वाई-फाई सिग्नल को बिजली में बदल सकेगी नई लचीली डिवाइस

0
102

राष्ट्रीय न्यूज़:-

1.वाई-फाई सिग्नल को बिजली में बदल सकेगी नई लचीली डिवाइस:-विज्ञान के निरंतर विकास के साथ दुनियाभर के वैज्ञानिक ऐसे उपकरणों पर काम कर रहे हैं, जो हमारे काम को आसान करके जीवन को खुशहाल बना सकें। इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने एक और अहम आविष्कार किया है। दरअसल, अमेरिका स्थित मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी लचीली डिवाइस विकसित कर ली है, जो वाई-फाई सिग्नल को बिजली में बदलने में सक्षम है। यह खोज इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को वायरलेस चार्ज करने की दिशा में मार्ग प्रशस्त करेगी।

ऐसे उपकरण जो एसी (अल्टरनेट करेंट) विद्युत चुंबकीय तरंगों को डीसी (डायरेक्ट करेंट) बिजली में परिवर्तित करते हैं, उन्हें रेक्टेनन्स के नाम से जाना जाता है। नेचर नामक जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने एक नई तरह के रेक्टेना पर प्रयोग किया। यह ऐसी डिवाइस है जो एसी (अल्टरनेट करेंट) तरंगों के रूप में उन विधुत चुंबकीय तरंगों को पकड़ने में सक्षम है, जिसमें वाई-फाई तरंगें भी शामिल हैं। इसके लिए यह उपकरण एक लचीली रेडियो-आवृत्ति (आरएफ) एंटीना का प्रयोग करता है।

इसके बाद वैज्ञानिकों ने इस एंटीना को एक ऐसी नवीन डिवाइस से जोड़ा जो दो-अयामी सेमीकंडक्टर से जुड़ी होती हैं। यह सेमीकंडक्टर परमाणुओं से बस थोड़ा ही मोटा है। इसमें एसी सिग्नल सेमीकंडक्टर में पहुंचते हैं, जो उसे डीसी वोल्टेज में बदल देता है, जिसका प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक सर्किट को ऊर्जा देने या बैट्रियों को रिचार्ज करने में किया जा सकता है।

एमआइटी में प्रोफेसर टॉमस पलासियोस के मुताबिक, मान लीजिए कि हम अपने सभी उपकरणों को एक बड़े स्थान पर एक साथ रख दें। इसके बाद इन्हें चार्ज कैसे करना है यह सवाल पैदा होता है। हमारा यह उपकरण इसका जवाब है। इन सभी उपकरणों को हमारी डिवाइस के जरिये बहुत आसानी से एक साथ चार्ज किया जा सकता है। उसके लिए बस उस स्थान पर वाई-फाई मौजूद होना चाहिए। आज जिस तरह से वाई-फाई का क्षेत्र लगातार व्यापक को रहा है, उसे देखते हुए हम कह सकते हैं कि यह डिवाइस हमारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को वायरलेस तरीके से चार्ज करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस तरह वाई-फाई सिग्नल के माध्यम से सीधे हमारे उपकरणों को ऊर्जा उपलब्ध कराई जा सकती है और वो भी बिना किसी बैट्री के। सरल शब्दों में कहें तो मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि को चार्ज करने के लिए किसी भी तरह की बैट्री या इलेक्ट्रॉनिक सॉकेट की जरूरत नहीं पड़ेगी। उस पर सिर्फ इस पतली से डिवाइस को लगाना होगा, जो वाई-फाई सिग्नल को स्वयं में अवशोषित करके उसे करेंट में बदलने में सक्षम है।

2.दिल्‍ली से वाराणसी जाने वाली देश की पहली सेमी हाईस्‍पीड रेलगाड़ी -वंदे भारत एक्‍सप्रेस का व्‍यावसायिक परिचालन आज से शुरू:-देश की पहली सेमी हाईस्‍पीड रेलगाड़ी- वंदे भारत एक्‍सप्रेस का व्‍यावसायिक परिचालन आज से शुरू हो गया है। वंदे भारत एक्‍सप्रेस ट्रेन दिल्‍ली और वाराणसी के बीच की दूरी आठ घंटे में तय करेगी और कानपुर तथा प्रयागराज स्‍टेशनों पर भी रूकेगी। इस रेलगाड़ी की अगले दो सप्‍ताह की टिकटें पहले ही बिक चुकी हैं। वंदे भारत एक्‍सप्रेस का निर्माण भारत में ही किया गया है। सोमवार और बृहस्‍पतिवार को छोड़कर सप्‍ताह के बाकी सभी दिन इस ट्रेन की सेवाएं उपलब्‍ध होंगी। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन से इसे झंडी दिखाकर रवाना किया था। समाचार कक्ष से  अलका सिंह।

3.झारखंड के हजारीबाग में प्रधानमंत्री मोदी की रैली; कर सकते हैं कुछ अहम घोषणाएं:-प्रधानमंत्री रविवार को बिहार और झारखंड के दौरे पर हैं। बिहार के बरौनी के बाद उनकी हजारीबाग में रैली है। पीएम ने बरौनी में रिमोट कंट्रोल से पटना मेट्रो की आधारशिला रखी। इस पर 13,365 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यहां प्रधानमंत्री ने 33 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। पुलवामा हमले को लेकर मोदी ने कहा कि जो आग आपके दिल में है, वही आग मेरे दिल में भी है। मोदी ने भाषण की शुरुआत मैथिली से की। उन्होंने कहा कि देश के लिए अपना बलिदान देने वाले पटना और भागलपुर के शहीद को श्रद्धांजलि देता हूं। उनके परिवार जनों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। मैं महसूस कर रहा है कि आपके और देशवासियों के दिलों में कितनी आग है। जो आग आपके दिल में है वही आग मेरे दिल में है।

