राष्टीय न्यूज़
1.लोकसभा में सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को दस प्रतिशत आरक्षण देने के संबंधी संविधान संशोधन विधेयक 2019 पारित:-
लोकसभा ने सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को दस प्रतिशत आरक्षण देने के लिए 124वां संविधान संशोधन विधेय़क 2019 पारित कर दिया है। यह विधेयक आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए सीधे भर्ती और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए आरक्षण सुनिश्चित करेगा। सदन के 323 सदस्यों ने विधेयक के पक्ष में और तीन ने इसके खिलाफ वोट दिया। ऑल इंडिया अन्ना डीएमके पार्टी ने सदन से वॉकआउट किया।
लोकसभा में विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण है और विधेयक सामान्य श्रेणी के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को समान अवसर प्रदान करेगा। जानकारी के मुताबिक आरक्षण का प्रावधान ऐसे वर्गों के लिए है चाहे वह किसी भी धर्मावलंबी के हों, जो वर्तमान में एस सी, एस टी, ओ बी सी की आरक्षण व्यवस्था से बाहर हैं। ऐसे सब लोग इस प्रावधान का लाभ ले सकेंगे।
बहस की शुरूआत करते हुए कांग्रेस के के.वी. थॉमस ने कहा कि उनकी पार्टी विधेयक के खिलाफ नहीं है और इसका समर्थन करती है लेकिन जिस तरह से इसे लाया गया है उससे सरकार की निष्ठा पर कई सवाल उठते हैं। उन्होंने इसे संयुक्त संसदीय समिति को भेजे जाने की मांग की।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि यह सबको समान अवसर देने के लिए उठाया गया कदम है और इससे सबका साथ सबका विकास सुनिश्चित होगा।
केन्द्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा कि लंबे समय से यह मांग की जा रही थी जिसे एनडीए सरकार ने पूरा किया है।
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, शिव सेना के आनंदराव आदसुल, ऑल इंडिया अऩ्ना डीएमके पार्टी के एम. थम्बीदुरई, बीजू जनता दल के भतृहरि मेहताब, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जितेन्द्र चौधरी, जनता दल यूनाईटेड और अपना दल ने भी विधेयक का समर्थन किया।
लोकसभा में विधेयक पारित होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह देश के इतिहास में युगांतकारी क्षण है। श्री मोदी ने कई ट्वीट संदेशों में कहा कि इससे समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सबके विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता बताते हुए प्रधानमंत्री ने समर्थन के लिए सभी राजनीतिक दलों का आभार प्रकट किया।
2.आगरा में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने के अवसर पर प्रधानमंत्री के सम्बोधन का मूल पाठ:-
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय
मंच पर विराजमान उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्रीमान रामनाइक जी, यहां के लोकप्रिय और यशस्वी ऊर्जावान मुख्यमंत्री श्रीमान आदित्य योगीराज जी, उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा जी, संसद प्रोफेसर रामशंकर कठरिया जी, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और संसद में मेरे साथी डॉ. महेंद्र पांडे जी, चौधरी बाबूलाल जी, श्री अनिल जैन। मंच पर उपस्थित अन्य सभी महानुभव और आगरा के मेरे प्यारे भाईयो और बहनों।नए साल में उत्तर प्रदेश का ये मेरा पहला कार्यक्रम है। आप सभी को पूरे उत्तर प्रदेश के लोगों को 2019 की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। नए भारत के निर्माण के वाहक आप सभी जनों को मैं नमन करता हूं।साथियों, आगरा में आप सभी के बीच आना ये मेरा सौभाग्य है और मैंने जब-जब भी यहां आपसे समर्थन मांगा है पूरे उत्तर प्रदेश ने पूरे भारत ने भरपूर आशीर्वाद दिया है। आपके सपनों और आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का एक ईमानदार प्रयास मैं निरंतर करता रहा हूं और आपके आशीर्वाद बने रहे कि मैं इस ईमानदारी के रास्ते पर समर्पण भाव से आपकी और देशवासियों की सेवा करता रहूं।आप सभी के विश्वास और सहयोग का परिणाम है कि सबका साथ सबका विकास का हमारा मिशन एक नए पढ़ाव पर पहुंच रहा है। थोड़ी देर पहले यहां आगरा के विकास से जुड़ी जिन साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। वो इसी दिशा में एक अहम कदम है।
ये परियोजनाएं मुख्यत: पानी से जुड़ी हैं, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी हैं, सीवर से जुड़ी है, connectivity यानी आगरा को स्मार्ट सिटी बनाने से जुड़ी है। इन सभी परियोजनाओं के लिए मैं आप सभी नागरिक, भाईयो-बहनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।जापान द्वारा इसमें जो सहयोग किया गया है उसके लिए मैं जापान का भी ह्दय से धन्यवाद करता हूं। भाईयो और बहनों, आज आप सभी इस बात से प्रसन्न होंगे कि बरसों पुरानी एक मांग आज पूरी हुई है। पूरे आगरा जनपद से लेकर मथुरा तक पानी की गंभीर समस्या रही है। जो जमीन का पानी है वो ज्यादातर खारा है। जिसके कारण वो पीने के योग्य नहीं रहा है। जिस यमुना जी की धारा ने यहां जीवन की संभावनाएं बनाई समय के साथ उसी जीवनदायिनी का जल इतना दूषित हो गया, वो पीने लायक नहीं रहा। यही कारण है कि अपर गंगा नहर से आगरा की प्यास बुझाने की योजना बनाई गई है। आज करीब 3 हजार करोड़ रुपये की आगरा जलसंपत्ति पूर्ति गंगा जल परियोजना का आप सभी के लिए समर्पित है। इससे पूरे क्षेत्र के लाखों परिवारों को पीने का स्वच्छ पानी मिलने वाला है। मैं आपको ये भी जानकारी देना चाहता हूं कि नमामी गंगे मिशन के तहत यमुना जी की सफाई भी हमारी प्राथमिकता है।
