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आरबीआई ने 20,000 करोड़ रुपये के OMO की घोषणा की

आरबीआई 27 अगस्त को आयोजित किए जाने वाले ओएमओ के अंतर्गत साल 2024 से साल 2032 के बीच परिपक्व होने वाली लंबी अवधि की सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदेगा.

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मुक्त बाजार परिचालन (ओएमओ) के जरिए कुल 20,000 करोड़ रुपये मूल्य की सरकारी प्रतिभूतियों की साथ-साथ खरीद-बिक्री करेगा. इस ओएमओ का परिचालन दो चरण में किया जाएगा. आरबीआई ने कहा कि नीलामी 2 चरणों में 27 अगस्त और 3 सितंबर को आयोजित की जाएगी.

आरबीआई ने कहा है कि बाजार में नकदी की मौजूदा और उभरती हुई परिस्थितियों को देखते हुए रिजर्व बैंक ने मुक्त बाजार परिचालन (OMO) के अंतर्गत 10,000 करोड़ रुपये के दो चरण में कुल 20,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों की साथ-साथ खरीद-बिक्री का फैसला किया है.

दो चरण में खरीद-बिक्री का फैसला

आरबीआई 27 अगस्त को आयोजित किए जाने वाले ओएमओ के अंतर्गत साल 2024 से साल 2032 के बीच परिपक्व होने वाली लंबी अवधि की सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदेगा. वहीं, केंद्रीय बैंक इस साल अक्टूबर और नवंबर में परिपक्व हो रही प्रतिभूतियों की बिक्री करेगा.

आरबीआई ने कहा है कि 03 सितंबर 2020 को दूसरे चरण के ओएमओ का आयोजन किया जाएगा और इसके लिए अलग से घोषणा की जाएगी.

वित्तीय बाजारों के सुचारू संचालन

भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि वह तरलता और बाजार स्थितियों पर लगातार नजर बनाए रखेगा और पूंजी बाजार के व्‍यवस्थित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाए भी करेगा. सरकारी प्रतिभूतियों की एक ही समय खरीद-बिक्री कार्यक्रम में लंबी परिपक्‍वता अवधि वाली सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद और समान मूल्‍य वाली लघु-अवधि की प्रतिभूतियां शामिल होंगी.

आरबीआई ने यह भी कहा कि वह सरकारी प्रतिभूतियों को क्रमशः 04 नवंबर 2024, 15 फरवरी 2027, 11 मई 2030 और 28 अगस्त 2032 को परिपक्व होने वाली 6.18 प्रतिशत, 8.24 प्रतिशत, 5.79 प्रतिशत और 7.95 प्रतिशत सहित खरीदेगा. यह अक्टूबर 2020 और नवंबर 2020 के बीच परिपक्व होने वाली प्रतिभूतियों को बेचेगा. आरबीआई लगातार चालू और विकसित तरलता और बाजार की स्थितियों की समीक्षा कर रहा है.

WHO ने अफ्रीका को पोलियो मुक्त घोषित किया

डब्ल्यूएचओ ने साल 1988 में वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (जीपीईआई) शुरू की थी. तब से लेकर अब तक लगभग पूरी दुनिया से पोलियो को खत्म किया जा चुका है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया है कि अफ्रीका के अंतिम देश नाइजीरिया के पोलियो मुक्त देश घोषित होने के बाद 25 अगस्त 2020 को पूरा अफ्रीका महाद्वीप वाइल्ड पोलियो से मुक्त हो गया. अफ्रीकी देश नाइजीरिया में ही पोलियो वायरस बचा था. पिछले चार सालों से यहां पोलियो का एक भी मामला नहीं आया है.

डब्ल्यूएचओ के अफ्रीका रीजन के कार्यालय ने अफ्रीका महाद्वीप को पोलियो मुक्त घोषित किया. डब्ल्यूएचओ ने साल 1988 में वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (जीपीईआई) शुरू की थी. तब से लेकर अब तक लगभग पूरी दुनिया से पोलियो को खत्म किया जा चुका है. अफ्रीका में आखिरी बार पोलियो का मामला साल 2016 में नाइजीरिया में आया था.

पोलियो अब केवल दो देशों में बचा

अफ्रीका को पोलियो वायरस से मुक्त घोषित किए जाने के बाद केवल पाकिस्तान और अफगानिस्तान ही ऐसे देश होंगे जहां पर पोलियो वायरस सक्रिय है और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले और असुरक्षा की वजह से पोलियो की बीमारी और जटिल हो गई है. अर्थात दुनिया में अब पोलियो केवल दो देशों (पाकिस्तान और अफगानिस्तान) में बचा है.

