‘संवेदना’ के जरिए कोविड-19 महामारी से प्रभावित बच्चों को टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान की जा रही है

0
98
1. जनजातीय मामलों के मंत्रालय और माइक्रोसॉफ्ट ने जनजातीय स्कूलों के डिजिटल ट्रासफॉर्मेशन के लिए संयुक्त पहल को लेकर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
जनजातीय मामलों के मंत्रालय (एमटीए) ने समावेशी, कौशल-आधारित अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) और आश्रम जैसे स्कूलों के डिजिटल परिवर्तन को लेकर माइक्रोसॉफ्ट के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। मंत्रालय के एक ऑनलाइन कार्यक्रम ‘सफलता के लिए युवाओं का सशक्तिकरण’ के तहत स्कूल और अन्य संस्थानों के लिए डिजिटल कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिसके तहत यह समझौता किया गया है। वंचित तबके के लिए चलाए जाने वाले कार्यक्रम अफर्मेटिव एक्शन की पहल के तहत माइक्रोसॉफ्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों को लेकर मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सभी ईएमआरएस स्कूलों में अंग्रेजी और हिंदी दोनों में आदिवासी छात्रों और शिक्षकों को हुनरमंद बनाने के लिए पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएगा।
2. ‘संवेदना’ के जरिए कोविड-19 महामारी से प्रभावित बच्चों को टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान की जा रही है
कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित बच्चों को मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर), संवेदना (सेंसिटाइजिंग एक्शन ऑन मेंटल हेल्थ वल्नरबिलिटी थ्रू इमोशनल डेवलपमेंट एंड नेससरी एक्सप्टेंस) के माध्यम से बच्चों को टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान कर रहा है। इस टोल-फ्री हेल्पलाइन की शुरुआत कोविड-19 महामारी से प्रभावित बच्चों को मनो-सामाजिक मानसिक सहायता प्रदान करने के लिए की गई है। कोविड-19 से जुड़े विभिन्न मनो-सामाजिक पहुलओं पर बाल एवं किशोर मनोचिकित्सा विभाग के डॉ. शेखर शेषाद्री और निम्हंस की उनकी टीम के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित योग्य विशेषज्ञों/परामर्शदाताओं/मनोवैज्ञानिकों के एक समूह द्वारा टेली-परामर्श की विभिन्न रणनीतियों का उपयोग करते हुए टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान की जा रही है। संवेदना टेली-परामर्श सेवा महामारी के दौरान बच्चों के तनाव, चिंता, भय और अन्य समस्याओं को दूर कर उनको मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के लिए है। यह सेवा टोल-फ्री नंबर 1800-121-2830 पर सोमवार से शनिवार सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 8 बजे तक उपलब्ध है। यह सेवा विशेष रूप से उन बच्चों के लिए हैं जो बात करना चाहते हैं और जिन्हें परामर्श की जरूरत हैं।
3. ईरान ने अपने अब तक के सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर ‘सिमोर्ग’ का अनावरण किया
ईरान ने अपने अब तक के सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर ‘सिमोर्ग’ (Simorgh) का अनावरण किया है, जिसे तेहरान के अमीरकबीर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (ATU) द्वारा घरेलू रूप से विकसित किया गया है। ईरान ने अपने इस सुपर कंप्यूटर का नाम एक पौराणिक फारसी पक्षी के नाम पर रखा है और इस कंप्यूटर में वर्तमान में 0.56 पेटाफ्लॉप की प्रदर्शन क्षमता मौजूद है, वहीं आगामी दो माह में इसकी क्षमता 1 पेटाफ्लॉप तक पहुँच जाएगी। इसके अलावा यह सुपर कंप्यूटर विकास के अगले चरण में 10 पेटाफ्लॉप की क्षमता तक पहुँच सकेगा। ईरान के मुताबिक, इस सुपर कंप्यूटर को पूरी तरह से ईरान के इंजीनियरों की एक टीम द्वारा डिज़ाइन और निर्मित किया गया था, जिन्होंने एक दशक पूर्व भी देश के पहले सुपर कंप्यूटर का विकास किया था। इस सुपर कंप्यूटर का उद्देश्य ईरान की कंपनियों को एक विश्वसनीय डिजिटल बुनियादी अवसंरचना प्रदान करना है, जिसमें विशेष तौर पर निजी फार्मों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही इस कंप्यूटर का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ट्रैफिक स्वचालन, मौसम संबंधी डेटा और इमेज प्रोसेसिंग आदि के लिये भी किया जाएगा।
