अबू धाबी में हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी

0
25

1 अबू धाबी में हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी में पहला भव्य हिंदू मंदिर खुलने जा रहा है। इस हिंदू मंदिर का उद्घाटन अगले साल 14 फरवरी को होगा। इस हिंदू मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मंदिर की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पहुंचा था। BAPS स्वामीनारायण संस्था की ओर से पूज्य ईश्वरचरण स्वामीजी और पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामीजी ने गुरुवर्य महंत स्वामीजी की ओर से पीएम मोदी को मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया था। बता दें कि यह अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है, जो अल वाकबा जगह पर 20,000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है। इस मंदिर को बेहद अत्याधुनिक शैली में तैयार किया गया है।

2 वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी, एवीएसएम, एनएम ने नौसेना के उप प्रमुख का पदभार संभाला

वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी, एवीएसएम, एनएम ने 4 जनवरी, 2024 को नौसेना के उप प्रमुख का पदभार संभाला। पदभार संभालते ही उन्‍होंने दिल्‍ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्‍पांजलि अर्पित कर उन बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि दी जिन्‍होंने देश के लिए अपना सर्वोच्‍च बलिदान दिया। नौसेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्य किया।

3 पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने इंदौर, भोपाल और उदयपुर शहरों के लिए आर्द्रभूमि पर रामसर कन्वेंशन के अंतर्गत वेटलैंड सिटी प्रमाणन के लिए प्रस्ताव दिया

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने इंदौर (मध्य प्रदेश), भोपाल (मध्य प्रदेश) और उदयपुर (राजस्थान) शहरों के लिए आर्द्रभूमि पर रामसर कन्वेंशन के अंतर्गत वेटलैंड सिटी प्रमाणन (डब्ल्यूसीए) के लिए भारत से तीन नामांकन प्रस्तुत किए हैं। ये पहले तीन भारतीय शहर हैं जिनके लिए नगर निगमों के सहयोग से संबंधित राज्य आर्द्रभूमि प्राधिकरणों से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर डब्ल्यूसीए के लिए नामांकन प्रस्तुत किए गए हैं। इन शहरों में और उसके आसपास स्थित आर्द्रभूमि अपने नागरिकों को बाढ़ विनियमन, आजीविका के अवसरों, मनोरंजक और सांस्कृतिक मूल्यों के संदर्भ में अनेक लाभ प्रदान करती है। सिरपुर वेटलैंड (इंदौर में रामसर साइट), यशवंत सागर (इंदौर के समीप रामसर साइट), भोज वेटलैंड (भोपाल में रामसर साइट) और उदयपुर और उसके आसपास कई वेटलैंड्स (झीलें) इन शहरों के लिए जीवन रेखा के रूप में काम करते हैं।

4 असम सरकार ने छात्रों के प्रदर्शन के समग्र मूल्‍यांकन के लिए ‘गुणोत्‍सव 2024’ शुरू किया

असम सरकार ने राज्‍य के 35 जिलों के 43 हजार से अधिक सरकारी स्‍कूलों के करीब 40 लाख छात्रों के प्रदर्शन के समग्र मूल्‍यांकन के लिए ‘गुणोत्‍सव 2024‘ शुरू किया है। राज्‍य के सभी प्राथमिक और माध्‍यमिक स्‍कूलों में शुरू की गई इस मूल्‍यांकन प्रक्रिया के लिए 18 हजार से अधिक बाहरी मूल्‍यांकनकत्ताओं की सेवा ली जाएगी। मूल्‍यांकनकत्ताओं में राज्‍य के मुख्‍यमंत्री, विधायक, मुख्‍य सचिव, कॉलेज शिक्षक और सरकारी अधिकारी शामिल हैं। स्‍कूलों में यह मूल्‍यांकन प्रक्रिया तीन चरणों में आठ फरवरी तक चलेगी। इस प्रक्रिया से स्‍कूलों में जबावदेही बढेगी और शिक्षा की गुणवत्‍ता में सुधार आएगा।

5 भारतीय खिलौना उद्योग के निर्यात में पिछले नौ वर्ष में 239 प्रतिशत की वृद्धि

भारतीय खिलौना उद्योग के निर्यात में पिछले नौ वर्ष में 239 प्रतिशत की वृद्धि हुई। नई दिल्ली में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव राजेश सिंह ने भारत में निर्मित खिलौनों के बारे में एक रिपोर्ट का उल्‍लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की पहल और नीतिगत स्तर पर लिए गए विभिन्न निर्णयों के बाद भारतीय खिलौना उद्योग ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। रिपोर्ट में इसी अवधि में खिलौनों के आयात में 52 प्रतिशत की गिरावट का भी जिक्र किया गया है। यह रिपोर्ट उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग की ओर से लखनऊ के भारतीय प्रबंधन संस्थान ने तैयार की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2014 से 2020 तक के 6 वर्षों की अवधि में, सरकार के प्रयासों के कारण खिलौना विनिर्माण इकाइयों की संख्या दोगुनी हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2020 में आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में भारत को वैश्विक खिलौना विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की इच्छा भी व्यक्त की थी। इसको पूरा करने के लिए, सरकार ने स्‍वदेशी खिलौनों की डिजाइनिंग, गुणवत्ता की निगरानी और संसाधन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना जैसी व्यापक पहल शुरू की है।

