सरकार मेक इन इंडिया योजना को और सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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1.सरकार मेक इन इंडिया योजना को और सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी:-

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि सरकार मेक इन इंडिया परियोजना को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने कहा कि ‘एक जिला एक उत्‍पाद’ कार्यक्रम मेक इन इंडिया का ही विस्‍तार है। वाराणसी में ‘एक जिला, एक उत्‍पाद सम्‍मेलन’ के दौरान श्री मोदी ने इस कार्यक्रम को शुरू करने के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को बधाई दी।यूपी तो छोटे और लघु उद्योग का हब है। कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार एमएसएमई सेक्टर देता है। यहां एमएसएमई सेक्टर परम्परा का हिस्सा है। वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट, यह प्रयोग मेक इन इंडिया का ही एक प्रकार से मजबूत विस्तार है। ये  योजना यूपी को दुनिया के औद्योगिक मानचित्र पर स्थापित करने में सक्षम है।प्रधानमंत्री ने कहा कि वे स्‍वयं ऐसे 100 जिलों पर निगरानी रख रहे हैं, जहां सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम क्षेत्र बढ़ रहा है।

श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पहचान कार्यक्रम के जरिये बुनकरों को बाजार, ऋण और अन्‍य सुविधाएं प्रदान कर रही हैं।वाराणसी समेत ये पूरा पूर्वांचल तो हस्त शिल्प का हब है। यहां के कण-कण में कला बसी हुई है। वाराणसी के आस-पास के क्षेत्रों से जुड़े दस उत्पादकों को तो जीआई टैग यानी ज्यॉग्राफिकल इंडिकेशन का प्रमाण भी मिल चुका है।प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार काशी के प्राचीन स्‍वरूप में कोई बदलाव किये बिना वाराणसी का विकास करना चाहती है।

श्री मोदी ने सम्‍पन्‍न सॉफ्टवेयर राष्‍ट्र को समर्पित किया। यह दूरसंचार विभाग द्वारा विकसित एक व्‍यापक पेंशन प्रबंधन प्रणाली है, जिससे लाखों पेंशन भोगियों को मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवनभर देश को सेवा देने के बाद पेंशन भोगियों को जो दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे उस प्रक्रिया को आसान करने का प्रयास किया गया है। सम्पन्न यानी सिस्टम फोर अथोरिटी एंड मैनेजमेंट ऑफ पेंशन योजना लॉन्च हुई है। अब पेंशन की स्वीकृति से लेकर निपटारे तक का काम खुद विभाग ही करेगा।

प्रधानमंत्री ने वाराणसी में दो अरब 79 करोड़ रुपये की लागत की 12 विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और 14 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्‍होंने कुंभ-2019 के बारे में कॉफी टेबल बुक भी जारी की।

इससे पहले, गाजीपुर में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखने के बाद एक जनसभा में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पूर्वांचल को चिकित्‍सा देखभाल सुविधाओं का केन्‍द्र बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।

2.प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 3 जनवरी को जालंधर, पंजाब में 106ठी भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी) –2019 का उद्घाटन करेंगे:-  

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एवं वस्‍त्र मंत्री स्‍मृति ईरानी सहित केन्‍द्रीय मंत्री, नोबेल पुरस्‍कार विजेता, विश्‍व भर के विख्‍यात वैज्ञानिक इस भव्‍य कार्यक्रम में भाग लेंगे 