दूसरी बार अफ्रीका में किसी वायरस को खत्म किया

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह दूसरी बार है जब अफ्रीका में किसी वायरस को खत्म किया गया है. चार दशक पहले अफ्रीका में चेचक को पूरी तरह से खत्म किया गया था. हालांकि,विशाल अफ्रीका महाद्वीप जहां पर 130 करोड़ लोग रहते हैं शिथिल निगरानी प्रणाली से पोलियो वायरस के छिटपुट मामले आने की आशंका बनी हुई है, जिसका पता नहीं लग पाया है.

किसी देश को पोलियो मुक्त कैसे माना जाता है?

जब किसी देश में चार साल तक पोलियो का कोई नया मामला नहीं सामने आता तो उसे पोलियो मुक्त मान लिया जाता है. अफ्रीका में केवल नाइजीरिया में ही पोलियो वायरस था. यहां साल 2016 से कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है. साल 1996 में पूरे अफ्रीका में लगभग 75 हजार बच्चे पोलियो का शिकार हुए थे. इस दौरान अफ्रीका का प्रत्येक एक देश प्रभावित था.

भारत कब पोलियो मुक्त हुआ था

डब्लूएचओ ने 27 मार्च 2014 को भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया था. इस दिन दिल्ली स्थित डब्लूएचओ के कार्यालय में आयोजित समारोह में दक्षिण-पूर्व एशिया को पोलियो मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया. इसी के तहत भारत भी पोलियो मुक्त घोषित हो गया था.

पोलियो क्या है?

पोलियो एक विषाणुजन्य रोग है, जो अधिकांशत: बच्चों को होता है. यद्यपि यह बीमारी किसी को भी हो सकती है, फिर भी बच्चे ही इसका शिकार ज़्यादा होते हैं. पोलियो का वायरस संक्रमण से फैलता है. इसका संक्रमण मुख्य रूप से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फेको-मौखिक मार्ग के द्वारा होता है. यह पानी या मल पदार्थ, अस्वच्छ भोजन के साथ, जल के संक्रमण से हो सकता है. यह एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जिससे शरीर के अंगों में विकलांगता आ सकती है. पोलियो लाईलाज है, क्‍योंकि इसका लकवापन ठीक नहीं हो सकता है. बचाव ही इस बीमारी का एक मात्र उपाय है.

डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी के कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा

केंद्र सरकार द्वारा प्रख्यात वैज्ञानिक जी. सतीश रेड्डी को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष के तौर पर दो वर्षों का सेवा विस्तार दिया गया. उन्हें अगस्त 2018 में दो वर्षों के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया था.

कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने डीआरडीओ अध्यक्ष के रूप में रेड्डी के कार्यकाल के विस्तार को मंजूरी दी है. साथ ही 26 अगस्त के बाद दो वर्षों के लिए वह रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीओडीआरडी) के सचिव भी होंगे.

MP सरकार ने सरकारी नौकरी में प्रदेश के लोगों को 100 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की

मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में सरकारी नौकरी में प्रदेश के लोगों को 100 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की है. दसवीं या बारहवीं की परीक्षा मध्य प्रदेश से उत्तीर्ण करने वाले ही प्रदेश में सेवा के लिए पात्र होंगे. एक साल पहले (9 जुलाई 2019 को) पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मध्य प्रदेश के स्थानीय लोगों के लिए निजी क्षेत्र की नौकरियों में 70 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की थी.

हरियाणा सरकार ने भी जुलाई 2020 को स्थानीय लोगों को आरक्षण देने का एक कानून बनाया है. इस कानून में निजी क्षेत्र की नौकरियों में हरियाणा के स्थानीय निवासियों के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया है.

केंद्र सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस सम्बन्धी अन्य दस्तावेजों के नवीनीकरण की सीमा बढ़ा दी

केंद्र सरकार ने इस साल वाहन चालकों को तीसरी बार यह राहत प्रदान की है. इससे पहले 30 मार्च और 9 जून को तीन-तीन महीनों के लिए वैधता को बढ़ाया गया था. कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से पहली बार दस्तावेजों को रिन्यू करने की अवधि को बढ़ाकर 30 जून कर दिया गया था.

इसके बाद दूसरी बार उस अवधि को बढ़ाकर 30 सितंबर किया गया था और अब इसे बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया है. केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु कार्यालयों में भीड़ एकत्रित नहीं करने के निर्देश दिए हैं.

अश्वनी भाटिया SBI बैंक का प्रबंध निदेशक नियुक्त

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने हाल ही में कहा कि अश्विनी भाटिया ने बैंक के प्रबंध निदेशक का पदभार संभाल लिया है. अश्विनी भाटिया एसबीआई के चौथे प्रबंध निदेशक हैं. वे अपनी सेवानिवृत्ति की उम्र होने तक पद पर बने रहेंगे जो 31 मई 2022 को होगी.

अश्विनी भाटिया वर्तमान में एसबीआई म्यूचुअल फंड में प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में काम कर रहे हैं. उन्हें पीके गुप्ता के स्थान पर नियुक्त किया गया है, जो 31 मार्च को सेवानिवृत्ति हुए है.

