9.चीन ने दो नए प्रकार 052D विध्वंसक लॉन्च किए:-

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राष्ट्रीय न्यूज़

1.युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम युविका 2019′ का उद्घाटन:

यंग साइंटिस्ट प्रोग्राम 9 युविका २०१ ९ ’ का उद्घाटन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो के अध्यक्ष डॉ के सिवन द्वारा कर्नाटक के बेंगलुरु में वीडियो मोड के माध्यम से किया गया।बेंगलुरु, तिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद और शिलांग में चार इसरो केंद्रों में फैले दो सप्ताह के आवासीय ग्रीष्मकालीन अवकाश कार्यक्रम में 110 छात्र भाग लेते हैं।

2.डीआरडीओ ने सफलतापूर्वक अभयकी उड़ान परीक्षा आयोजित की:

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) को सफलतापूर्वक की उड़ान परीक्षण का आयोजन किया ‘Abhyas’, जो हथियार प्रणालियों के अभ्यास के लिए एक यथार्थवादी खतरा परिदृश्य प्रदान करता है एक उच्च गति उपभोजित एरियल लक्ष्य (गर्मी),।

उड़ान परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर के अंतरिम टेस्ट रेंज में आयोजित किया गया था । इसे विभिन्न राडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिक प्रणालियों द्वारा ट्रैक किया गया और पूरी तरह से स्वायत्त तरीके से नेविगेशन मोड में अपने प्रदर्शन को साबित किया 

 3.जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने ‘MANAV: मानव एटलस पहलशुरू की:-

हाल ही में, जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने विभिन्न रोगों से जुड़े ऊतकों और कोशिकाओं की भूमिकाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए मानव शरीर के प्रत्येक ऊतक की मैपिंग के लिए ‘ MANAV: ह्यूमन एटलस इनिशिएटिव‘ शुरू किया ।यह भारतीय विज्ञान संस्थान, शिक्षा और अनुसंधान (IISER) पुणे, स्थायी प्रणालियों और राष्ट्रीय सेल विज्ञान केंद्र (NCCS) के बीच एक सहयोगित परियोजना है  इसका शुभारंभ डीबीटी सचिव डॉ। रेणु स्वरूप ने किया।

4.एनएसजी कमांडो ने पहले प्रयास में माउंट एवरेस्ट का शिखर सम्मेलन किया:-

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, एनएसजी के कमांडो ने अपने पहले प्रयास में माउंट एवरेस्ट को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का दर्जा दिया। एनएसजी ने नई दिल्ली में एक बयान में कहा कि लेफ्टिनेंट कर्नल जेपी कुमार के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम ने आज सुबह लगभग 7 बजे 8,848 मीटर ऊंची चोटी पर सफलतापूर्वक भारतीय ध्वज को फहराया। टीम ने नेपाल के सोलुखुम्भु क्षेत्र में दक्षिण कर्नल के माध्यम से दक्षिण-पूर्वी दृष्टिकोण अपनाया।
NSG के महानिदेशक सुदीप लखटकिया ने टीम को बधाई देते हुए कहा, “एवरेस्ट ने कठिन परिस्थितियों में जीवित रहने के लिए कुत्तापन, दृढ़ता, दृढ़ता, साहस और कई कौशल की मांग की है। 12 सदस्यीय दल को गृह सचिव राजीव गौबा ने 29 मार्च को नई दिल्ली से हरी झंडी दिखाई। बयान में कहा गया है कि टीम के पांच अन्य सदस्यों के 22 मई को शिखर पर पहुंचने की संभावना है।

 5.लोकपाल की वेबसाइट का उद्घाटन:- 

लोकपाल के अध्यक्ष न्यायमूर्ति  श्री पिनाकी चंद्र घोष ने आज लोकपाल के सभी सदस्यो की उपस्थिति में लोकपाल की वेबसाइट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर एनआईसी की महानिदेशक श्रीमती नीता वर्मा भी उपस्थित थीं।इस वेबसाइट का निर्माण राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र(एनआईसी) ने किया है और इसमें लोकपाल के संचालन और कार्यपद्धति संबधी आधारभूत जानकारी प्रदान की गई है। यह वेबसाइट http:// lokpal.gov.in पर देखी जा सकती है।लोकपाल स्वतंत्र भारत में अपनी प्रकार का पहला संस्थान था, जिसकी स्थापना लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम 2013 के अंतर्गत की गई है। यह इस अधिनियम के कार्यक्षेत्र और सीमा में आने वाले लोक सेवको के विरूद्ध  भष्ट्राचार के आरोपो की जांच और विवेचना करेगा।केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति श्री पिनाकी चंद्र घोष को लोकपाल का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया था, जिन्हें 23 मार्च 2019 को राष्ट्रपति ने पद की शपथ दिलाई। सरकार ने इसके साथ ही चार न्यायिक और गैर-न्यायिक सदस्यो की नियुक्ति भी की। लोकपाल का अस्थायी कार्यालय वर्तमान में नई दिल्ली स्थित होटल अशोक से कार्यरत है।लोकपाल के संदर्भ में नियमो को अधिसूचित करने और शिकायत स्वीकार करने के लिए नियमावली की प्रक्रिया तैयार की जा रही है। 16 अप्रैल, 2019 तक प्राप्त सभी शिकायतो का लोकपाल कार्यालय द्वारा निरीक्षण किया गया और इन्हें निपटाया गया। इस अवधि के पश्चात मिली शिकायतो का परीक्षण किया जा रहा है।

