स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल हो रहा है प्रयागराज में चल रहा कुंभ मेला

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राष्टीय न्यूज़

1.स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल हो रहा है प्रयागराज में चल रहा कुंभ मेला:-

प्रयागराज में चल रहा कुंभ मेला न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संदेश देने में, बल्कि बड़े पैमाने पर लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने में भी सफल हो रहा है। एक लाख बीस हजार से अधिक शौचालय कुम्भ और इसके आसपास के क्षेत्र में बनाए गए हैं। प्रयागराज कुंभ मेला सामाजिक और स्वच्छता सहित अन्य मुद्दों पर भी जागरूकता पैदा कर रहा है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में मेला के सेक्टर छह में एक उच्च तकनीक पर आधारित प्रदर्शनी लगाई है। आगन्तुक कठपुतली शो द्वारा स्वच्छता पर संदेश में गहरी रूचि दिखा रहे हैं। दर्शकों की बड़ी संख्या एक विशेष चैक पर भी पहुंच रही है जहां आंगन्तुक स्वच्छता के लिए अपने योगदान की प्रतीज्ञा लेते हैं और तुरंत ही मशीन से निकला एक प्रमाण पत्र भी उन्हें मिल जाता है।

2.उत्तरी कमान के 92 सैनिक सेना पदक से सम्मानित:-जम्मू कश्मीर के उधमपुर में उत्तरी कमान के 92 सैनिकों को उनके साहस, शौर्य और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सेना पदक से सम्मानित किया गया। कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने 76 शौर्य पदक, सात उत्कृष्ट सेवा पदक और आठ विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किये। अशोक चक्र प्राप्त लांस नायक नजीर अहमद वानी को मरणोपरांत सेना पदक बार से सम्मानित किया गया।

3.लोक सभा चुनाव 2019 के लिए निर्वाचन आयोग ने मतदाता पुनरीक्षण और सूचना कार्यक्रम (वीवीआईपी) लांच किया:- लोक सभा चुनाव 2019 के लिए निर्वाचन आयोग ने नागरिकों को उनके नाम, नए पंजीयन, ब्यौरे में बदलाव और मतदाता पहचान पत्र में सुधार के लिए मतदाता पुनरीक्षण और सूचना कार्यक्रम (वीवीआईपी) लांच किया। निर्वाचन आयोग ने इस कार्यक्रम के लिए विभिन्न माध्यमों की शुरूआत की है। देश के सभी जिलों में संपर्क केंद्र बनाए गए हैं। मतदाता हेल्प लाइन  नम्बर 1950 है। संपर्क केंद्रों में नवीनतम जानकारी मौजूद है।लोक सभा चुनाव 2019 के संचालन में सूचना और संचार तकनीक के उपयोग पर दो दिवसीय प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला आयोजित की गई थी। कार्यशाला के दौरान वीवीआईपी कार्यक्रम लांच किया गया। प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारियों आईटी इंचार्ज, नोडल अधिकारियों, राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों, तथा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के तकनीकी संसाधन सदस्यों ने भाग लिया।इस अवसर पर निर्वाचन आयुक्त श्री अशोक लवासा ने कहा कि तकनीक की ताकत का अर्थ है कि सभी के लिए इसके उपयोग में आसानी। श्री लवासा ने प्रतिभागियों को याद दिलाया कि निर्वाचन आयोग की थीम है चुनावों को अधिक समावेशी बनाना। एप्प के उपयोग से तत्काल जवाब को सुनिश्चित किया जाना चाहिए क्योंकि नागरिक बेहतर गुणवत्ता वाली सेवाएं चाहते हैं।मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा ने कहा कि तकनीक वास्तव में एक प्रमुख गेम चेंजर है। प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य सुनना, सीखना, आत्मसात करना और अनुप्रयोग करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए कुछ ही समय बचा है और मतदाता को सुविधा प्रदान करने के लिए सभी प्रशिक्षण को सुदृढ़ बनाया जाना चाहिए।प्रशिक्षण के दौरान सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सी-विजिल अनुप्रयोग की जानकारी दी गई। इस अनुप्रयोग में आदर्श चुनाव संहिता के साक्ष्य आधारित सबुत, खर्च सीमा का उल्लंघन और स्वचालित स्थान निर्धारण आंकड़ें के साथ लाइव फोटो/वीडियों की सुविधा है। मोबाइल एप्प के माध्यम से कोई भी नागरिक शिकायत दर्ज कर सकता है। फ्लाइंड स्क्वाएड मामले की जांच करेंगे और रिटर्निंग ऑफिसर निर्णय लेंगे। शिकायत की स्थिति और समय सीमा की जानकारी शिकायत कर्ता के साथ साझा की जा सकती है।

