भारत बना दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश : सिपरी

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1 भारत बना दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश : सिपरी

स्टाकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने 11 मार्च 2024 को अपनी रिपोर्ट में बताया कि भारत दुनिया का शीर्ष हथियार आयातक देश बन गया है। 2014-2018 से 2019-2023 के बीच भारत के हथियार आयात में 4.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। सिपरी की रिपोर्ट के अनुसार, अभी भी रूस भारत का मुख्य हथियार आपूर्तिकर्ता देश बना हुआ है। हालांकि 1960-64 के बाद यह पहली बार है जब भारत के हथियार आयात में रूस की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से कम रही है। भारत ने कुल हथियार आयात में से 36 प्रतिशत हथियार रूस से प्राप्त किए हैं। सिपरी रिपोर्ट के अनुसार, 2019-23 में यूरोपीय देशों के द्वारा आयात किए गए कुल हथियारों में से लगभग 55% हथियारों की आपूर्ति अमेरिका ने की। जापान के हथियार आयात में 155 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि दक्षिण कोरिया के हथियार आयात में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि चीन के द्वारा किये गए हथियारों के आयात में 44 प्रतिशत की कमी आई है।

2 प्रधानमंत्री ने गुजरात के साबरमती में कोचरब आश्रम का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने साबरमती आश्रम का दौरा किया और कोचरब आश्रम का उद्घाटन किया। यह 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत आने के बाद महात्मा गांधी द्वारा स्थापित पहला आश्रम था। इसे आज भी गुजरात विद्यापीठ ने एक स्मारक और पर्यटन स्थल के रूप में संरक्षित रखा है। प्रधानमंत्री ने गांधी आश्रम स्मारक के मास्टर प्लान का भी शुभारम्भ किया। इस मास्टर प्लान के तहत आश्रम के मौजूदा पांच एकड़ क्षेत्र को 55 एकड़ तक विस्तारित किया जाएगा। 36 मौजूदा इमारतों का जीर्णोद्धार किया जाएगा, जिनमें गांधीजी के निवास स्थान ‘हृदय कुंज‘ सहित 20 इमारतों का संरक्षण किया जाएगा, 13 का जीर्णोद्धार किया जाएगा और 3 का पुनरुद्धार किया जाएगा।

3 प्रधानमंत्री ने राजस्थान के पोखरण में तीनों सेनाओं के फायरिंग और त्वरित कार्रवाई अभ्यास ‘भारत शक्ति’ का अवलोकन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के पोखरण में तीनों सेनाओं के लाइव फायर और त्वरित कार्रवाई अभ्यास के रूप में स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के एक समन्वित प्रदर्शन का अवलोकन किया। ‘भारत शक्ति‘ में देश की शक्ति के प्रदर्शन के रूप में स्वदेशी हथियार प्रणालियों और प्लेटफार्मों की एक श्रृंखला प्रदर्शित की जाएगी, जो देश की आत्मानिर्भारत पहल पर आधारित है। भारत शक्ति भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में खतरों का मुकाबला करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की एकीकृत परिचालन क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाले वास्तविक, समन्वित, बहु-क्षेत्रीय संचालन का एकीकरण करेगी। अभ्यास में भाग लेने वाले प्रमुख उपकरण और हथियार प्रणालियों में टी-90 (आईएम) टैंक, धनुष और सारंग गन सिस्टम, आकाश हथियार प्रणाली, लॉजिस्टिक्स ड्रोन, रोबोटिक म्यूल, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) और मानव रहित विमानों की एक श्रृंखला शामिल है।

4 मॉरीशस विश्वविद्यालय ने राष्ट्रपति को डॉक्टर ऑफ सिविल लॉ की मानद उपाधि से सम्मानित किया

मॉरीशस विश्वविद्यालय ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को डॉक्टर ऑफ सिविल लॉ की मानद उपाधि से सम्मानित किया। राष्ट्रपति मुर्मू तीन दिन के मॉरीशस दौरे पर हैं।