6 सरकार ने छात्रों में नेतृत्व गुण विकसित करने के लिए एक अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम – प्रेरणा का शुभारम्‍भ किया

सरकार ने छात्रों में नेतृत्व गुण विकसित करने के लिए एक अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम – प्रेरणा का शुभारम्‍भ किया। केन्‍द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि प्रेरणा भारतीय शिक्षा प्रणाली के सिद्धांतों और मूल्य-आधारित शिक्षा के दर्शन को एकीकृत करने की मजबूत प्रतिबद्धता से प्रेरित है तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की आधारशिला है। यह कक्षा 9वीं से 12वीं तक के चयनित छात्रों के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला आवासीय कार्यक्रम है। मंत्रालय ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से हर सप्ताह चयनित 20 छात्रों जिनमें 10 लड़के और 10 लड़कियों का एक बैच कार्यक्रम में भाग लेगा। यह कार्यक्रम गुजरात के वडनगर में 1888 में स्थापित वर्नाक्युलर स्कूल से संचालित होगा। प्रेरणा स्‍कूल का पाठ्यक्रम भारतीय प्रद्यौगिकी संस्‍थान – आई.आई.टी. गॉधीनगर ने तैयार किया है। इसमे 9 मूल्‍य आधारित विषयवस्‍तु समाहित हैं। ये है – स्‍वाभिमान और विनय, शौर्य और साहस, परिश्रम और समर्पण, करुणा और सेवा, विविधता और एकता, सत्‍यनिष्‍ठा और शुचिता, नवाचार और जिज्ञासा, श्रद्धा और विश्‍वास, स्‍वतंत्रता और कर्त्तव्‍य। यह कार्यक्रम युवाओं को भारत की विविधता में एकता की भावना की ओर प्रेरित करेगा और इससे वसुधैव कुटुम्‍बकम के आदर्श वाक्‍य को साकार करने में मदद मिलेगी।

7 लखनऊ में पीएमश्री स्‍कूलों के आधुनिकीकरण का शुभारंभ

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में पीएमश्री स्कूलों के चार सौ चार करोड़ रुपये की लागत से आधुनिकीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके साथ ही ’प्रोजेक्ट अलंकार’ के तहत माध्यमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण के लिए तीन सौ 47 करोड़ की धनराशि हस्तांरित की। इस मौके पर समूह ‘ख’ के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र भी वितरित किए गए। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने योगी सरकार के शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना की और भरोसा जताया कि अन्य योजनाओं की तरह पीएम श्री योजना भी उत्तर प्रदेश में बहुत सफलतापूर्वक लागू होगी।

8 पश्चिम बंगाल ने कुछ उत्पादों के लिए भौगोलिक संकेत-जीआई टैग हासिल किया

पश्चिम बंगाल ने कुछ उत्पादों के लिए भौगोलिक संकेत-जीआई टैग हासिल किया है। इनमें सुंदरबन शहद, जलपाईगुड़ी जिले का काला नुनिया चावल और टांगाईगोरॉद और कोड़ियाल साड़ियां शामिल हैं। केंद्र सरकार ने उत्पादों के नाम पहले ही निर्दिष्ट पोर्टल पर अपलोड कर दिए हैं। सुंदरबन शहद ‘मौली‘ समुदाय द्वारा सुंदरबन जंगल से एकत्र किया जाता है। पश्चिम बंगाल वन विकास निगम लिमिटेड शहद को एकत्र और संसाधित करता है और इसे मौबन ब्रैंड नाम से बेचता है। काला नुनिया चावल बहुत लोकप्रिय है और इस देशी किस्‍म के चावल की खेती जलपाईगुड़ी जिले में की जाती है। कोड़ियाल साड़ी का उत्पादन केवल मुर्शिदाबाद जिले के मिर्ज़ापुर में होता है। टांगाई और गोरॉद साड़ी भी इस क्षेत्र में प्रसिद्ध हैं।

