सरकार 2030 तक राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य नीति और सतत् विकास लक्ष्‍य हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैः अनुप्रिया पटेल

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राष्ट्रीय न्यूज़

1.सरकार 2030 तक राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य नीति और सतत् विकास लक्ष्‍य हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैः अनुप्रिया पटेल:-

स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण राज्‍यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि सरकार 2030 तक राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य नीति और सतत् विकास लक्ष्‍य हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। सुश्री पटेल आज नई दिल्‍ली में आकांक्षी जिलों में स्‍वास्‍थ्‍य और पोषण स्थिति में सुधार विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं। कार्यशाला का आयोजन स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय ने किया है।

उन्‍होंने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं की गुणवत्‍ता में काफी सुधार हुआ है और इससे माताओं, नवजात शिशुओं और बच्‍चों की मृत्‍यु दर में कमी आई है।

स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार राज्‍यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने समावेशी विकास प्रक्रिया में संतुलन बनाये रखने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी अभियान सुचारू रूप से चलाये जा रहे हैं और केन्‍द्र 2025 तक देश को टीबी मुक्‍त बनाने की दिशा में प्रयास कर रहा है।

2.बैंकों के बाद पावर सेक्टर में विलय की तैयारी, कुछ हफ्तों में होगा एलान:-

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राजग सरकार ने सत्ता में आने के तुरंत बाद ही कहा था कि बिजली क्षेत्र में बहुत सारी सरकारी कंपनियों की जरूरत नहीं है। अब जाकर सरकार ने बिजली क्षेत्र की पावर कंपनियों में विलय की तैयारी की है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले कुछ हफ्तों में इस बारे में अहम घोषणा होने की उम्मीद है।

पहले चरण में बिजली क्षेत्र कि वित्तीय कंपनियों मसलन पीएफसी में आरईसी का विलय करने की बात हो रही है। अगले चरण में पनबिजली पीएसयू को आपस में मिला कर एक बड़ी कंपनी बनाने की सोच है। बताते चलें कि हाल ही में तीन बैंकों का विलय किया गया है जबकि तीन सरकारी साधारण बीमा कंपनियों के विलय की प्रक्रिया शुरू की गई है। जबकि ऑयल सेक्टर की दी सरकारी कंपनियों का भी विलय किया गया है।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश से 80,000 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी पावर सेक्टर की सरकारी कंपनियों का विलय जरूरी है। पीएफसी और आरईसी के विलय से ही सरकार को 14-15,000 करोड़ रूपए प्राप्त होने की उम्मीद है। यह रकम आरईसी सरकार को पीएफसी में हिस्सेदारी खरीदने के लिए देगी। पीएफसी में सरकार की तकरीबन 66% हिस्सेदारी है। इस बारे में हाल ही में पावर और वित्त मंत्रालय के बीच विस्तार से विमर्श हुआ है।

केंद्र में सरकार बनाने के साथ ही राजग सरकार की तरफ से कहा गया था कि वह देश में एनर्जी सेक्टर में बड़ी बड़ी कंपनियों को स्थापित करना चाहती है। इसके लिए कोयला, ऑयल, पावर सेक्टर में विलय और एकीकरण को अपनाने की बात भी कही गई थी। तत्कालीन पावर मंत्री पीयूष गोयल ने एनटीपीसी और कोल इंडिया लिमिटेड को दुनिया की दस सबसे बड़ी एनर्जी कंपनियों में शामिल करने का लक्ष्य रखा था। इस बारे में कुछ खास तो नहीं हो पाया है लेकिन उम्मीद है कि पीएफसी और आरईसी के विलय से आगे की कुछ राह निकलेगी।

3.प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की चुपके से बदल दी गई स्कीम:-

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से प्रत्येक व्यक्ति को कम प्रीमियम में सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराने के मकसद से शुरू की गई अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की स्कीम सरकार ने चुपके से बदल दी है। इसकी जानकारी बीमाधारकों को नहीं दी गई। बैंक में भी अधिसूचना नहीं भेजी गई। जब दुर्घटना के बाद परिवारजनों के क्लेम रिजेक्ट होने लगे तो बैंक कर्मी भी हैरान रह गए। जब स्थानीय बैंक कर्मचारी ने इस बाबत सूचना के अधिकार एक्ट-2005 के तहत जानकारी मांगी तो सच्चाई सामने आ गई।

