लाला लाजपत राय की जयंती : 28 जनवरी

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1. प्रधानमंत्री ने राजस्थान के भीलवाड़ा में भगवान देवनारायण के अवतरण की एक हजार 111वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के मालासेरी डुंगरी में 28 जनवरी को भगवान देवनारायण के 1111वें अवतरण महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान मालासेरी में उत्साह का माहौल देखने को मिला। यहां एक धर्मसभा भी हुई और श्रीविष्णु महायज्ञ का आयोजन भी किया गया। पीएम मोदी ने मालासेरी में महायज्ञ में आहुति देने के साथ भगवान देवनारायण का दर्शन कर आशीर्वाद लिया व धर्मसभा को संबोधित किया। भगवान श्री देवनारायण जी राजस्थान के लोगों द्वारा पूजे जाते हैं और उनके अनुयायी देश भर में फैले हुए हैं। उन्हें विशेष रूप से सार्वजनिक सेवा के लिए उनके कार्यों को लेकर सम्मानित किया जाता है।

2. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक के धारवाड़ में फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी

गृहमंत्री अमित शाह ने उत्‍तरी कर्नाटक के धारवाड़ में कृषि विज्ञान विश्‍वविद्यालय परिसर में राष्‍ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्‍वविद्यालय की आधारशिला रखी। इस विश्‍वविद्यालय से ऐसे विशेषज्ञ तैयार किए जा सकेंगे जो अपराध से निपटने में सहायक होंगे और जिनकी विशेषज्ञता का उपयोग कर अपराधियों की सजा दिलाई जा सकेगी। श्री शाह ने कहा कि धारवाड़ में फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय भारत का ऐसा सातवां विश्वविद्यालय होगा जहां फोरेंसिक विज्ञान के विशेषज्ञ तैयार होंगे।

3. सी-मेट, हैदराबाद में पीसीबी पुनर्चक्रण केंद्र का उद्घाटन

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव ने हैदराबाद में सेंटर फॉर मैटेरियल्स फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी (C-MET) में 1 टन प्रतिदिन की क्षमता वाले PCB (Printed Circuit Board) पुनर्चक्रण केंद्र का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य ई-कचरा प्रबंधन की दिशा में एक चक्रीय अर्थव्यवस्था की परिकल्पना, संसाधन दक्षता, प्रदूषण में कमी, कीमती धातुओं की पुनः प्राप्ति एवं स्वास्थ्य संबंधी खतरों को कम करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाना है। साथ ही उद्योगों को पुनर्चक्रण हेतु ई-कचरा को बाहर भेजने के बजाय भारत में अपना संयंत्र स्थापित करने में मदद करना है। भारत में प्रतिवर्ष लगभग 3.2 मिलियन टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा उत्पन्न होता है जिसमें खतरनाक सामग्री के अलावा सोना, पैलेडियम, चांदी आदि जैसी कई कीमती धातुएँ शामिल होती हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिये खतरा उत्पन्न कर सकती हैं। सी-मेट ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी हेतु पीपीपी मॉडल के अंतर्गत देश में अपनी तरह का पहला ई-कचरा प्रबंधन पर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया है। ई-अपशिष्ट प्रबंधन पर उत्कृष्टता केंद्र द्वारा ई-अपशिष्ट पुनर्चक्रण की सभी तकनीकें जैसे कि पीसीबी, लीथियम आयन बैटरी, स्थायी चुंबक और सी-सौर सेल (Si-solar cells) आदि विकसित की गई हैं। सी-मेट ने न केवल पुनर्चक्रण तकनीकों का विकास किया है बल्कि इसके लिये आवश्यक प्रसंस्करण उपकरण भी डिज़ाइन और निर्मित किये हैं।

4. G20: स्टार्टअप-20 इंगेजमेंट ग्रुप की बैठक हैदराबाद में शुरू

भारत की G20 की अध्यक्षता के तहत 28 जनवरी 2023 को स्टार्टअप-20 इंगेजमेंट ग्रुप की दो दिवसीय बैठक हैदराबाद में शुरू हो गई है। इस बैठक में G20 देशों के प्रतिनिधि और पर्यवेक्षक देशों के विशेष आमंत्रित सदस्य हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में बहुपक्षीय संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावा भारतीय स्टार्टअप परितंत्र भी शामिल होंगे। दरअसल, इंगेजमेंट ग्रुप में प्रत्येक G20 सदस्य देश के गैर-सरकारी प्रतिभागी शामिल होते हैं। ये प्रतिभागी G20 नेताओं को सिफारिशें प्रस्तुत करते हैं और नीति-निर्माण प्रक्रिया में योगदान देते हैं।

