Talent Hunt Answers 17/02/2018

0
58

1.राष्ट्रीय न्यूनतम मजदूरी पर विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट में न्यूनतम मजदूरी कितना रखने के लिए सुझाव दिया गया है?
a.   9,750 रुपये
b.   10,000 रुपये
c.   10,500 रुपये
d.   11,200 रुपये

ANSWER:-  a. 9750 रुपये
विवरण: विशेषज्ञ समिति ने आवश्यकता आधारित राष्ट्रीय न्यूनतम मजदूरी 375 रुपये प्रति दिन (9,750 रुपये प्रति माह) तय करने का सुझाव दिया है.

2.निम्नलिखित में से किसने हाल ही में पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ का पदभार संभाला?
a.   वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमाड़े
b.   वाइस एडमिरल एन.ए. मोरे
c.   वाइस एडमिरल दीपक शाह
d.   वाइस एडमिरल उज्ज्वल निकम

ANSWER:-  a. वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमाड़े
विवरण: वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमाड़े, एवीएसएम, एनएम ने 14 फरवरी, 2019 को विशाखापट्टनम में पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ का पदभार ग्रहण किया. उनके पास नौसेना के अंदर नेवीगेशन तथा दिशा के क्षेत्र में विशेषज्ञता है.

3.प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना 15 फरवरी 2019 से लागू हो गई है. इसके तहत कितने रुपये मासिक पेंशन देने का प्रावधान किया गया है?
a.   3,000 रुपये
b.   4,000 रुपये
c.   5,000 रुपये
d.   6,000 रुपये

ANSWER: a. 3,000 रुपये
विवरण: भारत में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, घरेलू कामगारों, सिर-पीठ पर बोझा ढोने वाले मजदूरों तथा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के कार्यकर्ताओं को 3000 रुपये प्रति माह की पेंशन सुनिश्चित करने वाली केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन’ योजना 15 फरवरी 2019 से औपचारिक रुप से लागू हो जाएगी.

4.निम्नलिखित में से किसे हाल ही में नया चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है?
a.   ओ पी कोहली
b.   देवेन्द्र सिंह रावत
c.   सुशील चंद्रा
d.   विवेक कौशिक

ANSWER:-  c. सुशील चंद्रा
विवरण: भारतीय राजस्व सेवा (आई आर एस) के पूर्व अधिकारी सुशील चंद्रा को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है. वे सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेशन (सीबीडीटी) प्रमुख पद पर भी थे.

 

5.हाल ही में किस अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के बिहार, बंगाल और राजस्थान राज्यों में आज भी बाल विवाह की कुप्रथा मौजूद है?
a.   विश्व बैंक
b.   यूनिसेफ़
c.   सीआईआई
d.   एडीबी

ANSWER:-  b. यूनिसेफ
विवरण: यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार, बंगाल और राजस्थान में बाल विवाह की यह कुप्रथा आदिवासी समुदायों और अनुसूचित जातियों सहित कुछ विशेष जातियों के बीच प्रचलित है.