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) के बाद इस बीमा योजना के तहत सबसे अधिक बीमा करने का रिकॉर्ड बनाने वाले एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस ने आरटीआइ के जवाब में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत जून 2015 में की थी। योजना के एक साल बाद एक जून 2016 से स्कीम में एक महत्वपूर्ण संशोधन किया गया। जिसमें नई व्यवस्था की गई कि एक जून 2016 से योजना में भाग लेने वाले बीमाधारक की मौत यदि नामांकन के 45 दिनों के भीतर हो जाती है तो इंश्योरेंस कंपनियां उसे कोई क्लेम नहीं देंगी। जबकि योजना के आरंभ में यह शर्त नहीं थी। प्रतिवर्ष 330 रुपये के मामूली प्रीमियम पर 18 से 50 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति यह बीमा करा सकता है। किसी भी कारण से मौत होने पर इसमें नॉमिनी को दो लाख रुपये का क्लेम दिया जाता है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़

4.भारतीय नौसेना ने हिन्‍द महासागर क्षेत्र में मानवीय सहायता और आपदा राहत सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया है:-

भारतीय नौसेना ने हिन्‍द महासागर क्षेत्र में मानवीय सहायता और आपदा राहत सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया है, ताकि इस क्षेत्र में स्थिरता और सम्‍पन्‍नता आ सके।  कोलम्‍बो में गॉल वार्ता-2018 को संबोधित करते हुए रियर एडमिरल जी अशोक कुमार ने कहा कि इस क्षेत्र का भविष्‍य हिन्‍द महासागर से जुड़ा है, इसलिए इसके तटवर्ती क्षेत्र में शांति होना आवश्‍यक है।

5.विदेशमंत्री सुषमा स्‍वराज ने नई दिल्‍ली में क्रोएशिया की उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के साथ बैठक की:-

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विदेशमंत्री सुषमा स्‍वराज ने नई दिल्‍ली में क्रोएशिया की उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मारिया पेथिनोविच के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने व्‍यापार, निवेश, स्‍वास्‍थय, विज्ञान और प्रौद्योगिकी,  पर्यटन और संस्‍कृति के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर विचार-विमर्श किया। बहुपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा हुई। क्रोएशिया की उप-प्रधानमंत्री तीन दिन की भारत यात्रा पर  दिल्‍ली पहुंची थीं।

 

खेल न्यूज़

6.खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने यूथ ओलम्पिक खेलो-2018 के पदक विजेताओं को सम्मानित किया:-

खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने यूथ ओलम्पिक खेलो-2018 के पदक विजेताओं को  सम्मानित किया। सम्मान समारोह का आयोजन भारतीय ओलम्पिक संघ द्वारा नई दिल्ली में किया गया था।

इस अवसर पर श्री राठौर ने भारतीय खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि इससे अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर उनका आत्मविश्वास और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि इससे खिलाड़ियों को भविष्य में और बेहतर करने का प्रोत्साहन मिलेगा।

7.श्रीलंकाई दिग्गज हेराथ ने किया संन्यास का एलान, इंग्लैंड के साथ पहले टेस्ट के बाद होंगे रिटायर:-

श्रीलंका के दिग्गज और टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफलतम लेफ्ट आर्म स्पिनर रंगना हेराथ अब संन्यास लेने जा रहे हैं। हेराथ इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की सीरीज़ के गॉल में खेले जाने वाले पहले टेस्ट के बाद क्रिकेट जगत को अलविदा कह देंगे।

मौजूदा समय में हेराथ अकेले ऐसे टेस्ट क्रिकेटर हैं जिन्होंने 90 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की हो।अपने टेस्ट करियर में हेराथ ने कुल 92 टेस्ट मैच खेले हैं और 430 विकेट लिए हैं। इसके अलावा, उन्होंने 71 वनडे मैचों में 74 और 17 टी-20 मैचों में 18 विकेट लिए हैं। वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 10वें सबसे सफलतम गेंदबाज हैं।