इस अवसर पर सी-विजिल उपयोग पुस्तिका और इवीएम प्रबंधन प्रणाली उपयोग पुस्तिका भी जारी की गई। एंड्राएड आधारित ‘वोटर हेल्पलाईन’ एप्प को भी आज लांच किया गया। इस एप्प से सभी नागरिक विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं जैसे मतदाता सूचि में अपना नाम ढूंढना, ऑनलाइन फार्म जमा करना, आवेदन की स्थिति जानना, शिकायत दर्ज करना और एप्प पर जवाब प्राप्त करना। इस मोबाइल एप्प पर सभी फार्म, चुनाव परिणाम, उम्मीदवारों का शपथ पत्र, प्रेस विज्ञप्तियां, मतदाता जागरूकता और प्रमुख दिशा निर्देश उपलब्ध हैं।

दिव्यांगजनों के लिए पीडब्ल्यूडी एप्प लांच किया गया। इस एप्प के माध्यम से दिव्यांगजन अपनी पहचान पंजीकृत कर सकते हैं, नया पंजीयन कर सकते हैं, पते और अन्य ब्यौरे में बदलाव कर सकते हैं। केवल संपर्क ब्यौरा देने के बाद ही बूथ स्तर का अधिकारी उन्हें घर पर सुविधा प्रदान करेगा। चुनाव के दौरान दिव्यांगजन व्हिलचेयर की मांग भी कर सकते हैं।निर्वाचन आयोग के द्वारा नवीनतम तकनीक के उपयोग से चुनावी गतिविधियों में नवीनता आई है। चुनावों के प्रभावी संचालन के लिए निर्वाचन आयोग ने स्मार्ट तकनीक का उपयोग करना सुनिश्चित किया है।

  1. नई दिल्ली में मेगा सिल्क इवेंट का आयोजन होगा:- 

केंद्रीय रेशम बोर्ड के सहयोग से वस्त्र मंत्रालय 9 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली में ‘सर्जिंग सिल्क – अकाम्प्लिश्मेन्ट एंड वे फॉरवर्ड’ कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि होंगी, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी करेंगी।

कार्यक्रम में पिछले 4 वर्षों के दौरान भारत में रेशम उद्योग के विकास को मुख्य रूप से दिखाया जाएगा। जनजातीय क्षेत्रों की महिलों को बुनियाद तसर रेशम रिलिंग मशीनें वितरित की जाएंगी। इसका उद्देश्य थाई रिलिंग की वर्षों पुरानी व्यवस्था को समाप्त करना है। तसर रेशम के क्षेत्र में इस प्रथा को समाप्त करने तथा ग्रामीण व जनजातीय महिलाओं को उचित आय प्रदान करने के उद्देश्य से तथा चंपा, छत्तीसगढ के एक उद्यमी के सहयोग से केंद्रीय रेशम प्रौद्योगिकी शोध संस्थान ने इस मशीन को विकसित किया है। इस विकसित मशीन का नाम बुनियाद रिलिंग मशीन है। यह मशीन तसर सिल्क की गुणवत्ता और उत्पादकता को बेहतर बनाएगी तथा महिलाओं के कठिन श्रम में राहत प्रदान करेगी।

