इसरो ने फ्रेंच गयाना से GSAT31 लॉन्च किया

0
148

राष्टीय न्यूज़

1.इसरो ने फ्रेंच गयाना से GSAT31 लॉन्च किया:-भारत का संचार उपग्रह जीसैट -31 तड़के से फ्रेंच गुयाना से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है। एरियन -5 रॉकेट भारतीय समयानुसार 2:31 बजे कौरू लॉन्च बेस से उठा और 42 मिनट में इसे जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में रखा।
इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के वैज्ञानिकों ने कर्नाटक में अपनी हसन सुविधा से तुरंत नियंत्रण में ले लिया। अगले कुछ दिनों में सामान्य कक्षा-बढ़ाने वाले युद्धाभ्यास का उपयोग करके उपग्रह को अपनी अंतिम भूस्थिर कक्षा में लाने के बाद, इसे चालू किया जाएगा।इसरो के अध्यक्ष डॉ। सिवन ने कहा है, जीसैट -31 डीटीएच टेलीविजन के लिए ट्रांसपोंडर क्षमता और एटीएम, स्टॉक-एक्सचेंज, डिजिटल सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग डीएसएनजी और ई-गवर्नेंस एप्लिकेशन जैसी सेवाओं के लिए कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, उभरते दूरसंचार अनुप्रयोगों के एक मेजबान के लिए उपग्रह का उपयोग बल्क डेटा ट्रांसफर के लिए भी किया जाएगा। “उपग्रह जीसैट -31 में मुख्य भूमि भारत और उसके द्वीप क्षेत्रों दोनों पर पदचिह्न हैं। इसके पास पंद्रह वर्षों का परिचालन जीवन है, जो कि इनसैट -4 सीआर उपग्रह की उम्र बढ़ने के स्थान पर निर्बाध सेवाएं प्रदान करता है। जीसैट -31 भारत का चालीसवां संचार उपग्रह है। ग्यारह ऐसे उपग्रह पहले से ही परिचालन में हैं, जो अंतरिक्ष में राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं। वे एक साथ दुनिया में अपनी श्रेणी के सबसे बड़े नक्षत्रों में से एक बनाते हैं। जैसा कि ट्रांसपोंडर की आवश्यकताएं बहुत बड़ी हैं, इस तरह के अधिक लॉन्च पाइपलाइन में हैं, जैसा कि इसरो ने कहा है। जीसैट -31 का भार 2536 किलोग्राम था। यद्यपि भारत के अपने GSLV रॉकेट इस तरह के पेलोड को लॉन्च करने में सक्षम हैं, इसरो ने स्पष्ट किया है, विदेशी बूस्टर की सेवाओं का उपयोग इसके साथ जुड़ी तात्कालिकता को ध्यान में रखते हुए किया गया है, क्योंकि उपलब्ध जीएसएलवी रॉकेट आगामी चंद्रयान -2 जैसे अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए बुक किए गए हैं।

2.संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति कोविंद:-राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज राष्ट्रपति भवन में प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार 2017 प्रदान करेंगे। संगीत, नृत्य और रंगमंच के क्षेत्रों के दो-दो कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा। संगीत नाटक अकादमी की जनरल काउंसिल, संस्कृति मंत्रालय की एक स्वायत्त संस्था ने पुरस्कार विजेताओं का चयन किया था। 1952 में स्थापित, अकादमी पुरस्कार न केवल उत्कृष्टता और उपलब्धियों के उच्चतम मानकों का प्रतीक है, बल्कि निरंतर व्यक्तिगत कार्य और योगदान को भी मान्यता देता है। संगीत के क्षेत्र में, ग्यारह प्रख्यात कलाकारों को चुना गया है, जबकि नृत्य और रंगमंच के प्रत्येक नौ कलाकारों को पुरस्कार के लिए चुना गया है। दस कलाकारों को पारंपरिक, लोक और जनजातीय संगीत की श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा। परफॉर्मिंग आर्ट्स में ओवरऑल कंट्रीब्यूशन के क्षेत्र में पुरस्कार के लिए दो लोगों को भी चुना गया है। इस पुरस्कार में एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक ताम्रपत्र और अंगवस्त्रम दिया जाता है।