विश्‍व की सबसे बड़ी विज्ञान बैठक ‘भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी)-2019’ का आयोजन 3 से 7 जनवरी, 2019 को पंजाब के जालंधर में किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 3 जनवरी को‘भविष्‍य का भारत : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ विषय वस्‍तु पर आधारित आईएससी-2019 के 106ठे संस्‍करण का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी कई नोबेल पुरस्‍कार विजेताओं, भारत के केन्‍द्रीय मंत्रियों, विज्ञान के नीति निर्माताओं, प्रशासकों, विख्‍यात वैज्ञानिकों, भारत एवं विदेशों के युवा स्‍त्री–पुरूष शोधकर्ताओं एवं स्‍कूली बच्‍चों सहित लगभग 30,000 प्रतिनिधियों को भी संबोधित करेंगे। लगभग 5 दिन चलने वाले इस कांग्रेस में लगभग 100 से अधिक सम्‍मेलनों एवं विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मूल के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें डीआरडीओ, इसरो, डीएसटी, एम्‍स, यूजीसी, एआईसीटीई एवं अमेरिका, ब्रिटेन, भारत एवं अन्‍य देशों के कई उत्‍कृष्‍ट विश्‍वविद्यालयों के विख्‍यात व्‍यक्ति भाग लेंगे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन तथा वस्‍त्र मंत्री श्रीमती स्‍मृति ईरानी सहित केन्‍द्रीय मंत्री भी कार्यक्रम में भाग लेंगे।केन्‍द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का विश्‍वास है कि भविष्‍य का भारत : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी’ विषय वस्‍तु पर आधारित आईएससी-2019 का 106ठा संस्‍करण यह प्रदर्शित करने में सहायक होगा कि क्‍या किया जा रहा है, क्‍या किया जा सकता है और भारत में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकियों के भविष्‍य को क्‍या निर्धारित करेगा। डॉ. हर्षवर्धन ने अपने संदेश में कहा,’ ’सरकार का उद्देश्‍य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का लाभ समाज के आखिरी व्‍यक्ति तक पहुंचाना है और एक केन्‍द्र बिन्‍दु होने के नाते वैज्ञानिकों को देश के सामने आने वाली समस्‍याओं के नवीन समाधानों को ढूंढने में अपना दिल और आत्‍मा लगा देनी चाहिए तथा आम लोगों के जीवन स्‍तर में बेहतरी लानी चाहिए।’यह कार्यक्रम वैज्ञानिक अनुसंधान प्रयासों को प्रोत्‍साहित करने तथा देश एवं विश्‍व में वैज्ञानिक प्रकृति बढ़ाने में केन्‍द्रीय भूमिका निभा सकता है। जो नोबेल पुरस्‍कार विजेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे, उनमें जर्मन-अमेरिकन मूल के बायोकैमिस्‍ट प्रोफेसर थॉमस सुडोफ, जिन्‍हें  वेसिकल ट्रैफिकिंग पर कार्य करने के लिए फिजियोलॉजी या मेडिसन में 2013 का नोबेल पुरस्‍कार प्रदान किया गया है : हंगरी में जन्‍मे इस्राइल के बायोकेमिस्‍ट एवं रसायन शास्‍त्र में नोबेल पुरस्‍कार विजेता प्रोफेसर अवराम हेर्शको; एवं ब्रिटेन में जन्‍में फिजिसिस्‍टट फ्रे‍डरिक डंकन माइकल हॉलडेन जिन्‍हें 2016 में भौतिकशास्‍त्र का नोबेल पुरस्‍कार प्रदान किया गया है, शामिल हैं।

भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन (आईएससीए) के जनरल प्रेसिडेंट डॉ. मनोज कुमार चक्रवर्ती का विश्‍वास है कि आईएससी का 106ठा सत्र भारत के भविष्‍य के विकास के लिए एक मील का पत्‍थर होगा, क्‍योंकि यह युवा मस्तिष्‍कों के बीच विचारों एवं नवोन्‍मेषणों के आदान-प्रदान के लिए एक बड़ा मंच मुहैया कराएगा।