5. FCI ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत विभिन्न मार्गों से सेंट्रल पूल स्टॉक से 30 LMT गेहूँ को बाज़ार में उतारेगा

भारतीय खाद्य निगम (FCI) ओपन मार्केट सेल स्कीम (घरेलू) के तहत विभिन्न मार्गों से सेंट्रल पूल स्टॉक से 30 LMT गेहूँ को बाज़ार में उतारेगा। ई-नीलामी के बिना राज्य सरकारों/केंद्रशासित प्रदेशों को उनकी योजनाओं के लिये भी गेहूँ की पेशकश की जाएगी। FCI खाद्यान्न की आपूर्ति बढ़ाने हेतु समय-समय पर खुले बाज़ार में ई-नीलामी के माध्यम से पूर्व निर्धारित कीमतों पर गेहूँ और चावल के अधिशेष स्टॉक को बेचता है। ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) का उद्देश्य भारतीय खाद्य निगम द्वारा धारित गेहूँ और चावल के अधिशेष स्टॉक का निपटान करना तथा खुले बाज़ार में गेहूँ के मूल्य को विनियमित करना है। FCI गेहूँ की ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX) के प्लेटफॉर्म पर साप्ताहिक नीलामी आयोजित करता है। NCDEX भारत में एक कमोडिटी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म है जो विभिन्न कृषि और अन्य वस्तुओं के व्यापार के लिये मंच प्रदान करता है।

6. कश्मीर की पश्मीना शॉल को नए जमाने का फ्रेंच टच मिला

कश्मीर की प्रसिद्ध पश्मीना शॉल, जो सदियों से अपने जटिल बूटा या पैस्ले पैटर्न के लिये जानी जाती है, को फ्रेंच टच मिला है। ऐसा परिवर्तन, जहाँ कश्मीरी शॉल को जटिल कढ़ाई के बजाय अमूर्त चित्रों से सजाया गया, ने नए युग के सौंदर्यशास्त्र के साथ कपड़े को फिर से पेश किया है। पश्मीना एक भौगोलिक संकेत (GI) प्रमाणित ऊन है जिसकी उत्पत्ति भारत के कश्मीर क्षेत्र से हुई है। मूल रूप से कश्मीरी लोग सर्दियों के मौसम के दौरान खुद को गर्म रखने के लिये पश्मीना शॉल का इस्तेमाल करते थे। ‘पश्मीना’ शब्द एक फारसी शब्द “पश्म” से लिया गया है जिसका अर्थ है बुनाई योग्य फाइबर जो मुख्य रूप से ऊन है। पश्मीना शॉल ऊन की अच्छी गुणवत्ता और शॉल बनाने में लगने वाली कड़ी मेहनत के कारण बहुत महँगी होती हैं। पश्मीना शॉल बुनने में काफी समय लगता है और यह काम के प्रकार पर निर्भर करता है। एक शॉल को पूरा करने में आमतौर पर लगभग 72 घंटे या उससे अधिक समय लगता है।

7. एटिकोप्पका खिलौना शिल्पकार सी.वी. राजू को पद्म पुरस्कार के लिये चुना गया

एटिकोप्पका खिलौना शिल्पकार सी.वी. राजू आंध्र प्रदेश के उन सात व्यक्तियों में से एक हैं जिन्हें इस वर्ष के पद्म पुरस्कार के लिये चुना गया है। पद्मश्री पुरस्कार हेतु चुने जाने के लिये सी. वी. राजू का मानना है कि यह सम्मान एटिकोप्पका शिल्प कला को दिया गया है, उनका उद्देश्य शिल्प को बनाए रखने की दिशा में काम करना है। पिछले वर्ष ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा देने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘मन की बात’ प्रोग्राम में सी.वी. राजू के प्रयासों की सराहना की और लोगों को उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी थी। इन खिलौनों को ‘एटिकोप्पका’ (GI Tagged Etikoppaka Toys) के नाम से जाना जाता है। ये आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम ज़िले में वराह नदी के तट पर स्थित एटिकोप्पका गाँव के कारीगरों द्वारा बनाए गए पारंपरिक खिलौने हैं, ये खिलौने लकड़ी से बने होते हैं और बीज, लाह, छाल, जड़ों तथा पत्तियों से प्राप्त प्राकृतिक रंगों से रंगे जाते हैं। इन खिलौनों में कोई नुकीला किनारा नहीं होता है। वे सभी तरफ से गोलाकार होते हैं। एटिकोप्पका खिलौनों को वर्ष 2017 में भौगोलिक संकेत (GI Tag) प्रदान किया गया था। एक भौगोलिक संकेत (GI Tag) उन उत्पादों पर दिया जाता है, जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और इसमें उस क्षेत्र की विशेषताओं के गुण व प्रतिष्ठा भी पाई जाती है। वर्ष 2004-05 में भारत में जीआई टैग प्राप्त पहला उत्पाद दार्जिलिंग चाय थी।

