conference after general election on April 17, 2019 in Jakarta, Indonesia. Indonesia’s President Joko Widodo lead by roughly 10 percentage points over his rival, the ex-general Prabowo Subianto, according to unofficial “quick counts” released within hours of polls closing even though official results are not expected until May. Mr. Prabowo claimed that the results were tainted by irregularities on Wednesday after Indonesia voted during its general election in one of the world’s largest one-day elections with tens of millions voting across 17,000 islands. (Photo by Ulet Ifansasti/Getty Images)

इंडोनेशिया के जोको विडोडो को प्रतिद्वंद्वी प्राबाओ सबियांतो, एक सेवानिवृत्त जनरल को हराकर देश के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुना गया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि विडोडो और उनके उपाध्यक्ष चल रहे साथी Ma’ruf Amin ने Subianto और Sandiaga Uno पर 55.5 प्रतिशत से 44.5 प्रतिशत के अंतर से चुनाव जीता। आयोग से उम्मीद की जा रही थी कि वह कल 17 अप्रैल को होने वाले मतदान के आधिकारिक परिणामों की घोषणा करेगा। लेकिन अंतिम गिनती के जवाब में अशांति और सड़क प्रदर्शनों के बारे में आशंकाओं के बीच, अंतिम अग्रिम को थोड़ी अग्रिम सूचना के साथ जारी किया गया था।57 वर्षीय विडोडो, को अनौपचारिक परिणामों के अनुसार जीतने के लिए व्यापक रूप से भविष्यवाणी की गई थी। उनके चैलेंजर 67 वर्षीय सुबियातो ने विडोडो के लिए किसी भी जीत को चुनौती देने की कसम खाई है, व्यापक मतदाता धोखाधड़ी का आरोप लगाया है, और चेतावनी दी है कि यह देश भर में सड़क विरोध प्रदर्शन कर सकता है।

5.पाकिस्तान ने मुइनुल हक को भारत का उच्चायुक्त नियुक्त किया:-

पाकिस्तान ने भारत के लिए उच्चायुक्त के रूप में कैरियर राजनयिक मुइनुल हक को नियुक्त किया है। प्रधान मंत्री इमरान खान ने कल भारत, चीन और जापान सहित विभिन्न देशों में दो दर्जन से अधिक राजदूतों की नियुक्तियों को मंजूरी दी। फ्रांस के वर्तमान राजदूत हक ने पहले विदेश कार्यालय में प्रोटोकॉल के प्रमुख के रूप में कार्य किया है। सोहेल महमूद को पाकिस्तान का नया विदेश सचिव नियुक्त किए जाने के बाद भारत में उच्चायुक्त का पद खाली हो गया।

खेल न्यूज़

6.आशीष ने वर्ल्ड चैलेंज कप में 3 सदस्यीय भारतीय जिम्नास्टिक टीम का नेतृत्व किया:-

2010 के एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता आशीष कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम 23 मई से 26 मई तक क्रोएशिया के ओसिजेक में दूसरे विश्व चैलेंज कप सीरीज जिम्नास्टिक टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। आशीष के अलावा, भारतीय दल में राकेश कुमार पात्रा और श्रद्धा भी होंगे। Talekar। विश्व चैलेंज कप एक प्रमुख एफआईजी घटना है जिसमें 30 विभिन्न देशों के 110 जिम्नास्टों की व्यापक भागीदारी है।

बाजार न्यूज़

7.CSIR-NPL इकाइयों की पुनर्निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली की शुरुआत करता है:-

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला, सीएसआईआर-एनपीएल ने आज विश्व मीटरोलॉजी दिवस पर देश के लिए इकाइयों की पुनर्निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली की शुरुआत की।  पुन: परिभाषित प्रणाली किलोग्राम, केल्विन, तिल और एम्पीयर हैं। इकाइयों की एक प्रणाली का उद्देश्य माप के विश्वव्यापी समन्वय को सक्षम करना है।  नई दिल्ली में इस अवसर पर बोलते हुए, रक्षा मंत्रालय के पूर्व वैज्ञानिक सलाहकार डॉ। आर चिदंबरम ने कहा कि यह एक क्रांतिकारी बदलाव है। उन्होंने कहा कि देश को अपनी अंशांकन और माप क्षमताओं को बढ़ाना चाहिए। सीएसआईआर-एनपीएल ने मीटरोलॉजी ट्रेसबिलिटी पर एनपीएल नीति पर दस्तावेज भी तैयार किए हैं और नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग पाठ्यपुस्तकों में शामिल किए जाने वाले प्रस्तावित परिवर्तनों पर सिफारिशें की हैं। 1960 में यूनिट्स-एसआई की अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली को औपचारिक रूप दिया गया था, और माप प्रौद्योगिकी में प्रगति के लिए कई बार घ। 1960 के दशक के बाद से, देश दिन-प्रतिदिन के जीवन में उन्नत विज्ञान और इंजीनियरिंग पर और विनिर्माण, स्वास्थ्य-देखभाल और विज्ञान पर भी अधिक भरोसा करने के लिए आया है। यूनिट परिभाषाओं में प्रस्तावित परिवर्तनों को तत्काल परिणाम नहीं होने के लिए डिज़ाइन किया गया है।