6.पहली कामयाबी के बाद दूसरी ‘वंदे भारत’ को बनाया और बेहतर, जल्द नई रेक पहुंचेगी दिल्ली:-

The Prime Minister, Shri Narendra Modi flagging off the first Semi High Speed Train “Vande Bharat Express”, at New Delhi Railway Station on February 15, 2019.

एक लाख किलोमीटर का सफर पूरा करने के साथ ही देश की पहली स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ने अपनी तकनीकी उत्कृष्टता साबित कर दी है। शुरुआती चुनौतियों के बावजूद अब तक इस ट्रेन का एक भी फेरा रद नहीं हुआ है। इससे स्वदेशी तकनीक के प्रति रेलवे भरोसा बढ़ा है और अब वे इस ट्रेन की नई एवं उन्नत रेक तैयार करने तथा उन्हें नए रूटों पर आजमाने की तैयारी में से जुट गए हैं। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने वंदे भारत की जो दूसरी रेक बनाई है उसमें पहली ट्रेन की अनेक खामियों को दूर कर दिया गया है। इसे मई के अंत तक दिल्ली पहुंचा दिया जाएगा। ताकि जून या जुलाई में नए रेलमंत्री द्वारा स्वीकृत रूट पर इसका संचालन किया जा सके।शुरुआती चुनौतियों के बावजूद दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को लोगों ने बहुत पसंद किया है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 17 फरवरी के पहले दिन से आज तक ये ट्रेन खचाखच भरी चल रही है और इसका संचालन रेलवे के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहा है। इससे अफसरों का मनोबल बढ़ा है और वे इसे कई अन्य रूटों पर चलाने की तैयारियों में जुट गए हैं।इसके लिए उन्होंने कई रूटों का विकल्प तैयार किया है। इनमें वाराणसी-पटना-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई जैसे लंबे रूट शामिल हैं। लेकिन अंतत: ये किस रूट पर चलेगी इसका फैसला नई केंद्र सरकार करेगी। लेकिन अपनी तरफ से अधिकारियों इतना अवश्य सुनिश्चित कर दिया है कि नए रेलमंत्री को ट्रेन में पहली वंदे भारत की खामियों का शिकवा सुनने को न मिले।इसके लिए नई रेक में अनेक परिवर्तन, संशोधन और संव‌र्द्धन किए गए हैं। उदाहरण के लिए ट्रेन की कांच की खिड़कियों को पत्थरबाजी के नुकसान से बचाने के लिए उन पर विशेष एंट्री-स्पालिंग फिल्म की कोटिंग की गई है। इसके अलावा कोच के भीतर शोर के प्रभाव को कम करने के लिए बेहतर इंसुलेशन के अलावा ट्रेन के हार्न को दूसरी जगह पर लगाया गया है। पहली ट्रेन में पैंट्री के कम स्थान को लेकर बड़ी शिकायत थी। नई रेक में इसे दूर करने के लिए अतिरिक्त जगह प्रदान की गई है।पशुओं की टक्कर के कारण पहली वंदे भारत को शुरुआती यात्राओं में काफी क्षति उठानी पड़ी थी। इस समस्या से निपटने के लिए नई रेक के कैटल गार्ड की नोज को फाइबर के बजाय मजबूत एल्यूमिनियम से तैयार किया गया है। उच्च तापमान सहने के लिए नई रेक की वायरिंग में एचटी केबल का इस्तेमाल किया गया है। वाटर बॉटल होल्डर भी ज्यादा उन्नत है। इंफोटेनमेंट के लिए नये रेक में सेंट्रलाइज्ड लोडिंग की व्यवस्था की गई है। वॉशबेसिन में दर्पण की स्थिति सुधारी गई है। पानी की बर्बादी रोकने के लिए दबाए जाने वाले मेकेनिकल फिक्स्ड डिस्चार्ज टैप लगाए गए हैं।नई रेक में टायलेट के दरवाजों के पीछे कोट टांगने के हुक भी मिलेंगे। लेकिन दूसरी रेक में पहली ट्रेन की एक शिकायत कमोबेश बनी रहेगी। वो है सीट का पीछे की ओर कम झुकना। रेलवे अफसर इसे ठीक करने को राजी नहीं हैं। उनका कहना है कि वंदे भारत की मोल्डेड रबर की सीटों को जानबूझकर अपेक्षाकृत सीधा रखा गया है। क्योंकि लंबी दूरी में सीधे बैठने से रीढ़ स्वस्थ रहती है।

