ज्वालामुखी मुख्यतः तीन प्रकार के होते है –
(1) सक्रिय ज्वालामुखी या जाग्रत ज्वालामुखी (Active Volcano)
- इस प्रकार के ज्वालामुखी से लावा, गैसे और विखण्डित पदार्थो का वर्तमान में लगातार उद्गार हो रहा है।
- वर्तमान में विश्व में लगभग 500 सक्रिय ज्वालामुखी हैं।
- इटली का एटना, हवाई द्वीप का मोनालोआ सक्रिय ज्वालामुखी है।
- भू-मध्य सागर में स्थित स्ट्रम्बोली ज्वालामुखी को भू-मध्य सागर का प्रकाश स्तम्भ कहते हैं। (Light House of Mediterian Sea)
- Equador में स्थित कोटोपैक्सी संसार का सबसे ऊंचाई पर स्थित सक्रिय ज्वालामुखी है।
(2) प्रसुप्त ज्वालामुखी (Dormant Volcano)
- वे सभी ज्वालामुखी जो कुछ समय से जिनमें उद्गार नहीं हो रहा है पुनः उद्गार होने लगता है। उन्हें प्रसुप्त ज्वालामुखी कहते है।
- Indonesia का क्राका टोआ, Italy का विसुवियस इसके प्रमुख उदाहरण है।
(3) मृत या शांत ज्वालामुखी (Extinct Volcano)
- ये वे ज्वालामुखी हैं, जिनकी भविष्य में उद्गार की कोई संभावना नहीं है और जिनके मुख में पानी भर जाने से झीलों का निर्माण हो गया है।
- अफ्रीका का किलिमंजारो, म्यांमार का माउन्ट पोपा, ईरान का कोह सुल्तान और देमबन्द, दक्षिण अमेरिका का चिम्बराजो।
ज्वालामुखी | देश |
ऐकाकाँगुआ | अर्जेंटाइना |
चिंबराजो | दक्षिण अफ्रीका |
किलिमँजारो | अफ्रीका |
पोपा | म्यांमार |
कोह सुल्तान | ईरान |
देमवंद | ईरान |
क्षेत्रफल के अनुसार महाद्वीपों का घटता क्रम :-
क्रम | महाद्वीप |
1st बडा | एशिया |
2nd बडा | अफ्रीका |
3rd बडा | उत्तरी अमेरिका |
4th बडा | दक्षिणी अमेरिका |
5th बडा | अंटाकर्टिका |
6th बडा | यूरोप |
7th बडा | आस्ट्रेलिया |