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प्रधानमंत्री मोदी बोले – राम अनेकता में एकता के प्रतीक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में 28 साल बाद पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले 28 साल पहले 1992 में पहली बार अयोध्या पहुंचे थे.

राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में हैं. पीएम मोदी 05 अगस्त 2020 को सुबह वायुसेना के विशेष विमान से यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंचे और फिर हेलीकॉप्टर से अयोध्या गए. अयोध्या पहुंचकर पीएम मोदी ने हनुमानगढ़ी के दर्शन किए. इसके बाद मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया.

प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर भूमि पूजन के लिए  05 अगस्त 2020 को सुबह 11:30 बजे अयोध्या पहुंचे. साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर लैंड करने के बाद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी ने उनकी अगवानी की. इसके लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. राम जन्मभूमि परिसर और आसपास के इलाके को रेड जोन घोषित कर दिया गया है. राम जन्मभूमि परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की कमान एसपीजी ने संभाल ली है.

मोदी ने किए हनुमानगढ़ी के दर्शन

प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में हनुमानगढ़ी के दर्शन किए. इस दौरान मोदी को हनुमानगढ़ी में पीएम को चांदी का मुकुट और हनुमान गदा भेंट की गई. करीब सात मिनट के कार्यक्रम के बाद मोदी रामजन्मभूमि परिसर गए. मोदी ने यहां रामलला विराजमान की पूजा की. पीएम मोदी को प्रेमदासजी महाराज की तरफ से चांदी की मुकुट भेंट की गई.

राम मंदिर निर्माण में साढ़े तीन साल का समय लगेगा

राम मंदिर का निर्माण जिस दिन से शुरू होगा, उस दिन से करीब तीन या साढ़े तीन साल का समय लगेगा. इसके अतिरिक्त मंदिर निर्माण के लिए समाज से धन संग्रह किया जाएगा. राम मंदिर मॉडल 128 फीट ऊंचा है, जिसे बढ़ाकर 161 फीट ऊंचा करने का फैसला लिया गया है. इसके अतिरिक्त गर्भगृह के आसपास अब 5 गुंबद बनाए जाएंगे, जबकि पहले तीन गुंबद बनने थे.

राम मंदिर भूमि पूजन से संबंधित मुख्य हाइलाइट्स

• माता सीता की कुलदेवी हर छोटी देवकाली और भगवान राम की कुलदेवी बड़ी देवकाली की पूजा कर अनुष्ठान का शुभारंभ किया गया.

• इस पूजन के साथ ही रामजन्मभूमि परिसर में भी विभिन्न धार्मिक आयोजनों की शुरुआत हो गई है. राम नगरी में स्थित छोटी देवकाली मंदिर सप्त सागर के पूर्वी भाग में स्थित है.

• जनकपुर में विवाह के बाद भगवान श्री राम के साथ अयोध्या आई माता सीता ने अपने कुलदेवी की पूजित प्रतिमा भी साथ लेकर आई थीं.

• कोरोना वायरस के संकट काल में काफी सावधानियों के साथ इस भूमि पूजन को किया जा रहा है, लेकिन तैयारियां पूरी हैं.

• ट्रस्ट के मुताबिक, राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण शुभारंभ कार्यक्रम में कुल 175 लोगों को आमंत्रित किया गया . इसके साथ-साथ अयोध्या के कुछ गणमान्य नागरिकों को भी आमंत्रित किया गया.

• ट्रस्ट के अनुसार, देश के लगभग 2000 पावन तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का पावन जल श्रीरामभक्तों द्वारा भूमि पूजन के निमित्त भेजा गया.

• सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी न्योता मिला है. वे पहले व्यक्ति हैं जिन्हें कार्ड दिया गया था.

• अयोध्या में दीवाली जैसा माहौल है, लोगों से घरों में दीया जलाने को कहा गया है. इसके अतिरिक्त प्रशासन की ओर से पूरी अयोध्या को रंग दिया गया है, रामायण के चित्र बनाए गए हैं.

बिहार की जल निश्चय योजना को जी-20 सम्मेलन में प्रस्तुतीकरण किया जायेगा

बिहार की हर घर नल का जल निश्चय योजना को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलेगी. जी-20 देशों के सम्मेलन में इस योजना का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा. भारत सरकार की ओर से इसकी प्रस्तुति सम्मेलन में की जाएगी. बिहार की ओर से इस योजना पर विस्तृत रिपोर्ट भारत सरकार को भेज दी गई है.

