2500 साल पहले अंतरिक्ष में ‘बिखरे’ हुए तारे की भारतीय छात्र करेगा तलाश

0
643

राष्ट्रीय न्यूज

1.2500 साल पहले अंतरिक्ष में ‘बिखरे’ हुए तारे की भारतीय छात्र करेगा तलाश:-

लगभग 2500 साल पहले अंतरिक्ष में विस्फोट के बाद ‘बिखरे’ हुए तारे की तलाश के मिशन पर भारत का भी एक छात्र (शोधकर्ता) निकलेगा। मध्य प्रदेश के महू का यह छात्र 2019 में अमेरिका के नासा (द नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) के चंद्र स्पेस मिशन के सबसे बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा बनेगा।

मिशन में शामिल वैज्ञानिकों के समूह में एकमात्र भारतीय शोधकर्ता हैं महू निवासी 24 साल के पीयूष शारदा। बाकी में 12 अमेरिकन, एक जर्मन, दो जापानी हैं। जिस ‘एन 132 डी’ नामक तारे के अवशेषों की तलाश में वैज्ञानिकों का दल जुटा है, वह आकार में सूरज से करीब 20 गुना बड़ा था। पीयूष अभी ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रो फिजिक्स विभाग में पीएचडी कर रहे हैं। इंदौर से 12वीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद उन्होंने बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग की। वहां दो विषय एक साथ पढ़ने की सुविधा है।

पीयूष ने इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक और एमएससी फिजिक्स के पांच साल के कोर्स में प्रवेश लिया। पढ़ाई के दौरान ही एस्ट्रो फिजिक्स के एक प्रोजेक्ट के लिए हार्वर्ड (अमेरिका) जाने का मौका मिला। इस दौरे में वे कुछ ऐसे वैज्ञानिकों से मिले जो एस्ट्रो फिजिक्स पर काम कर रहे थे। इसी दौरान सबने मिलकर तय किया कि यह खोजा जाए कि विस्फोट के बाद अंतरिक्ष में गुम होने वाले तारों से क्या उत्सर्जित होता है। इसका धरती पर क्या असर पड़ता है।

तारे का मलबा 900 किमी प्रति सेकंड की रफ्तार से फैल रहा

खगोल विज्ञान में दखल रखने वाले लोगों की विश्व प्रतिष्ठित संस्था रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के फेलो बन चुके पीयूष बताते हैं कि जिस ‘एन 132 डी’ तारे का अध्ययन किया जाएगा, वह सूर्य से 20 गुना बड़ा था। विस्फोट के बाद इसका मलबा करीब 900 किमी प्रति सेकंड की रफ्तार से ब्रह्मांड में फैल रहा है। इन अवशेषों का तापमान 10 लाख डिग्री से.है।

इनके बारे में जुटाएंगे जानकारी
दूरी : इस तारे के अवशेष पृथ्वी से सबसे पास लगभग एक लाख 60 हजार प्रकाश वर्ष दूर हैं।
विस्फोट : बादलों में इसका विस्फोट हुआ तो इसका क्या असर हुआ? धरती पर असर का भी अध्ययन।
शोध: 1966 में खोजे गए इस तारे पर पहले भी शोध हुए हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का दावा है कि यह शोध अन्य से बड़ा और आगे का होगा। विस्फोट से उत्पन्न ऊर्जा से कितनी मात्रा में सोना, लोहा, जिंक, सल्फर, सिल्वर व निकल जैसी धातु निकल रही हैं और धरती पर कितनी मात्रा में कहां इकट्ठा हो रही हैं।

 

2.परिवाद अधिकारी की नियुक्ति की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने वाट्सएप और केंद्र को जारी किया नोटिस:-

गैर सरकारी संगठन ‘सेंटर फॉर अकाउंटेबिलिटी एंड सिस्टेमिक चेंज’ (सीएएससी) ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोप लगाया है कि परिवाद अधिकारी की नियुक्ति समेत तमाम भारतीय कानूनों का वाट्सएप पालन नहीं कर रहा है। इस पर शीर्ष अदालत ने  वाट्सएप और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया।

यहां तक कि किसी उपभोक्ता को भी बैंक अकाउंट खोलने के लिए विभिन्न औपचारिकताओं को पूरा करने के साथ-साथ केवाईसी मानकों को पूरा करना पड़ता है। बता दें कि भारत में वाट्सएप के करीब 20 करोड़ यूजर हैं और लगभग 10 लाख लोग उसकी पेमेंट सर्विस को टेस्ट कर रहे हैं। जबकि, फेसबुक के स्वामित्व वाली वाट्सएप के दुनियाभर में करीब 1.5 अरब यूजर्स हैं।