3.‘’भारत को जानो कार्यक्रम’’ के 53वें संस्‍करण के अंतर्गत 8 देशों के भारतीय मूल के 40 युवा डॉ. जितेन्‍द्र सिंह से मिले:- ‘’भारत को जानो कार्यक्रम’’ के 53वें संस्‍करण के अंतर्गत 8 देशों के भारतीय मूल के युवाओं का एक समूह नई दिल्‍ली में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार), प्रधानंत्री कार्यालय में राज्‍यमंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह से मिला। युवा प्रवासी भारतीयों के लिए भारत को जानो कार्यक्रम के 53वें संस्‍करण में 40 युवा (24 युवती और 16 युवा) फिजी, गुयाना, मॉरीशस, पुर्तगाल, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम तथा त्रिनिदाद और टोबैगो के हैं। इस संस्‍करण के सहयोगी राज्‍य हैं महाराष्‍ट्र तथा दमन और दीव।‘’भारत को जानो’’ कार्यक्रम विदेश मंत्रालय आयोजित करता है इसका उद्देश्‍य 18-30 वर्ष की आयु समूह के प्रवासी युवा भारतीयों को देश के विकास और उपलब्धियों से अवगत कराना और उन्‍हें अपने पूर्वजों की धरती के निकट लाना है। यह कार्यक्रम भारतीय मूल के विद्यार्थियों तथा पेशेवर युवाओं को भारत भ्रमण, विचार, आकांक्षाओं और अनुभवों को  साझा करने तथा समकालीन भारत के साथ निकटता के लिए विशिष्‍ट मंच प्रदान करता है।डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने युवाओं से बातचीत की और भारत भ्रमण के उनके अनुभवों पर विचार विमर्श किया। उन्‍होंने कहा कि यह कार्यक्रम उन युवाओं को अवसर प्रदान करता है जो अपनी जड़ों को जानने तथा अनुभव साझा करने के इच्‍छुक हैं। उन्‍होंने दोनों देशों के बीच जन-जन के संपर्क की भूमिका की चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि विश्‍व बेहतर कनेक्‍टिविटी के कारण छोटा हो गया है और बाधाएं कम हो गई हैं। संचार के नए तौर-तरीकों से राष्‍ट्रीय सीमाओं के बाहर लोगों से सीधे जुड़ाव होता है।भारत भ्रमण पर आए युवाओं ने कहा कि ‘’भारत को जानो कार्यक्रम’’ से उन्‍हें भारतीय परंपराओं, विरासत तथा पारिवारिक संपर्क को जानने में मदद मिली। उन्‍होंने अतीत में अपने परिवारों के भारत भ्रमण के बारे में भी जानकारी दी। युवाओं ने कहा कि आईटी उद्योग, बॉलीवुड, भारतीय व्‍यंजनों तथा खेल से काफी प्रभावित हुए हैं। डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने युवाओं के साथ उनकी शैक्षिक और पेशेवर पृष्‍ठभूमि और उनके पूर्वजों के राज्‍य सहित अन्‍य पहलुओं पर बातचीत की।

पिछले पांच वर्षों में भारत की प्रगति की चर्चा करते हुए डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा वैश्विक स्‍तर पर भारत को प्रस्‍तुत किया गया है। उन्‍होंने कहा कि भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्षेत्र में किसी देश से कम नहीं है। उनहोंने स्‍वच्‍छ भारत अभियान,अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस जैसे सरकारी कायक्रमों का उल्‍लेख किया। युवाओं से बातचीत करते हुए उन्‍होंने भारत के पूर्वोत्‍तर क्षेत्र में हुई प्रगति की चर्चा की।

8 देशों के प्रवासी युवा 23 जनवरी से 16 फरवरी तक भारत भ्रमण पर हैं युवा महाराष्‍ट्र, दमन और  दीव तथा आगरा गये। युवा अभी दिल्‍ली में हैं और ऐतिहासिक स्‍मारकों तथा सांस्‍कृतिक स्‍थलों को देखेंगे।