गौरतलब हो कि जी-20 में शामिल सभी देशों का सम्मेलन 21 और 22 नवंबर को सऊदी अरबिया की राजधानी रियाद में हो रहा है. इस योजना को कार्यान्वित करने की जिम्मेदारी वार्ड विकास समिति को दी गई. इस समिति को प्रत्येक ग्रामीण के घर नल का तीन कनेक्शन देने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए.

ब्रिटेन ने महात्मा गांधी की प्रति को अपने सिक्कों पर चित्रित करने का फैसला किया

ब्रिटेन ने महात्मा गांधी की प्रति को अपने सिक्कों पर चित्रित करने का फैसला किया है. महात्‍मा गांधी पहले ऐसे अश्‍वेत व्‍यक्ति होंगे जिनकी तस्‍वीर पाउंड पर छपने जा रही है. इस ऐतिहासिक घटना के मुख्‍य सूत्रधार ब्रिटेन के वित्‍तमंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक हैं.

उन्‍होंने अश्‍वेत और अल्‍पसंख्‍यक नस्‍लों के लोगों के आधुनिक ब्रिटेन के निर्माण में मदद देने वाले लोगों के काम को मान्‍यता देने के अभियान का समर्थन किया है. ब्रिटिश सिक्के पर महात्मा गांधी की तस्वीर का सबसे पहले विचार अक्टूबर 2019 में पूर्व मंत्री साजिद जाविद ने दिया था.

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को उम्र गलत बताने दो साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को उम्र गलत बताने पर दो साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. नए नियम 2020-21 सीजन में बीसीसीआई के सभी आयुवर्ग के टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों पर लागू होंगे. बोर्ड ने साथ ही कहा है कि आयु संबंधी गड़बड़ी की जानकारी देने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी बनाया गया है. इस पर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कहा, ‘हम सभी आयु वर्ग में समान मंच मुहैया कराने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.

नई नीति के मुताबिक, अगर खिलाड़ी अपनी गलती मान लेता है यानी यह कबूल कर लेता है कि उसने उम्र संबंधी गड़बड़ी की है तो वह बच सकता है और इस बात को छिपाने पर अगर खिलाड़ी पकड़ा जाता है तो बीसीसीआई उसे दो साल के लिए बैन कर सकती है. बीसीसीआई अंडर-16 एज ग्रुप टूर्नामेंट के लिए सिर्फ उन खिलाड़ियों को पंजीकृत किया जाएगा, जिनकी उम्र 14 से 16 वर्ष की है.

Nepal ने दार्चुला के नजदीक भारतीय सीमा पर बनाया बेस

नेपाल ने दार्चुला जिले में भारत के साथ सीमा पर सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) की एक बटालियन तैनात की है. यह जिला भारतीय क्षेत्रों कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा के पास स्थित है. 03 अगस्त को, एपीएफ कर्मियों की एक बटालियन ने क्षेत्र की सुरक्षा की देखरेख के लिए उत्तराखंड के धारचूला के पास नेपाल के दार्चुला में एक बेस बनाया है.

दूसरी तरफ, लिपुलेख में चीनी सेना का मूवमेंट मिलने और नेपाल के अंदर भारत विरोधी राजनीति शुरू होने के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने चीन और नेपाल से लगी सीमाओं में सतर्कता बढ़ा दी है. नेपाल सीमा में सुरक्षा एजेंसियों ने रात के समय सर्च लाइट से काली नदी की खुली सीमाओं पर पहरा कड़ा कर दिया है.

पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव मामले में तीन वरिष्ठ अधिवक्ताओं को न्याय मित्र नामित किया

पाकिस्तान की एक शीर्ष अदालत ने कुलभूषण जाधव मामले में तीन वरिष्ठ अधिवक्ताओं को न्याय मित्र नामित किया है. अदालत ने अपने आदेश में कहा कि आबिद हसन मंटो, हामिद खान और पाकिस्तान के पूर्व अटॉर्नी जनरल मखदूम अली खान को कानूनी सहायता के लिए न्याय मित्र नियुक्त करते हैं.

भारत ने कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच न देने और मौत की सजा को चुनौती देने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का रुख किया था. हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने जुलाई 2019 में फैसला दिया था कि पाकिस्तान को जाधव की दोषसिद्धि एवं सजा की “प्रभावी समीक्षा एवं पुनर्विचार” करना चाहिए.

माता वैष्णो देवी सहित 16 अगस्‍त से खुल जाएंगे जम्‍मू-कश्‍मीर के सभी धार्मिक स्थल

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 04 अगस्त 2020 को बड़ा फैसला लेते हुए कोरोना महामारी के प्रकोप को कम करने के लिए प्रदेश में बंद किए गए सभी धार्मिक स्थल 16 अगस्त से खोलने का फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 16 अगस्त से ही माता वैष्णो देवी की यात्रा श्रद्धालुओं की सीमित संख्या के साथ शुरू कर दी जाएगी.

