65वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में दिव्या टीएस ने जीता स्वर्ण पदक

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1. राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार प्रदान किए

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर 14 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार, राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार और राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर ईवी-यात्रा पोर्टल का भी शुभारंभ किया। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा निकटतम सार्वजनिक ईवी चार्जर के लिए इन-व्हीकल नेविगेशन की सुविधा के लिए ‘ईवी-यात्रा पोर्टल’ विकसित किया गया है।

2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में महीने भर चलने वाले प्रमुख स्‍वामी महाराज शताब्‍दी महोत्‍सव का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रमुख स्वामी महाराज के शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। अहमदाबाद में ओगनज के पास 6 सौ एकड़ भूमि पर एक विशाल ‘प्रमुख स्वामी नगर‘ में महाराज का शताब्‍दी समारोह मनाया जा रहा है। महीने भर चलने वाले इस समारोह में दुनिया भर से लाखों श्रद्धालुओं, वैश्विक प्रतिनिधियों और राजनीतिक तथा व्‍यावसायिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। वर्ष भर चलने वाले इस समारोह का समापन प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव में होगा, जिसकी मेज़बानी BAPS स्वामीनारायण मंदिर, शाहीबाग द्वारा की जाएगी। 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक अहमदाबाद में शताब्दी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें दैनिक कार्यक्रम, विषयगत प्रदर्शनियाँ और विचार-विमर्श से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

3. सैन्‍य और सशस्‍त्र बलों के अस्‍पतालों में पूर्व सैनिकों की अंशदायी स्‍वास्‍थ्‍य योजना के लाभार्थियों के लिए अस्‍पताल स्‍टॉपेज रॉल्‍स शुल्‍क की पूर्ण वापसी की स्‍वीकृति

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्‍य और सशस्‍त्र बलों के अस्‍पतालों में पूर्व सैनिकों की अंशदायी स्‍वास्‍थ्‍य योजना-ईसीएचएस के लाभार्थियों के उपचार के लिए अस्‍पताल स्‍टॉपेज रॉल्‍स शुल्‍क की पूर्ण वापसी की स्‍वीकृति दी है। वर्तमान नीति के अनुसार सैन्‍य अस्‍पतालों में उपचार के लिए देय अस्‍पताल स्‍टॉपेज रॉल्‍स शुल्‍क और अन्‍य शुल्‍क का ईसीएचएस के सदस्‍य को पूर्ण भुगतान करना पड़ता है और उन्‍हें यह राशि वापस नहीं मिलती। यह अस्‍पताल केवल पूर्व सैनिकों, उनके जीवन साथी, 25 वर्ष से कम आयु के बच्‍चों और अभिभावकों का मुफ्त उपचार करते हैं। पूर्व सैन्‍यकर्मी पर निर्भर भाइयों और बहनों, गैर-शादीशुदा बहनों और दिव्‍यांग बच्‍चों को उपचार के लिए अयोग्‍य घोषित किया गया था और उन्‍हें अस्‍पताल स्‍टॉपेज रॉल्‍स शुल्‍क का भुगतान करना पड़ता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि अस्‍पताल स्‍टॉपेज रॉल्‍स शुल्‍क की वापसी के बारे में मिले कई प्रतिवेदन पर विचार के बाद इस शुल्‍क की वापसी का निर्णय लिया गया है।

4. संसद ने नयी दिल्‍ली अंतर्राष्‍ट्रीय मध्‍यस्‍थता केन्‍द्र- संशोधन विधेयक-2022 पारित किया

संसद ने नयी दिल्‍ली अंतर्राष्‍ट्रीय मध्‍यस्‍थता केन्‍द्र- संशोधन विधेयक-2022 पारित कर दिया। इस विधेयक के माध्‍यम से नयी दिल्‍ली अंतर्राष्‍ट्रीय मध्‍यस्‍थता केन्‍द्र अधिनियम-2019 में संशोधन किया गया है। इसके पारित हाने के साथ ही नयी दिल्‍ली अंतर्राष्‍ट्रीय मध्‍यस्‍थता केन्‍द्र का नाम अब भारत अंतर्राष्‍ट्रीय मध्‍यस्‍थता केन्‍द्र हो जाएगा। यह सरकार को अधिनियम के लागू होने के पांच साल के भीतर इसे लागू करने में होने वाली किसी भी तरह की कठिनाई को दूर करने का अधिकार देता है। सरकार ने केन्‍द्र के लिए 75 लाख रूपए दिए हैं और इसमें एक अध्‍यक्ष और दो विशेषज्ञ सदस्‍यों की नियुक्ति का भी प्रस्‍ताव किया गया है।