8. पहला ‘वीर गार्जियन अभ्यास जापान में संपन्न

हाल ही में भारतीय वायु सेना (IAF) और जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (JASDF) के बीच द्विपक्षीय वायु अभ्यास ‘वीर गार्जियन 2023‘ का उद्घाटन संस्करण जापान में संपन्न हुआ। यह भारत और जापान का पहला द्विपक्षीय हवाई अभ्यास है। IAF दल ने Su-30 MKI विमान के साथ एक IL-78 फ्लाइट रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट और दो C-17 ग्लोबमास्टर स्ट्रेटेजिक एयरलिफ्ट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के साथ अभ्यास में भाग लिया। भारत द्वारा जापान के साथ किये जाने वाले अन्य अभ्यासों में धर्म गार्जियन (सैन्य), JIMEX (नौसेना), शिन्यू मैत्री (वायु सेना) और मालाबार (ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के साथ) शामिल हैं। ऐसा पहली बार था जब एक IAF महिला लड़ाकू पायलट विदेशी भूमि में हवाई युद्ध अभ्यास के लिये भारतीय दल का हिस्सा बनी।

9. ओडिशा के सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान में हाथियों की लगातार मौतें चिंता का विषय

ओडिशा के मयूरभंज ज़िले में सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान (SNP) पिछले कुछ वर्षों में पशु शिकारियों के लिये शिकार स्थल बन गया है। वर्ष 2019 के बाद से यहाँ 11 हाथियों की मौत हो चुकी है और मुख्य रूप से इनका शिकार हाथी दाँत के लिये किया गया है (हाथियों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत संरक्षित किया गया है)। सिमिलिपाल का नाम ‘सिमुल’ (रेशम कपास) के पेड़ से पड़ा है। यह सिमिलिपाल-कुलडीहा-हदगढ़ हाथी रिज़र्व का हिस्सा है जिसे मयूरभंज हाथी रिज़र्व के नाम से जाना जाता है। इसे औपचारिक रूप से 1956 में एक टाइगर रिज़र्व नामित किया गया था तथा वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत लाया गया था और जून 1994 में भारत सरकार द्वारा बायोस्फीयर रिज़र्व घोषित किया गया था। यह वर्ष 2009 से यूनेस्को वर्ल्ड नेटवर्क के बायोस्फीयर रिज़र्व का भी एक हिस्सा है।

10. पंजाब राज्य सरकार ने मवेशियों में गाँठदार त्वचा रोग की शुरुआती रोकथाम हेतु 25 लाख खुराकें एयरलिफ्ट की

हाल ही में पंजाब राज्य सरकार ने मवेशियों में गाँठदार त्वचा रोग की शुरुआती रोकथाम हेतु निःशुल्क टीकाकरण अभियान चलाने के लिये गोट पॉक्स वैक्सीन की 25 लाख खुराकें एयरलिफ्ट की हैं। गाँठदार त्वचा रोग (Lumpy Skin Disease- LSD) ने जुलाई 2022 में मवेशियों को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया था। पूरे पंजाब राज्य में लगभग 1.75 लाख मवेशी प्रभावित हुए थे और लगभग 18,000 मवेशियों की मौत हो गई थी। LSD मवेशियों या भैंस के लम्पी स्किन डिज़ीज़ वायरस (LSDV) के संक्रमण के कारण होता है। खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization- FAO) के अनुसार, LSD की मृत्यु दर 10% से कम है। ‘गाँठदार त्वचा रोग’ को पहली बार वर्ष 1929 में जाम्बिया में एक महामारी के रूप में देखा गया था। प्रारंभ में यह या तो ज़हर या कीड़े के काटने का अतिसंवेदनशील परिणाम माना जाता था। गाँठदार त्वचा रोग मुख्य रूप से मच्छरों और मक्खियों के काटने, कीड़ों (वैक्टर) के काटने से जानवरों में फैलता है।

