तकनीकी खराबी के कारण लूना 25 अपनी कक्षा में प्रवेश नहीं कर पाया- रोसकॉस्मोस

0
86

1 पद्म विभूषण रतन टाटा को उद्योग क्षेत्र में विशिष्‍ट योगदान के लिए महाराष्‍ट्र सरकार के पहले उद्योग रत्‍न पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया

मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिन्‍दे ने प्रतिष्ठित उद्यमी पद्म विभूषण रतन टाटा को उद्योग क्षेत्र में विशिष्‍ट योगदान के लिए महाराष्‍ट्र सरकार के पहले उद्योग रत्‍न पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया। उपमुख्‍यमंत्रियों देवेंद्र फडनवीस और अजित पवार के साथ मुख्‍यमंत्री शिंदे ने श्री रतन टाटा को मुम्‍बई स्थित कोलाबा में उनके आवास पर 25 लाख रूपये का एक चैक, एक बैज और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्‍मानित किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री उदय सामंत और शिक्षामंत्री दीपक केसरकर भी उपस्थित थे।

2 नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस वागीर ऑस्ट्रेलिया के फ्रीमेंटल पहुंचेगी

नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस वागीर ऑस्ट्रेलिया के फ्रीमेंटल पहुंचेगी। इस पनडुब्बी ने इस वर्ष जून में यह यात्रा शुरु की थी। आईएनएस वागीर कलवरी श्रेणी की पांचवी पनडुब्बी है। इसे इस वर्ष जनवरी में नौसेना को सौंपा गया था। ऑस्ट्रेलिया में यह पनडुब्बी ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के साथ कई अभ्यासों में भाग लेगी। इस समय ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर भारतीय नौसेना के जलपोत और विमान मालाबार अभ्यास में भाग ले रहे हैं। यह अभ्यास 11 अगस्त से शुरू हुआ है और 21 अगस्त तक चलेगा। इसके बाद वे ऑसिनडैक्स अभ्यास में शामिल होंगे, जो 22 अगस्त से 24 अगस्त तक चलेगा।

3 नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने हरित हाइड्रोजन मानक को अधिसूचित किया

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने हरित हाइड्रोजन मानक को अधिसूचित कर दिया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि नवीकरणीय स्रोतों से उत्‍पन्‍न किस हाइड्रोजन को हरित हाइड्रोजन कहा जा सकता है। इसमें इलेक्‍ट्रोलाइसिस और बायोमास–दोनों तरह की हाइड्रोजन उत्‍पादन प्रणाली को शामिल किया गया है। मंत्रालय ने सभी संबंधित पक्षों के बाद निर्णय लिया है कि हरित हाइड्रोजन की परिभाषा में जलशोधन, इलेक्‍ट्रोलाइसिस, गैस शुद्धिकरण, ड्राइंग और हाइड्रोजन कम्‍प्रेशन से उत्पन्न ग्रीन हाउस गैस शामिल होंगे। अधिसूचना में कहा गया है कि हरित हाइड्रोजन की माप, मॉनिटरिंग, स्‍थल पर सत्‍यापन और प्रमाणन के तौर-तरीक़े का निर्धारण मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। इसके लिए विद्युत मंत्रालय का ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो अधिकृत प्राधिकरण होगा।

4 तकनीकी खराबी के कारण लूना 25 अपनी कक्षा में प्रवेश नहीं कर पाया- रोसकॉस्मोस

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोसकॉस्मोस ने एक बयान जारी कर कहा है कि लूना-25 अंतरिक्ष यान अनियंत्रित कक्षा में घूमने के बाद चंद्रमा से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रूस के यान को चंद्रमा की सतह पर 21 अगस्त को उतरना था। इस बीच, भारत के चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल को निचली कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया है। इस तरह, चंद्रयान-3 चांद के और करीब पहुंच गया है। चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल इस महीने की 23 तारीख़ को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का प्रयास करेगा।