पारंपरिक तरीके का उपयोग करते हुए धागा तैयार करने वाली एक महिला प्रति दिन 125 रुपये कमाती है जबकि बुनियाद रिलिंग मशीन से वह 350 रुपये प्रति दिन कमा सकती है। बुनियाद रिलिंग मशीन की कीमत 8475 रुपये प्रति इकाई है। मार्च, 2019 तक थाई रिलिंग की प्रथा को समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मशीन, सौर ऊर्जा तथा पैर से चलने वाले उपकरणों के साथ उपलब्ध है। मशीन उत्पादन के लिए निर्माताओं और इनके वितरण के लिए धागा तैयार करने वालों की पहचान कर ली गई है।कार्यक्रम के दौरान रेशम उद्योग के सफल व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार दिये जाएंगे। रेशम अपशिष्ट से मिलैंज फेब्रिक तैयार किया जाएगा। रेशम कीट-पालन क्षेत्र के गुणवत्ता-प्रमाण पत्र के लिए एक मोबाइल एप्प लांच की जाएगी। इसके साथ ही भारतीय रेशम उद्योग राज्य रेशम कीट-पालन पर आधारित एक पुस्तिका जारी की जाएगी।

इस पुस्तिका में प्रत्येक राज्य  में रेशम कीट पालन तथा रेशम उद्योग के विकास और वर्तमान स्थिति का विवरण होगा। भारत सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी इस पुस्तिका में होगी। यह सुनिश्चित किया गया है कि कार्यक्रम में वस्त्र क्षेत्र के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हों।

5.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अरूणाचल प्रदेश के लिए डीडी अरूणप्रभा के नाम से विशेष दूरदर्शन चैनल का शुभारंभ करेंगे :-
अरूणाचल प्रदेश में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के स्थायी परिसर की आधारशिला भी रखेंगेप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 9 फरवरी, 2019 को पूरी तरह से अरूणाचल प्रदेश पर केन्द्रित विशेष दूरदर्शन उपग्रह चैनल डीडी अरूणप्रभा का शुभारंभ करेंगे। इस चैनल का प्रसारण सभी दिन होगा। प्रधानमंत्री अरूणाचल प्रदेश में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के स्थायी परिसर का शिलान्यास भी करेंगे। डीडी अरूणप्रभा दूरदर्शन का 24वां उपग्रह चैनल होगा। प्रधानमंत्री ईटानगर में आईजी पार्क में इसका शुभारंभ करेंगे। इस चैनल का प्रसारण केन्द्र अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा। इसमें डिजिटल उपग्रह के जरिए समाचार संकलन की इकाई भी होगी, जो सभी दिनों 24 घंटे दूर-दराज के क्षेत्रों से भी सीधा प्रसारण करने में सक्षम होगी।