गॉल हेराथ के लिए यादगार मैदान है क्योंकि यहीं पर उन्होंने साल 1999 में अपने टेस्ट करियर का आगाज़ किया और अब वो इस मैदान पर एकमात्र विकेट लेकर यहां 100 विकेट भी पूरे कर लेंगे। मुरलीधरन के बाद ऐसा करने वाले दूसरे स्पिनर होंगे। इसके साथ ही इस मैदान पर उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट भी चटकाए हैं।

40 साल के इस स्पिनर ने साल 2017 की शुरुआत से ही कोई भी तीन मैचों की पूरी सीरीज़ नहीं खेली है। मुरलीधरन के संन्यास के बाद से टीम के स्पिन अटैक का जिम्मा इनके कंधों पर ही था।

मुश्किल वक्त से गुज़र रहे श्रीलंका क्रिकेट के लिए रंगना हेराथ का भी जाना एक बड़ी क्षति मानी जाएगी। क्योंकि अभी उनके पास हेराथ के स्तर का कोई भी स्पिनर टीम में मौजूद नहीं है। हालांकि अकिला धनंजया, लक्षण संदाकन और मलिंदा पुष्पकर्मा टीम में जगह बनाकर उसे भरने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनके पास अभी अनुभव की कमी है।

हेराथ ने श्रीलंका के लिए कुल 92 टेस्ट मैचों में 430 विकेट चटकाए हैं और वो सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की लिस्ट में 10वें स्थान पर हैं। लेकिन अगर हेराथ अपने आखिरी टेस्ट में पांच विकेट लेने में कामयाब होते हैं तो वो रिचर्ड हेडली(431 विकेट), स्टुअर्ट ब्रॉड(433 विकेट) और कपिल देव(434 विकेट) को पीछे छोड़कर लिस्ट में सातवें स्थान पर आ जाएंगे।

 

बाजार न्यूज़

8.गोआ में खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए विश्वेस्तारीय खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला बनाई जायेगीः सुरेश प्रभु:-

वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि गोआ में खाद्य पदार्थों विशेषकर मत्‍स्‍य उत्‍पादों में मिलावट की रोकथाम के लिए विश्‍वस्‍तरीय खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला बनाई जायेगी।

पोवोरिम में राज्‍य सचिवालय में संवाददाता सम्‍मेलन में श्री प्रभु ने कहा कि निर्यात जांच एजेंसी और भारतीय गुणवत्‍ता परिषद संयुक्‍त रूप से यह प्रयोगशाला गठित करेगी। इससे खाद्य पदार्थों की उच्‍च गुणवत्‍ता सुनिश्चित की जा सकेगी।

9.दिल्‍ली पब्लिक लाइब्रेरी ने पुस्‍तक प्रेमियों के लिए बसों में बने चलती-फिरती लाईब्रेरी की संख्‍या बढ़ाने का फैसला किया:-

दिल्‍ली पब्लिक लाइब्रेरी ने राजधानी में पुस्‍तक प्रेमियों के लिए बसों में बने चलती-फिरती लाईब्रेरी की संख्‍या बढ़ाने का फैसला किया है। इसके लिए लाईब्रेरी ने पांच और नई बसें खरीदी हैं जिन पर लगभग तीन करोड रूपये की लागत की लागत आई है।

पुस्‍तकालय प्रशासन के अनुसार अभी तक चलती-फिरती लाईब्रेरी की सेवा पाठकों को दिल्‍ली के 12 जिलों के सौ स्‍थानों पर मिल रही थी लेकिन इन बसों के आ जाने से राजधानी के अधिकतर हिस्‍सों में चलते फिरते पुस्‍तकालय में लोग किताबें पढ़ सकते हैं। इन बसों को चलती फिरती लाईब्रेरी में बदलने का काम चल रहा है और एक मोबाईल लाईब्रेरी में करीब दस हजार किताबें होती हैं।