5 अथम के साथ ही दस दिन तक चलने वाले ओणम त्‍योहार की शुरुआत

केरल में दस दिन के ओणम त्‍योहार की अथम् के साथ शुरूआत हो गई है। इस अवसर पर सुबह राज्यभर के लोगों ने पारंपरिक परिधान पहने और मंदिरों में पूजा-अर्चना की। लोगों ने राजा महाबली के स्वागत के प्रतीक के तौर पर घरों के बाहर फूलों से पुक्कलम बनाए। राजा महाबली को भगवान विष्‍णु के अवतार बामन देव ने पाताल भेज दिया था। मान्यता है कि इस दिन राजा महाबली पाताल लोक से धरती पर अपनी प्रजा को आशीर्वाद देने के लिए आते हैं, जिसकी खुशी में यह त्योहार मनाया जाता है। उनके ही स्वागत में घरों में साफ सफाई की जाती है और अच्छे से सजाया जाता है। साथ ही एक मान्यता यह भी है कि इस दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया था।

6 एनआईएन ने बताया कि हैदराबाद में अधिकांश आईटी कर्मचारियों को जीवनशैली के कारण हृदय रोग, रक्तचाप, मधुमेह, स्ट्रोक और अन्य प्रकार के गैर-संचारी रोगों का खतरा

हैदराबाद स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान परिषद -आईसीएमआर – से संबद्ध राष्ट्रीय पोषण संस्थान (एनआईएन) ने बताया कि हैदराबाद में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम कर रहे अधिकांश कर्मी अव्यवस्थित जीवनशैली के कारण हृदय रोग, रक्तचाप, मधुमेह, स्ट्रोक और अन्य प्रकार के गैर-संचारी रोगों का जोखिम उठा रहे हैं। राष्ट्रीय पोषण संस्थान द्वारा किए गए अनुसंधान से इस बात का संकेत मिलता है कि इसका कारण शारीरिक गतिविधि में कमी और कार्यस्थलों पर अत्यधिक तनाव है। हैदराबाद में 30 वर्ष की औसत आयु वाले आईटी कर्मचारियों पर किया गया यह शोध अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘न्यूट्रिएंट्स’ में प्रकाशित हुआ था। संस्थान की निदेशक डॉ. हेमलता ने बताया कि 26 से 35 वर्ष की आयु के लगभग 46 प्रतिशत प्रतिभागी उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अतिरिक्त वसा और कोलेस्ट्रॉल के असामान्य स्तर से ग्रसित हैं। उन्होंने बताया कि देश के विकास में बड़े पैमाने पर योगदान देने वाले आईटी क्षेत्र के कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।

7 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा के महाराजा बीर बिक्रम माणिक्य बहादुर को उनकी 115वीं जयंती पर याद किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा के महाराजा बीर बिक्रम माणिक्य बहादुर को उनकी 115वीं जयंती पर याद किया। शैक्षणिक संस्थानों में उनके योगदान के कारण उन्‍हें त्रिपुरा के निर्माता के रूप में याद किया जाता है।

8 डॉ. जितेंद्र सिंह ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद – (राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान) सीएसआईआर-एनबीआरआई लखनऊ द्वारा विकसित “कमल” के पुष्प की नई प्रजाति का अनावरण किया: जिसका नाम ‘नमो 108’ रखा गया है

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद- (राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान) सीएसआईआर-एनबीआरआई लखनऊ द्वारा विकसित “कमल” के पुष्प की नई प्रजाति का अनावरण किया जिसका नाम ‘नमो 108‘ रखा गया है, नए कमल में 108 पंखुड़ियाँ हैं। ‘एनबीआरआई नमो 108’ नाम के कमल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद- राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर- एनबीआरआई) द्वारा विकसित किया गया है, जो लखनऊ में स्थित एक प्रमुख पौधा-आधारित, बहु-विषयक, अत्याधुनिक राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। नमो 108 कमल की यह प्रजाति मार्च से दिसंबर तक खिलती है और पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह कमल की पहली ऐसी प्रजाति है जिसका जीनोम इसकी विशेषताओं के लिए पूरी तरह से अनुक्रमित है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कमल के रेशों से बने परिधान और कमल के फूलों से निकाले गए इत्र ‘फ्रोटस’ का भी विमोचन किया, जिसे सुगंध एवं स्वाद विकास केंद्र (एफएफडीसी), कन्नौज के सहयोग से कमल अनुसंधान कार्यक्रम (लोटस रिसर्च प्रोग्राम) के अंतर्गत एनबीआरआई द्वारा विकसित किया गया है। इस अवसर पर कमल अभियान (लोटस मिशन) की शुरुआत करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह परियोजना राष्ट्रीय शहद और मधुमक्खी मिशन (नेशनल हनीबीमिशन -एनएचबीएम), राष्ट्रीय बांस मिशन (नेशनल बम्बू मिशन- एनबीएम), राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) एवं प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमएनएफ), सतत कृषि के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमएसए), गोकुल मिशन, नीली क्रांति, मिशन शक्ति – एक एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम और अंतःविषय साइबर-भौतिक प्रणालियों पर राष्ट्रीय मिशन (एनएम-आईसीपीएस) इत्यादि जैसी अन्य प्राथमिकता वाली योजनाओं के समान ही मिशन मोड में शुरू की जा रही है।