4. कोरोना इलाज की गाइडलाइंस से हटी प्लाज्मा थेरेपी
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) ने हाल ही में प्लाज्मा थेरेपी को COVID-19 उपचार से हटा दिया है। इस प्रक्रिया के अप्रभावी पाए जाने पर यह निर्णय लिया गया है। कोरोना के इलाज की क्लीनिकल गाइडलाइंस को सरकार ने संशोधित कर दिया है। इसमें से कोरोना से स्वस्थ हुए व्यक्ति के प्लाज्मा के ‘आफ लेबल’ इस्तेमाल को हटा दिया गया है क्योंकि इसका उपयोग बीमारी की गंभीरता को कम करने या मौत के मामलों को रोकने में कारगर नहीं पाया गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और कोरोना पर राष्ट्रीय कार्यबल की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। इस बैठक में सभी सदस्य स्वस्थ हुए व्यक्ति के प्लाज्मा के इस्तेमाल को गाइडलाइंस से हटाने के पक्ष में थे। अधिकारी ने बताया कि कार्यबल ने क्लीनिकल गाइडेंस फार मैनेजमेंट आफ अडल्ट कोविड-19 पेशेंट्स को संशोधित कर दिया है और उसमें से स्वस्थ हुए व्यक्ति के प्लाज्मा को हटा दिया है।
5. ईरान ने गैस फील्ड से ओवीएल को बाहर कर दिया
ईरान ने भारतीय कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) को उसी के द्वारा खोजे गए फरजाद-बी गैस क्षेत्र के विकास से बाहर कर दिया है। ईरान ने इसे आगे विकास और खनन के लिए पेट्रोपार्स ग्रुप के साथ करार किया है। इस फील्ड में 23 लाख करोड़ घनफीट गैस का भंडार है जिसमें से करीब 14 लाख करोड़ घनफीट गैस निकालने योग्य है। ओएनजीसी की विदेशी कारोबार वाली इकाई ओवीएल ने इस फील्ड के अब तक के विकास पर करीब 40 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। ईरान के इस कदम से भारतीय कंपनी को बड़ा झटका लगा है और ऊर्जा क्षेत्र में भारत-ईरान के बरसों पुराने ऊर्जा संबंधों में बड़ी खटास आना लगभग तय है।एक बड़े खरीददार देश को बनाए रखने के लिए ईरान ने अपने तेल व गैस फील्ड में भारतीय कंपनियों को निवेश करने की इजाजत दी थी। अब जबकि भारत ने अब ईरान से तेल खरीदना पूरी तरह से बंद कर दिया है तो ईरान भी अपने पेट्रोलियम फील्डों का रास्ता भारतीय कंपनियों के लिए बंद करने लगा है।
6. एनजीएमए ने अंतरराष्‍ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर ऑडियो-विजुअल गाइड ऐप्‍प की शुरुआत की।
राष्‍ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय- एनजीएमए ने अंतरराष्‍ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर ऑडियो-विजुअल गाइड ऐप्‍प की शुरुआत की। संस्‍कृति मंत्रालय ने बताया कि शीघ्र ही यह ऐप्‍प स्मार्टफोन पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होगा। इसकी मदद से दर्शक संग्रहालय में मौजूद कलाकृतियों के बारे में सुनकर और देखकर पूरी जानकारी ले सकेंगे। यह गूगल प्ले-स्टोर और एप्पल ऐप्‍प स्टोर पर उपलब्ध है। जो लोग इसे मोबाइल फोन पर डाउनलोड नहीं करना चाहते वे संग्रहालय जाकर क्यूआर कोड स्कैन करके वेब के जरिए भी ऐप्‍प का उपयोग कर सकते हैं। यह सभी लोगों के लिए निशुल्क उपलब्ध है।
7. समुद्री दूरसंचार-केबल नेटवर्क बिछाने की मुहिम में रिलायंस जियो शामिल
रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो भारत और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट (डाटा) की जरूरतों को पूरा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सबमरीन केबल प्रणाली बिछाने में जुटी है। कंपनी ने इसके लिए विश्व के कई प्रमुख वैश्विक साझेदारों और विश्व स्तरीय सबमरीन केबल आपूर्ति सबकॉम के साथ हाथ मिलाया है। ‘रिलायंस जियो भारत व आसपास के क्षेत्रों के डेटा जरूरतों को पूरा करने के लिये अंतरराष्ट्रीय सबमरीन केबल प्रणाली तैयार कर रही है। क्षेत्र में डेटा की मांग में अभूतपूर्व वृद्धि को देखते हुए कंपनी फिलहाल अगली पीढ़ी की दो सबमरीन केबल डालेगी।’ इसमें कहा गया, ‘भारत-एशिया-एक्सप्रेस (आइएएक्स) प्रणाली भारत को पूर्व की ओर सिंगापुर और उससे आगे कनेक्ट करेगी जबकि भारत-यूरोप-एक्सप्रेस (आइईएक्स) प्रणाली भारत को पश्चिम की ओर पश्चिम एशिया और यूरोप से जोड़ेगी।’ आइएएक्स व आइईएक्स से भारत और भारत से बाहर डेटा और क्लाउड सेवाओं को पहुंचाने की क्षमता बढ़ेगी तथा ग्राहकों को और बेहतर सेवाएं मिलेगी।
8. कोरोना से कर्मचारियों के निधन पर मिलेगी अनुकंपा नियुक्ति
कोरोना संक्रमण की वजह से बेसहारा हुए बच्चों को पांच हजार रुपये पेंशन, निशुल्क राशन और शिक्षा की व्यवस्था करने के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर्मचारियों के लिए दो योजनाएं लागू करने की घोषणा की है। इसके तहत कोरोना की वजह से मृत कर्मचारियों के स्वजन को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। वहीं, पांच लाख रुपये की एकमुश्त अनुग्रह राशि भी परिवार के आश्रितों को दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कर्मचारी शासन का अभिन्न अंग हैं। उनके परिवारों की चिंता करना हमारी जिम्मेदारी है। इसके मद्देनजर दो योजनाएं बनाने का फैसला किया है।
9. केन्द्र सरकार ने म्युकोरमाइकोसिस के रोगियों को राहत पहुंचाने के लिए फंगल रोधी दवाई एम्फो्टेरीसीन-बी का उत्पादन बढाया
म्युकोरमाइकोसिस के उपचार के लिए फंगलरोधी दवाई एम्फोटेरीसीन-बी की बढ़ती मांग के बीच केन्द्र सरकार ने इस दवा का उत्पादन बढ़ा दिया है। म्युकोरमाइकोसिस को ब्लैक फंगस के नाम से भी जाना जाता है। इससे ज्यादातर मधुमेह रोगी ही प्रभावित होते हैं। रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस दवाई की आवश्यकता और आपूर्ति की समीक्षा की है। उन्होंने ट्वीटर पर कहा कि सरकार ने एम्फोटेरीसीन-बी के घरेलू उत्पादन और आयात को बढ़ाने के लिए विनिर्माताओं के साथ रणनीति बनाई है। उन्होंने कहा कि इस दवा की आपूर्ति कई गुणा बढ़ाई गई है।
10. दिल्‍ली सरकार उन परिवारों को पचास-पचास हजार रुपए की अनुग्रह राशि देगी, जिनमें कमाने वाले प्रमुख सदस्‍य की कोविड-19 से मृत्‍यु
दिल्‍ली सरकार ने उन परिवारों को पचास-पचास हजार रुपए की अनुग्रह राशि देने का फैसला किया है, जिनमें कमाने वाले प्रमुख सदस्‍य की कोविड-19 से मृत्‍यु हुई है। इसके अलावा प्रत्‍येक परिवार को ढाई हजार रुपए की मासिक पेंशन भी दी जाएगी। मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन बच्‍चों को ढाई हजार रुपए प्रति माह दिए जाएंगे, जो कोविड के कारण माता-पिता की मौत के बाद बेसहारा हो गए हैं। यह राशि इन बच्‍चों को पच्‍चीस वर्ष की आयु तक उपलब्‍ध कराई जाएगी और उन्‍हें मुफ्त शिक्षा भी प्रदान की जाएगी।
11. व्‍हाट्सऐप की नई निजता नीति भारतीय सूचना प्रादयोगिकी कानून और नियमों का उल्‍लंघन—केन्‍द्र सरकार