9  केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने नई दिल्ली में तूर दाल उत्पादक किसानों के पंजीकरण, खरीद एवं भुगतान के लिए NAFED और NCCF द्वारा विकसित पोर्टल का लोकार्पण किया

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने नई दिल्ली में तूर दाल उत्पादक किसानों के पंजीकरण, खरीद एवं भुगतान के लिए भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED)और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (NCCF)द्वारा विकसित ई-समृद्धि पोर्टल का लोकार्पण किया। श्री अमित शाह ने दलहन की आत्मनिर्भरता पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया। अपने सम्बोधन में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज हमने पोर्टल के जरिए ऐसी शुरुआत की है जिससे NAFED और NCCF के माध्यम से किसानों को एडवांस में रजिस्ट्रेशन कर तूर दाल की बिक्री में सुविधा होगी और उन्हें MSP या फिर इससे अधिक के बाजार मूल्य का डीबीटी के जरिए भुगतान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इस शुरुआत से आने वाले दिनों में किसानों की समृद्धि, दलहन के उत्पादन में देश की आत्मनिर्भरता और साथ ही पोषण अभियान को भी मजबूती मिलेगी।

10 भारत म्यांमार में सीमा पार करने की अनुमति देने वाली मुक्त आवाजाही व्यवस्था को समाप्त करेगा

भारत सरकार ने फ्री मूवमेंट रिजीम (FMR) को समाप्त करने का निर्णय लिया है, जो भारत-म्यांमार सीमा पर रहने वाले लोगों को एक-दूसरे के क्षेत्र में 16 किलोमीटर तक वीजा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देता है। छिद्रपूर्ण सीमा को पूरी तरह से सील करने के लिए उन्नत बाड़ लगाई जाएगी। फ्री मूवमेंट रिजीम (FMR), 2018 से लागू है, जो दोनों पक्षों में रहने वाली जनजातियों को वार्षिक सीमा पास के आधार पर बिना वीजा के सीमा पार 16 किमी तक यात्रा करने की अनुमति देती है। इसका उद्देश्य सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना था। विद्रोही समूहों ने हमलों को अंजाम देने और सीमा पार कर गिरफ्तारी से बचने के लिए नियमों में ढील का फायदा उठाया। छिद्रपूर्ण प्रकृति ने अनियंत्रित आप्रवासन, नशीले पदार्थों और सोने की तस्करी को भी सक्षम बनाया।

11 प्रदूषण से निपटने के लिए असम के मुख्यमंत्री द्वारा गुवाहाटी में 200 ईको-बसों का अनावरण

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी से 200 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई। यह पहल असम में प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने के लिए राज्य सरकार के सबसे महत्वपूर्ण प्रयासों में से एक है। सीएम सरमा ने एक साहसिक दृष्टिकोण को रेखांकित किया, जिसका लक्ष्य वर्ष 2025 तक गुवाहाटी को 100% हरित सार्वजनिक परिवहन प्रणाली द्वारा संचालित देश के पहले शहर के रूप में स्थापित करना है। यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य टिकाऊ प्रथाओं और परिवहन के स्वच्छ तरीकों के लिए वैश्विक आघात के साथ संरेखित है।

12 सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रयागराज में यूपी के पहले फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का उद्घाटन

उत्तर प्रदेश राज्य के लिए एक अभूतपूर्व कदम में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगम शहर की अपनी यात्रा के दौरान राज्य के पहले फ्लोटिंग वातानुकूलित रेस्तरां का उद्घाटन किया। उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) द्वारा प्रबंधित रेस्तरां, सुरम्य यमुना नदी पर आगंतुकों के लिए भोजन के अनुभव को पुनः परिभाषित करेगा। नव उद्घाटन किया गया फ्लोटिंग रेस्तरां प्रयागराज में एक अनूठा आकर्षण बनेगा एक समय में लगभग 40 आगंतुकों के बैठने की क्षमता के साथ, यह सिज़लर स्टेक और मॉकटेल सहित व्यंजन और पेय पदार्थों का उत्कृष्ट विकल्प प्रदान करता है। इस उद्यम का उद्देश्य संगम शहर में पर्यटन को बढ़ाना है, स्थानीय लोगों और पर्यटकों को यमुना की प्राकृतिक सुंदरता से घिरा एक अभूतपूर्व पाक अनुभव प्रदान करना है।