9 राजस्थान ने मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा भोजन पैकेट योजना लॉन्च की

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा भोजन पैकेट योजना की शुरुआत की। इस पहल के तहत, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के अंतर्गत आने वाले परिवारों को उचित मूल्य की दुकानों (FPS) से आवश्यक वस्तुओं वाले मासिक अन्नपूर्णा भोजन पैकेट मुफ्त में मिलेंगे। प्रत्येक पैकेट में चने की दाल, चीनी, आयोडीन युक्त नमक, सोयाबीन रिफाइंड खाद्य तेल, मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और हल्दी पाउडर शामिल हैं। यह योजना यह सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है कि कोई भी भूखा न रहे। लॉन्च विभिन्न स्थानों पर होगा, जिसमें जन प्रतिनिधि पॉइंट-ऑफ-सेल मशीनों के माध्यम से लाभार्थियों को पैकेट वितरित करेंगे। लगभग 4,500 करोड़ रुपये सालाना बजट वाली इस योजना का लक्ष्य बढ़ती महंगाई के बीच एक करोड़ से अधिक जरूरतमंद परिवारों को राहत प्रदान करना है।

10 राजस्थान के मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास के लिए प्रगतिशील पहल का अनावरण किया

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की भलाई और विकास को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई परिवर्तनकारी पहलों की एक श्रृंखला का अनावरण किया। इन पहलों में सांस्कृतिक विरासत संरक्षण, बुनियादी ढांचे के विकास, कृषि विस्तार, सामाजिक समर्थन और लैंगिक समानता जैसे विभिन्न डोमेन शामिल हैं। गहलोत ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के माध्यम से रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित करने, अन्नपूर्णा राशन किट योजना का विस्तार करने, चिरंजीवी जीवन रक्षक योजना को बढ़ाने, इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना शुरू करने और राजस्थान पुलिस बल को “राजस्थान पुलिस पंचसती पदक” से सम्मानित करने की योजना की घोषणा की।

11 उत्तर प्रदेश सरकार ने वृक्षारोपण अभियान-2023 शुरू किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृक्षारोपण अभियान-2023 के तहत 5 करोड़ पौधे लगाने का भव्य प्रयास शुरू किया। गोमती तट के पास उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रकृति की रक्षा करना मानवता को आपदाओं से सुरक्षित रखने की कुंजी है। सीएम योगी ने कहा कि ये पेड़ लोगों को प्रकृति और आध्यात्मिकता दोनों से जोड़ने वाले पुल के रूप में काम करेंगे।

12 इंडोनेशिया ने गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम लॉन्च किया

इंडोनेशिया 2023 के अंत तक अपना स्वयं का गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी कर रहा है, जिसका लक्ष्य विदेशी निवेश और अंतर्राष्ट्रीय उद्यमशीलता प्रतिभा को आकर्षित करने के लिए अपनी आप्रवासन नीति को संशोधित करना है। इंडोनेशिया के पर्यटन और रचनात्मक अर्थव्यवस्था मंत्री, सैंडियागा यूनो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गोल्डन वीज़ा के आगामी लॉन्च की घोषणा की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विदेशी पर्यटकों को देश में निवेश करने और अपने प्रवास का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रारंभ में जून 2023 तक अपेक्षित था, अब कार्यक्रम का लक्ष्य तीसरी तिमाही के अंत से पहले लॉन्च किया जायेगा। यह कदम इंडोनेशिया द्वारा पांच और दस साल के लिए “दूसरे होम वीज़ा” की शुरुआत के बाद उठाया गया है, जो महत्वपूर्ण वित्तीय हिस्सेदारी वाले व्यक्तियों को लक्षित करता है।

