CURRENT GK
- पंजाब के खिलाफ धौनी ने किया वो काम जो IPL के पिछले 10 सीजन में भी नहीं कर पाए थे :- पंजाब के खिलाफ चेन्नई को बेशक 4 रन से हार का सामना करना पड़ा लेकिन ये मैच महेंद्र सिंह धौनी के लिए यादगार बन गया। इस मैच में धौनी ने वो काम कर दिया जो वो आइपीएल के पिछले 10 सीजन में भी नहीं कर पाए थे। धौनी आइपीएल के सफल कप्तानों में से एक हैं और वो अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के लिए जाने जाते हैं। धौनी ने आइपीएल 2018 में पंजाब के खिलाफ नाबाद 79 रन की पारी खेली और उनकी ये पारी उनके आइपीएल करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी रही। इससे पहले आइपीएल में धौनी की सबसे बेस्ट पारी नाबाद 70 रनों की थी। उन्होंने ये पारी वर्ष 2011 के आइपीएल सीजन में खेला था।
- बड़े आर्थिक बदलावों ने भारत को बनाया दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्युवस्थात :- आर्थिक मामलों के विभागीय सचिव सुभाष चंद्र गौर के अनुसार, आर्थिक वृद्धि और अर्थव्य-वस्था को व्याीपक बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा बड़े बदलाव किए गए हैं। भारतीय अर्थव्य्वस्थाल पर यूएस इंडिया स्ट्रै टजिक पार्टनरशिप फोरम द्वारा वाशिंगटन में आयोजित इवेंट में गर्ग ने कहा, जीएसटी को लागू करना ऐतिहासिक आर्थिक व राजनीतिक उपलब्धिव है। उन्होंाने जोर देकर कहा कि भारत में इस तरह के बड़े कदम तब उठाए गए जब वैश्विंक अर्थव्यपवस्था की गति धीमी थी।
- IPL 2018 दे रहा है मैच के साथ कमाई करने का मौका, ये हैं तरीके :- आईपीएल 2018, पूर्व के सीजन्स के मुकाबले ज्यादा चर्चित हो रहा है। हाल ही में सामने आई व्यूअरशिप की रिपोर्ट इसकी पुष्टि भी करती है। अभी तक आईपीएल के कुल 10 सीजन पूरे हो चुके हैं, यह आईपीएल का 11वां सीजन है। हर बार के आईपीएल में कुछ न कुछ अलग होता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही है। आप इस बार आईपीएल की लाइव स्ट्रीमिंग को देखने के साथ ही कमाई भी कर सकते हैं। हम अपनी इस खबर में आपको जानकारी दे रहे हैं कि आप आखिर कैसे आईपीएल के मैच देखने के दौरान कमाई भी कर सकते हैं।
- पीएम मोदी की OPEC देशों को चेतावनी, कहीं हो न जाए आपका ही नुकसान :- गत दिनों राजधानी दिल्ली में आयोजित ऊर्जा क्षेत्र के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन इंटरनेशनल एनर्जी फोरम (आइईएफ) के 16वें संस्करण का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेल उत्पादक देशों के संगठन (ओपेक) को चेताते हुए कहा कि यदि समाज के सभी वर्गो को सस्ती दरों पर ऊर्जा की सुविधा नहीं दी गई तो ओपेक देशों को ही घाटा होगा। आइईएफ में वैसे तो 72 सदस्य देश हैं, लेकिन इस बैठक में 92 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। जाहिर है तेल उत्पादक देशों को तेल खरीदार देशों के हितों का भी ख्याल रखने की हिदायत प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में दी।
- रेलवे बोर्ड से मिली मंजूरी, अब दौराई तक जाएगी अजमेर शताब्दी :- दिल्ली से अजमेर के बीच चलने वाली शताब्दी ट्रेन को दौराई तक चलाने की तैयारी है। रेलवे बोर्ड से इसकी मंजूरी भी मिल गई है और यह ट्रेन एक जून से अपने नए गंतव्य तक चलने लगेगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पिछले काफी समय से दौराई तक इसे चलाने की मांग हो रही थी।अजमेर के नजदीक स्थित यह स्थान पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व भी है। आसपास कई मंदिर व अन्य पर्यटन स्थल मौजूद हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अजमेर शताब्दी को विस्तार दिया जा रहा है।