भाइयो और बहनों, आगरा की पानी की समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ शहर के सीवेज सिस्टम को आधुनिक बनाने के लिए अनेक प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। और भाईयो बहनों, अब गंगाजल पीने का आपको सौभाग्य मिला है, लेकिन जब पीने का शुद्ध पानी मिलता है तो सिर्फ पानी मिलता है ऐसा नहीं है, पानी की कठिनाई दूर होती है ऐसा नहीं है। उसका सबसे बड़ा प्रभाव आरोग्य पर होता है। खास करके गरीब जिंदगी जीने वालों के लिए ये सबसे ज्यादा लाभदायक होता है। एक प्रकार से आगरा में गंगा जल का पानी पीने को मिले ये आगरा के उत्तम स्वास्थ्य की एक जड़ी-बूटी के रूप में आप सबके घर-घर में पहुँच रहा है। उसी प्रकार से पीने का शुद्ध जल आगरा आने वाले टूरिस्टों के लिए भी एक बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र बन सकता है, कारण बन सकता है। यात्री विदेशों से आने वाला जब वो देखेगा कि गंगा जल का शुद्ध पानी उसे मिल रहा है तो आगरा में और समय बिताने का उसका मन कर जाएगा और इसलिए ये सिर्फ एक इंजीनियरिंग वर्क के रूप में न देखा जाए कि इतने लंबी दूरी से किलोमीटरों से किलोमीटर पाइन लाइन डालकर पीने का पानी लाया गया। एक प्रकार से पानी नहीं ये आगरा के जीवन की अमृतधारा है जो आगरा के जीवन को एक नई शक्ति देने वाली है।भाइयो-बहनों पूरे देश में एक अमृत मिशन चल रहा है। उस अमृत मिशन के तहत शहर के पश्चिमी भाग में सीवेज नेटवर्क परियोजना का शिलान्यास भी आज हुआ है। इसके तहत जो सीवर लाइन बिछाई जाएगी उससे करीब 50 हजार घर जुड़ेंगें।साथियों, आगरा देश के उन शहरों में है जहां स्मार्ट सुविधाएं विकसित हो रही है, इसी क्रम में आज आगरा के नए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का काम शुरू किया गया है। लगभग 300 करोड़ रुपयों की लागत से बनने वाले इस सेंटर से पूरे शहर की व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग होगी। पूरे शहर ही निगरानी यहीं पर बैठकर 12 सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों से होगी। शहर के चप्पे-चप्पे में क्या चल रहा है। किसी को ट्रैफिक में परेशानी तो नहीं हो रही। कहीं कूड़े-कचरे के ढेर तो पड़े नहीं है। जिसका सफाई का काम है वो समय पर आए हैं कि नहीं आए हैं। ये सारी बातें सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से चप्पे-चप्पे का ख्याल एक जगह से रखा जाएगा। और भाईयो-बहनों आगरा के लिए सीसीटीवी कैमरा एक ऐसी सुविधा है जो सुरक्षा की गांरटी भी लाती है। और विदेश के टूरिस्टों को, देश के टूरिस्टों को ये जब सुरक्षा का अहसास होता है। सीसीटीवी कैमरा की निगरानी का उसको पता चलता है तो हमारा टूरिस्ट आश्वस्त हो जाता है। और आगरा दुनियाभर के लोगों के टूरिस्टों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है और हम चाहते हैं कि आगरा के टूरिज्म पिछले 70 साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाला हो जाए ताकि आगरा की इकोनॉमी को एक नया बल मिले। ये पानी और ये सीसीटीवी कैमरा, ये सीवेज ट्रीटमेंट, ये स्मार्ट सिटी की पहल ये टूरिज्म के लिए एक बहुत बड़ी सौगात है भाइयों इतना ही नहीं आगरा की connectivity को बेहतर करने के लिए आज रेल सेतु का लोकार्पण और हेलीपोर्ट का शिलान्यास भी किया गया है। साथियों, आगरा जब स्मार्ट सिटी के रूप में प्रस्थापित हो जाएगा, स्वच्छ होगा, पीने का शुद्ध पानी की बात हो, सीसीटीवी कैमरा हो यहां आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक बहुत बड़ी प्रेरणा, ताकत, संतोष का माहौल बनाएगी। ताजमहल जैसी ऐतिहासिक धरोहरों की चमक भी और बढ़ जाएगी। इसका सीधा असर टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ना भी तय है।
भाइयो-बहनों, कोई भी देश या शहर तब तक स्मार्ट नहीं हो सकता जब तक वो स्वस्थ नहीं होता है। इसे ध्यान में रखते हुए, केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा देश भर में सस्ता और प्रभावी इलाकों को सुनिश्चित किया ही जा रहा है। स्वास्थ्य से जुड़े infrastructure भी अभूतपूर्व विकास हो रहा है।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत अब आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज का विस्तार किया जा रहा है। यहां ढाई सौ अधिक नए बेड जुड़ेंगे और सुपर स्पेशिलिटी की सुविधा भी बढ़ेगी। इसके अलावा महिला अस्पताल में सौ बेड के मेटरनिटी व्हींग और दो सामुदायिक केंद्रों का भी लोकार्पण करने का मुझे अवसर मिला है।साथियों, आने वाले समय में देश में अस्पतालों का एक बड़ा नेटवर्क तैयार होने वाला है। इससे छोटे शहरों और कस्बों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार तो होगा ही, नौजवानों को रोजगार के लिए नए अवसर भी मिलेंगे। इसकी एक बड़ी वजह से आयुष्मान भारत योजना है। कुछ लोग इसे मोदी केयर भी कहते हैं। इसकी सफलता का अंदाज आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अब हर दिन करीब-करीब दस हजार गरीब इस योजना के तहत इलाज करवा रहे हैं। और ये वो लोग हैं जो 4-4, 5-5 साल से बिमारियों से जूझ रहे थे। गंभीर मुसीबतों का सामना कर रहे थे। पैसों के अभाव में मृत्यु का इंतजार करते थे और पीड़ा सहन करते थे।