बाज़ार न्यूज़:-

4.रिलायंस फाउंडेशन ने शहीद सीआरपीएफ जवानों के परिवारों की जिम्मेदारी लेने की पेशकश की:-रिलायंस फाउंडेशन ने पुलवामा आंतकी हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों के परिवारों की शिक्षा और जीवकोपार्जन की पूरी जिम्मेदारी लेने की शनिवार को पेशकश की।

रिलायंस फाउंडेशन ने बयान जारी कर कहा, “शहीदों के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए रिलायंस फाउंडेशन उनके बच्चों की शिक्षा एवं रोजगार और उनके परिवारों के जीवकोपार्जन की पूरी जिम्मेदारी उठाने को तैयार है।”

फाउंडेशन ने कहा कि उसके अस्पताल घायल जवानों के उपचार के लिए तैयार हैं।

5.टर्म इंश्योरेंस लेने से पहले ध्यान रखें ये चार बातें:-टर्म प्लान इंश्योरेंस पॉलिसी का सबसे विशुद्ध स्वरूप होता है। जीवन बीमा लेने का सबसे सरल तरीका टर्म इंश्योरेंस ही होता है। इसमें बीमा लेने वाला व्यक्ति एक निश्चित समय तक प्रीमियम का भुगतान करता रहता है। यदि निश्चित अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो सम एश्योर्ड या एक मुश्त राशि उसके परिवार या नॉमिनी को दे दी जाती है। टर्म प्लान में हर साल मामूली प्रीमियम देने के बाद आपको कुछ विशेष सालों के लिए कवर उपलब्ध करवाया जाता है। आमतौर पर टर्म पॉलिसी 10 साल,15 साल, 20 साल, 25 साल और 30 सालों के लिए ली जाती हैं।

टर्म इंश्योरेंस खरीदने से पहले ध्यान रखें ये बातें:

न्यूनतम कवर: न्यूनतम कवर के लिए एक व्यक्ति की जरूरत दूसरे व्यक्ति से अलग हो सकती है। लेकिन कहा जाता है कि एक कमाने वाले सदस्य के पास उसकी वार्षिक आय का कम से कम 10 गुना बीमा होना चाहिए। साथ ही, यह भी सलाह दी जाती है कि आप अपनी आय में वृद्धि के साथ कवर बढ़ाएं या अतिरिक्त टर्म इंश्योरेंस खरीदें।

टर्म इंश्योरेंस प्लान का प्रीमियम: टर्म इंश्योरेंस का प्रीमियम तीन फैक्टर पर निर्भर करता है- मसलन उम्र, कवरेज की राशि और टर्म। एक ही उम्र, अवधि और जीवन कवर के लिए, प्रीमियम राशि बीमाकर्ता से बीमाकर्ता के लिए अलग-अलग होगी। इसलिए टर्म इंश्योरेंस खरीदने से पहले ऑनलाइन तुलना करना उचित है।

कितने तरह के होते हैं टर्म इंश्योरेंस: उम्र बढ़ने के साथ व्यक्ति की बीमा जरूरतें भी बढ़ती हैं। कुछ बीमा कंपनियां ऐसी योजनाओं की पेशकश करती हैं जो बीमा राशि में वृद्धि या कमी के साथ आती हैं।

नामांकन: यह टर्म इंश्योरेंस में सबसे महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि बीमा की आय आपकी मृत्यु के मामले में जिसके नाम का उल्लेख आपने किया है उसको मिलती है, इसलिए आपको बीमा खरीदते समय नॉमिनी का डिटेल भरना चाहिए।

खेल न्यूज़:-

6.सिंधू को हराकर साइना फिर बनी राष्ट्रीय चैम्पियन, सौरभ की खिताबी हैट्रिक:-साइना नेहवाल ने पी वी सिंधू को सीधे गेमों में हराकर 83वीं योनेक्स सनराइज सीनियर बैडमिंटन राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में महिला एकल खिताब बरकरार रखा जबकि पुरूष वर्ग में सौरभ वर्मा फिर चैम्पियन बने।

तीन बार की चैम्पियन साइना ने अपने शानदार स्मैश का पूरा इस्तेमाल करते हुए दो बार की विजेता सिंधू को 21 . 18, 21 . 15 से मात दी ।

पिछली बार नागपुर में खेले गए टूर्नामेंट के फाइनल में भी 2012 ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना ने सिंधू को हराया था । उसने 2016 रियो ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू को गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल के फाइनल में भी मात दी थी।

फ्रांस के जाएल मोनफिल्स ने 46वें एबीएन आमरो वर्ल्ड टेनिस टूर्नामेंट (रोटरडैम ओपन) जीत लिया है। उन्होंने फाइनल में दो बार के चैम्पियन स्विट्जरलैंड के स्टेन वावरिंका को 6-3, 1-6 और 6-2 से हराया। 32 साल के मोनफिल्स और 33 साल के वावरिंका दोनों ही अपना 29वां एटीपी फाइनल खेल रहे थे। इनमें से वावरिंका ने 16 जीते। वहीं, मोनफिल्स की यह केवल सातवीं जीत है। वे पहली बार यहां खिताब जीत सके। 2016 में उन्हें खिताबी मुकाबले में मार्टिन क्लिजेन ने हराया था।7.मोनफिल्स ने खिताब जीता, फाइनल में दो बार के चैम्पियन वावरिंका को हराया:-