 

3.इकोनॉमिक साइंस में विलियम डी नॉर्डहॉस और पॉल एम रोमेर को नोबेल पुरस्कार:-

जलवायु परिवर्तन से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को समझाने वाले अमेरिका के दो अर्थशास्ति्रयों विलियम नोर्डहॉस और पॉल रोमर को इस साल के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन दोनों को पर्यावरण और प्रौद्योगिकी मुद्दों से जुड़े आर्थिक सिद्धांत पर काम करने के लिए जाना जाता है। अर्थशास्त्र के नोबेल का एलान ऐसे समय किया गया जब जलवायु परिवर्तन के खतरे को लेकर नई बहस छिड़ गई है। रॉयल स्वीडिश अकादमी ऑफ साइंसेज ने  पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा, ‘पुरस्कार विजेताओं के काम से उन बुनियादी सवालों के जवाब मिलने में मदद मिली कि किस तरह दीर्घकालीन सतत विकास और मानव कल्याण को बढ़ावा दिया जाए।’

इस पुरस्कार के तहत मिलने वाली दस लाख डॉलर (करीब 7.28 करोड़ रुपये) की धनराशि दोनों विजेताओं में साझा होगी। नोबेल जीतने पर हैरानी जाहिर करते हुए 62 वर्षीय रोमर ने कहा, ‘मुझे सुबह जब फोन आया तो मैंने कोई जवाब नहीं दिया क्योंकि मुझे लगा कि यह झूठी बात होगी। मुझे पुरस्कार की कोई उम्मीद नहीं थी। मेरे खयाल से कई लोगों को यह लगता है कि पर्यावरण की रक्षा करना इतना महंगा और कठिन होगा कि वे इसे नजरअंदाज कर देना चाहते हैं। लेकिन हम यकीनन पर्यावरण की सुरक्षा करने के साथ सतत विकास कर सकते हैं।’

रोमर ने बनाया अंतर्विकास सिद्धांत
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर रोमर ने यह साबित किया है कि आर्थिक शक्तियां किस तरह कंपनियों को नए विचार और नई खोज करने के लिए प्रभावित करती हैं। उन्होंने विकास के एक नए मॉडल की आधारशिला रखी है जिसे अंतर्विकास सिद्धांत कहा जाता है। रोमर विश्व बैंक के पूर्व अर्थशास्त्री भी रह चुके हैं।

 

4.सरकार द्वारा राष्‍ट्रीय सुरक्षा परिषद की सहायता के लिए सामरिक नीति समूह-एसपीजी का गठन किया गया:-

सरकार ने राष्‍ट्रीय सुरक्षा और सामरिक हितों के मामले में प्रधानमंत्री को सलाह देने वाली राष्‍ट्रीय सुरक्षा परिषद की सहायता के लिए सामरिक नीति समूह-एसपीजी का गठन किया है।

गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कल नई दिल्‍ली में बताया कि एसपीजी की अध्‍यक्षता राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल करेंगे और नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष, मंत्रिमंडल सचिव, तीनों  सेनाओं के अध्‍यक्ष, रिजर्व बैंक के गवर्नर, विदेश सचिव, गृह सचिव, वित्‍त सचिव और रक्षा सचिव इसके सदस्‍य होंगे।

इनके अलावा रक्षा उत्‍पादन और आपूर्ति के सचिव, रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और मंत्रिमंडल के सचिव भी इस समूह में शामिल होंगे।

 

अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज

5.बड़े पैमाने पर विरोध के बीच बांग्लादेश ने डिजिटल सुरक्षा को कानून का रूप दिया:-

बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने पत्रकारों और मानवाधिकार समूहों के बड़े पैमाने पर विरोध के बीच विवादित डिजिटल सुरक्षा अधिनियम पर हस्ताक्षर करके उसे कानून की शक्ल दे दी। पत्रकारों और मानवाधिकार समूहों का कहना है कि इस कानून से अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में पड़ जाएगी।डिजिटल सुरक्षा विधेयक 2018 को संसद ने पारित किया था और यह ऑनलाइन धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, 1971 के मुक्ति संग्राम और बंगबंधु (शेख मुजीबुर रहमान) के खिलाफ नकारात्मक प्रचार चलाने, ई लेन-देन में अवैध गतिविधियां करने और अपमानजनक डेटा फैलाने समेत साइबर अपराधों से निपटेगा।