भाइयो-बहनों, गरीब जाए तो कहां जाए आखिरकर आयुष्मान भारत योजना ने इतनी तेजी से इस पीडि़त लोगों की मदद की है। और घर में एक व्यक्ति बीमार होता है, गंभीर बीमारी में होता है तो सिर्फ एक व्यक्ति नहीं पूरा परिवार बीमार हो जाता है। बच्चों की पढ़ाई खाने में चली जाती है, घर के सारे काम बेकार हो जाते हैं। इन सबको बचाने का काम आयुष्मान भारत योजना जिसे लोग मोदी केयर कहते हैं उसने किया है और अभी तो सौ दिन के अंदर-अंदर ज्यादा समय नहीं हुआ है। सौ दिन के भीतर ही 7 लाख गरीब भाईयों-बहनों, बच्चों का इलाज या तो हो चुका है अस्पताल में already उनकी treatment चल रही है। भाइयो और बहनों, भाजपा की सरकार विकास की पंचधारा यानी बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई, बुजुर्गों को दवाई, किसानों को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई इसके लिए प्रतिबद्ध है।अगर कमाई की बात करें तो आगरा सहित यूपी का करीब-करीब हर जिला अपने मध्यम और लघु उद्योगों के लिए जाना जाता है। आगरा का पेठा, ये तो यहां की पहचान ही है अनेक और पारंपरिक काम भी हमारे आगरा में होते हैं। केंद्र और यूपी सरकार इन छोटे उद्योगों को और शक्ति देने में जुटी है। यूपी सरकार की एक जनपद, एक उत्पाद ये योजना यहां के छोटे-छोटे और पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मील का पत्थर सिद्ध होने वाली है। इसके साथ-साथ Make in India के हमारे अभियान को भी इससे शक्ति मिल रही है।साथियों, छोटे, मझोले और लघु उद्योगों को सशक्त करने के लिए हमारी सरकार निरंतर कदम उठा रही है। छोटे उद्यमियों को बैंकों से कर्ज लेने में दिक्कत न आए इसके लिए ऑनलाइन ऋण की एक आधुनिक व्यवस्था बनाई गई है। और आप जानकरके हैरान हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश के लोग उसका लाभ ले रहे हैं, आगरा के लोग लाभ ले रहे हैं। सिर्फ उन 59 मिनट में, एक घंटा भी नहीं सिर्फ 59 मिनट में ही 1 करोड़ रुपये तक के लोन की सैद्धातिंक मंजूरी देने की टेक्नोलॉजी व्यवस्था खड़ी कर दी गई है।इसके अलावा सरकार द्वारा ये भी कोशिश की जा रही है। कि बड़े उद्योगों या कंपनियों में छोटे उद्यमियों का पैसा न फंसे, कैश फ्लो बना रहे। जो बाहर सामान निर्यात करते हैं, वो जो लोन लेते हैं उनको ब्याज में 2 प्रतिशत की और छूट दी गई है। इसी तरह पर्यावरण क्लीयरेंस से लेकर इंस्पेक्शन तक के नियमों को बहुत सरल किया गया है। इन तमाम प्रयासों से छोटे और मझले उद्योगों को आने वाले समय में और गति मिलेगी और आगरा और आस-पास के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
व्यापार और कारोबार तब फलता-फूलता है जब नियम कायदे आसान होते हैं। जो व्यापारी को भी समझ आए और ग्राहक को भी समझ आए। व्यापारी और ग्राहक के रिश्ते और उनके आपसी विश्वास और भरोसे को ही मजबूत करने की व्यवस्था की ये जीएसटी है। अभी इस नई व्यवस्था को सिर्फ डेढ़ वर्ष हुआ है। और लगातार जनसुनवाई, लोगों की शिकायतें सुनते-सुनते उसमें बदल होते रहे हैं सुधार होते रहे हैं। और एक सामान्य व्यवस्था की दिशा में इतना बड़ा देश, इतना बड़ा काम दुनिया के लोगों को भी अचरज कर रहा है।
भाइयो और बहनों, कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं और इसलिए एक बात हम समझे कि पहले जितने कर लिखते थे उसके ऊपर एक जीएसटी नाम का नया कर आ गया ये झूठ है, ये भ्रम है, जीएसटी ये कोई नया कर नहीं है। पहले जो कर लगते थे 25 प्रतिशत, 30 प्रतिशत, 18 प्रतिशत, 20 प्रतिशत, 22 प्रतिशत और वो छुपे हुए रहते थे, पता ही नहीं चलता था और हम देते रहते थे उन सबको खत्म कर दिया गया है और जो 40 प्रतिशत था, 25 प्रतिशत था, 30 प्रतिशत था, 35 प्रतिशत था, 28 प्रतिशत था उन सबको कम करते हुए 99 प्रतिशत चीजों को 18 प्रतिशत से नीचे ला दिया गया है। कोई 18 में है, कोई 12 में है, कोई 5 में है कोई जीरो में है और इसका लाभ जो ग्राहक जागरूक है वो इसका पूरा-पूरा फायदा उठा रहा है। और इसलिए भाइयो-बहनों जीएसटी को व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए और सरल करने की प्रक्रिया निरंतर चल रही है।
जनभागीदारी से चलने वाली ये सरकार आप सभी से मिल रहे सुझावों पर अमल कर रही है। और इसलिए हमने अब जीएसटी कांउसिल से आग्रह किया है कि जीएसटी के दायरे में आने वाले उद्ययमों की आय सीमा को, ये मैंने बहुत आग्रह किया है, निर्णय मेरे हाथ में नहीं है, निर्णय जीएसटी कांउसिल के हाथ में है। जीएसटी कांउसिल में सभी राजनीतिक दल सरकारे हैं, सभी राज्य सरकारे हैं। और उन सबने मिलकर के निर्णय करना है। लेकिन मैंने उनसे आग्रह किया है। कि जीएस्टी के दायरे में आने वाले उद्यमों की आय सीमा को 20 लाख से बढ़ाकर 75 लाख तक किया जाए। इसके अलावा मध्यम वर्ग के लिए घर बनते हैं उनको भी सिर्फ और सिर्फ 5 प्रतिशत के दायरे में लाया जाए। ये दोनों बातें जीएसटी कांउसिल को मैंने आग्रह से कही है। पिछली बार भी कही थी लेकिन पिछली बार कुछ राज्यों ने विरोध किया, सहमति नहीं बन पाई। मैं आशा करता हूं कि आने वाले दिनों में जब जीएसटी कांउसिल मिलेगी तो जनता जर्नादन की इस बात का भी वो ध्यान रखेगी।
