1. चीन ने बांग्लादेश को दी क्वाड में नहीं शामिल होने की चेतावनी
भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान के गठबंधन क्वाड को लेकर चीन की बेचैनी बढ़ती जा रही है। वैसे तो यह कई बार इस गठबंधन को लेकर अपनी नाखुशी का इजहार कर चुका है, लेकिन इस बार इसने बांग्लादेश को इसमें शामिल नहीं होने की चेतावनी दी है। इसने कहा है कि यदि बांग्लादेश इस चीन विरोधी गठबंधन में शामिल होता है, तो इससे द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान होगा।बांग्लादेश में चीनी राजदूत ली जिमिंग की यह असामान्य चेतावनी चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंग की ढाका यात्र के कुछ सप्ताह बाद सामने आई है। बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के साथ मुलाकात के दौरान जनरल फेंग ने इस बात पर जोर दिया था कि दोनों देशों को दक्षिण एशिया में बाहरी शक्तियों द्वारा सैन्य गठबंधन बनाने के प्रयासों का मिलकर विरोध करना चाहिए।
2. असम डिजिटल रिपोर्टिंग प्रणाली को अपनाने वाला पहला राज्य
असम राज्य आपदा प्रबंधन एजेंसी (Assam State Disaster Management Agency) और यूनिसेफ (UNICEF) ने संयुक्त रूप से एक ऑनलाइन बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली (Online Flood Reporting System) विकसित की है। इसके साथ, असम बाढ़ के दौरान प्रभाव संकेतकों (impact indicators) का पता लगाने के लिए डिजिटल रिपोर्टिंग प्रणाली को अपनाने वाला पहला राज्य बन गया। यह नई प्रणाली असम में बाढ़ के स्तर को दैनिक आधार पर रिपोर्ट करेगी। इससे पहले, राज्य में बाढ़ प्रबंधन प्रणाली में कई हितधारक शामिल थे, इसमें काफी समय लगता था। नई प्रणाली पूरी तरह से डिजिटल है। नई प्रणाली वेब-और-मोबाइल एप्लीकेशन तकनीक द्वारा संचालित है।
3. कोविड से कमाऊ सदस्य खो चुके परिवारों के वरिष्ठ नागरिकों को आजीवन पेंशन
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों के स्वजन को बड़ी राहत दी है। जिन परिवारों ने कोरोना के कारण एकमात्र कमाने वाले सदस्य को खो दिया है, ऐसे परिवारों के वरिष्ठ नागरिकों को आजीवन विशेष पेंशन दी जाएगी। साथ ही माता-पिता को खोने वाले बच्चों को सरकार विशेष छात्रवृत्ति देगी। इसके अलावा पंजीकृत श्रमिकों, खच्चर-पालकीवालों और पिट्ठूवालों को दो महीने के लिए एक हजार मासिक पेंशन दी जाएगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकार की कोशिश होगी कि हर परिवार तक पहुंच बनाई जाए जो लोग कोरोना के कारण अपनों को खो चुके हैं। उनको जम्मू-कश्मीर बैंक की तरफ से स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।
4. मामूली बढ़त के साथ 1.41 अरब हुई चीन की जनसंख्या
चीन की आबादी मामूली बढ़त के साथ 1.41 अरब हो गई है। इस तरह विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाले देश के रूप में इसका स्थान कायम है। 2010 की छठी जनगणना में चीन की आबादी 1.39 अरब थी। इस तरह इसकी जनसंख्या में 5.38 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, अगले साल से चीन की आबादी में गिरावट की उम्मीद जताई जा रही है। नतीजतन देश में कामगारों की कमी और खपत में गिरावट आ सकती है।चीन सरकार द्वारा मंगलवार को जारी सातवीं राष्ट्रीय जनसंख्या रिपोर्ट के अनुसार, सभी 31 राज्यों, स्वायत्त क्षेत्रों और नगरपालिकाओं को मिलाकर देश की आबादी 1.41178 अरब हो गई है। इसमें हांगकांग और मकाऊ की जनसंख्या शामिल नहीं है। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (एनबीएस) के आंकड़े में कहा गया है कि चीन में जनसांख्यिकीय संकट गहराने की आशंका है, क्योंकि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की आबादी में 18.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। एनबीएस ने कहा गया है कि बड़ी संख्या में लोगों की उम्र बढ़ने के चलते आने वाले समय में दीर्घावधि संतुलित विकास पर दबाव बढ़ेगा।