बाइचुंग भूटिया के नाम पर होगा सिक्कम में फुटबॉल स्टेडियम

सिक्किम के नामची में भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया के नाम पर एक स्टेडियम का नाम रखा जाएगा. यह स्टेडियम बाइचुंग भूटिया के जन्मस्थल दक्षिणी सिक्किम के तिन्कीतम जिले से 25 किलोमीटर दूर है.

भारत में अब तक का यह पहला ऐसा स्टेडियम होगा, जिसका नाम किसी फुटबॉलर के नाम पर होगा. साल 1995 में भारतीय सीनियर फुटबॉल टीम में पदार्पण करने वाले बाइचुंग भूटिया ने 2011 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था. उन्हें साल 1998 में अर्जुन अवॉर्ड और 2008 में पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है.

राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया हरित पथ ऐप लॉन्च

राजमार्ग मंत्री ने ‘नई हरित राजमार्ग नीति’ की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए, सड़क निर्माण की लागत को 25% तक कम करने और आधुनिक और हरित प्रौद्योगिकियों की पहचान करने का आह्वान किया है, जो इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में योगदान करेंगे.

राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हरित पथ ऐप लॉन्च किया है. यह भू-टैगिंग और वेब-आधारित जीआईएस-सक्षम निगरानी उपकरणों के माध्यम से राजमार्गों पर वृक्षारोपण की निगरानी में मदद करेगा.

राजमार्ग मंत्री ने ‘नई हरित राजमार्ग नीति’ की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए, सड़क निर्माण की लागत को 25% तक कम करने और आधुनिक और हरित प्रौद्योगिकियों की पहचान करने का आह्वान किया है, जो इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में योगदान करेंगे.

इस वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान नितिन गडकरी, जिनके पास एमएसएमई पोर्टफोलियो भी है, ने पूरे देश में सड़क निर्माण में हरित और आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर जोर दिया है.

हरीथ ऐप: प्रमुख विशेषताएं 

• नितिन गडकरी ने हरित ऐप लॉन्च किया है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा विकसित किया गया है.

• मंत्री जी द्वारा लॉन्च किया गया यह मोबाइल ऐप राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे लगाए गए हर पेड़ को एक डिजिटल पता प्रदान करेगा.

• इस ऐप का उद्देश्य सभी वृक्षारोपण परियोजनाओं के तहत अपनी क्षेत्र इकाइयों में प्रत्येक वृक्ष के विकास, स्थान, रखरखाव की गतिविधियों, प्रजातियों के विवरण, उपलब्धियों और लक्ष्यों की निगरानी करना है.

• केंद्रीय मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि, राजमार्गों के किनारे वृक्षारोपण के लिए विशेष एजेंसियों और लोगों को काम पर रखा जाना चाहिए और स्व-सहायता समूहों, गैर सरकारी संगठनों और बागवानी और वन विभाग को भी इसमें शामिल होना चाहिए.

• इस ऐप के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान, अधिकारियों ने यह आश्वासन दिया है कि, वे वर्ष 2022 तक सभी राजमार्गों पर 100% वृक्षारोपण के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे.

सड़क निर्माण में नई तकनीक:

इस मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, सड़क निर्माण में नई तकनीकों पर चर्चा करते हुए, श्री नितिन गडकरी ने यह कहा कि, प्रत्येक निर्माण की लागत को 25% तक कम करना हमारा मिशन होना चाहिए, इसे प्राप्त करने के लिए नई तकनीकों की आवश्यकता है.

राजमार्ग मंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला है कि, सीमावर्ती क्षेत्रों, पहाड़ी क्षेत्रों और तटीय क्षेत्रों जैसे कुछ क्षेत्रों के लिए अलग किस्म की कार्यप्रणालियों और प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता होती है. इस चर्चा के दौरान, उन्होंने मजबूती प्रदान करने के विभिन्न उद्देश्यों के लिए स्थानीय स्वदेशी सामग्री जैसे कॉयर, जूट आदि का उपयोग करने पर भी जोर दिया.

हरित भारत संकल्प: वृक्षारोपण अभियान

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने देश को 25 साल की सेवा देने के लिए हाल ही में ‘हरित भारत संकल्प’ शुरू किया है. यह एक राष्ट्रव्यापी वृक्षारोपण अभियान है जो पर्यावरणीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की प्रतिबद्धता के अनुरूप है.

इस अभियान के तहत, NHAI ने पहले ही 21 जुलाई से 15 अगस्त, 2020 के बीच राष्ट्रीय राजमार्गों पर 25 दिनों में 25 लाख से अधिक पौधे लगाए हैं, जिससे वर्तमान वर्ष में किए गए वृक्षारोपण की संख्या 35.22 लाख तक पहुंच गई है.