प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में 90वीं इंटरपोल महासभा का उद्घाटन किया

0
49

1. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में 90वीं इंटरपोल महासभा का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में 90वीं इंटरपोल महासभा का उद्घाटन किया। यह सम्मेलन 21 अक्तूबर तक चलेगा। इस अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, इंटरपोल के अध्यक्ष अहमद नसर अल रईस, इंटरपोल के महासचिव जुर्गन स्टॉक, सीबीआई निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इंटरपोल की 90वीं महासभा 18 से 21 अक्टूबर तक आयोजित की जा रही है। बैठक में 195 इंटरपोल सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल हो रहे हैं जिनमें देशों के मंत्री, पुलिस प्रमुख, राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हैं। महासभा इंटरपोल की सर्वोच्च नियंत्रक संगठन है और इसके कामकाज से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए वर्ष में एक बार बैठक करती है। लगभग 25 वर्षों के अंतराल के बाद भारत में इंटरपोल महासभा की बैठक हो रही है- यह पिछली बार 1997 में हुई थी। भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के समारोह के साथ नई दिल्ली में 2022 में इंटरपोल महासभा की मेजबानी करने के भारत के प्रस्ताव को महासभा द्वारा जबर्दस्त बहुमत से स्वीकार कर लिया गया था। यह आयोजन पूरी दुनिया को भारत की कानून-व्यवस्था की प्रणाली के सर्वोत्तम तौर-तरीकों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है।

2. श्रीलंका के लेखक सेहान करुनाटिलका ने 2022 का बुकर पुरस्‍कार जीता

श्रीलंका के लेखक सेहान करुनाटिलका ने 2022 का बुकर पुरस्‍कार जीता है। उन्‍हें यह पुरस्‍कार उनके उपन्‍यास द सेवन मून्‍स ऑफ माली अल्मेडा के लिए दिया गया है। पचास हजार पाउंड का यह प्रतिष्ठित पुरस्‍कार उन्‍हें लंदन में एक समारोह में प्रदान किया गया। 47 वर्षीय करुनाटिलका श्रीलंका के दूसरे साहित्‍यकार हैं, जिन्‍हें बुकर पुरस्‍कार दिया गया है। इससे पहले वर्ष 1992 में माइकल ओन्‍डाट्से को यह पुरस्‍कार उनकी रचना- द इंग्लिश पेशेंट के लिए दिया गया। पुरस्‍कार विजेता का चयन करने वाली टीम के अध्‍यक्ष नील मेकग्रेगर ने द सेवन मून्‍स और माली अलमीडा में एक फोटोग्राफर की कहानी को प्रस्‍तुत करने की करुनाटिलका की तकनीकों की प्रशंसा की । बुकर पुरस्‍कार विश्‍व के सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्‍कारों में से एक है। यह पुरस्‍कार हर वर्ष ब्रिटेन और आयरलैंड में प्रकाशित अंग्रेजी की पुस्‍तक के लिए दिया जाता है।

3. राष्ट्रपति ने न्यायाधीश डॉ. न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ को दिनांक 09 नवंबर, 2022 से भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ का अपेक्षाकृत दो वर्ष का लंबा कार्यकाल होगा और वे 10 नवंबर, 2024 को सेवानिवृत्त होंगे।

4. सुश्री भारती दास ने महालेखा नियंत्रक (सीजीए) के रूप में कार्यभार संभाला

सुश्री भारती दास ने नई महालेखा नियंत्रक (सीजीए) के रूप में पदभार ग्रहण किया। सुश्री दास भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में 27वीं महालेखा नियंत्रक (सीजीए) हैं। सुश्री भारती दास, जो कि 1988 बैच की भारतीय सिविल लेखा सेवा (आईसीएएस) अधिकारी हैं, को भारत सरकार द्वारा वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग में महालेखा नियंत्रक (सीजीए) के रूप में नियुक्त किया गया है, और उनकी नियुक्ति 18 अक्टूबर, 2021 से प्रभावी है।

5. रोजर बिन्‍नी बीसीसीआई के नए अध्‍यक्ष बने। अगले वर्ष महिला आईपीएल की शुरूआत की घोषणा

पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड- बी सी सी आई का अध्‍यक्ष चुना गया है। मुंबई में बी सी सी आई की वार्षिक आम बैठक में बिन्नी को बोर्ड का 36वां अध्‍यक्ष चुना गया। वे सौरव गांगुली की जगह लेंगे। सौरव गांगुली ने तीन साल का अपना बीसीसीआई अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। जय शाह बीसीसीआई के सचिव और राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष होंगे। आशीष शेलार को नया कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है जबकि देवजीत सैकिया संयुक्त सचिव होंगे। अरुण धूमल को इंडियन प्रीमियर लीग- आई पी एल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बोर्ड ने अगले वर्ष महिला आई पी एल को भी शुरू करने की घोषणा की।

6. प्रधानमंत्री ने ‘एक राष्ट्र-एक उर्वरक’ योजना पेश की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना ‘एक राष्ट्र-एक उर्वरक’ की शुरुआत की और इसके तहत ‘भारत यूरिया बैग्स’ भी पेश किए। इससे कंपनियों को एक ही ब्रांड नाम – भारत के तहत उर्वरकों के विपणन में मदद मिलेगी। इसका उद्देश्य उर्वरकों की गुणवत्ता और उनकी उपलब्धता से संबंधित सभी भ्रमों को दूर करना है। इससे पहले, खुदरा विक्रेता उच्च कमीशन प्राप्त करने के लिए कुछ ब्रांडों की बिक्री पर जोर दे रहे थे और निर्माता लक्षित विज्ञापन अभियान के माध्यम से अपने उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं। यह उर्वरकों के बारे में गलत धारणा पैदा करता है, जिससे किसान महंगे विकल्पों के लिए मजबूर होते हैं। इससे खाद के दाम काफी बढ़ जाते हैं। राजधानी स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के पूसा मेला मैदान में आयोजित पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 में प्रधानमंत्री ने 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों का भी उद्घाटन किया। इस योजना के अन्तर्गत देश में उर्वरकों की 3.30 लाख से अधिक खुदरा दुकानों को चरणबद्ध तरीके से प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों में परिवर्तित किया जाएगा।

7. बहुआयामी गरीबी सूचकांक जारी किया गया

बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Multidimensional Poverty Index – MPI) हाल ही में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और Oxford Poverty and Human Development Initiative (OPHI) द्वारा जारी किया गया। MPI 2022 को “Unpacking deprivation bundles to reduce multidimensional poverty” शीर्षक के तहत जारी किया गया है। 111 देशों में 1.2 अरब लोग (19.1%) तीव्र बहुआयामी गरीबी में रहते हैं। इनमें से 593 मिलियन (50%) 18 साल से कम उम्र के नाबालिग हैं। बहुआयामी गरीबी के उच्चतम प्रसार वाला विकासशील क्षेत्र उप-सहारा अफ्रीका (लगभग 579 मिलियन) है, इसके बाद दक्षिण एशिया (385 मिलियन) है। लगभग 45.5 मिलियन गरीब लोगों के पास खाना पकाने के ईंधन, आवास, स्वच्छता और पोषण तक पहुंच नहीं है। उनमें से अधिकांश भारत में रहते हैं और बाकी बांग्लादेश और पाकिस्तान में हैं। पहली बार, इस रिपोर्ट ने भारत में गरीबी की 15 साल की प्रवृत्ति पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक विशेष खंड समर्पित किया। पिछले 15 वर्षों में, गरीब लोगों की संख्या में 415 मिलियन की गिरावट आई है। हालांकि, भारत में अभी भी दुनिया में सबसे ज्यादा गरीब लोग हैं और नाइजीरिया में दूसरी सबसे ज्यादा गरीब आबादी है। हालांकि बच्चों में गरीबी तेजी से घटी है, भारत में गरीब बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। देश में 97 मिलियन बच्चे (21.8% भारतीय बच्चे) गरीब हैं। 60 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 94 मिलियन (8.1 प्रतिशत) लोग गरीब हैं। 2019-2021 के आंकड़ों से पता चला है कि भारत में लगभग 16.4 प्रतिशत आबादी गरीब है। इनमें से 4.2 प्रतिशत अत्यधिक गरीबी में रहते हैं।