11. दक्षिण अफ्रीका से चीते को भारत में फिर से लाने के लिए अंतर-सरकारी समझौता संपन्न हुआ

दक्षिण अफ्रीका गणराज्य और भारत गणराज्य ने एशियाई देश में चीते को फिर से लाने में सहयोग करने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के अनुसार, फरवरी 2023 के दौरान 12 चीतों का एक प्रारंभिक जत्था दक्षिण अफ्रीका से भारत लाया जाना है। ये चीते 2022 के दौरान नामीबिया से भारत लाए गए आठ चीतों के साथ शामिल हो जायेंगे। फरवरी में 12 चीतों के आयात के बाद, अगले आठ से 10 वर्षों के लिए सालाना 12 चीतों को स्थानांतरित करने की योजना है।

12. महानदी कोलफील्ड्स ने ओडिशा में आकर्षक इको-पार्क एवं कोयला संग्रहालय का निर्माण किया

महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल), जो कोयला मंत्रालय के तहत प्रमुख सीपीएसई है, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ खनन प्रथाओं के माध्यम से लगातार कोयला उत्पादन में नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। इस दिशा में एमसीएल की नवीनतम उपलब्धि ओडिशा के झारसुगुड़ा स्थित ईब वैली कोलफील्ड्स में ओरिएंट एरिया की खदान संख्या-4 में चंद्रशेखर आजाद इको-पार्क एवं कोयला संग्रहालय का विकास है। यह इको-पार्क झारसुगुड़ा-रायगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 49 के किनारे गंदघोरा गांव में स्थित है।

13. एससीओ फिल्म महोत्सव 2023 का मुंबई में शुभारंभ

केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर और राज्य मंत्री सुश्री मीनाक्षी लेखी ने अन्य गणमान्य लोगों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर मुंबई में पांच दिवसीय एससीओ फिल्म महोत्सव का उद्घाटन किया। एससीओ फिल्म महोत्सव में कुल 57 फिल्में दिखाई जाएंगी हैं और 14 फिल्मों को फिल्म महोत्सव के कंपटीशन सेक्शन के लिए नामांकित किया गया है। इनमें पननलिन की ऑस्कर के लिए चुनी गई गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ और निखिल महाजन की पुरस्कार विजेता मराठी फिल्म ‘गोदावरी’ शामिल हैं। एससीओ फिल्म महोत्सव का आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहयोग संगठन की भारत की अध्यक्षता में हो रहा है। यह आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव का भी हिस्सा है। 2001 में गठित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ), भौगोलिक दायरे और जनसंख्या के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है। इसमें यूरेशिया के लगभग 60% क्षेत्र, दुनिया की 40% आबादी और वैश्विक जीडीपी का 30% से अधिक हिस्सा शामिल है। भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य देश हैं।

14. केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ओएनजीसी के प्रतिष्ठित सागर सम्राट को एक मोबाइल ऑफशोर प्रोडक्शन यूनिट के रूप में राष्ट्र को पुन: समर्पित किया

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवास और शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के प्रतिष्ठित ड्रिलिंग रिग सागर सम्राट को मोबाइल ऑफशोर प्रोडक्शन यूनिट (एमओपीयू) के रूप में फिर से समर्पित किया। 1973 में कमीशन हुए सागर सम्राट को जापान में मित्सुबिशी यार्ड में बनाया गया था और 3 अप्रैल 1973 को हिरोशिमा से यह रवाना हुआ था। इसने 1974 में अरब सागर के मुंबई अपतटीय क्षेत्र में ओएनजीसी का पहला ऑफशोर वेल खोदा, जिसे तब बॉम्बे हाई कहा जाता था। सागर सम्राट ने ग्लोबल ऑयल मैप पर भारत के तेल भाग्य को बदल दिया। 32 वर्षों में, सागर सम्राट ने लगभग 125 कुएँ खोदे हैं और भारत में 14 प्रमुख ऑफशोर तेल और गैस खोजों में शामिल रहा है। प्रारंभ में एक जैक-अप ड्रिलिंग रिग, सागर सम्राट को अब एक मोबाइल ऑफशोर प्रोडक्शन यूनिट में परिवर्तित कर दिया गया है। टेक्सास में स्थित ब्रिटिश इंजीनियरिंग और परामर्श समूह वुड ग्रुप की मस्टैंग यूनिट ने जहाज के रूपांतरण के लिए फ्रंट-एंड इंजीनियरिंग और डिजाइन का काम किया है।