7.अंतरराष्ट्रीय सेना स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता का मेजबान होगा जैसलमेर:-

आगामी 24 जुलाई से 17 अगस्त 2019 तक जैसलमेर में कोणार्क कोर के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय सेना खेलों के एक भाग के रूप में अंतरराष्ट्रीय सेना स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमे की विश्व के आठ देशों की मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री स्काउट टीमें भाग लेंगी।भारत पहली बार अंतरराष्ट्रीय सेना खेलों के भाग के रूप में सेना स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता का आयोजन करेगा। यह भी पहली बार है कि कोई भारतीय टीम इस प्रतियोगिता में भाग लेगी।रूस और चीन समेत विश्व के आठ देशों की टीमें के इस आयोजन की व्यवस्थाओं का अवलोकन करने के लिए खेलों के इस प्रारूप के संस्थापक सदस्य के रूप में रूसी प्रतिनिधिमंडल, वरिष्ठ सैन्य और राजनयिक गणमान्य लोगों ने जैसलमेर सैन्य स्टेशन का दौरा किया। रूसी डेलीगेट्स ने जैसलमेर और पोखरण में बनाई गई विशेष प्रशिक्षण सुविधाओं को देखा। रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बुडशिन अल्बर्ट एलनिविच ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत सभी टीमों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सही अवसर प्रदान करेगा , जिससे कि अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग के लिए दीर्घकालिक लाभ मिल सकेगे। इसका उद्देश्य युद्ध की बेहतर तकनीक को साझा करने के साथ-साथ भाग लेने वाले देशों के बीच सैन्य और तकनीकी सहयोग विकसित करना प्रमुख है।इंटरनेशनल आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता पांच चरणों में आयोजित की जाएगी। ये सभी चरण सिम्युलेटेड बैटल फील्ड में मैकेंनाइज्ड इन्फैंट्री स्काउट्स के समग्र कौशल का परीक्षण करेगी। युद्ध कौशल प्रतियोगिताओं के निर्णय के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के जज और रेफरीयो के पैनल द्वारा परिणाम घोषित किया जाएगा।यह प्रतियोगिता हर बार रूस ही आयोजित करता है। लेकिन पहली बार यह भारत मे हो रही है।ये देश करेंगे शिरकत
अर्मेनिया, बेलारूस, रूस, चीन, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत , जिम्बाबे की टीमें इस आयोजन में हिस्सा लेंगे। जो कि घुसपैठ रोकने, हमला करने, बचाव राहत दल के रूप में , घात लगाना, बाधा कोर्स, कम फायरिंग में घुसपैठ करना और रोकने जैसी एक्सरसाइज में हिस्सा लेंगे।

8.राजस्थान सरकार की पहल, स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे अभिनंदन की शौर्यगाथा:-

पाकिस्तानी लड़ाकू विमान एफ-16 को मार गिराने वाले वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन की शौर्यगाथा को राजस्थान की कांग्रेस सरकार स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल कर रही है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने नौवीं कक्षा की सामाजिक विज्ञान की पुस्तक में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा एवं शौर्य पराक्रम’ नामक अध्याय में विंग कमांडर अभिनंदन की शौर्यगाथा को शामिल किया है।मालूम हो कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर सवाल उठाती रही हैं। कांग्रेस सहित अधिकांश विपक्षी दलों ने इसको लेकर दावे करने वाले दलों से सुबूत भी मांगे थे।राज्य के शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन के सम्मान में उनकी बहादुरी की कहानी स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी। डोटासरा का कहना है कि अभिनंदन ने राजस्थान के जोधपुर में ही स्कूली शिक्षा हासिल की और अब पाकिस्तान द्वारा सकुशल वापस लौटाए जाने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग भी सूरतगढ़ में होना प्रदेश के लिए गौरव की बात है।अशोक गहलोत सरकार ने अभिनंदन से जुड़े अध्याय में पुलवामा अटैक के बाद भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के कैंप पर हमले करने की भी बात लिखी है। हालांकि, इसमें केंद्र सरकार और मारे गए आतंकियों का उल्लेख नहीं किया गया है ।