आईएससी के दूसरे दिन- 4 जनवरी, 2019 को उद्घाटित होने वाला बाल विज्ञान कांग्रेस 10 से 17 वर्ष के बच्‍चों को नवोन्‍मेषण एवं विज्ञान में अनुसंधान को अगले स्‍तर तक ले जाने के लिए लक्षित करेगा।आईएससी के तीसरे दिन- दो दिवसीय साइंस कम्‍यूनिकेटर्स मीट-2019 का उद्घाटन किया जाएगा, जिसका मुख्‍य उद्देश्‍य वैज्ञानिक सूचना के प्रसार एवं आम लोगों के बीच वैज्ञानिक प्रवृत्ति के समावेशन के तरीकों पर विचार करना होगा।5 जनवरी को उद्घाटित महिला विज्ञान कांग्रेस में विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं समाज में महिलाओं के योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अतिरिक्‍त, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र की विख्‍यात हस्तियों की अध्‍यक्षता में 14 पूर्ण सत्रों का भी आयोजन किया जाएगा, जो कार्यक्रम में उपस्थित वैज्ञानिक समुदाय के लिए अतिरिक्‍त रूप से लाभदायक साबित होगा।

3.सरकार अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में रोजगार, गुणवत्‍तापूर्ण शिक्षा और चिकित्‍सा देखभाल सेवाएं सुनिश्चित करने की दिशा में कार्यरत : प्रधानमंत्री:-

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि सरकार कार निकोबार में युवाओं के लिए रोजगार, बच्चों के लिए शिक्षा, बुजुर्गों के लिए चिकित्‍सा देखभाल और किसानों के लिए आवश्‍यक सुविधाएं सुनिश्‍चित करने की दिशा में काम कर रही है। आज कार निकोबार के बिशप जॉन रिचर्डजन स्‍टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार अंडमान – निकोबार द्वीप समूह के लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए  सभी प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केन्‍द्र ने मछुआरों की आय बढ़ाने के लिए सात हजार करोड़ रुपये का विशेष कोष बनाया है।कार निकोबार में जीवन और आसान हो, आप सभी को बेहतर सुविधाएं मिलें, अवसर मिलें। इसके लिए आज करोड़ों रूपए के प्रोजेक्‍ट का यहां लोकार्पण और शिलान्‍यास किया गया है। इसमें शिक्षा से लेकर स्‍वास्‍थ्‍य तक, रोजगार से लेकर सीट डेवलपमेंट तक ट्रांसपोर्टेशन से लेकर बिजली तक, स्‍पोटर्स से लेकर टूरिज्‍म तक के अनेक प्रोजक्‍ट शामिल हैं ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा से देश को सस्‍ती और हरित ऊर्जा देने के लिए हम प्रतिबद्ध है।कार निकोबार में तीन सौ किलोवॉट के रूफ टॉप सोलर प्‍लांट लगाने का लक्ष्‍य रखा गया है। सरकार का प्रयास है कि आने वाले समय में कार निकोबार की सारी बिजली जरूरतें सौर ऊर्जा से ही पूरी हों।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कई घोषणाएं भी कीं।श्री मोदी ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि पर्यावरण और स्‍थानीय संस्‍कृति के संरक्षण के साथ-साथ विकास हो। अंडमान निकोबार समेत देश के समुद्री तटीय इलाकों में रहने वाले कोपरा और नारियल की खेती से जुड़े किसानों के लिए बड़ा फैसला सरकार ने लिया है। कोपरा के न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य में दो हजार रूपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मि‍लिन कोपरा का समर्थन मूल्‍य साढ़े सात हजार रूपए से बढ़ाकर साढ़े नौ हजार रूपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को हम अवसरों में बदलने का काम कर रहे हैं।

4.जम्‍मू कश्‍मीर में संयुक्‍त सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर कर तलाशी अभियान किया शुरू:-

जम्‍मू कश्‍मीर में बारामूला जिले के सोपोर कस्‍बे में संयुक्‍त सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर कर तलाशी अभियान शुरू किया है। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद यह अभियान शुरू किया गया। अभी तक किसी गोलीबारी की खबर नहीं है। ब्‍यौरे की प्रतीक्षा है।

5.मेलबर्न में भारत ने तीसरे क्रिकेट टेस्‍ट में ऑस्‍ट्रेलिया को 137 रन से हराकर चार मैचों की सीरीज़ में 2-1 की ली बढ़त।:-