5. पंजीकृत भौगोलिक संकेतकों ( जीआई ) की कुल संख्या बढ़कर 432 तक पहुंची

विविध संस्कृतियों वाले देश भारत में विभिन्न कलाओं और शिल्पों का वास है जिनमें कई पीढ़ियों ने वर्षों से महारत हासिल कर रखी है। जीआई के वर्तमान संग्रह की संख्या बढ़ाते हुए असम के विख्यात गमोसा, तेलंगाना के तंदूर रेडग्राम, लद्वाख के रक्तसे खुबानी, महाराष्ट्र के अलीबाग सफेद प्याज को प्रतिष्ठित जीआई टैग प्रदान किया गया है। इसी के साथ, भारत के जीआई टैग की संख्या बढ़कर 432 तक पहुंच गई है। जीआई की अधिकतम संख्या वाले शीर्ष पांच राज्य हैं – कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और केरल। अभी हाल ही में, सरकार ने जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए 03 वर्षों के लिए 75 करोड़ रुपये के व्यय को अनुमोदन देने के जरिये जीआई के संवर्धन में सहायता की है।

6. इसरो ने हाइपरसोनिक व्हीकल का परीक्षण आयोजित किया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एकीकृत रक्षा कर्मचारियों के मुख्यालय (HQ IDS) के साथ मिलकर हाइपरसोनिक वाहन का संयुक्त परीक्षण किया। हाल ही में आयोजित इस संयुक्त ट्रायल रन ने पूर्व निर्धारित लक्ष्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। एक हाइपरसोनिक व्हीकल एक ऐसा व्हीकल है जो मैक 5 (ध्वनि की गति से पांच गुना तेज) से अधिक गति से यात्रा करने में सक्षम है। यह एक हवाई जहाज, मिसाइल या अंतरिक्ष यान हो सकता है। चीन, भारत, रूस और अमेरिका जैसे देश हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित करने की अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं। भारतीय वैज्ञानिक इस समय रूस के साथ मिलकर हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित कर रहे हैं। वे हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल (HSTDV) प्रोग्राम के तहत एक स्वदेशी, दोहरे-सक्षम हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल के विकास के लिए एक परियोजना पर भी काम कर रहे हैं, जो DRDO के तत्वावधान में आता है। ये मिसाइल परमाणु और पारंपरिक हथियार दोनों को पहुंचाने में सक्षम हैं।

7. दक्षिण अफ्रीका और केन्या ने जस्ट ट्रांजिशन इनिशिएटिव की घोषणा की

दक्षिण अफ्रीका और केन्या ने हाल ही में समावेशी तरीके से प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए जस्ट ट्रांजिशन इनिशिएटिव (Just Transition Initiative) की घोषणा की है। यह घोषणा प्लास्टिक को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए Intergovernmental Negotiating Committee (INC) के ऐतिहासिक पहले सत्र के बाद आई है। जस्ट ट्रांजिशन इनिशिएटिव का उद्देश्य समावेशी तरीके से प्लास्टिक को हटाना है ताकि संक्रमण संबंधित हितधारकों पर प्रतिकूल प्रभाव न डाले। इसका उद्देश्य प्लास्टिक मूल्य श्रृंखला में कूड़ा बीनने वालों और अन्य श्रमिकों के लिए अच्छे रोजगार सृजित करना है। न्यायसंगत परिवर्तन का अर्थ है प्लास्टिक मूल्य श्रृंखला में शामिल सभी लोगों की जरूरतों को पूरा करना, जिसमें अनौपचारिक और सहकारी व्यवस्था के तहत कार्यरत लोग भी शामिल हैं और उनकी मौलिक मानवीय गरिमा और ऐतिहासिक योगदान को पहचानना शामिल है। इसमें प्लास्टिक के उपयोग से बदलाव से जुड़ी सभी चुनौतियों को कम करने और सावधानीपूर्वक संबोधित करते हुए प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के सामाजिक और आर्थिक अवसरों को बढ़ाना शामिल है। न्यायोचित संक्रमण की योजना उन लोगों के लिए बेहतर और अच्छे काम, सामाजिक सुरक्षा, क्षमता निर्माण और बेहतर नौकरी की सुरक्षा की गारंटी देगी जो प्लास्टिक मूल्य श्रृंखला में भूमिका निभा रहे हैं।