15. ‘अभय कुमार’ को ब्राजील के साहित्य अकादमी के संबंधित सदस्य के रूप में चुना गया

हाल ही में अपने एक पूर्ण सत्र के दौरान अकादमी ऑफ़ लेटर्स ऑफ़ ब्राज़ील (ALB) ने कवि-राजनयिक ‘अभय कुमार’ को ब्राजील के साहित्य अकादमी (Academy of Letters of Brazil) के संबंधित सदस्य के रूप में चुना है। अभय कुमार भारत के एक कवि-राजनयिक हैं जो वर्तमान में नई दिल्ली में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के उप महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं। सबसे कम उम्र के भारतीय विदेश सेवा अधिकारी अभय कुमार का जन्म बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में हुआ है और यहीं पर उनका पालन पोषण भी हुआ है।

16. नरेश लालवानी को मध्य रेलवे का महाप्रबंधक नियुक्त किया गया

नरेश लालवानी को मध्य रेलवे का महाप्रबंधक नियुक्त किया गया है। वह भारतीय रेलवे इंजीनियरिंग सेवा के 1985 बैच के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। वे मध्य रेलवे के महाप्रबंधक बनने से पहले पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक और मुख्य सतर्कता अधिकारी थे। उन्होंने पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा का स्थान लिया, जो मध्य रेलवे के प्रभारी भी थे।

17. इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (IIA) ने इसरो को ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ सौंपा

इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (IIA) ने इसरो को ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ (Visible Line Emission Coronagraph-VELC) सौंप दिया है। वीईएलसी, इसरो के आदित्य L1 प्रोजेक्ट के तहत सूर्य के अध्ययन के लिए भेजा जायेगा। यह उपकरण आदित्य L1 प्रोजेक्ट के तहत भेजा जाने वाला सबसे बड़ा यंत्र है। इसरो का यह महत्वाकांक्षी आदित्य L1 इस वर्ष जून या जुलाई में प्रस्तावित है। वीईएलसी पेलोड को विज्ञान और प्रौद्योगिकी अनुसंधान और शिक्षा केंद्र (CREST) कैंपस में डिजाइन और तैयार किया गया है जो बेंगलुरु में स्थित है।

18. रक्षा मंत्री ने ‘वीर गाथा 2.0’ प्रतियोगिता के सुपर 25 पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया

गणतंत्र दिवस- 2023 की पूर्व संध्या पर रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 25 जनवरी, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में वीर गाथा 2.0 के 25 विजेताओं को सम्मानित किया। वीर गाथा परियोजना के तहत पिछले साल के वीर गाथा संस्करण- 1 की भारी सफलता को देखते हुए इसके दूसरे संस्करण वीर गाथा 2.0 को आयोजित किया गया था। इसे रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव के एक हिस्से के तहत संयुक्त रूप से शुरू किया है। श्री राजनाथ सिंह ने विजेताओं को 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार, एक पदक और एक प्रमाणपत्र प्रदान किया।

19. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने G20 के लोगो का नया स्मार्ट कार्ड जारी किया

दिल्ली मेट्रों रेल कॉर्पोरेशन ( DMRC) ने G20 के लोगो ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का नया स्मार्ट कार्ड जारी किया है। DMRC की जानकारी के मुताबिक दिल्ली मेट्रो में प्रतिदिन लगभग 27 लाख लोग यात्री सफर करते हैं। जिसमें से लगभग 75 प्रतिशत यात्री स्मार्ट कार्ड का ही उपयोग करते हैं। इस कारण लगभग 20 लाख आम लोग भी G20 के लोगो और थीम देखकर जी20 के बारे में जानने के लिए उत्सुक होंगे। हांलाकि प्रतिदिन हजारों यात्रियों को G20 लोगो का यह नया स्मार्ट कार्ड ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश जन – जन तक पहुचाएगा। हांलाकि टोकन से यात्रा करने वाले बचे 25 प्रतिशत यात्रियों को भी G20 शिखर सम्मेलन के लोगो का टोकन मिलेगा।