4.आयुष मंत्री नई दिल्‍ली में राज्‍यों के आयुष और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों के सम्‍मेलन का उद्घाटन करेंगे :-आयुष मंत्रालय नई दिल्‍ली में राज्‍यों के आयुष एवं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों का सम्‍मेलन आयोजित करेगा। आयुष क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श में भाग लेने के लिए राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों के आयुष और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों के साथ-साथ वरिष्‍ठ अधिकारियों को भी इस सम्‍मेलन में आमंत्रित किया गया है। सम्‍मेलन के जिन मुख्‍य विषयों पर चर्चा होने की संभावना है, उनमें शामिल हैं – राष्‍ट्रीय आयुष मिशन, आयुष्‍मान भारत में आयुष सेवाओं का समन्‍वय, औषधीय पौधे, आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्‍योपैथी शैक्षिक संस्‍थान, आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्‍योपैथी दवाओं का गुणवत्ता नियंत्रण, औषधियों से जुड़ी केन्‍द्रीय क्षेत्र की योजनाएं और विशेष कार्यक्रम तथा परियोजनाएं शामिल हैं।

5.शहरी समृद्धि उत्सव का शुभारंभ:- शहरी समृद्धि उत्सव, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की एक पहल है, जिसका लक्ष्य दीनदयाल अंत्योदय मिशन-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनयूएलएम) के लाभ सबसे कमजोर वर्गों तक पहुंचाना है। यह आयोजन अपनी पहलों को प्रदर्शित करता है तथा सरकार की अन्य योजनाओं तक स्व सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों की पहुंच सुगम बनाता है। देश भर में इसका शुभारंभ इस सप्ताह के आरंभ में किया गया।

शहरी समृद्धि उत्सव के पहले दिन देशभर में महिला स्व सहायता समूहों की अगुवाई वाली रैलियों के साथ हुई। ये रैलियां शहरों में रहने वाले गरीब समुदायों में डीएवाई-एनयूएलएम के बारे में जागरूकता फैलाती हैं। बहुत से राज्यों द्वारा रोजगार मेलों तथा महिला उद्यमियों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए मेलों का आयोजन किया गया और ये आयोजन अगले दो हफ्तों तक जारी रहेंगे।

शहरी समृद्धि उत्सव के माध्यम से शहरों के स्व सहायता समूहों के सदस्यों को राष्ट्रीय स्तर की सरकारी योजनाओं अर्थात स्वच्छ भारत मिशन (यू), प्रधानमंत्री आवास योजना (यू), प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना. प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना तथा राष्ट्रीय पोषण मिशन से जोड़ा जा रहा है।

अगले दो हफ्ते तक राज्यों द्वारा कई अन्य गतिविधियों जैसे कॉलेजों द्वारा बेघरों के आश्रय स्थलों को गोद लेना, स्वच्छाग्राहियों के औपचारिक एसएचजी का गठन, वित्तीय समावेशन शिविरों, रोजगार मेलों आदि का भी संचालन किया जाएगा। समस्त राज्यों में शहरी समृद्धि उत्सव के अंतर्गत संचालित इन गतिविधियों की दिशा में हुई प्रगति साथ ही साथ इनसे जुड़ी तस्वीरों और मीडिया लेखों तक के लिए एक समर्पित पोर्टल shehrisamridhiutsav.com. के जरिए पहुंच बनाई जा सकती है।

शहरी समृद्धि उत्सव का मुख्य आर्कषण नई दिल्ली में आयोजित किया जाने वाला नेशनल एक्जीबिशन कम सेल ऑफ एसएचजी प्रोडक्ट्स एंड नेशनल स्ट्रीट फूड फेस्टिवल है। इसके तहत मध्य दिल्ली में 23 राज्यों के 200 स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित हथकरघा, हस्तशिल्प, स्नैक्स और अन्य स्थानीय उत्पादों वाले 100 से ज्यादा मंडप लगाये जा रहे हैं। 20 से ज्यादा राज्यों के स्ट्रीट फूड वेंडर्स के 40 मंडपों में स्थानीय व्यंजन प्रदर्शित किये जाएंगे। शाम के समय एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें युवाओं के लिए लोकप्रिय बैंड प्रस्तुति देंगे। यह आयोजन मध्य दिल्ली में राजपथ लॉन में 8 से 17 फरवरी 2019 तक आयोजित किया जाएगा। यह जनता के लिए दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा।