साथियों, सबका साथ सबका विकास ये सिर्फ एक नारा नहीं है बल्कि ये सुशासन की आत्मा है। देश का कोई वर्ग, कोई व्यक्ति, कोई क्षेत्र अवसरों से वंचित न रहे यही प्रयास हमारी सरकार कर रही है।
भाइयो-बहनों कल पूरे देश ने देखा है कि किस प्रकार लोकसभा में एक ऐतिहासिक बिल पास किया गया है।आजादी के इतने दशकों के बाद गरीबी के कारण बड़ी असमानता को स्वीकार करते हुए उसका समाधान खोजने का एक प्रयास किया गया है। सामान्य श्रेणी के जनरल केटेगरी के गरीब परिवारों को, शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी सेवाओं में आरक्षण मिले इस तरफ एक महत्वपूर्ण बड़ा कदम उठाया गया है।और मजा ये है क्योंकि मुझे मालूम है कि पहले भी नारेबाजी बहुत हुई, चुनावों के समय घोषनाएं भी बहुत हुई। और तब मैं सबको खुलकर के कहता था। चुनाव में लाभ हो कि न हो इसकी परवाह नहीं करता था। मैं बता देता था कि देखिए 50 प्रतिशत के बाहर अगर कोई वायदा करता है तो सब बेईमानी करते हैं ऐसा मैं कहता था। क्योंकि 50 प्रतिशत के ऊपर जाना है तो संविधान संशोधन के बिना नहीं जा सकते, अगर उसके सिवाय किसी ने वायदे किए थे तो कोई दलितों को जो मिला है उसमें से चोरी करना चाहता था। कोई आदिवासियों को जो मिला है उसमें से चोरी करना चाहता था, कोई ओबीसी को मिला है उसमें से चोरी करना चाहता था। और उसमें से निकाल-निकाल करके उसी की झोली भरना चाहता था। ताकि उनकी वोट बैंक की झोली भर जाए। और इसलिए हमनें कहा था कि पहले संविधान संशोधन इसके लिए आवश्यक होगा।
और आज मुझे खुशी है जो बात कभी मुख्यमंत्री के नाते बोला करता था आज प्रधानमंत्री के नाते मैंने उस बात का पालन किया। संविधान संशोधन की दिशा में आगे बढ़े और दलितों से कुछ भी चोरी किए बिना, आदिवासियों के हक को छीने बिना, ओबीसी के हक में से कोई भी कमी किए बिना, अतिरिक्त संविधान संशोधन करके मैंने मेरे देश के सवर्णों में उच्च वर्ग के लोगों के भी, गरीब बच्चों की चिंता करने का काम किया है।
कुछ लोग ये कहते हैं कि मोदी जी ये चुनाव के समय क्यों लाए, मुझे बताइए ऐसे कोई छह महीने हमारे देश में जाते हैं क्या जब कहीं न कहीं चुनाव न हो, अगर तीन महीने पहले लाता तो आप कहते मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान इलाके चुनाव के लिए लाए हो, उसके पहले लाता तो आप कहते कि कर्नाटक के चुनाव के लिए लाया हूं। यानी हिंदुस्तान में चुनाव साल में दो-दो बार चलते रहते हैं, कहीं न कहीं चुनाव चलते रहते और इसीलिए मैं कहता रहता हूं कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव देश में एक साथ हो जाएं। पांच साल में एक बार ही चुनाव, ऐसा होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए। ये खर्चा बंद होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए। ये दिन-रात इसी में लगे रहना बंद होना है कि नहीं होना है। सरकार पांचा साल पूरा काम करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। वो बार-बार चुनाव में लगे रहे। पुलिस के लोग कानून व्यवस्था देखेंगे कि चुनाव की डिब्बे संभालेंगें। यही चलता रहता है। लेकिन ये नेताओं को देश की चिंता नहीं है। उनकों तो, जो एक-दूसरे का मुंह देखने को तैयार नहीं थे।
चौकीदार को दूर से ही देखकर के ऐसे घबरा जाते हैं, ऐसे घबरा जाते हैं उनको लगता है हमारा जो होगा- होगा, हिसाब-किताब बाद में देख लेंगे पहले ये चौकीदार को निकालो। अरे चौकीदार गया तो सब लूट-मारकरके जिंदगी गुजारा कर लेंगे लेकिन चौकीदार है तब तक जीना मुश्किल करके जाएगा। आप मुझे बताइए ये चौकीदार को अपना काम करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए, ये चौकीदार को किसी से डरना चाहिए क्या? ये चौकीदार पे आपका आशीर्वाद है क्या? ये चौकीदार को ईमानदारी से अपना काम करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। देश का लूटा हुआ धन वापिस आना चाहिए कि नहीं आना चाहिए। गरीब को हक मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए। हर चौकीदार मैं हर देश को एक-एक चौकीदार के रूप में खड़ा करने पर लगा हुआ हूं।
भाइयो-बहनों सवर्ण समाज के गरीबों के आरक्षण के लिए जो काम हुआ है, संसद ने बहुत बड़ा काम किया है। देश के हर नागरिक का, संसद के सभी साथियों का समता और समरसता की भावना को मजबूत करने के लिए जो-जो भी आगे आए हैं उन सबका मैं आभार व्यक्त करता हूं।
साथियों, इस कदम से देश के लाखों युवा साथियों को अवसर मिलेगा जो अभावों के कारण, गरीबी के कारण पीछे रह जाते थे। गरीबी किसी के विकास में किसी के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में अड़चन न बने इसके लिए ऐतिहासिक पहल की गई है।
भाइयो और बहनों सिर्फ नियुक्तियों में ही आरक्षण की व्यवस्था नहीं बल्कि देश में उच्च शिक्षा, टेक्नीकल और व्यवसायिक शिक्षा के संस्थानों में हमने एक महत्वपूर्ण काम किया है। जैसे हमने ये सवर्ण समाज के गरीब लोगों के लिए आरक्षण किया तो साथ-साथ ये भी निर्णय लिया है कि जो उच्च शिक्षा की सीटें हैं उसमें 10 प्रतिशत की वृद्धि कर दी जाएगी। हम ऐसा कोई काम नहीं करना चाहते जिससे किसी का हक छीना जाए।