बांग्लादेश के राष्ट्रपति भवन के एक प्रवक्ता ने पीटीआई भाषा को बताया, ‘‘ राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने डिजिटल सुरक्षा अधिनियम को अपनी मंजूरी दे दी।’’

संसद ने 19 सितंबर को यह विधेयक पारित किया था जिसकी बड़े पैमाने पर आलोचना की गई थी। खासतौर पर अखबारों के संपादकों और पत्रकारों ने चिंता जताई थी। उनका कहना है कि यह अभिव्यक्ति की आजादी — खासतौर पर सोशल मीडिया पर नियंत्रण लगाएगा और जवाबदेह पत्रकारिता को कमजोर करेगा।

सरकार ने उन्हें जरूरी बदलाव लाने का आश्वासन दिया था, लेकिन विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी ऐसे समय में मिली है जब सरकार और अखबारों के मालिकों के बीच बैठक होने वाली थी।नए कानून में राज्य के मामले से संबंधित किसी भी अहम सूचना तक अवैध तरीके से पहुंचना और उसे नष्ट करने के लिए सात साल से लेकर 14 वर्ष की सजा और 25 लाख टका से लेकर एक करोड़ टका तक के जुर्माने का प्रावधान है।

एडिटर्स काउंसिल डिजिटल सुरक्षा अधिनियम का विरोध कर रहा है।

एक हालिया बयान में एडिटर्स काउंसिल ने कहा कि यह अधिनियम डर का माहौल निर्मित करेगा जो पत्रकारिता खासतौर पर खोजी पत्रकारिता को वस्तुत: असंभव बना देगा।

बयान में कहा गया है कि इस कानून की सबसे डरावनी बात यह है कि इसमें पुलिस को मनमानी शक्तियां दी गई हैं। पुलिस भविष्य में किसी भी कथित अपराध के संदेह पर पत्रकार को गिरफ्तार कर सकती है।

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने नए कानून का बचाव करते हुए कहा है कि पत्रकार अगर फर्जी या झूठी खबर नहीं चलाते हैं या लोगों को गुमराह नहीं करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।उन्होंने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि अगर किसी की आपराधिक मानसिकता नहीं है या अपराध करने की योजना नहीं है तो उसके लिए चिंता की कोई बात नहीं है।

6.पाक ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम गौरी बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया:-

 

 

पाकिस्तान ने पारंपरिक और परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम गौरी बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह 1,300 किमी की दूरी तक जा सकती है और इसकी जद में भारत के कई शहर आ सकते हैं।

पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने बताया कि थलसेना सामरिक बल कमान ने यह परीक्षण किया है और इसका उद्देश्य थलसेना सामरिक बल कमान की संचालन एवं तकनीकी तैयारी की जांच करना था।

इसने एक बयान में कहा है, ‘‘गौरी बैलिस्टिक मिसाइल पारंपरिक और परमाणु आयुध 1,300 किमी तक ले कर जा सकती है।’’ कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद हिलाल हुसैन ने थल सेना के सामरिक बल के प्रशिक्षण के मानक और संचालन तैयारियों की सराहना की।

राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने मिसाइल के सफल परीक्षण पर वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों को बधाई दी।

 

खेल न्यूज

7.विजय हजारे ट्रॉफी: अनमोलप्रीत के शतक और सिद्धार्थ कौल के पंजे के दम पर जीता पंजाब:-

सलामी बल्लेबाज अनमोलप्रीत सिंह के शतक और सिद्धार्थ कौल के पांच विकेट की बदौलत पंजाब ने कर्नाटक को छह विकेट से हराया। कौल ने 41 रन देकर पांच विकेट चटकाए, जिसके बावजूद कर्नाटक की टीम 296 रन का मजबूत स्कोर खड़ा करने में सफल रही। पंजाब ने इसके जवाब में अनमोलप्रीत की 138 रन की पारी की बदौलत 48.5 ओवर में चार विकेट पर 297 बनाकर जीत दर्ज की। कर्नाटक की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज बीआर शरत शीर्ष स्कोर रहे, जिन्होंने 70 रन बनाए। कप्तान मनीष पांडे ने 67 और आर समर्थ ने 54 रन की पारी खेली। पंजाब को अनमोलप्रीत ने शुभमन गिल (77) के साथ पहले विकेट के लिए 198 रन जोड़कर शानदार शुरुआत दिलाई। अनमोलप्रीत ने 106 गेंद की पारी में 12 चौके और पांच छक्के जड़े, जबकि गिल ने सात चौके और एक छक्का मारा।