मेलबर्न में भारत ने तीसरे क्रिकेट टेस्‍ट में ऑस्‍ट्रेलिया को 137 रन से हराकर चार मैचों की सीरीज़ में 2-1 की बढ़त ले ली है। यह भारत की डेढ़ सौवीं टेस्‍ट जीत है। इसके अलावा मेलबर्न क्रिकेट ग्रांउड में 37 साल में भारत की यह  पहली जीत है।399 रन के लक्ष्‍य का पीछा करते हुए ऑस्‍ट्रेलिया की टीम लंच के बाद दूसरी पारी में 261 रन पर आउट हो गई। जसप्रीत बुमराह को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। उन्‍होंने मैच में नौ विकेट चटकाए। चौथा और अंतिम टेस्‍ट मैच तीन जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।

6.इज़राइल: दो दक्षिणपंथी मंत्रियों ने चुनाव से पहले नई पार्टी बनाई:-

 

इज़राइल में, सरकार के दो दक्षिणपंथी मंत्रियों ने अप्रैल में स्नैप चुनाव से पहले धर्मनिरपेक्ष मतदाताओं पर जीत हासिल करने के उद्देश्य से एक नई पार्टी शुरू की है।शिक्षा मंत्री नफ़तली बेनेट और न्याय मंत्री ऐलेट शेक्ड ने कल तेल अवीव में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे न्यू राइट पार्टी की स्‍थापना के लिए दक्षिण पंथी यहूदी होम पार्टी को छोड़ रहे थे।राष्ट्रवादी यहूदी होम, जिसमें बेनेट प्रमुख थे और शेख उप-नेता संसद में आठ सीटों के साथ प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के गठबंधन का हिस्सा रहे हैं। न्यू राइट पार्टी के पास यहूदी होम का एक समान मंच है, जिसमें फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण का विरोध शामिल है।

बुधवार को इजरायल के सांसदों ने संसद को भंग करने और 9 अप्रैल को स्नैप चुनाव आयोजित करने के लिए भारी मतदान किया जिसके बाद नेतन्याहू की सरकार ने शुरुआती चुनावों पर सहमति व्यक्त की।

7.अब एयरपोर्ट पर पहले स्थानीय भाषा में होगा अनाउंसमेंट, फिर अंग्रेजी और हिंदी में होगी उद्घोषणा:-

सरकार ने सभी हवाई अड्डों को किसी भी सूचना के बारे जानकारी देने के लिए सबसे पहले उद्घोषणा स्थानीय भाषा में करने का निर्देश दिया है। स्थानीय भाषा के बाद हवाई अड्डों को हिंदी और अंग्रेजी में यह उद्घोषणा करनी होगी। इस बारे में नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने निर्देश दिया है।अधिकारियों ने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने अपने नियंत्रण वाले सभी हवाई अड्डों को निर्देश दिया है कि वे पहले स्थानीय भाषा में कोई सार्वजनिक घोषणा करेंगे और उसके बाद हिंदी और अंग्रेजी में। नागर विमानन मंत्रालय ने निजी हवाई अड्डा परिचालकों से भी कहा है कि उन्हें सभी सार्वजनिक घोषणाएं स्थानीय भाषा में करनी होंगी।प्रभु ने एएआई को निर्देश दिया था कि देश के सभी हवाई अड्डों पर किसी तरह की सूचना और जानकारी सबसे पहले स्थानीय भाषा में दी जाए। उसके बाद हिंदी और अंग्रेजी में। यह निर्देश ऐसे ‘शांत’ हवाई अड्डों पर लागू नहीं होगा जहां उद्घोषणा नहीं की जाती है। एएआई ने 2016 में सर्कुलर जारी कर अपने नियंत्रण वाले हवाई अड्डों से सार्वजनिक घोषणा पहले स्थानीय भाषा और उसके बाद हिंदी और अंग्रेजी में करने को कहा था। सरकार से हवाई अड्डों पर सार्वजनिक घोषणा स्थानीय भाषा में भी करने को लेकर कई बार मांग की गई है। देश में 100 से अधिक हवाई अड्डे परिचालन में हैं।