5. केन्द्र ने गंगा नदी के किनारे स्थित राज्यों से कहा कि लोग नदी में शवों का प्रवाह न करें
केन्द्र ने गंगा नदी के किनारे स्थित राज्यों से कड़ी निगरानी रखकर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि लोग नदी में शवों का प्रवाह न करें। पिछले दो दिनों से बिहार और उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना नदियों में बहते शवों की मीडिया में आ रही खबरों पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने जिला अधिकारियों की अध्यक्षता वाली जिला गंगा समितियों को पत्र लिखकर यह निर्देश दिया है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। पत्र में कहा गया है शवों को बहाने से न केवल नदी का पानी प्रदूषित होता है बल्कि तट पर रहने वाले समुदायों में संक्रमण फैलने का भी खतरा है। उन्होंने कहा कि सभी अज्ञात शवों या संदिग्ध कोविड रोगियों के शवों का कोविड नियमों के अनुसार समुचित संस्कार किया जाना चाहिए। उन्होंने 14 दिन के भीतर इस दिशा में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट देने को कहा है।
6. अमरीका में पहले प्रमुख अपतटीय पवन ऊर्जा पार्क को मंजूरी
अमरीका में, जो बाइडेन प्रशासन ने देश के पहले प्रमुख अपतटीय पवन ऊर्जा पार्क को मंजूरी दे दी है। इसे एक नए घरेलू ऊर्जा उद्योग के रूप में शुरू किया जा रहा है, जो विद्युत क्षेत्र से उत्सर्जन को खत्म करने में मदद करेगा। मैसाचुसेट्स के तट से 23 किलोमीटर दूर स्थित क्षेत्र के लिए इस वाइनयार्ड पवन ऊर्जा परियोजना की स्वीकृति दी गई है। यह अमरीकी जल क्षेत्र में वाणिज्यिक पैमाने पर अपतटीय पवन परियोजना की अनुमति देने के लिए एक दशक से अधिक लंबे प्रयास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। वाइनयार्ड विंड परियोजना का उद्देश्य चार लाख घरों के लिए बिजली उपलब्ध कराना है। इसके लिए निर्माण कार्य इसी वर्ष प्रारंभ हो सकता है और 2023 की दूसरी छमाही तक ग्रिड को बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी।परियोजना से लगभग तीन हजार छह सौ रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इस पवन ऊर्जा पार्क की घोषणा, अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के देश की अर्थव्यवस्था को विघटित करके वैश्विक जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के व्यापक एजेंडे के साथ फिट बैठती है।
7. अमरीका ने 12 से 15 वर्ष के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन की मंजूरी दी
अमरीका ने 12 और 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिये फाइजर-बायो एनटेक कंपनी की कोविड वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इस प्रकार यह बच्चों के लिए स्वीकृत पहली कोविड वैक्सीन बन गयी है। अमरीका के खाद्य और औषध प्रशासन ने 12 से 15 वर्ष के बच्चों को शामिल करने के लिए फाइजर वैक्सीन के आपात उपयोग का दायरा बढ़ा दिया है। संघीय वैक्सीन सलाहकार समिति द्वारा दो डोज की इस वैक्सीन की सिफारिश जारी करने के बाद कल से वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो सकता है। अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि लोगों के सामान्य जीवन की बहाली की दिशा में यह फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है। विश्व में ज्यादातर कोविड वैक्सीन वयस्कों के लिए अधिकृत हैं।
8. इंग्लैंड बूचड़खानों के लिए पशुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाएगा
इंग्लैंड बूचड़खानों के लिए पशुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाएगा। इसके अलावा विलुप्त हो रहे पशुओं के अंगों के आयात-निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। पर्यावरण मंत्री जॉर्ज यूस्टिस ने कहा है कि उनका देश पशु प्रेमियों का देश है और वह पशुओं के कल्याण के लिए इस तरह के कानून बनाने वाला दुनिया का पहला देश होगा। नया पशु चेतना विधेयक संसद में पेश किया जाएगा।
9. बांग्लादेश में मेट्रो रेल सेवा का पहला परीक्षण
बांग्लादेश ने ढाका में मेट्रो रेल सेवा का पहला परीक्षण किया है। सड़क परिवहन और सेतु मंत्री ने बांग्लादेश की पहली विद्युत मेट्रो रेल के परीक्षण का ढाका में वर्चुअल उद्घाटन किया। इस मेट्रो सेवा के लिए जापान से 6 कोच आयात किए गए हैं।
10. संयुक्त राष्ट्र ने कहा–भारत 2022 में विश्व की सर्वाधिक तेज गति से विकसित अर्थव्यवस्था होगी
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2022 में विश्व की सबसे तेज गति से विकसित प्रमुख अर्थव्यवस्था होगी। विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाओं के अर्द्धवार्षिक अपडेट में संयुक्त राष्ट्र ने अनुमान व्यक्त किया है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2022 में दस दशमलव एक प्रतिशत की वृद्धिदर से विकसित होगी। चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2021 के आकलन आठ दशमलव दो प्रतिशत से घटकर 2022 में पांच दशमलव आठ प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7 दशमलव 5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
11. भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट संस्थान और कतर फाइनांशियल सेंटर ऑथोरिटी के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर की स्वीकृति
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट संस्थान और कतर फाइनांशियल सेंटर ऑथोरिटी के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर की स्वीकृति दे दी है। इससे भारत और कतर के दोनों संस्थानों के बीच सहयोग बढ़ेगा। दोनों संस्थान कतर में एकाउंटिंग प्रोफेशन और उद्यमिता के विकास और मजबूती के लिए मिलकर काम कर सकेंगे। यह समझौता कतर में पेशेवर सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए ढांचागत विकास के अवसर उपलब्ध कराएगा। इससे कतर में एश्योरेंस और ऑडिटिंग, परामर्श, कराधान, वित्तीय सेवाओं और संबंधित क्षेत्रों में पेशेवर सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
12. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल बेटरी स्टोरेज के लिए एक खरब 81 अरब रूपये के परिव्यय की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विद्युत ऊर्जा भंडारण की उन्नत प्रौद्योगिकी एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल- ए सी सी बैटरी स्टोरेज के लिये 18 हजार एक सौ करोड़ रुपये के परिव्यय से उत्पादन आधारित प्रोत्साहन स्कीम को स्वीकृति दे दी। नई दिल्ली में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाताओं को बताया कि इस कदम का उद्देश्य ए सी सी के 50 गीगावाट ऑर (hour) और निकेत ए सी सी के पांच गीगावाट ऑर की निर्माण क्षमता हासिल करना है। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन आधारित स्कीम से ईंधन के लिये आयात पर निर्भरता कम होगी और बैटरी स्टोरेज उपकरण के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। श्री जावडेकर ने कहा कि इससे थ्री व्हीलर, फोर व्हीलर और भारी वाहनों को लाभ होगा और विद्युत चालित गतिशीलता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारत 20 हजार करोड़ रुपये के बैटरी स्टोरेज उपकरण का आय़ात कर रहा है। इस योजना से देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।
13. पीएम केयर्स कोष से तीन अरब 22 करोड़ रूपये से अधिक के डीआरडीओ विकसित ऑक्सीकेयर सिस्टम की डेढ़ लाख इकाईयों की खरीद की स्वीकृति