दोनों सलामी बल्लेबाजों के आउट होने बाद युवराज ने 38, जबकि कप्तान मनदीप सिंह ने 30 रन की पारी खेली। ये दोनों भी लक्ष्य हासिल करने से पहले पवेलियन लौट गए, लेकिन टीम ने सात गेंद शेष रहते जीत दर्ज कर ली।

 

8.जकार्ता में पैरा एशियाई खेलों में भारत ने  तीन स्वर्ण सहित 11 पदक जीते:-

जकार्ता में पैरा एशियाई खेलों में भारत ने  तीन स्‍वर्ण सहित कुल ग्यारह पदक जीते। रक्षि‍ता राजू ने महिलाओं की 1500 मीटर रेस में स्‍वर्ण पदक अपने नाम किया। सुयश जाधव नारायण ने तैराकी में पुरूषों की 50 मीटर बटरफ्लाई स्‍पर्धा में स्‍वर्ण पदक जीतने में सफलता पाई। संदीप चौधरी ने पुरूषों की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

 

बाजार न्यूज

9.अगले हफ्ते ‘आपदा टैक्स’ लगाने के प्रस्ताव पर विचार करेगा मंत्रिसमूह:-

प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित राज्यों में राहत और पुनर्वास के लिए अतिरिक्त राशि जुटाने के लिए ‘आपदा टैक्स’ लगाने के प्रस्ताव पर जीएसटी काउंसिल का मंत्रिसमूह (जीओएम) अगले हफ्ते विचार करेगा। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की अध्यक्षता वाले सात सदस्यीय मंत्रिसमूह की अगले हफ्ते बैठक होने जा रही है। इस बैठक में ‘आपदा सैस’ के मुद्दे पर राज्यों के बीच आम राय बनाने तथा अन्य देशों के अनुभवों पर चर्चा की जाएगी। मंत्री समूह को 31 अक्टूबर तक रिपोर्ट देनी है।

सूत्रों ने कहा कि मंत्रिसमूह इस बात पर विचार करेगा कि पुनर्वास के लिए अतिरिक्त धनराशि जुटाने को यह नया टैक्स सिर्फ केरल में लगाया जाए या पूरे देश में लागू किया जाए। यह चुनिंदा लग्जरी वस्तुओं और हानिकारक वस्तुओं पर लगाया जाना चाहिए या सभी वस्तुओं पर। साथ ही इस बात पर भी चर्चा की जाएगी कि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष और राज्य आपदा राहत कोष आपात स्थितियों का सामना करने के लिए पर्याप्त हैं या नहीं। मंत्रिसमूह उन परिस्थितियों को भी परिभाषित करेगा जिनमें आपदा टैक्स लगाया जा सके। वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई जीएसटी काउंसिल की 30वीं बैठक में इस जीओएम के गठन का निर्णय किया गया था। काउंसिल ने बाढ़ प्रभावित केरल में पुनर्वास कार्यो के लिए अतिरिक्त धनराशि जुटाने को राज्य में जीएसटी पर सैस लगाने संबंधी प्रस्ताव पर विचार करने के बाद इस मंत्रिसमूह के गठन का फैसला किया था। इसमें असम, केरल, महाराष्ट्र, उड़ीसा, पंजाब और उत्तराखंड के वित्त मंत्री बतौर सदस्य शामिल हैं।

 

10.अधिकतम दो कार्यकाल के लिए नियुक्त हो सकते हैं शेयर बाजारों के प्रबंध निदेशक – सेबी:-

 

 

बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के अनुसार शेयर बाजारों, डिपोजिटरीज और समाशोधन निगमों के प्रबंध निदेशक पांच-पांच साल के अधिकतम दो कार्यकाल पद पर रह सकते हैं।

सेबी ने तीन अक्टूबर को जारी दो अलग अधिसूचनाओं में कहा, ‘‘प्रबंध निदेशकों की नियुक्ति पांच साल से अधिक के कार्यकाल के लिए नहीं की जा सकती है। पहला कार्यकाल पूरा होने के बाद डिपोजिटरीज को नये सिरे से नियुक्ति कर सकते हैं।’’

उसने कहा कि प्रबंध निदेशक पद पर किसी व्यक्ति को दो से अधिक कार्यकाल के लिए नियुक्त नहीं किया जा सकता है। उनकी अधिकतम उम्र 65 साल हो सकती है।

सेबी ने कहा, ‘‘किसी अमानतदार या शेयर बाजार या समाशोधन निगम में किसी इंसान को अधिकतम तीन कार्यकाल या अधिकतम 75 साल की उम्र के तहत सार्वजनिक हित निदेशक नियुक्त किया जा सकता है।’’