साथियों, इस प्रकार की व्यवस्था को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। आर्थिक स्थिति के आधार पर जो हमारे समाज में जो एक खाईं बनी है। उसके आधार पर वर्षों से इस पर मांग चल रही है। इस मांग को पूरा करने का काम भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है। लेकिन मैं ये भी कहूंगा कि हमें अब उन ताकतों से भी सावधान रहना है। जो अपने स्वार्थ के लिए अफवाहों का बाजार गर्म करने में जुट गई है। गरीबों के दुश्मन ऐसे लोग सोशल मीडिया से लेकर के बड़े-बड़े मंच पर अब झूठ फैलाने, भ्रम फैलाने के काम में जुट गए है। समाज में बंटवारे से जिनका स्वार्थ सिद्ध होता है उनकी हर चाल, हर साजिश को हमें पूरी तरह परास्त करना है।
साथियों, सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नागरिकता से जुड़े संविधान में संशोधन का, ये देश के उस संकल्प का हिस्सा है जिसके मुताबिक हम उन सभी लोगों के साथ खड़ें रहेंगें। जो कभी भारत-भूमि का ही हिस्सा थे। बंटवारे के समय और उसके बाद अलग-अलग परिस्थितियों के चलते जो हमसे अलग हुए उनका अगर आस्था के आधार पर शोषण होता है तो भारत का उसके साथ खड़ा होना जरूरी है। मुझे विश्वास है कि विपक्ष के जो साथी इस कदम का विरोध कर रहे हैं। वो भी इस भावना को समझेंगे।
साथियों, भ्रष्टाचार के खिलाफ आपने साढ़े चार साल पहले मुझे जो आदेश दिया था उस पर भी मैं पूरी क्षमता से खरा उतरने का प्रयास कर रहा हूँ। इस कारण कैसे इस चौकीदार के खिलाफ कुछ लोग इकट्ठा होना शुरू हो गये हैं। ओर ये भी स्पष्ट दिख रहा है कि उत्तर प्रदेश में तो आप ये भी देख रहे हैं कि बालू, मोरन लेकर शोषितों, वंचितों का अधिकार तक जो खा गए। ऐसे लोगों ने भ्रष्टाचार में साझेदारी का अभियान शुरू किया है। एक-दूसरे के घोटाले और घपलों को छिपाने के लिए वो हाथ मिला रहे हैं। जो कभी एक-दूसरे से आँख मिलाने के लिए तैयार नहीं थे।
भाइयों और बहनों राजनीतिक स्वार्थ के लिए लखनऊ के गेस्ट हाऊस का शर्मनाम वो कांड उसे भी भूला दिया गया। मुज़फ्फ़रनगर समेत पश्चिमी यूपी के अनेक हिस्सों में क्या हुआ था इसको भी भुलाने की कोशिश की जा रही है। ये सब कुछ सिर्फ और सिर्फ इसलिए हो रहा है, क्योंकि चौकीदार जागता है। चौकीदार सामने खड़ा हुआ है। पूरी ईमानदारी के साथ खड़ा हुआ है। चौकीदार को हटाने के एकमात्र अभियान के लिए हर टुकड़े हर तिनके को जोड़ रहे हैं। जब जांच एंजेसियां इनके कर्मों का हिसाब मांग रही हैं तो ये चौकीदार के विरुद्ध ही साजिश रच रहे हैं।
भाईयो और बहनों, 2-3 दिन पहले आपने पार्लियामेंट में देखा होगा। हमें गर्व है हमारे देश की एक बेटी जो पहली बार देश की रक्षा मंत्री बनी है। और पहली बार एक नारी सवा सौ करोड़ देशवासियों की रक्षा की बागडोर संभाल रही है। ये नारी गौरव का विषय है। नारी अभिमान का विषय है। और जब हमारी रक्षा मंत्री एक महिला ने पार्लियामेंट में विरोधी दल के नेताओं के छक्के छुड़ा दिए। उनके सारे झूठ को बेनकाब कर दिया, आपने देखा उनकी आंखे फटी की फटी रह गई थी। और हमारी रक्षा मंत्री एक के बाद एक सत्य को पार्लियामेंट के सदन पर रख रही थी। ऐसे बौखला गए, ऐसे बौखला गए कि वो एक नारी का अपमान करने पर तुले हुए हैं। एक महिला रक्षा मंत्री का अपमान करने पर तुले हैं। ये रक्षा मंत्री का नहीं ये पूरे हिन्दुस्तान की नारी शक्ति का अपमान है और जिसकी कीमत ये गैर जिम्मेवार नेताओं को चुकानी पड़ेगी।
भाइयो और बहनों, ये जितने मर्जी प्रयास कर लें लेकिन जांच एंजेसियां तो अपना काम करेगी, इन लोगों से हिसाब मांगेगी। साथियों, चौकीदार अगर इन सभी को आज इस स्थिति पर लाने में सफल हुआ है तो ये कैसे हुआ, ये मोदी के कारण नहीं हुआ है। ये आपके आशीर्वाद के कारण हुआ है। 130 करोड़ भारतवासियों के विश्वास के कारण हुआ है। आपके इस विश्वास पर खरा उतरने का निरंतर मैं प्रयास कर रहा हूं।
भाइयो और बहनों, अब मिशेल मामा की कथा तो याद हो गई न आपको, हेलिकॉप्टर अब वो राजदार हिन्दुस्तान के कब्जें में आ गया है और इसलिए इनका पसीना छूटा हुआ है। ये राजदार कुछ बोल देगा तो क्या होगा। और इसलिए राजदार को पकड़कर जेल से लाए तो कांग्रेस ने अपना एक वकील तुरंत उसकी रक्षा करने के लिए भेज दिया।
भाइयो और बहनों, ये क्या दिखाता है अगर राजदार की मदद में कांग्रेस का वकील पहुंच जाता है, उसको बचाने के लिए पहुंच जाता है तो दाल में काला है ये देखने के लिए समय लगेगा क्या? समझ आ जाएगा न! परदे के पीछे खेल क्या है पता चल जाएगा न!भाइयो और बहनों, अब चौकीदार से उनकी परेशानी बढ़ रही है, उनको लगता था ये मोदी कुछ भी कहे लेकिन ये भी सब राजनेताओं की तरह समय रहते ऐसे ही जो जाएगा। लेकिन जब चार साल हो गए लेकिन मोदी तो वैसा का वैसा खड़ा रहा तो उनको लग रहा है ये चौकीदार, ये चौकीदार बचने नहीं देगा। और इसलिए परेशान हैं। एक बार फिर आप सभी को विकास की इन परियोजनाओं के लिए मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। और आप इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने के लिए आए, इसके लिए भी मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। मेरे साथ बोलिए ….