8. यूक्रेन युद्ध से 40 लाख बच्चे गरीबी में धकेले गए : यूनिसेफ

यूनिसेफ द्वारा हाल ही में “The impact of the war in Ukraine and subsequent economic downturn on child poverty in eastern Europe” शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट ने पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया के 22 देशों का अध्ययन करके यूक्रेन युद्ध के आर्थिक प्रभाव का आकलन किया। यूक्रेन युद्ध और परिणामस्वरूप मुद्रास्फीति ने पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त 4 मिलियन बच्चों को गरीबी में डाल दिया है। यह 2021 के बाद से 19 प्रतिशत की वृद्धि है। यह पाया गया कि इस क्षेत्र की आबादी का 25 प्रतिशत बच्चे हैं। हालांकि, वे अतिरिक्त 10.4 मिलियन लोगों में से लगभग 40 प्रतिशत हैं जो 2022 में गरीबी से पीड़ित हैं। रूस ने गरीबी में रहने वाले बच्चों में सबसे अधिक वृद्धि का अनुभव किया है, वर्तमान में 2.8 मिलियन अधिक बच्चे बीपीएल परिवारों में रह रहे हैं। यूक्रेन गरीबी में रहने वाले बच्चों के दूसरे सबसे बड़े हिस्से की मेजबानी करता है। यूक्रेन युद्ध के कारण उत्पन्न आर्थिक संकट से बच्चों के साथ दुर्व्यवहार, शोषण, हिंसा और बाल विवाह का खतरा पैदा हो सकता है।

9. गुजरात में 12वीं रक्षा प्रदर्शनी शुरू

12वीं रक्षा प्रदर्शनी- डिफेंस एक्‍सपो 2022 गुजरात के गांधीनगर में शुरू हुई। इस वर्ष के डिफेंस एक्‍सपो का विषय है- कर्म से गौरव तक। यह अब तक की सबसे बड़ी प्रदर्शनी होगी। इसके लिए सर्वाधिक एक हजार 340 कम्‍पनियों ने पंजीकरण कराया है। हर दो वर्ष बाद आयोजित की जाने वाली इस प्रदर्शनी का उद्देश्‍य भारत के एयरोस्‍पेस तथा रक्षा विनिर्माण क्षेत्र की, भारतीय तथा वैश्विक ग्राहकों के साथ भागीदारी बढ़ाना और देश तथा मित्र देशों की जरूरतों को पूरा करना है। गांधीनगर में डेफएक्सपो-2022 के मौके पर अलग से भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद आयोजित किया गया। इसमें 20 रक्षा मंत्रियों, सात सीडीएस और सेना प्रमुखों तथा आठ स्थायी सचिवों सहित पचास अफ्रीकी देशों ने भाग लिया। इस बैठक में गांधीनगर घोषणा-2022 को अपनाया गया। इसमें पारस्परिक हित के सभी क्षेत्रों में प्रशिक्षण सहयोग बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने गांधीनगर में ‘मोदी @ 20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी‘ पुस्तक के गुजराती संस्करण का विमोचन किया । पुस्तक, अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञों के लेखों का एक संकलन है, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री और 20 वर्षों के लिए प्रधानमंत्री के रूप में विभिन्न क्षेत्रों में श्री नरेन्‍द्र मोदी की सोच एवं प्रदर्शन के विभिन्न पहलुओं को सामने लाया गया है।

10. हैदराबाद का कोशिका और आणविक जीव विज्ञान केन्द्र ने 54 लाख लोगों को शामिल कर विश्व का सबसे बड़ा और विविध जीनोमिक अध्ययन किया

हैदराबाद का कोशिका और आणविक जीव विज्ञान केन्द्र ने 54 लाख लोगों को शामिल कर विश्व का सबसे बड़ा और विविध जीनोमिक अध्ययन किया है। इसने मानव जीनोम में 12 हजार दो सौ 22 स्थलों की पहचान की है जो लंबाई से संबंधित है। हाल ही में नेचर साइंस जर्नल में ‘मानव की लंबाई से जुड़ा अध्ययन प्रकाशित किया गया है। यह अध्ययन अन्य लक्षणों और रोगों पर जीन के प्रभाव की जांच का भी रास्ता खोलेगा। इस महत्वपूर्ण अध्ययन के निष्कर्ष से मानव शरीर के विकास को समझने में मदद मिलेगी।

11. सरकारी और निजी क्षेत्र मिलकर अगले चार साल में विमानन क्षेत्र में करीब 95 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे

सरकारी और निजी क्षेत्र मिलकर अगले चार साल में विमानन क्षेत्र में करीब 95 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नई दिल्ली में नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में यह जानकारी दी। श्री सिंधिया ने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण लगभग 40 हवाई अड्डों के विस्तार और 3 से 4 नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे बनाने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र भी 60 ब्राउनफील्ड और 3 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों पर काम कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि अगले चार-पांच वर्षों में देश में हवाई अड्डों की संख्या दो सौ अधिक हो जायेगी।

12. एनटीपीसी, मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज और एमपीआई लिमिटेड ने औरैया गैस विद्युत संयंत्र में हाइड्रोजन को-फायरिंग की व्यवहार्यता प्रदर्शन के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए

उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी औरैया गैस विद्युत संयंत्र में स्थापित एमएचआई 701डी गैस टरबाइनों में प्राकृतिक गैस के साथ मिश्रित हाइड्रोजन को-फायरिंग की व्यवहार्यता को प्रदर्शित करने के लिए एनटीपीसी लिमिटेड ने जापान की मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनी मित्सुबिशी पावर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। चार गैस टरबाइनों के संयुक्त चक्रीय मोड में परिचालित होने के साथ औरैया गैस विद्युत संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 663 मेगावाट की है।

13. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता लाने के उद्देश्य से सिंगल इंटीग्रेटेड पेंशनर्स पोर्टल ‘भविष्य’ लॉन्च किया

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से विकसित किए गए सिंगल इंटीग्रेटेड पेंशनर्स पोर्टल ‘भविष्य’ का शुभारंभ किया और जिसका उद्देश्य केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता लाना है। शेष सभी 16 पेंशन संवितरक बैंक अब ‘भविष्य’ के साथ अपना एकीकरण शुरू करेंगे। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, भविष्य 9.0 संस्करण पेंशन वितरण बैंकों के साथ एकीकरण के साथ शुरू किया जा रहा है।

14. फ़्रांस की मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट फॉर डेवलपमेंट सुश्री क्रिसौला ज़ाचारोपोलू नेकेंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से भेंट की और महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में जैतापुर स्थल (साइट) पर परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों की स्थापना में तेजी लाने के तरीकों पर चर्चा की

फ्रांस की मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट फॉर डेवलपमेंट सुश्री क्रिसौला ज़ाचारोपोलू वर्तमान में भारत यात्रा पर हैं और उन्होंने परमाणु ऊर्जा में भारत-फ्रांस सहयोग पर चर्चा करने के लिए नई दिल्ली में केंद्रीय राज्य मंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह से भेंट की। उनके साथ एक उच्च स्तरीय फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल भी था। दोनों पक्षों ने संयुक्त सहयोग से महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में जैतापुर स्थल पर परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों की स्थापना में तेजी लाने के तरीकों पर चर्चा की। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन और परमाणु सलाहकार थॉमस मियूसेट सहित अन्य फ्रांसीसी अधिकारी भी इस विचार-विमर्श में सम्मिलित हुए। भारत सरकार ने पहले ही फ्रांस के साथ तकनीकी सहयोग में 1650 मेगावाट के छह परमाणु ऊर्जा रिएक्टर स्थापित करने के लिए अपनी ‘सैद्धांतिक’ स्वीकृति दे दी है और सितंबर 2008 में फ्रांस के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद अब यह एक छत्र परमाणु के हिस्से के रूप में 9900 मेगावाट की कुल क्षमता वाला सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा उत्पादन स्थल बन जाएग। फ्रांसीसी कंपनी ईडीएफ ने पिछले वर्ष न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) को जैतापुर में छह यूरोपीय दबावयुक्त रिएक्टर (यूरोपियन प्रेशराइज्ड रिएक्टर्स – ईपीआरएस) का निर्माण करने के लिए अपनी बाध्यकारी तकनीकी-व्यावसायिक पेशकश प्रस्तुत की थी।