पी एम केयर्स कोष से ऑक्सीकेयर सिस्टम की एक लाख पचास हजार इकाइयों की खरीद की मंजूरी दी गई है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन- डी आर डी ओ ने इन्हें विकसित किया है। इसके लिए पी एम केयर्स कोष से तीन अरब 22 करोड़ रूपए से अधिक राशि खर्च की जाएगी। ऑक्सीकेयर एस पी ओ टू आधारित ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली है, जो रोगियों को दी जा रही ऑक्सीजन को नियंत्रित रखती है। इसके तहत एक लाख मैनुअल और पचास हजार ऑटोमेटिक ऑक्सीकेयर सिस्टम के साथ नॉन-रिब्रीदर मॉस्क भी खरीदे जा रहे हैं। ऑक्सीकेयर सिस्टम एस पी ओ टू लेवल पर आधारित पूरक ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है और व्यक्ति को हाईपोक्सिया की स्थिति में जाने से बचाता है। हाईपोक्सिया की स्थिति मरीज के लिए जानलेवा हो सकती है। इस प्रणाली का विकास डी आर डी ओ की बेंगलूरू स्थित रक्षा जैव अभियांत्रिकी और इलेक्ट्रो मेडिकल प्रयोगशाला- डी ई बी ई एल ने किया है। यह प्रणाली अत्यधिक उंचाई वाले क्षेत्रों में निरंतर तैनात सैनिकों के लिए विकसित की गई है। स्वदेश विकसित यह प्रणाली व्यवहारिक और अत्यधिक उपयोगी है। इसे कोविड मरीजों के उपचार के लिए प्रभावी रूप से उपयोग किया जा सकता है। इस प्रणाली के दो रूप हैं। इसके बेसिक रूप में दस लीटर का ऑक्सीजन सिलेंडर, प्रेशर रेगुलेटर- फ्लो कंट्रोलर, ह्यूमिडीफायर और नासल कैन्युला शामिल हैं। ऑक्सीजन का प्रवाह एस पी ओ टू रीडिंग के आधार पर मैनुअली नियंत्रित किया जाता है। दूसरे रूप में ऑक्सीजन सिलेंडर का नियंत्रण इलेक्ट्रोनिक रूप से किया जाता है। इसमें कम दाब वाले रेगुलेटर और एस पी ओ टू प्रोब के जरिए ऑक्सीजन का प्रवाह ऑटोमेटिक रूप से नियंत्रित किया जाता है। डी आर डी ओ ने यह प्रौद्योगिकी भारत में कई उद्योगों को सौंपी है, जो ऑक्सीकेयर सिस्टम का निर्माण करेंगे।
14. देहरादून और मसूरी के बीच एरियल पेसेंजर रोपवे सिस्टम बनाने के लिए आईटीबीपी की जमीन उत्तराखंड सरकार को हस्तांतरित करने को मंजूरी
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तराखंड में देहरादून और मसूरी के बीच एरियल पेसेंजर रोपवे सिस्टम बनाने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस- आईटीबीपी की जमीन उत्तराखंड सरकार को हस्तांतरित करने को मंजूरी दे दी। प्रस्तावित रोपवे पांच हजार पांच सौ अस्सी मीटर लम्बाई का एक मोनो केबल रोपवे है जिसकी अनुमानित लागत दो सौ 85 करोड़ रुपए है। इसके जरिए प्रति घंटे एक हजार लोग आ जा सकेंगे। इससे देहरादून और मसूरी के बीच सड़क मार्ग पर यातायात कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा इसमें तीन सौ पचास लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा जबकि डेढ हजार से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। यह रोपवे पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केन्द्र होगा और इससे राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा तथा रोजगार के अतिरिक्त अवसर सृजित होंगे।
15. भारत ने तीसरी आर्कटिक विज्ञान मंत्रीस्तरीय बैठक में भाग लिया
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की कि भारत ने आर्कटिक विज्ञान मंत्रिस्तरीय बैठक (Arctic Science Ministerial Meeting) में भाग लिया। केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। भारत ने इस बैठक के दौरान आर्कटिक में अनुसंधान और दीर्घकालिक सहयोग के लिए योजनाएं साझा कीं। भारत ने Sustained Arctic Observational Network में अपना योगदान जारी रखने का वादा किया। भारत ने यह भी घोषणा की कि वह ऊपरी महासागर चर और समुद्री मौसम विज्ञान मानकों की लंबी अवधि की निगरानी के लिए आर्कटिक में मूरिंग तैनात करेगा। मूरिंग एक तार से जुड़े उपकरणों का संग्रह है और जिन्हें समुद्र तल तक एंकर किया जाता है। भारत ने अगले या भविष्य के आर्कटिक विज्ञान मंत्री की बैठक की मेजबानी करने का प्रस्ताव रखा।