बच्चे पढ़ेंगे सेना द्वारा स्थापित आदर्श
नौवीं कक्षा की सामाजिक विज्ञान की पुस्तक में भारतीय सैनिकों के शौर्य, साहस, पराक्रम एवं बलिदान की गाथाओं से जुड़ा एक अलग अध्याय जोड़ा गया है । इसमें लिखा गया है कि राजस्थान में तो शहीदों की लोक देवताओं के रूप में पूजा होती है । भारतीय सेना सैन्य धर्म एवं चरित्रगत आचरण के लिए जानी जाती है । शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार पाठ्यक्रम में अध्याय शामिल करने के साथ ही अब तक के विभिन्न युद्धों में प्रदेश से शहीद हुए जवानों को लेकर लाइब्रेरी में भी साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा ।

अन्तराष्ट्रीय न्यूज़

9.चीन ने दो नए प्रकार 052D विध्वंसक लॉन्च किए:

चीन ने दो नए टाइप 052 डी गाइडेड-मिसाइल डेस्ट्रॉयर लॉन्च किए हैं क्योंकि यह अपनी नौसैनिक शक्ति को अपग्रेड करने के लिए अपने पुश को जारी रखता है । दो नए युद्धपोतों को उत्तर-पूर्व चीन के डालियान शिपयार्ड में लॉन्च किया गया था वे कक्षा में 19 वें और 20 वें जहाज हैं और उन्हें तांगशान और सूजो नाम दिया गया है । वर्तमान में, चीन में सक्रिय सेवा में या तो 20 प्रकार 052Ds हैं या सेवा के लिए जल्द ही लॉन्च किया जाना है।

खेल न्यूज़

10.ICC ने भारत की GS लक्ष्मी को पहली महिला मैच रेफरी नियुक्त किया:

भारत की जीएस लक्ष्मी आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी में नियुक्त होने वाली पहली महिला रेफरी बन गई हैं 2008-09 में घरेलू महिला क्रिकेट में मैच रेफरी के रूप में पहली बार पदार्पण करने वाली 51 साल की लक्ष्मी ने तीन महिला वनडे मैचों और तीन महिलाओं के टी 20 मैचों की देखरेख की।

बाजार न्यूज़

11.Ola और SBI ने मिलकर लॉन्‍च किया क्रेडिट कार्ड, जाने क्‍या हैं इसके फीचर्स:-

एप बेस्ड टैक्सी प्रोवाइडर कंपनी ओला ने अब भारत के सबसे बड़े क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले एसबीआई कार्ड के साथ पार्टनरशिप में ओला मनी एसबीआई क्रेडिट कार्ड लॉन्च किया है। बेंगलुरु बेस्ड कंपनी का टार्गेट अपने ग्राहकों को कई बेनिफिट्स के साथ एक फ्लेक्सिबल और सुविधाजनक पेमेंट सिस्टम प्रदान करना है। यह क्रेडिट कार्ड वीजा की तरफ से संचालित है।कंपनी का कहना है कि यह कार्ड बिना किसी ज्वाइनिंग फीस के साथ आसान फीचर्स से लैस है। ओला यूजर्स डायरेक्ट ओला एप पर क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं, अपने क्रेडिट कार्ड को मैनेज कर सकते हैं और उससे संबंधित जानकारी ले सकते हैं। ओला का टार्गेट है कि 2022 तक 10 मिलियन ओला मनी एसबीआई क्रेडिट कार्ड को ग्राहकों से जोड़ना है।ओला के को फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा कि तेजी के इस दौर में अब लोग कैश का उपयोग कम करते हैं और हम इस समाधान के साथ अपने पेमेंट अनुभव को बदलने के लिए कार्य कर रहे हैं। ओला के साथ 150 मिलियन से अधिक डिजिटल-फर्स्ट यूजर्स जुड़े हुए हैं। इन सभी को ओला अपने पेमेंट सिस्टम से जोड़कर भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को चलाने में सहायक साबित होगा।एसबीआई कार्ड के एमडी और सीईओ, हरदयाल प्रसाद ने कहा कि हमारा टार्गेट ग्राहकों की बढ़ती स्पीड के साथ चलना है, उन्हें ट्रेवल के खर्चों पर अधिक फायदे और अन्य लाभ प्रदान करना है। ये फायदे खासतौर पर कैब-बेस्ड आने-जाने के लिए हैं। ओला के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ओला का सुइट ओला मनी वॉलेट से लेकर पोस्टपेड सर्विस और ओला प्लेटफॉर्म पर ली गई सवारी के लिए माइक्रो-इंश्योरेंस तक शामिल हैं।