13 पृथ्वी के निकट से तेज़ी से गुज़रा नासा का STEREO

हाल ही में नासा का सोलर टेरेस्ट्रियल रिलेशंस ऑब्ज़र्वेटरी (STEREO-A) अंतरिक्ष यान लॉन्च के लगभग 17 वर्ष बाद पहली बार पृथ्वी के निकट से गुज़रा। पृथ्वी के निकट से तेज़ी से गुज़रने वाला STEREO-A अपने अवलोकनों को बेहतर बनाने के लिये नासा के सौर और हेलिओस्फेरिक वेधशाला तथा सौर डायनेमिक्स वेधशाला के साथ समन्वय करेगा। इस समन्वय के माध्यम से यह अंतरिक्ष यान विभिन्न दूरी से विभिन्न आकारों की सौर विशेषताओं का पता लगाने में सक्षम होगा। STEREO-A (A का मतलब Ahead- आगे है), इसके जुड़वाँ STEREO-B (B का मतलब Behind- पीछे है) के साथ वर्ष 2006 में इसके चारों ओर पृथ्वी जैसी कक्षाओं का निर्माण करके सूर्य के व्यवहार का अध्ययन करने के लिये लॉन्च किया गया था। उनका प्राथमिक लक्ष्य सूर्य का एक त्रिविम दृश्य (Stereoscopic View) प्रदान करना था, जिससे शोधकर्त्ता कई दृष्टिकोणों से इसका अध्ययन कर सकें। वर्ष 2011 में STEREO-A ने STEREO-B से अपनी कक्षा में 180 डिग्री की दूरी पर पहुँचकर एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। इस स्थानिक व्यवस्था ने मानवता को पहली बार सूर्य को एक पूर्ण क्षेत्र के रूप में देखने की अनुमति दी, जिससे इसकी जटिल संरचना और गतिविधि में महत्त्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त हुई।

14 इंडियन फ्लाइंग फॉक्स बैट: टेरोपस गिगेंटस

भारतीय विज्ञान संस्थान और भारतीय वन्यजीव संस्थान के पारिस्थितिक विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा किये गए एक हालिया अध्ययन में फूलों का रस (Nectar) और फल खाने वाली भारत की सबसे बड़ी चमगादड़ प्रजाति फ्लाइंग फॉक्स बैट (Pteropus giganteus) के विषय में नई जानकारियाँ प्राप्त हुई हैं। फ्लाइंग फॉक्स बैट रात के समय में विचरण गतिविधि के अतिरिक्त दिन की अवधि का एक बड़ा हिस्सा वातावरण की निगरानी करने में बिताते हुए पाए गए। अध्ययन से पता चला है कि अपने रात्रिचर स्वभाव के विपरीत टेरोपस गिगेंटस दिन के समय में अधिक सतर्क देखे गए हैं, दिन की लगभग 7% अवधि वे किसी भी प्रकार के खतरे का आकलन करने में व्यतीत करते हैं। यह अध्ययन चमगादड़ों की इस प्रजाति की सामाजिक सतर्कता (आस-पास के अन्य जीवों के साथ किसी प्रकार के संघर्ष संबंधी निगरानी) और पर्यावरणीय सतर्कता (आस-पास के जोखिमों के संकेतों पर नज़र रखना) के बीच अंतर-बोध को दर्शाता है।

15 अंडूरी उत्सव: उत्तराखंड का अद्भुत मक्खन महोत्सव

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के दयारा बुग्याल में मनाया जाने वाला अंडूरी उत्सव, जिसे बटर फेस्टिवल के नाम से जाना जाता है, हाल ही में संपन्न हुआ। समुद्र तल से 11,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित दयारा बुग्याल राज्य के प्राचीन घास के मैदानों में से एक है।इसे बटर होली के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि लोग खेल-खेल में एक-दूसरे को मक्खन, दूध और छाछ लगाते हैं।

16 तमिलनाडु के ‘मैटी बनाना’ को GI टैग

तमिलनाडु के कन्याकुमारी ज़िले की मूल किस्म मैटी बनाना (मैटी केला) को हाल ही में इसकी अनूठी विशेषताओं और गुणों के लिये भौगोलिक संकेत (GI) टैग दिया गया। मैटी बनाना के छह प्रकार होते हैं जो रंग, सुगंध, स्वाद और बनावट में भिन्न होते हैं, साथ ही बच्चों के भोजन एवं औषधीय उपयोग के लिये भी उपयुक्त होते हैं। इस केले को आमतौर पर ‘बेबी बनाना’ के नाम से जाना जाता है। कन्याकुमारी की विशिष्ट जलवायु और मृदा में इसका उपयुक्त विकास होता है।