भारत माता की जय…
भारत माता की जय…
भारत माता की जय…
आप सबको मकर संक्राति की एंडवास में बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
3.महिला और बाल विकास मंत्रालय ने “वेब वंडर वुमन” अभियान लांच किया:-
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने ऑनलाइन अभियान ‘#www : Web- WonderWomen’लांच किया है। इस अभियान का उद्देश्य उन महिलाओं को खोजना और उनके असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देना है, जो सोशल मीडिया के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन का सार्थक एजेंडा चला रही हैं। इस अवसर पर केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी तथा ट्वीटर की ग्लोबल हेड, पब्लिक पॉलिसी श्री कॉलिन क्रोवेल तथा ब्रेकथ्रू की अध्यक्ष और सीईओ सुश्री सोहिनी भट्टाचार्य उपस्थित थीं।
इस अभियान के माध्यम से मंत्रालय तथा अभियान के साझेदार का उद्देश्य विश्व की भारतीय महिला दिग्गजों की दृढ़ता को मान्यता देना है, जिन्होंने समाज में परिवर्तन के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से सार्थक अभियान चलाया है। यह अभियान इन मेधावी महिलाओं के प्रयासों को मान्यता देगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा कि भारतीय महिलाएं हमेशा से उद्यमी रही हैं और उन्होंने अपने कठिन परिश्रम, अनुभव तथा ज्ञान के बल पर समाज पर सार्थक प्रभाव डाला है। ऑनलाइन ‘#www : Web- WonderWomen’ अभियान का उद्देश्य ऐसे स्वरों को सम्मान और प्रोत्साहन देना है, जिन्होंने सोशल मीडिया मंचों पर सार्थक प्रभाव छोड़ा है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय ब्रेकथ्रू तथा ट्वीटर इंडिया के साथ साझेदारी से प्रसन्न है।
इस अभियान में निर्धारित मानक के अनुसार पूरे विश्व से नामांकन के माध्यम से प्रविष्टियां आमंत्रित की जाती हैं। नामांकन 31 जनवरी, 2019 तक होगा। विश्व में कहीं भी कार्य कर रहीं या बसी हुईं भारतीय मूल की महिलाएं नामांकन की पात्र हैं। चयनित प्रविष्टियों को ट्वीटर पर सार्वजनिक वोटिंग के लिए खोला जाएगा और निर्णायकों के पैनल द्वारा फाइनल में पहुंचने वालों का चयन किया जाएगा।
4.महिला कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों को बढ़ावा देने के लिए कराया बेटी का दाखिला:-
समाज के उच्च वर्ग के ज्यादातर लोग जहां अपने बच्चों को सुख-सुविधाओं वाले प्ले स्कूल और महंगे बोर्डिग स्कूल में पढ़ाना पसंद करते हैं, वहीं तमिलनाडु की महिला आइएएस अधिकारी ने एक उदाहरण पेश किया है। तिरुनेलवेली जिले की कलेक्टर ने अपनी बेटी का दाखिला आंगनबाड़ी केंद्र में कराया है।
आंगनबाडि़यों की बड़ी समर्थक हैं तिरुनेलवेली जिले की डीएम
2009 बैच की आइएएस अधिकारी शिल्पा प्रभाकर सतीश इस जिले की पहली महिला कलेक्टर और आंगनबाडि़यों की बड़ी समर्थक हैं। उनका कहना है कि आंगनबाड़ी समेकित बाल विकास केंद्र होते हैं, जो बच्चों के स्वास्थ्य का खयाल रखते हैं।यह पूछे जाने पर कि उन्होंने घर के पास वाले राज्य सरकार द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में अपनी बेटी को प्रवेश क्यों दिलाया तो उन्होंने कहा, ‘हम (सरकार) ही तो आंगनबाड़ी केंद्रों को बढ़ावा देते हैं। यहां सभी सुविधाएं हैं। यह केंद्र मेरे घर के बिल्कुल पास है और मेरी बेटी वहां जाने के दौरान लोगों से मिलती है और वहीं खेलती है।’
उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि उनकी बच्ची समाज के सभी वर्ग के बच्चों के साथ समय बिताए और तमिल भाषा जल्दी सीखे।
कलेक्टर शिल्पा ने कहा, तिरुनेलवेली में कुछ हजार आंगनबाड़ी हैं और इनमें से सभी में अच्छे शिक्षक हैं, जो बच्चों की देखभाल करने में सक्षम हैं तथा हमारे पास अच्छा आधारभूत ढांचा तथा खेलने की सामग्री है।
अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़
5.विश्व आर्थिक मंच के अनुसार वर्ष 2030 तक भारत का उपभोक्ता बाजार अमरीका और चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा बाजार होगा:-
विश्व आर्थिक फोरम की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2030 तक भारत का उपभोक्ता बाजार अमरीका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर होगा। रिपोर्ट के अनुसार तब तक भारत का उपभोक्ता बाजार मौजूदा 15 खरब अमरीकी डालर से बढ़कर 60 खरब अमरीकी डालर हो जायेगा।
6.मेघालय में पहली ‘स्वदेश दर्शन’ परियोजना का उद्घाटन :-
पूर्वोत्तर क्षेत्र में वर्ष 2017 के दौरान घरेलू पर्यटकों के आगमन में 22.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी
मेघालय के मुख्यमंत्री श्री कॉनराड के. संगमा ने पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की ‘स्वदेश दर्शन’ योजना के तहत लागू “पूर्वोत्तर सर्किट का विकास: उमियम (झील दृश्य) – यू लुम सोहपेटबिनेंग- माउदिआंगडियांग – आर्किड लेक रिज़ॉर्ट” परियोजना का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उमियम में मेघालय के पर्यटन मंत्री श्री मेटबाह लिंगदोह, पर्यटन सचिव श्री योगेन्द्र त्रिपाठी और मेघालय पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष, श्री सम्बोर शुल्लाई भी उपस्थित थे।पर्यटन मंत्रालय ने जुलाई, 2016 में 99.13 करोड़ रुपये की लागत वाली इस “पूर्वोत्तर सर्किट का विकास: उमियम (झील दृश्य) – यू लुम सोहपेटबिनेंग- माउदिआंगडियांग – आर्किड लेक रिज़ॉर्ट” परियोजना को मंजूरी दी थी। इस परियोजना के तहत मंत्रालय ने पारंपरिक हीलिंग केंद्र, जनजातीय कायाकल्प केंद्र, पर्यटक सूचना केंद्र, बहुउद्देशीय हॉल, लॉग हट्स, कैफेटेरिया, साउंड एंड लाइट शो, स्मारिका दुकानें, वाटर स्पोर्ट्स जोन, जिप लाइन, कैनोपी वॉक, ट्रेकिंग रूट, साइकिलिंग ट्रैक, अंतिम मील तक जुड़ाव, कारवां पार्किंग, सार्वजनिक शौचालय, और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी सुविधाएं विकसित की हैं।पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास, पर्यटन मंत्रालय का मुख्य ध्यानकेन्द्रित क्षेत्र है। मंत्रालय ने इस क्षेत्र में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन के विकास के लिए अनेक पहल की हैं। इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास में जो मुख्य चुनौतियां हैं उनमें गुणवत्तायुक्त बुनियादी ढांचा सेवाएं और इस क्षेत्र के पर्यटन उत्पादों के बारे में जागरूकता की कमी शामिल है।
मंत्रालय उपर्युक्त मुद्दों से निपटने के लिए अनेक गतिविधियां चला रहा है। एक ओर मंत्रालय ने ‘स्वदेश दर्शन’ और ‘प्रसाद’ जैसी प्रमुख योजनाओं के तहत इस क्षेत्र में पर्यटन बुनियादी ढांचे को बहुत महत्व दिया है। दूसरी ओर मंत्रालय ने अपनी इन्हीं योजनाओं के तहत सभी पूर्वोत्तर राज्यों को शामिल करके 1349.04 करोड़ रुपये की 16 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। पर्यटन मंत्रालय, अन्य मंत्रालयों जैसे संस्कृति, पूर्वोत्तर विकास, सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा नागर विमानन मंत्रालयों के साथ इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। मंत्रालय इस क्षेत्र की विविधताओं, पर्यटन उत्पाद और समृद्ध संस्कृति पर विशेष जोर देते हुए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में विशेष प्रोत्साहन कार्यक्रम चला रहा है। मंत्रालय ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन और आतिथ्य सत्कार क्षेत्र में कुशल कर्मचारियों को उपलब्ध कराने के लिए होटल प्रबंधन और फूड क्रॉफ्ट संस्थान भी स्थापित किए है।
मंत्रालय के प्रयासों ने सकारात्मक परिणाम दर्शाने शुरू किए है और पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस क्षेत्र में विदेशी पर्यटकों के आगमन में भी बढ़ोतरी हुई है। इस क्षेत्र में 2017 के दौरान कुल 1.69 लाख विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ, जो 2016 में आए 1.5 लाख पर्यटकों की तुलना में 16.7 प्रतिशत बढ़ोतरी को दर्शाता है। 2017 में घरेलू पर्यटकों का आगमन 95.7 लाख रहा, जबकि 2016 में 77.7 लाख घरेलू पर्यटक आए थे। इस प्रकार 2016 की तुलना में 22.8 प्रतिशत की दोहरे अंकों वाली प्रभावशाली बढ़ोतरी हुई। पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या ने इस क्षेत्र के स्थानीय लोगों के लिए बेहतर रोजगार के अवसर जुटाए है।
स्वदेश दर्शन योजना पर्यटन मंत्रालय की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। यह योजना एक सुयोजित और प्राथमिकता वाले तरीके से विषयक सर्किटों के विकास के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत सरकार एक ओर पर्यटकों को बेहतर अनुभव और सुविधाएं उपलब्ध कराने और दूसरी ओर आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से देश में गुणवत्तायुक्त बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। यह योजना 2014-15 में शुरू की गई थी और आज तक मंत्रालय ने 30 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 5932.05 करोड़ रुपये लागत की 74 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं में से 30 परियोजनाओं/प्रमुख घटकों के इस वर्ष तक पूरे होने की उम्मीद है।
खेल न्यूज़
7.आइसीसी वनडे रैंकिंग में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा कायम, टीम इंडिया दूसरे नंबर पर:-
आइसीसी की ताजा वनडे रैकिंग में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा जारी है। बल्लेबाजी में विराट कोहली नंबर एक पर बरकरार हैं तो जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी रैंकिंग में टॉप पर मौजूद हैं। टीम रैंकिंग में भारत 121 अंक के साथ इंग्लैंड से पीछे यानी दूसरे नंबर पर है, लेकिन टीम इंडिया के पास इंग्लैंड के बेहद पास पहुंचने का शानदार मौका है। भारत को फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैच जबकि इसके ठीक बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है। यानी इन आठ मैचों में अगर भारतीय टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया तो वो 125 अंक के साथ इंग्लैंड के बेहद करीब पहुंच जाएगी। वहीं पाकिस्तान अगर दक्षिण अफ्रीका को वनडे सीरीज में 5-0 से हरा देता है तो वो प्रोटियाज को पीछे छोड़ देगा। पहले स्थान पर मौजूद इंग्लैंड के इस वक्त 126 रेटिंग अंक हैं।