20. देश में आधार से ई-केवाईसी लेनदेन में 18.53 फीसदी की हुई बढ़ोतरी

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही (क्यू3) में आधार का उपयोग करके 84.8 करोड़ से अधिक ई-केवाईसी लेनदेन किए गए हैं। UIDAI के मुताबिक ई-केवाईसी लेनदेन में दूसरी तिमाही के मुकाबले 18.53 फीसदी का इजाफा हुआ है। आधार ई-केवाईसी से लेनदेन में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। UIDAI के अनुसार दिसंबर 2022 के अंत तक ई-केवाईसी से लेनदेन की कुल संख्या लगभग 8829.66 करोड़ हो गई है। इसी तरह सिर्फ दिसंबर माह में ही आधार का उपयोग करते हुए 32.49 करोड़ ई-केवाईसी लेनदेन किए गए, जो कि पिछले महीने की तुलना में 13 फीसदी अधिक है। इससे यह पता चल रहा है कि भारत में तेजी से डिजिटलाइजेशन का प्रभाव पड़ रहा है।

21. ‘निधि आपके निकट 2.0’ से देश के सभी जिलों में बढ़ेगी EPFO की उपस्थिति

देश के सभी जिलों में बड़े पैमाने पर डिस्ट्रिक्ट आउटरीच प्रोग्राम ”निधि आपके निकट 2.0” लॉन्च किया गया है। बता दें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने इस प्रोग्राम को शुरू किया है। निधि आपके निकट का दूसरा चरण न केवल नियोक्ताओं एवं कर्मचारियों के लिए शिकायत निवारण मंच और सूचना विनिमय नेटवर्क बनेगा, बल्कि विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के विभागों में जिला स्तर वाले अधिकारियों के साथ सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच भी साबित होगा। उल्लेखनीय है कि इसी कड़ी में इस महत्वाकांक्षी प्रोग्राम की शुरुआत 27 जनवरी, 2023 को भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में सचिव सुश्री आरती आहूजा द्वारा वर्चुअल माध्यम से की गई।

22. लाला लाजपत राय की जयंती : 28 जनवरी

लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को पंजाब में हुआ था, उनके पिताजी सरकारी स्कूल में अध्यापक थे। लाला लाजपत राज्य ‘लाल बाल पाल’ नामक त्रिमूर्ति के सदस्य थे। इसमें पंजाब के लाला लाजपत राय, महाराष्ट्र के बाल गंगाधर तिलक तथा बंगाल के बिपिन चन्द्र पाल शामिल थे। इन तीनों नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम की दिशा को बलदने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन तीनों ने स्वदेशी आन्दोलन को मजबूत करने के लिए देश भर में लोगों को एकजुट किया।

23. डेटा गोपनीयता दिवस : 28 जनवरी

प्रतिवर्ष 28 जनवरी को विश्व भर में डेटा गोपनीयता दिवस (Data Privacy Day) मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य आम लोगों को डेटा गोपनीयता के प्रति संवेदनशील बनाना और गोपनीयता प्रथाओं एवं सिद्धांतों के प्रसार को बढ़ावा देना है। यह दिवस गोपनीयता की संस्कृति विकसित करने हेतु सभी हितधारकों को अपना दायित्त्व निभाने के लिये प्रोत्साहित करता है। इस वर्ष की थीम है “निजता के बारे में पहले सोचें (Think Privacy First)”। इस डिजिटल युग में डेटा गोपनीयता को प्राथमिकता देना व्यक्तियों तथा कंपनियों दोनों के लिये व्यावहारिक है। एक समाज के रूप में हमें आपसी विश्वास एवं सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिये गोपनीयता जागरूकता बढ़ानी चाहिये क्योंकि यही गोपनीयता को प्राथमिकता देने का सही समय है। ध्यातव्य है कि भारत में डेटा गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु कई प्रयास किये गए हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने वर्ष 2017 में के.एस. पुट्टास्वामी बनाम भारत संघ मामले में निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार माना था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने डेटा संरक्षण में अनुशासन हेतु कानून का प्रस्ताव करने के लिये न्यायमूर्ति बी.एन. श्रीकृष्ण समिति की नियुक्ति की थी। इस समिति ने व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक, 2018 के रूप में अपनी रिपोर्ट और मसौदा सरकार को सौंपा। संसद ने वर्ष 2019 में इसे संशोधित किया और नए विधेयक को ‘व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक, 2019’ नाम दिया।