इस चैनल पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों में स्थानीय संस्कृति के विभिन्न रूपों और समृद्ध विरासत को दिखाया जाएगा। इसके जरिए न सिर्फ पूर्वोत्तर क्षेत्र को देश के साथ जोड़ने में मदद मिलेगी, बल्कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की खूबसूरती को भी सीधे दिखाया जा सकेगा और साथ ही वहां के स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं को समाचारों, यात्रा वृतांतों, वृत चित्रों और टेलीफिल्मों तथा रियल्टी शो की मदद से पेश किया जा सकेगा।प्रधानमंत्री जोलांगराकप में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के परिसर का शिलान्यास करेंगे। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले इस संस्थान का यह तीसरा परिसर होगा। यह पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए फिल्म और टेलीविजन के क्षेत्र में संभावनाओं के द्वार खोलेगा। ईटानगर से 20 किलोमीटर दूर बनाए जाने वाले इस संस्थान के निर्माण पर कुल 204.32 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके 25 महीने में बनकर तैयार हो जाने की संभावना है।इस संस्थान में प्रशासनिक खंड, कक्षाएं, थिएटर, शैक्षणिक स्टाफ के रहने के लिए स्थान, लाइब्रेरी, मिनी थिएटर, शूटिंग के लिए स्थान, डिजिटल ब्लॉक, साउंड स्टुडियो, कैंटीन और आवासीय परिसर, लड़कों और लड़कियों के लिए छात्रावास, गेस्टहाउस तथा विद्युत उप-केन्द्र, पम्प रूम और जल शोधन केन्द्र भी होगा। परिसर का निर्माण स्थानीय भौगोलिक संरचना में किसी तरह की छेड़छाड़ के बगैर बनाया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय भवन निर्माण कोड 216 के नियमों, सुगम्य भारत और अन्य सभी निर्माण नियमों का अनुसरण किया जाएगा। यह अपने आपमें अत्याधुनिक तकनीक से बना परिसर होगा। इसमें 150 किलो लीटर प्रतिदिन जलमल शोधन क्षमता वाला संयंत्र लगा होगा। परिसर में 300 किलो वॉट क्षमता वाले सौर पैनल तथा कम बिजली खपत वाले एयरकंडिशन संयंत्र भी होंगे। स्ट्रीट लाइट में एलईडी बल्बों का इस्तेमाल होगा और वर्षा जल संग्रहण की व्यवस्था भी होगी।

अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़

6.नई दिल्ली में होगी भारत और बंगलादेश की संयुक्त सलाहकार समिति की पांचवीं बैठक:-भारत और बंगलादेश की संयुक्त सलाहकार समिति की पांचवीं बैठक नई दिल्ली में होगी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और बंगलादेश के विदेश मामलों के मंत्री डॉ. ए.के. अब्दुल मोमिन बैठक की संयुक्त अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले दोनों देशों के संयुक्त सलाहकार समूह की बैठक अक्तूबर 2017 में ढाका में हुई थी। बंगलादेश के विदेश मामलों के मंत्री बुधवार को चार दिन की भारत यात्रा पर आए। प्रधानमंत्री शेख हसीना की पिछले साल दिसम्बर में हुए संसदीय चुनाव में जीत के बाद यह पहली उच्च स्तरीय बैठक है।

खेल न्यूज़

7.जेरेमी लाल्रीनुंगा पुरुषों की 67 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतते हैं:-युवा ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता जेरेमी लाल्रीनुंगा ने पुरुषों के 67 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक हासिल किया, जो थाईलैंड के चियांग माई में ईजीएटी की कप अंतर्राष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत का दूसरा पदक है। 16 वर्षीय लल्लनुंगा ने स्नैच में 131 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 157 किलोग्राम भार उठाकर कुल 288 किलोग्राम वजन उठाया। हालांकि, मिजोरम के वेटलिफ्टर का स्थान स्वर्ण विजेता इंडोनेशिया के डेनी से है, जिन्होंने 303 किलोग्राम भार उठाया। किरिबाती के रुबेन कटोताऊ ने कुल 285 किलोग्राम भार उठाकर कांस्य पदक जीता। कल विश्व चैंपियन शेखोम मीराबाई चानू ने महिलाओं की 48 किलोग्राम वर्ग में कुल 192 किलोग्राम भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता था।

बाजार न्यूज़

8.भारत की लगभग 40 प्रतिशत जनसंख्या को मिलेगा आयुष्मान भारत पहल का लाभ- वित्तमंत्री गोयल:-वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि आयुष्मान भारत पहल के तहत भारत की लगभग 40 प्रतिशत जनसंख्या को लाभ पहुंचेगा। वे नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ग्लोबल फंड की 6वीं प्रतिकृति बैठक के इंडिया शोकेस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार, पचास करोड़ भारतीयों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह दी गई समयसीमा की तुलना में 2030 तक सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों को परिभाषित करेगा। श्री गोयल ने कहा कि इस साल मार्च-अप्रैल तक, भारत के हर घर में बिजली पहुंच जायेगी, जो रणनीतिक विकास लक्ष्य- 2030 की समयसीमा से लगभग एक दशक आगे है।