15. कालीपारा पहाड़ियों में नीलकुरिंजी फूलों की 6 नई किस्मों की पहचान की गई

हाल ही में पश्चिमी घाट के संथानपारा क्षेत्र की कालीपारा पहाड़ियों में नीलकुरिंजी फूलों की 6 नई किस्मों की पहचान की गई है। केरल के इडुक्की में कालीपारा पहाड़ियों पर एक विशाल क्षेत्र में नीलकुरिंजी के फूल खिले हुए हैं। नीलकुरिंजी मे ‘नील’ का अर्थ है नीला और ‘कुरिंजी’ का अर्थ फूलों से है। परिपक्वता पर फूलों का हल्का नीला रंग बैंगनी-नीले रंग में बदल जाता है। इन फूलों के आधार पर ही “नीलगिरि पर्वत शृंखला” का नाम पड़ा है। इसका नाम प्रसिद्ध कुंती नदी के नाम पर रखा गया है जो केरल के साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान से होकर बहती है, जहाँ यह फूल बहुतायत में पाया जाता है। यह आमतौर पर 1,300-2,400 मीटर की ऊँचाई पर उगता है।

16. ट्रेनर एयरक्राफ्ट HTT-40 का DefExpo के दौरान अनावरण किया जाएगा

स्वदेशी बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट HTT-40 का 19 अक्टूबर, 2022 को DefExpo के 12वें संस्करण के दौरान अनावरण किया जाएगा। स्वदेशी बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट HTT-40 (Hindustan Turbo Trainer-40) को सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित और निर्मित किया गया है। DefExpo 2022 के दौरान प्रशिक्षक विमान का इंडिया पवेलियन में अनावरण किए जाने की उम्मीद है। इस इवेंट के दौरान HAL और भारतीय वायु सेना 70 HTT-40 के लिए एक अनुबंध को अंतिम रूप देंगे। यह विमान हनीवेल इंटरनेशनल द्वारा विकसित इंजनों के TPE331-12 परिवार से संचालित होगा। HTT-40 का 70 प्रतिशत हिस्सा स्वदेशी भारतीय सामग्री से बना है। HTT-40 का उपयोग IAF द्वारा नए पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाएगा। HTT-40 का इस्तेमाल बेसिक फ्लाइट ट्रेनिंग, एरोबेटिक्स, इंस्ट्रूमेंट फ्लाइंग और क्लोज फॉर्मेशन फ्लाइट के लिए किया जाएगा। यह विमान नवीनतम एवियोनिक्स, एक वातानुकूलित केबिन और इजेक्शन सीटों से लैस है। इसमें 450 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति है। यह अधिकतम 1,000 किमी की दूरी तक पहुंच सकता है। विमान ने पिछले साल सफलतापूर्वक अपना स्पिन उड़ान प्रमाणन परीक्षण पूरा किया था। अब इसे अंतर्राष्ट्रीय सैन्य विमान प्रशिक्षण मानकों के लिए प्रमाणित किया जाएगा। इसने प्रमाणन के लिए आवश्यक सभी परीक्षण पूरे कर लिए हैं।

17. असम में कटि बिहू

असम में 18 अक्टूबर 2022 को कटि बिहू मनाया गया। इसे कोंगली बिहु भी कहते हैं। इस दिन फसल कटाई की शुरुआत होती है और धान की फिर बुआई की जाती है। इस अवसर पर लोग अपने घरों के बाहर रोशनी करते हैं और अच्‍छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं। लोग अपने घरों के बाहर तुलसी का पौधा भी लगाते हैं और लक्ष्‍मी पूजन करते हैं। कटि बिहू असम में मनाए जाने वाले तीन बिहू में से एक है, अन्य दो भोगली या माघ बिहू (13 या 14 जनवरी को मनाया जाता है) और रोंगाली या बोहाग बिहू (14 या 15 अप्रैल को मनाया जाता है)।

18. मिस्र के काहिरा में विश्‍व निशानबाजी प्रतियोगिता में भारत के समीर ने रजत पदक जीता

भारतीय निशानेबाज़ समीर ने विश्व निशानेबाजी चैम्पियनशिप में पुरुषों की 25 मीटर जूनियर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता है। चीन के वांग शिवेन ने स्वर्ण पदक जीता। जबकि चीन के ही लियू यैनपैन को कांस्य पदक मिला। इससे पहले पुरुषों की दस मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में रुद्रांक्श बालासाहेब पाटिल, किरण अंकुश जाधव और अर्जुन बाबूता की टीम ने भारत के लिए प्रतियोगिता में पांचवां स्वर्ण पदक जीता। चैम्पियनशिप में, भारत ने अब तक पांच स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य पदक सहित चौदह पदक जीते हैं। भारत पदक तालिका में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।