1.कौनसा संस्कार मनुष्य जीवन का अंतिम संस्कार माना जाता है –
(अ) पिण्डदान
(ब) अंत्येष्टि ANSWER
(स) सोग
(द) मोसर
2.मोसर क्या है –
(अ) आदिवासी जनजाति
(ब) राजस्थान में मृत्यु भोज की प्रथा ANSWER
(स) राजस्थान में दासी/दास प्रथा
(द) राजस्थान में आदिवासी लोगों का नृत्य
3.घर से शमशान तक अर्थी या बैकुण्ठी की दिशा परिवर्तन करते है उसे क्या कहते है –
(अ) दिसावर
(ब) आधेटा ANSWER
(स) मोसर
(द) पिण्डदान
4.राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह के भोजन के लिए जौ के आटे में छाछ मिलाकर बनाया जाने वाला भोजन कहलाता है-
(अ) सीरा
(ब) कलेवा
(स) भात
(द) राब ANSWER
5.जागीरदारों में पहले लोग अपनी शादी में दहेज के साथ में कुछ कुंआरी कन्याएं भी देते थे इन्हें किस नाम से पुकारा जाता था –
(अ) गौना
(ब) महर
(स) गोला
(द) डावड़ी ANSWER
6.तोरण मारना किसका प्रतीक है –
(अ) विवाह का
(ब) विजय/ शक्ति का ANSWER
(स) किसी की हत्या करने का
(द) इनमें से कोई नहीं
7.स्त्री पुरूषों को दासों के रूप में रखने की परम्परा को क्या कहा जाता था –
(अ) महर
(ब) नाता प्रथा
(स) मोसर
(द) गोला ANSWER
8.आदिवासी लोगों में प्रचलित लीला-मेरिया संस्कार का संबंध है-
(अ) जन्म से
(ब) मृत्यु से
(स) विवाह से ANSWER
(द) सगाई से
9.कौनसा रिवाज विवाह से संबंधित नहीं है –
(अ) बिंदोला
(ब) गठ-जोड़ा
(स) नांगल ANSWER
(द) डावरिया
10.आदिवासियों में कटकी वस्त्र पहना जाता है –
(अ) विधवाओं के द्वारा
(ब) पुरूषों द्वारा
(स) अविवाहित युवतियों द्वारा ANSWER
(द) विवाहित स्त्रियों द्वारा
11.राजस्थान में पैरों की अंगुलियों में पहना जाने वाला आभूषण है –
(अ) तकया
(ब) बिछिया ANSWER
(स) अचकन
(द) गोखरू
12.विवाह से सम्बन्धित रस्म है –
(अ) कांकन डोरड़ा
(ब) पहरावणी
(स) बरी पाड़ला
(द) ये सभी ANSWER
13.राजस्थान में जलवा पूजन किया जाता है –
(अ) बच्चे के जन्म से पुर्व
(ब) बच्चे के जन्म के कुछ दिन पश्चात् ANSWER
(स) बच्चे के मुण्डन संस्कार के समय
(द) बच्चे के अन्न प्रासन संस्कार के समय
14.परम्परागत राजस्थानी वेशभूषा की पहचान है –
(अ) साफा ANSWER
(ब) कुरता
(स) रूमाल
(द) पायजामा
15.राजस्थान में सागड़ी प्रथा क्या थी –
(अ) सती प्रथा
(ब) मृत्यु भोज प्रथा
(स) हाली प्रथा ANSWER
(द) नाता प्रथा