16. NASA-Axiom: स्पेस स्टेशन के लिए पहला निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन
नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने हाल ही में Axiom Space के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत, Axiom अपने अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजेगा। अंतरिक्ष स्टेशन के लिए यह पहला निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है। मिशन को एक्स-1 (Ax-1) नाम दिया गया है। Axiom अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन में आठ दिन बिताएंगे। वे जमीन पर अंतरिक्ष स्टेशन के साथ समन्वय करने के लिए गतिविधियों का संचालन करेंगे। इसके अलावा, Axiom चालक दल की आपूर्ति, कक्षा संसाधन, अंतरिक्ष के लिए कार्गो वितरण और भंडारण इत्यादि नासा से खरीदेगा। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station – ISS) को 2024 या 2028 तक सेवानिवृत्त किया जायेगा। रूस ने पहले ही घोषणा की थी कि 2024 में समझौता खत्म होने के बाद वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर निकलने जा रहा है। रूस वर्तमान में अपना खुद का स्पेस स्टेशन बना रहा है।
17. OSIRIS-Rex अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी के लिए यात्रा शुरू की
नासा के अंतरिक्ष यान “ओसिरिस-रेक्स” (Osiris Rex) ने पृथ्वी के लिए दो साल की लंबी यात्रा शुरू कर दी है। यह अंतरिक्ष यान 2018 में क्षुद्रग्रह बेन्नू (asteroid Bennu) पर पहुंचा था। इस अन्तरिक्षयान ने इस क्षुद्रग्रह के चारों ओर दो साल तक उड़ान भरी और कई नमूने इकट्ठा किये। OSIRIS-Rex मिशन को क्षुद्रग्रह बेनु का अध्ययन करने के लिए लॉन्च किया गया था। इस मिशन ने बेन्नू की सतह को मैप करने में 5 साल व्यतीत किये। 2020 में, वैज्ञानिकों ने ओसिरिस रेक्स को 60 किलो ग्राम रेजोलिथ (शीर्ष मिट्टी) को लाने करने का निर्देश दिया था। यह मिशन सौर प्रणाली की उत्पत्ति और विकास को समझने में मदद करेगा। बेन्नू वर्तमान में पृथ्वी के लिए ज्ञात सबसे खतरनाक क्षुद्रग्रह है। इसके 22वीं शताब्दी में पृथ्वी से टकराने की 1/2700 संभावना है। यह 6 साल में एक बार पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचता है।
18. Five Deeps Expedition ने दुनिया के पांच महासागरों के सबसे गहरे बिंदुओं पर डेटा प्रदान किया
Five Deeps Expedition ने दुनिया के पांच महासागरों के सबसे गहरे बिंदुओं पर डेटा प्रदान किया है। वे प्रशांत, अटलांटिक, भारतीय, आर्कटिक और दक्षिणी महासागर हैं। “Five Deeps Expedition” के अनुसार –
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जावा ट्रेंच (Java Trench) हिंद महासागर का सबसे गहरा बिंदु है। हिंद महासागर में सबसे गहरे बिंदु के लिए कई दावे थे। इसमें जावा ट्रेंच विजेता निकला!
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फैक्टरियन ट्रेंच (Factorian Trench) दक्षिणी महासागर का सबसे गहरा बिंदु है। दक्षिणी महासागर को अंटार्कटिक महासागर (Antarctic Ocean) भी कहा जाता है।
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प्यूर्टो रिको ट्रेंच (Puerto Rico Trench) अटलांटिक महासागर में सबसे गहरा बिंदु है।
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मोलय होल (Molloy Hole) आर्कटिक महासागर का सबसे गहरा बिंदु है।
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दुनिया की दूसरी सबसे गहरी खाई (second deepest trench) टोंगा खाई में होराइजन डीप (Horizon Deep) है। यह मारियाना ट्रेंच में स्थित चैलेंजर डीप के बाद दूसरे स्थान पर है।