बल्लेबाजी रैंकिंग की बात करें तो विराट कोहली नंबर एक पर मौजूद हैं जबकि तूफानी भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा दूसरे नंबर पर हैं। गेंदबाजी रैंकिंग में जसप्रीत बुमराह एक नंबर पर हैं तो दूसरे स्थान पर अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद खान मौजूद हैं वहीं भारतीय चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव तीसरे स्थान पर हैं। भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन बल्लेबाजी रैंकिंग में नौवें स्थान पर हैं जबकि स्पिनर युजवेंद्र चहल इंग्लैंड के स्पिनर आदिल राशिद के साथ संयुक्त रूप से छठे स्थान पर हैं।
बल्लेबाजी रैंकिंग में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन टॉप टेन से बाहर हो गए हैं। अब वो 11वें नंबर पर आ गए हैं। वहीं न्यूजीलैंड के अन्य बल्लेबाज रॉस टेलर व मार्टिन गप्टिल रैंकिंग में तीसरे व 14वें नंबर पर बरकरार हैं। वनडे टीम रैंकिंग में न्यूजीलैंड की टीम तीसरे नंबर पर मौजूद है और उसके 113 अंक हैं वहीं श्रीलंका की टीम एक अंक गंवाकर 78 अंक के साथ आठवें स्थान पर आ गया है।
बाजार न्यूज़
8.सेंसेक्स में 231 अंकों की तेजी-निफ्टी 10850 के पार हुआ बंद, एक्सिस बैंक रहा टॉप गेनर:-
बुधवार के कारोबार में भारतीय शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुए हैं। दिन का कारोबार खत्म होने पर सेंसेक्स 231.98 अंकों की तेजी के साथ 36,212 पर और निफ्टी 53 अंकों की तेजी के साथ 10,855 पर कारोबार कर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 50 में शुमार 50 शेयर्स में से 24 हरे और 26 लाल निशान पर कारोबार कर बंद हुए हैं। वहीं अगर निफ्टी इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी का मिडकैप 0.01 फीसद की तेजी और स्मॉलकैप 0.22 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार कर बंद हुआ है।
सेक्टोरियल इंडेक्स का हाल: सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो दिन का कारोबार खत्म होने पर निफ्टी ऑटो 0.54 फीसद की तेजी, निफ्टी फाइनेंस सर्विस 0.90 फीसद की तेजी, निफ्टी एफएमसीजी 1.01 फीसद की तेजी, निफ्टी आईटी 0.28 फीसद की तेजी, निफ्टी मेटल 1.16 फीसद की गिरावट, निफ्टी फार्मा 0.47 फीसद की तेजी और निफ्टी रियालिटी 0.65 फीसद की तेजी के साथ कारोबार कर बंद हुआ है।
टॉप गेनर-टॉप लूजर: आज का कारोबार खत्म होने पर एक्सिस बैंक 3.12 फीसद की तेजी, आईटीसी 2.55 फीसद की तेजी, टाटा मोटर्स 2 फीसद की तेजी, यूपीएल 1.70 फीसद की तेजी और एचडीएफसी बैंक 1.65 फीसद की तेजी के साथ टॉप गेनर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ हिंद पेट्रो 3.95 फीसद की गिरावट के साथ, गेल 3.84 फीसद की गिरावट के साथ, बीपीसीएल 3.40 फीसद की गिरावट के साथ, येस बैंक 3.02 फीसद की गिरावट के साथ और अल्ट्रासेमको 2.71 फीसद की गिरावट के साथ टॉप लूजर रहे हैं।
दिन के 9 बजकर 17 मिनट पर सेंसेक्स 228 अंकों की तेजी के साथ 36,209 पर और निफ्टी 63 अंकों की तेजी के साथ 10,866 पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 50 में शुमार 50 शेयर्स की बात करें तो 41 शेयर हरे निशान पर, 8 शेयर लाल निशान पर और 1 बिना परिवर्तन के कारोबार कर रहे थे। वहीं अगर इंडेक्स की बात करें तो मिडकैप 0.39 फीसद और स्मॉलकैप 0.42 फीसद की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था।
गौरतलब है कि मंगलवार के कारोबार में सेंसेक्स 130 अंकों की तेजी के साथ 35,980 पर और निफ्टी 30 अंकों की तेजी के साथ 10,802 पर बंद हुआ था।
सेक्टोरियल इंडेक्स का हाल: अगर सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो सभी हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। दिन के 9 बजकर 25 मिनट पर निफ्टी ऑटो 0.55 फीसद की तेजी, निफ्टी फाइनेंस सर्विस 0.63 फीसद की तेजी, निफ्टी एफएमसीजी 0.43 फीसद की तेजी, निफ्टी आईटी 0.69 फीसद की तेजी, निफ्टी मेटल 0.47 फीसद की तेजी, निफ्टी फार्मा 0.65 फीसद की तेजी और निफ्टी रियालिटी 0.54 फीसद की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है।
एशियाई बाजारों का हाल: बुधवार के कारोबार में एशियाई बाजारों ने मजबूत शुरुआत की है। दिन के 9 बजकर 11 मिनट पर जापान का निक्केई 1.25 फीसद की तेजी के साथ 20455 पर, चीन का शांघाई 1.59 फीसद की तेजी के साथ 2566 पर, हैंगसेंग 2.27 फीसद की तेजी के साथ 26463 पर और ताइवान का कॉस्पी 1.74 फीसद की तेजी के साथ 2060 पर कारोबार कर रहा है। वहीं अगर अमेरिका के बाजार की बात करें तो बीते दिन डाओ जोंस 1.09 फीसद की तेजी के साथ 23787 पर, स्टैंडर्ड एंड पुअर्स 0.97 फीसद की तेजी के साथ 2574 पर और नैस्डैक 1.08 फीसद की तेजी के साथ 6897 पर कारोबार कर बंद हुआ था।