- अमरीका के राष्ट्रेपति ने उत्तअर कोरिया के सभी परमाणु परीक्षणों को रोके जाने के फैसले को विश्वे के साथ ही उत्त्र कोरिया के लिए अच्छी खबर बताया :- अमरीका के राष्ट्ररपति डोनल्डण ट्रंप ने आज कहा कि उत्तशर कोरिया अपने सभी परमाणु परीक्षणों को स्थटगित रखने और प्रमुख परीक्षण स्थोलों को बंद करने पर सहमत हो गया है। एक टवीट् संदेश में उन्होंोने कहा कि यह उत्तमर कोरिया के साथ ही दुनिया के लिए अच्छीं खबर है। फैसले को एक बड़ी सफलता बताते हुए श्री ट्रंप ने कहा कि वे जून में होने वाले अमरीका- कोरिया सम्मेैलन का उत्सुलकता से इंतजार कर रहे हैं। इससे पहले, उत्तअर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा कि उनका देश अब परमाणु और मिसाइल परीक्षण नहीं करेगा और परीक्षण स्थचल भी बंद कर देगा। उत्तउर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा है कि श्री किम ने कल सत्ताणरूढ़ वर्कर्स पार्टी की केन्द्री य समिति की बैठक के समापन सत्र में यह घोषणा की। उत्त र कोरिया ने कहा है कि कोरियाई प्रायद्वीप और पूरी दुनिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए वह अपने सभी पड़ोसी देशों और अंतर्राष्ट्री य समुदाय के साथ सहयोग करेगा।
- जी-20 देशों के वित्तु मंत्री और केन्द्री य बैंकों के गर्वनर , व्या पार को बढ़ावा देकर आर्थिक विकास का लक्ष्य प्राप्ती करने के लिए सहमत :- जी-20 देशों के वित्तो मंत्री और केन्द्री य बैंकों के गर्वनर , व्याएपार को बढ़ावा देकर आर्थिक विकास का लक्ष्य प्राप्तक करने के लिए सहमत हो गये हैं। वाशिंगटन में दो दिन की बैठक के अंत में इन देशों के वित्तीाय प्रमुख, व्यापार और वैश्विक आर्थिक विकास को तेज करने के लिए भी सहमत हुए हैं। इन देशों के प्रतिनिधियों ने संरक्षणवाद पर आधारित नीतियों और अमरीका तथा चीन के बीच चल रही व्यांपारिक तनातनी से विश्वं अर्थव्यावस्थाऔ में मंदी आने की आशंका पर चिंता व्य क्तल की है।
- श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने समुद्र में गश्ते लगाने वाले दूसरे आधुनिक निगरानी जहाज को अपने बेड़े में शामिल किया :- श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने समुद्र में गश्तद लगाने वाले दूसरे आधुनिक निगरानी जहाज को अपने बेड़े में शामिल किया। कल कोलम्बोि में आयोजित समारोह में भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल पी अजीत कुमार और श्रीलंका में भारतीय उच्चा युक्तआ तरणजीत सिंह संधू मौजूद थे। जहाज के उद्घाटन समारोह में श्रीलंकाई प्रधानमंत्री की उपस्थिति देश की सुरक्षा में जहाज के योगदान को दर्शाती है। श्रीलंका की नौसेना में यह इस तरह का दूसरा जहाज है और दोनों का निमार्ण भारत में हुआ है। रक्षा सहयोग की दिशा में दोनों देशों के बीच ये इस तरह का सबसे बड़ा समझौता है। इन जहाजों का उपयोग मुख्यसता हिंद महासागर में चौकसी और समुद्र परिवहन को सुरक्षा प्रदान करना है।
- दक्षिण अफ्रीका में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति रामाफोसा लंदन से स्वदेश रवाना :- दक्षिण अफ्रीका में विरोध प्रदर्शनों को उग्र होते देख राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को लंदन में राष्ट्रमंडल बैठक बीच में छोड़कर स्वदेश रवाना होना पड़ा है। दक्षिण अफ्रीका के उत्तर पश्चिमी प्रांत के प्रदर्शनकारी नौकरियों और आवास की मांग करते हुए सड़को पर उतरे हुए हैं।
- ‘Black Panther’ के साथ सऊदी अरब के सिनेमाघरों में खत्मर हुई 35 वर्ष पुरानी खामोशी :- सऊदी अरब के सिनेमाघरों में आखिरकार 35 वर्ष पुरानी खामोशी टूट गई। ब्लैेक पैंथर की रिलीज के साथ टूटी यह खामोशी वहां के लिए कोई छोटी घटना नहीं थी। 1980 के दशक में सऊदी अरब में सिनेमाघर बंद करवा दिए गए थे। हॉलीवुड की मूवी ब्लैेक पैंथर के रिलीज होने के साथ ही यह प्रतिबंध भी पूरी तरह से खत्मी हो गया। आपको बता दें कि इस्लालम में फिल्मेंय देखना कथिततौर पर गलत माना जाता रहा है। कई मुल्लाे और मौलवी इसके सख्तम खिलाफ रहते हैं। ऐसे में उस धरती पर जहां इस्लालम पैदा हुआ इतना बड़ा फैसला इसके बदलाव की कहानी को ही बयां कर रहा है। हालांकि जब हम सऊदी अरब में बदलाव की बात करते हैं तो यह अब कोई नई नहीं रह गई है। बीते दो वर्षों से सऊदी अरब ने जिस तर्ज पर अपने यहां बदलाव की बयार चलाई है उससे एक नए सऊदी अरब की उम्मीपद जरूर जगी है।