5 नायब सैनी ने हरियाणा के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नायब सैनी ने 12 मार्च 2024 को हरियाणा के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। एक आम समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने चंडीगढ़ में नायब सैनी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उन्होंने मनोहर लाल खट्टर का स्थान लिया । मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहले मुख्यमंत्री थे।

6 श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने नई एयरलाइन फ्लाई91 की उद्घाटन उड़ान को झंडी दिखाई

केंद्रीय नागर विमानन व इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने एक क्षेत्रीय एयरलाइन सेवा फ्लाई91 का उद्घाटन किया और गोवा में मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (एमओपीए) तथा लक्षद्वीप के अगत्ती द्वीप समूह के बीच पहली उड़ान सेवा को झंडी दिखाई। एयरलाइंस ने यह जानकारी दी है कि चरणबद्ध तरीके से गोवा के मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और बेंगलुरु, हैदराबाद, जलगांव, अगत्ती, पुणे, नांदेड़ तथा बेंगलुरु, हैदराबाद एवं पुणे से सिंधुदुर्ग, जलगांव, नांदेड़ व गोवा के बीच निर्धारित उड़ानें 18 मार्च 2024 से संचालित होंगी। इस अवसर पर फ्लाई91 के अध्यक्ष श्री हर्ष राघवन, नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री असंगबा चुबा और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण तथा नागर विमानन मंत्रालय के कई अधिकारी भी उपस्थित थे।

7 सऊदी अरब में दुनिया की पहली 3D-प्रिंटेड मस्जिद बनाई गई

एक अभूतपूर्व उपलब्धि में, जेद्दा ने हाल ही में 3D प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करके निर्मित दुनिया की पहली मस्जिद के उद्घाटन का जश्न मनाया । जेद्दा के अल-जवाहरा उपनगर में स्थित मस्जिद का नाम दिवंगत अब्दुलअज़ीज़ अब्दुल्ला शरबतली के नाम पर रखा गया है। नवोन्वेषी मस्जिद नेशनल हाउसिंग कंपनी के पोर्टफोलियो का हिस्सा है और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और व्यापारिक नेताओं की उपस्थिति में इसका अनावरण किया गया। फुरसान रियल एस्टेट के प्रमुख अब्दुलवाहेद ने 5,600 वर्ग मीटर की मस्जिद के निर्माण का नेतृत्व किया, जिसमें 3D प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध चीनी निर्माता गुआनली के अत्याधुनिक 3D प्रिंटर का उपयोग किया गया।

8 द्वारका एक्सप्रेस वे

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन किया, जो भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। ₹4,100 करोड़ की लागत से निर्मित 19 किलोमीटर का खंड, देश की पहली 8-लेन एक्सप्रेसवे परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्ग (NH)-48 पर दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यातायात प्रवाह में सुधार और भीड़भाड़ को कम करना है। द्वारका एक्सप्रेसवे, जिसकी कुल निर्माण लागत ₹9,000 करोड़ है, को चार खंडों में विभाजित किया गया है:

  • पहले दो खंड, कुल 10 किलोमीटर, दिल्ली में स्थित हैं
  • तीसरा और चौथा खंड, जो लगभग 19 किलोमीटर तक फैला है, गुरुग्राम में है

यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे पर महिपालपुर के पास शिव मूर्ति से शुरू होता है और राष्ट्रीय राजमार्ग पर खेड़की दौला के पास समाप्त होने से पहले द्वारका सेक्टर 21, गुरुग्राम सीमा, बसई से होकर गुजरता है।

9 रंगपो में बनेगा सिक्किम का पहला रेलवे स्टेशन

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रंगपो में सिक्किम के पहले रेलवे स्टेशन की आधारशिला रखी। प्रधान मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि स्टेशन का डिज़ाइन हिमालयी राज्य की समृद्ध संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरणा लेगा। रंगपो रेलवे स्टेशन लगभग 41,000 करोड़ रुपये की 2,000 से अधिक रेल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक है, जिसका अनावरण प्रधान मंत्री ने किया था।