17 श्रीहरिकोटा से लॉन्च होगा दुनिया का पहला 3D रॉकेट

चेन्नई की निजी स्पेस कंपनी अग्निकुल कॉसमॉस (AgniKul Cosmos) का रॉकेट अग्निबाण सबऑर्बिटल टेक्नोलॉजिकल डेमॉन्सट्रेटर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में लॉन्च के लिए तैयार है। लॉन्चिंग सतीश धवन स्पेस सेंटर से होगी। इस रॉकेट को इंटीग्रेट करने की प्रक्रिया 15 अगस्त से शुरू हुई थी। यदि यह रॉकेट सफलतापूर्वक धरती के लोअर अर्थ ऑर्बिट में पहुंचता है, तो अग्निकुल देश की दूसरी निजी रॉकेट भेजने वाली कंपनी बन जाएगी। इसके पहले स्काईरूट एयरोस्पेस ने अपना रॉकेट भेजा था। अग्निबाण रॉकेट सिंगल स्टेज का रॉकेट है। इसके इंजन का नाम अग्निलेट इंजन है। यह इंजन पूरी तरह से थ्रीडी प्रिंटेड है। यह 6 किलोन्यूटन की ताकत पैदा करने वाला सेमी-क्रायोजेनिक इंजन है। इस रॉकेट को पारंपरिक गाइड रेल से लॉन्च नहीं किया जाएगा। यह वर्टिकल लिफ्ट ऑफ करेगा। पहले से तय मार्ग पर जाएगा।

18 गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने द बायोडायवर्सिटी एटलस ऑफ मायेम विलेज का अनावरण किया

भारत की समृद्ध सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और जश्न मनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एक अभूतपूर्व पहल – द बायोडायवर्सिटी एटलस ऑफ मायेम विलेज का अनावरण किया। यह अभूतपूर्व एटलस एक व्यापक सामाजिक-सांस्कृतिक इतिहास प्रदान करता है जो 12 वीं शताब्दी का पता लगाता है, जिससे यह ऐतिहासिक और पारिस्थितिक ज्ञान का एक उल्लेखनीय भंडार बन जाता है। मयेम गांव का बायोडिवर्सिटी एटलस, जो भारत के पहले गांव एटलस के रूप में प्रशंसा प्राप्त करता है, मयम गांव के समय के मध्यम से गुजरने वाले दिलचस्प यात्रा की बताता है। इतिहास के गहराईयों में जाकर, यह एटलस सदियों से मेहनत से बुने गए सामाजिक-सांस्कृतिक जाल को खोलता है।

19 ओपनएआई ने स्टार्टअप ग्लोबल इल्युमिनेशन का सफलतापूर्वक अधिग्रहण किया

ओपनएआई ने न्यूयॉर्क स्थित एक सरल स्टार्टअप ग्लोबल इल्युमिनेशन का सफलतापूर्वक अधिग्रहण कर लिया है, जो नवीन रचनात्मक उपकरण, डिजिटल अनुभव और मजबूत बुनियादी ढांचे को तैयार करने के लिए एआई की शक्ति का उपयोग करता है। यह अधिग्रहण ओपनएआई की अपनी क्षमताओं को बढ़ाने और एआई परिदृश्य में क्रांति लाने की प्रतिबद्धता का संकेत देता है।

20 कमलेश वार्ष्णेय, अमरजीत सिंह की सेबी के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में नियुक्ति

कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने कमलेश वार्ष्णेय और अमरजीत सिंह की सेबी पूर्णकालिक सदस्यों के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। भारतीय राजस्व सेवा के 1990 बैच के अधिकारी वार्ष्णेय वित्त मंत्रालय में राजस्व विभाग में संयुक्त सचिव हैं जबकि सिंह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) में कार्यकारी निदेशक हैं। ACC के सचिवालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार वार्ष्णेय और सिंह दोनों को कार्यभार संभालने की तारीख से तीन साल या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के लिए नियुक्त किया गया है। सेबी में वार्ष्णेय और सिंह एस के मोहंती और अनंत बरुआ के सेवानिवृत्त होने से खाली हुए पदों को भरेंगे।