खेल न्यूज़

6.महिला क्रिकेट: भारत ने टॉस जीता और पहले NZ के खिलाफ मैदान में उतरी:-महिला क्रिकेट में, भारत ने टॉस जीता और वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी 20 श्रृंखला के शुरुआती खेल में मैदान में उतरने का विकल्प चुना। भारत ने तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 2-1 से जीती। हरमनप्रीत कौर टी 20 टीम का नेतृत्व करेंगी। सभी की निगाहें अनकैप्ड ऑलराउंडर प्रिया पुनिया पर होंगी, जिन्होंने स्क्वाड में वेद कृष्णमूर्ति को आउट किया। यह कैरेबियन में वर्ल्ड टी 20 में इंग्लैंड को मिली उस बदनाम हार के बाद भारत का अब तक का सबसे छोटा प्रारूप है, जिसमें मिताली राज को सेमीफाइनल से बाहर कर दिया गया था।

7.अंकिता के पास फेड कप वर्ल्ड ग्रुप II के लिए भारत का लक्ष्य है:-भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी अंकिता रैना और करमन कौर थांडी को अपने वजन से ऊपर उठना होगा, जब फेडरेशन कप टेनिस टूर्नामेंट के विश्व ग्रुप II में क्वालीफाई करने की लड़ाई आज, कजाकिस्तान के अस्ताना में शुरू होगी।  भारत को पूल ए में रखा गया है जहां वह थाईलैंड से आगे निकल जाएगा।असली चुनौती मेजबान कजाखस्तान को परेशान करना होगा, जिसके पास दो शीर्ष -100 एकल खिलाड़ी हैं। प्रेरणा थोंबारे भारतीय टीम में अकेली युगल विशेषज्ञ हैं, जिसमें दो बार के राष्ट्रीय चैंपियन महाक जैन और पूर्व चैंपियन रिया भाटिया भी हैं। पूल ए और बी के विजेता, जिसमें चार टीमें हैं, राष्ट्र को निर्धारित करने के लिए संघर्ष करेंगे जो विश्व समूह II के लिए अर्हता प्राप्त करेंगे।कोरिया, इंडोनेशिया और प्रशांत महासागर के साथ पूल बी में चीन है। उप-शून्य तापमान के कारण, मैच घर के अंदर खेले जाएंगे।

बाजार न्यूज़

8.प्रधानमंत्री किसान स्कीम: पहली किस्त के लिए नहीं देना होगा आधार, दूसरी किस्त से अनिवार्य:-छोटे किसानों को नकद समर्थन उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत पहली किस्त के लिए आधार नंबर वैकल्पिक होगा, मतलब आपको आधार नहीं देना होगा। हालांकि, दूसरी किस्त पाने के लिए आधार को अनिवार्य किया गया है। बता दें कि सरकार ने 2019-20 के अंतरिम बजट में 75,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा की है।इस योजना के तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले छोटे किसानों को सालाना 6,000 रुपये की नकद मदद दी जाएगी। यह राशि तीन किस्तों में उनके बैंक खाते में डाली जाएगी। आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार दो हजार रुपये की पहली किस्त के लिए आधार अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन दूसरी किस्त पाने के लिए आधार नंबर को अनिवार्य किया गया है। किसानों को अपनी पहचान बताने के लिए आधार नंबर देना होगा।केंद्र की ओर से पूर्ण वित्त पोषित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का क्रियान्वयन इसी साल से होगा और किसानों को पहली किस्त मार्च तक भेज दी जाएगी। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने राज्य सरकारों को भेजे पत्र में कहा है, ‘दिसंबर 2018 से मार्च 2019 की अवधि किस्त पाने के लिए आधार नंबर जहां उपलब्ध होगा वहीं लिया जाएगा।’