बता दें कि माता वैष्णो देवी की यात्रा 19 मार्च 2020 को बंद की गई थी. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के अनलॉक-3 के दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. जम्‍मू-कश्‍मीर के प्रमुख सचिव रोहित कंसल के अनुसार, 16 अगस्त 2020 से जम्मू और कश्मीर में सभी धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों को खोलने का निर्णय लिया गया है.

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लॉन्च किया एनसीडीसी का YouTube चैनल

एनसीडीसी की तरफ से बताया गया कि उसने वनस्टॉप चैनल के रूप में इंटरनेट पर अपना यह चैनल शुरू किया है. इस चैनल के जरिए हिंदी एवं 18 राज्यों की क्षेत्रीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित होगा.

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 04 अगस्त 2020 को राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के सहकार कॉपट्यूब चैनल का शुभारम्भ किया. केंद्र सरकार ने किसानों और युवाओं को सहकारिता का लाभ उठाने को प्रोत्साहित करने हेतु एनसीडीसी के यूट्यूब चैनल, ‘सहकार कोपट्यूब एनसीडीसी इंडिया’ की शुरुआत की.

एनसीडीसी की तरफ से बताया गया कि उसने वनस्टॉप चैनल के रूप में इंटरनेट पर अपना यह चैनल शुरू किया है. इस चैनल के जरिए हिंदी एवं 18 राज्यों की क्षेत्रीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित होगा. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस अवसर पर राज्यों के लिए ‘सहकारी समितियों के गठन व पंजीकरण’ के मार्गदर्शक वीडियो भी जारी किए.

युवाओं की भागीदारी को बढ़ाना

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस अवसर पर राज्यों के लिए ‘सहकारी समितियों के गठन व पंजीकरण’ के मार्गदर्शक वीडियो भी जारी किए. चैनल लॉन्च करने के बाद तोमर ने कहा कि सहकारिता हमारी संस्कृति का हिस्सा है. इस चैनल के माध्यम से हमारा प्रयास सहकारी आंदोलन में युवाओं की भागीदारी को बढ़ाना होना चाहिए.

विभिन्न भाषाओं में मार्गदर्शन

नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नई सहकारी समितियों का गठन सहकारी आंदोलन के दायरे में नए जीवन और समर्पण लाने की एक शर्त है. उन्होंने कहा कि 18 राज्यों को अपने दायरे में लेने वाली विभिन्न भाषाओं में मार्गदर्शन वीडियो 10,000 किसान-उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को बढ़ावा देने और बनाने के लिए हमारी सरकार की प्रमुख पहल को मजबूत और गहरा करेगा.

विविध भाषाओं में ये वीडियो तैयार

यू-ट्यूब प्लेटफार्म पर चलने वाले, सहकार कॉपट्यूब चैनल की शुरुआत उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश,बिहार,छत्तीसगढ़,झारखंड, हरियाणा, हिमाचल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा, केरल, गुजरात, पंजाब एवं कर्नाटक के मार्गदर्शक वीडियो के साथ की गई है. एनसीडीसी के इन-हॉउस डिजाइन स्टूडियो ने विभिन्न राज्यों के लिए विविध भाषाओं में ये वीडियो तैयार किए हैं.

भारत में सहकारिता क्षेत्र ने एक लंबा सफ़र तय किया

भारत में सहकारिता क्षेत्र ने एक लंबा सफ़र तय किया है तथा किसानों एवं आर्थिक विकास की स्थितियों में सुधार लाने में अपनी सफलता प्रमाणित की है. लघु एवं सीमांत क्षेत्रों के किसानों एवं ग्रामीण गरीबों के संगठन के रूप में, सहकारिता ने 29 करोड़ सदस्यों तथा 8.50 लाख से अधिक संगठनों का विशाल नेटवर्क बनाया है.एनसीडीसी के सहकार कॉपट्यूब चैनल का शुभारम्भ व राज्यों के लिए ‘सहकारी समितियों के गठन तथा पंजीकरण’ हेतु मार्गदर्शक वीडियो का भी लोकार्पण वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से किया.

1,54,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि एनसीडीसी ने कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत एक शीर्ष-स्तरीय वैधानिक संस्था के रूप में सहकारी समितियों को 1,54,000 करोड़ रुपये की संचयी वित्तीय सहायता के साथ जबरदस्त सफलता हासिल की है. उन्होंने कहा कि साल 1963 में 2.36 करोड़ रुपये के संवितरण के साथ शुरुआत करने के बाद एनसीडीसी ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान लगभग 28,000 करोड़ रुपये का वितरण किया है.