10 अर्जेंटीना ब्रिक्स योजना से हट गया

हाल ही में राष्ट्रपति जेवियर माइली के नेतृत्व में अर्जेंटीना ने, इसमें शामिल होने का कार्यक्रम पहले से तय था, विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के ब्रिक्स समूह में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। अर्जेंटीना 1 जनवरी, 2024 को शामिल होने के लिये तैयार था। अर्जेंटीना अगस्त में ब्रिक्स ब्लॉक में शामिल होने के लिये आमंत्रित छह देशों में से एक था, जिसमें वर्तमान में ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। ये बिंदु माइली के नेतृत्व में ब्रिक्स से दूरी बनाने और संयुक्त राज्य अमेरिका तथा इज़राइल के साथ अधिक निकटता से जुड़ने के अर्जेंटीना के फैसले को उजागर करते हैं, जो इसकी विदेश नीति में क्षिणपंथी लोकलुभावनवाद (Right-Wing Populism) की ओर बदलाव को दर्शाता है। विस्तार के प्रारंभिक चरण में ब्रिक्स में शामिल होने के लिये अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों को निमंत्रण देना शामिल है। 40 से अधिक देशों ने ब्रिक्स का सदस्य बनने में गहरी रुचि दिखाई है।

11 याउंडे घोषणा

हाल ही में याउंडे घोषणा ने मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया, क्योंकि 11 अफ्रीकी देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने मलेरिया से होने वाली मौतों को समाप्त करने का संकल्प लिया। वैश्विक स्तर पर मलेरिया के मामलों की कुल संख्या वर्ष 2019 में 233 मिलियन से बढ़कर वर्ष 2022 में 249 मिलियन हो गई। इस अवधि के दौरान अफ्रीका में मलेरिया के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 233 मिलियन मामलों तक पहुँच गई। वैश्विक मलेरिया के 94% मामले और मलेरिया से संबंधित 95% मौतें अफ्रीका में होती हैं। जबकि WHO अफ्रीका क्षेत्र में मलेरिया के खिलाफ प्रगति रुकी हुई है, याउंड सम्मेलन में शामिल 11 अफ्रीकी देशों पर वैश्विक मलेरिया का भार 70% से अधिक है। घोषणा का उद्देश्य स्वास्थ्य बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करना, कर्मियों की क्षमता का विस्तार करना और कार्यक्रम कार्यान्वयन को बढ़ाना है। वे वित्त पोषण, अनुसंधान और नवाचार के लिये साझेदारी को बढ़ावा देना भी चाहते हैं। घोषणा के बावजूद विशेषज्ञ ज़मीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई की ज़रूरत पर बल देते हैं। वर्ष 2030 तक मलेरिया को नियंत्रित और समाप्त करने के अफ्रीकी संघ के लक्ष्य में महत्त्वपूर्ण वित्तीय अंतराल का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें बुनियादी मलेरिया सेवाओं को बनाए रखने के लिये 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तथा स्वास्थ्य क्षेत्र में जलवायु अनुकूलन के लिये अतिरिक्त धन की आवश्यकता है।

12 आईआरईडीए ने 38वां स्‍थापना दिवस मनाया

भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) ने 11 मार्च, 2024 को अपना 38वां स्थापना दिवस मनाया, जो भारत में नवीकरणीय ऊर्जा विकास को प्रोत्‍साहन देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। आयोजित स्थापना दिवस समारोह ने आईआरईडीए की 37 साल की कार्य यात्रा और उपलब्धियों को दर्शाने का सुअवसर प्रदान किया। उन्‍होंने अपने समर्पित कर्मचारियों, हितधारकों और व्यावसायिक भागीदारों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके अथक समर्थन ने आईआरईडीए को देश में सबसे बड़ा प्योर प्ले ग्रीन फाइनेंस – गैर-बैंकिंग वित्‍तीय कंपनियां (एनबीएफसी) बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।