8. टीबी नियंत्रण कार्यक्रम हेतु मेघालय को पुरस्कृत किया गया

मेघालय सरकार, जिसने क्षय रोग के खिलाफ एक ‘जन आंदोलन’ अपनाया है, को बीमारी के उन्मूलन के लिए सर्वोत्तम अनुप्रयोगों का उपयोग करने के लिए सम्मानित किया गया। टीबी देश में हर साल लगभग 2.6 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है। राष्ट्रीय राजधानी में टीबी संक्रमण को समाप्त करने के उद्देश्य से एक राष्ट्रीय कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों को तपेदिक नियंत्रण, संचार और सामाजिक गतिशीलता में सर्वश्रेष्ठ अभ्यास के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया।

9. उत्तराखंड ने अपनी स्वदेशी बद्री गाय के आनुवंशिक विकास की योजना बनाई

हिमालय की औषधीय जड़ी-बूटियों पर चरने वाली देसी बद्री गाय की उत्पादकता बढ़ाने के लिए उत्तराखंड अब इसकी आनुवंशिक विकास की योजना बना रहा है। राज्य के पशुपालन विभाग ने छोटे बद्री मवेशियों के स्टॉक में सुधार के लिए सेक्स-सॉर्टेड वीर्य तकनीक का उपयोग करने का प्रस्ताव दिया है। अधिकारियों ने उच्च आनुवंशिक स्टॉक के अधिक मवेशी पैदा करने के लिए भ्रूण स्थानांतरण विधि का विकल्प चुनने का प्रस्ताव दिया।

10. CJI ने ओडिशा के 10 जिलों में डिजिटलीकरण हब का उद्घाटन किया

भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ ने 12 दिसंबर 2022 को आभाषी रूप से ओडिशा के 10 जिलों में जिला न्यायालय डिजिटाइजेशन हब (DCDH) का उद्घाटन किया। अंगुल, भद्रक, झारसुगुड़ा, कालाहांडी, क्योंझर, कोरापुट, मल्कानगिरी, मयूरभंज, नयागढ़ और सोनपुर में हब राज्य के सभी 30 जिलों के डिजिटलीकरण के काम का ध्यान रखेंगे।प्रत्येक डीसीडीएच को आसपास के जिलों के डिजिटलीकरण का काम सौंपा जाएगा। हब का उद्देश्य आस-पास के असाइन किए गए जिलों के निपटाए गए केस रिकॉर्ड को डिजिटाइज़ करना होगा। आसपास के जिलों के कागज रहित न्यायालयों के लिए स्कैनिंग का काम संबंधित डीसीडीएच में भी किया जाएगा।

11. आईआईसीए ने डीएसएनएलयू के साथ पाठ्यक्रमों का विकल्प देने, अनुसंधान और प्रकाशन, ज्ञान की उन्नति, क्षमता निर्माण, जागरूकता और वकालत में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए), भारत सरकार द्वारा स्थापित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स (आईआईसी), मानेसर और दामोदरम संजीवय्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (डीएसएनएलयू), विशाखापत्तनम ने 14 दिसंबर, 2022 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा आईआईसीए की स्थापना, एक एकीकृत और बहु-विषयक दृष्टिकोण के माध्यम से भारत में कॉर्पोरेट क्षेत्र के विकास का समर्थन करने के लिए एक थिंक-टैंक और उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करने के लिए की गई है। आईआईसीए को कॉर्पोरेट क्षेत्र में अनुसंधान करने के अलावा, सरकार, वैधानिक प्राधिकरणों, निजी क्षेत्र आदि को क्षमता निर्माण और सलाहकार समाधान प्रदान करने का कार्यादेश दिया गया है। अकादमिक सहयोग के उद्देश्य से आईआईसीए और डीएसएनएलयू के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसमें समकालीन महत्व के डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम की पेशकश तथा पुरस्कार; संकाय सदस्यों और छात्रों का आदान-प्रदान; अनुसंधान और प्रकाशन; अन्य शैक्षणिक गतिविधियां; विशेषज्ञ सलाह और परामर्श की पेशकश तथा संयुक्त कार्यशालाएं, सेमिनार और सम्मेलनों का आयोजन आदि शामिल होंगे।

12. भारत-कज़ाख़िस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास “काजिंद – 2022” उमरोई (मेघालय) में आयोजित होगा

भारत-कज़ाख़िस्तान संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का छठा संस्करण “काजिंद-22” 15 से 28 दिसंबर, 2022 तक उमरोई (मेघालय) में आयोजित किया जाना निर्धारित है। कज़ाख़िस्तान की सेना के साथ संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण अभ्यास 2016 में अभ्यास प्रबल दोस्तीक के रूप में शुरू किया गया था, जिसे बाद में कंपनी स्तर के अभ्यास में अपग्रेड किया गया था और वर्ष 2018 में इसका नाम परिवर्तित कर अभ्यास काजिंद कर दिया गया।

13. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने राष्ट्रीय मातृ स्वास्थ्य कार्यशाला का उद्घाटन किया

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय मातृ स्वास्थ्य कार्यशाला की अध्यक्षता की। मातृ मृत्यु दर में कमी के लिए ‘सतत विकास लक्ष्य एजेंडा 2030‘ के साथ श्रेणीबद्ध करते हुए कार्यशाला का विषय “शून्य निवारणीय मातृ मृत्यु दर के लिए प्रयास” था। डॉ. भारती प्रवीण पवार ने कहा है कि देश ने मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त कर ली है। वर्ष 2014 से 2016 के दौरान 130 प्रति लाख जीवित जन्म के मुकाबले वर्ष 2018 से 2020 में 97 प्रति लाख जीवित जन्म में महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की है।

14. जनजातीय छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा सोसायटी (एनईएसटीएस) ने सी-डैक के सहयोग से ईएमआरएस छात्रों के लिए विकसित ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया

जनजातीय छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा सोसायटी (एनईएसटीएस)) ने सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) के साथ मिलकर ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म यानी एकलव्य लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (ईएलएमएस) विकसित किया है, जिससे (एकलव्य मॉडल रेसिडेंशियल विद्यालय(ईएमआरएस) में छात्रों के लिए व्यापक रूप से सीखने के वातावरण तैयार किया जा सके। पहले चरण में, पूरे देश के 52 मनोनीत शिक्षकों के लिए 12 और 13 दिसंबर, 2022 को दो दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मनोनीत शिक्षक कुशल प्रशिक्षक के रूप में काम करेंगे, जो अगले चरण में अखिल भारतीय स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों की शुरूआत करेंगे।

15. 65वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में दिव्या टीएस ने जीता स्वर्ण पदक

कर्नाटक की दिव्या टीएस (Divya Ts) ने 65 वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश की संस्कृति बाना (Sanskriti Bana) को हराकर अपना पहला महिला 10 मीटर एयर पिस्टल राष्ट्रीय खिताब हासिल किया। दिव्या ने स्वर्ण पदक के मैच में संस्कृति को 16-14 से हराया। इस स्पर्धा में हरियाणा की रिदम सांगवान ने कांस्य पदक जीता। ओलंपियन मनु भाकर ने जूनियर महिला एयर पिस्टल का खिताब जीता। उन्होंने फाइनल में तेलंगाना की ईशा सिंह को 17-13 से शिकस्त दी।

16. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस : 14 दिसम्बर

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस प्रतिवर्ष पूरे भारत में 14 दिसम्बर को मनाया जाता है। भारत में ‘ऊर्जा संरक्षण अधिनियम’ वर्ष 2001 में ‘ऊर्जा दक्षता ब्यूरो‘ द्वारा स्थापित किया गया था। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो एक संवैधानिक निकाय है, जो भारत सरकार के अंतर्गत आता है और ऊर्जा उपयोग कम करने के लिये नीतियों और रणनीतियों के विकास में मदद करता है। भारत में ऊर्जा संरक्षण अधिनियम का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं को लागू करने और ऊर्जा, परियोजनाओं, नीति विश्लेषण, वित्त प्रबंधन में विशेषज्ञ पेशेवर, योग्य प्रबंधकों के साथ ही लेखा परीक्षकों की नियुक्ति करना है। भारत में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का लक्ष्य लोगों में ऊर्जा के महत्त्व के साथ ही साथ बचत और ऊर्जा की बचत के माध्यम से संरक्षण बारे में जागरुक करना है। ऊर्जा संरक्षण का सही अर्थ है- “ऊर्जा के अनावश्यक उपयोग को कम करके कम ऊर्जा का उपयोग कर ऊर्जा की बचत करना।”

17. विश्व बंदर दिवस : 14 दिसंबर

प्रत्येक वर्ष 14 दिसंबर को विश्व बंदर दिवस मनाया जाता है। बंदर दिवस बंदरों और अन्य गैर-मानव प्राइमेट्स का जश्न मनाने के लिये शुरू किया गया है। प्राइमेट समूह में लेमूर, लोरिस, टार्सियर, बंदर, वानर और मनुष्य जैसे स्तनपायी शामिल हैं। विश्व में विभिन्न प्रकार के बंदरों और प्राइमेट्स तथा उनकी परेशानियों में उनकी मदद करने संबंधी जागरूकता बढ़ाने हेतु यह दिवस महत्त्वपूर्ण है। बंदर जिन्हें सिमियन भी कहा जाता है विश्व भर में पाए जाते हैं। बंदरों की 250 से अधिक प्रजातियाँ अफ्रीका, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और एशिया में पाई जाती हैं।