13 मूर्ति ट्रस्ट की मैत्री पहल से बेंगलुरु में पशु कल्याण में बढ़ोतरी

कंपैशन अनलिमिटेड प्लस एक्शन (सीयूपीए) के साथ एक अभूतपूर्व सहयोग में, मूर्ति ट्रस्ट ने बेंगलुरु में एक अग्रणी सामुदायिक बिल्ली नसबंदी केंद्र, ‘मैत्री’ पहल का अनावरण किया। 1 जनवरी, 2024 को उद्घाटन की गई यह अत्याधुनिक सुविधा भारत के पशु कल्याण क्षेत्र में चुनौतियों का समाधान करते हुए सद्भावना और मित्रता का प्रतीक है। स्थानीय समुदाय और सीयूपीए के बीच सहयोग से संचालित मैत्री पहल, आवारा बिल्लियों की आबादी का प्रबंधन करने और अधिक जनसंख्या की वन हेल्थ चुनौती से निपटने का प्रयास करती है। कैट एबीसी के लिए सीयूपीए का सफल सामुदायिक सक्षमता मॉडल 2018 से पहले ही 5000 से अधिक सामुदायिक बिल्लियों की नसबंदी कर चुका है। मूर्ति ट्रस्ट का लक्ष्य महत्वपूर्ण संसाधन प्रदान करके इस प्रभाव को बढ़ाना है, जिससे सामुदायिक-बिल्ली जनसंख्या नियंत्रण में प्रयासों को बढ़ाया जा सके।

14 रिलायंस इंडस्ट्रीज को भारत का पहला आईएससीसी-प्लस प्रमाणन

ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल व्यवसायों में विविध पोर्टफोलियो वाले मुंबई स्थित समूह, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने वर्ष 2023 का समापन एक उल्लेखनीय नोट पर किया। कंपनी ने आईएससीसी-प्लस प्रमाणित रासायनिक रूप से पुनर्नवीनीकरण पॉलिमर का उत्पादन करने वाली भारत की पहली कंपनी बनकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। 29 दिसंबर को, आरआईएल ने घोषणा की कि उसने आईएससीसी-प्लस प्रमाणित सर्कुलर पॉलिमर के अपने उद्घाटन बैच को सफलतापूर्वक भेज दिया है, जिसका नाम सर्क्यूरेपोल (पॉलीप्रोपाइलीन) और सर्क्यूरेलीन (पॉलीइथाइलीन) है। यह उपलब्धि पेट्रोकेमिकल उद्योग में टिकाऊ प्रथाओं और नवाचार के प्रति आरआईएल की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

15 केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने केंद्र शासित प्रदेश दीव के घोघला बीच पर बीच गेम्स का उद्घाटन किया

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने केंद्र शासित प्रदेश दीव के सुन्‍दर घोघला बीच पर बीच गेम्स का उद्घाटन किया। बीच गेम्स 11 जनवरी तक खेले जाएंगे। श्री ठाकुर ने कहा कि इस महोत्सव के कारण देश के अन्य समुद्र तट वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी बीच गेम्स को बढ़ावा मिलेगा। श्री ठाकुर ने कहा कि इस महोत्सव के आयोजन से नए आयाम स्थापित होंगे और केंद्र शासित प्रदेश में संस्कृति और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इन प्रतियोगिताओं में बारह सौ से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। मलखंब, बीच-कबड्डी और टग-ऑफ-वॉर जैसे बीस से अधिक बीच-गेम्‍स के साथ बीच वॉलीबॉल, पेनचाक सिलाट, बीच-मुक्‍केबाजी, बीच-फुटबॉल और समुद्र तैराकी को समाहित करते हुए दीव बीच गेम्‍स में विभिन्‍न प्रकार के कुल आठ खेल शामिल किये गये हैं। बीच गेम्‍स का समापन समारोह आईएनएस खुखरी स्‍मारक में आयोजित किया जायेगा।

16 विश्व ब्रेल दिवस

दुनिया भर में 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस मनाया जाता है। यह दिन ब्रेल लिपि के आविष्कारक लुई ब्रेल के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। लुई ब्रेल का जन्म वर्ष 1809 में फ्रांस में हुआ था। संयुक्‍त राष्‍ट्र ने शिक्षा, संचार और सामाजिक समावेश के क्षेत्र में श्री ब्रेल के योगदान को सम्‍मान देने के लिए प्रत्‍येक वर्ष 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। ब्रेल, एक भाषा के बजाय एक सार्वभौमिक कोड है, जो संस्कृत, अरबी, चीनी, हिब्रू, स्पेनिश और कई अन्य भाषाओं सहित विभिन्न भाषाओं में लिखने और पढ़ने के उपकरण के रूप में कार्य करता है। ब्रेल वर्णमाला और संख्यात्मक प्रतीकों का एक स्पर्शपूर्ण प्रतिनिधित्व है, जिसमें प्रत्येक अक्षर और संख्या और यहाँ तक कि संगीत, गणितीय और वैज्ञानिक प्रतीकों को दर्शाने के लिये छह बिंदुओं का उपयोग किया जाता है।