केन्‍द्र ने दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय से कहा है कि वह व्‍हाट्सऐप की नई निजता नीति को भारतीय सूचना प्रादयोगिकी कानून और नियमों का उल्‍लंघन मानता है। सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से यह स्पष्ट करने को कहा है कि उसकी नयी नीति भारतीय आईटी नियमों के अनुरूप है। सरकार ने यह दावा मुख्‍य न्‍यायाधीश डी.एन. पटेल और न्‍यायमूर्ति ज्योतिसिंह की पीठ के समक्ष व्‍हाट्सऐप की नई निजता नीति को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई के दौरान किया। व्‍हाट्सऐप के अनुसार यह नई नीति 15 मई से लागू हो गई है। व्‍हाट्सऐप ने अदालत को बताया कि नई नीति के 15 मई से प्रभावी होने के बावजूद वह अभी उन यूजर्स के एकाउंट डिलीट करना शुरू नहीं करेगी, जिन्‍होंने नई नीति मंजूर नहीं की है। व्‍हाट्सऐप ने कहा कि इन यूजर्स को नई नीति स्‍वीकार करने के लिए प्रोत्‍साहित करने का प्रयास किया जाएगा। सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ने कहा कि यूजर्स के एकाउंट डिलीट करना शुरू करने की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है।
12. वैज्ञानिकों ने कम लागत से मैगनोमीटर विकसित किया, जो भरोसेमंद है और रियल टाइम में चुम्बकीय क्षेत्र का मापन कर सकता है
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत बंगलुरु स्थित स्वायत्त संस्था रमन शोध संस्थान (आरआरआई) के वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में एक नए और अधिक प्रभावी, तेज़ और कम कीमत का डिजिटल रिसीवर सिस्टम का आविष्कार किया है जो और चुम्बकीय क्षेत्र का सटीक मापन कर सकता है। इस अध्ययन को भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और इलेक्ट्रोनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) से सहायता प्राप्त हुई। इस शोध को आईईईई ट्रांजैकशन ऑन इन्स्टृमेंटेशन एंड मेजरमेंट जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस सिस्टम की लागत सभी सिलिकॉन आधारित हार्डवेयर और इससे संबंधित सॉफ्टवेयर के लिए 350 डॉलर से भी कम होगी।
13. अमेरिका ने महासागर के तल की खोज के लिए भेजा ओकेनोस एक्सप्लोरर
ओकेनोस एक्सप्लोरर (Okeanos Explorer) National Oceanic and Atmospheric Administration (NOAA) द्वारा निर्मित एक जहाज है। यह 14 मई, 2021 को फ्लोरिडा के पोर्ट कैनावेरल से रवाना हुआ। ओकेनोस एक्सप्लोरर समुद्र की खोज के दो सप्ताह के अभियान पर भेजा गया है। यह हैडल ज़ोन (Hadal Zone) में अनछुए समुद्र तल के विशाल क्षेत्रों के 3D मानचित्रों का निर्माण करेगा। यह ऑर्फियस (Orpheus) नामक पानी के नीचे के वाहन (autonomous under water vehicle) का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन भी करेगा। ऑर्फियस रोबोट सबमर्सिबल रोबोट का एक नया वर्ग है जो समुद्र तल पर वैज्ञानिक विशेषताओं की पहचान करने में मदद करेगा। आमतौर पर, गहरे समुद्री तल की खोज के लिए एक बड़े उच्च शक्ति वाले उपकरण जैसे सोनार की आवश्यकता होती है। ऐसे उपकरणों के विपरीत, ऑर्फ़ियस उन्नत सॉफ़्टवेयर के साथ-साथ कैमरों, रोशनी का उपयोग करता है। यह गहरे समुद्र में पनडुब्बियों की तुलना में हल्का है।
14. सरकार ने दालों के आयात पर मानदंडों में संशोधन किया
भारत सरकार ने हाल ही में अरहर, मूंग और उड़द की दाल के मुक्त आयात की अनुमति दी है। तीनों दालों को अप्रतिबंधित सूची में डाल दिया गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि व्यापारियों के पास स्टॉक कम होने के कारण पिछले कुछ हफ्तों में उनकी खुदरा कीमतों में वृद्धि हुई है। साथ ही, भारत सरकार ने घोषणा की है कि आयात की खेप (consignments) को 30 नवंबर, 2021 से पहले मंजूरी दी जानी चाहिए। नवंबर 2021 तक इन तीनों दालों की खरीफ फसल बाजार में आनी शुरू हो जाएगी। यदि उस दौरान आयात मुक्त कर दिया जाता है, तो इससे किसानों की आय प्रभावित होगी। मुक्त आयात बंद होने पर ही किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक उचित दर मिलेगी।साथ ही, इस खरीफ सीजन में, भारत सरकार ने दालों की खेती के क्षेत्र में वृद्धि की है। यह विशेष खरीफ रणनीति, 2021 के तहत किया जाना है। इसका मतलब है कि नवंबर से दिसंबर 2021 तक अधिक दालें बाजारों में आ जाएंगी। खरीफ सीजन की फसलें मुख्य रूप से दक्षिण पश्चिम मानसून पर निर्भर करती हैं। इन्हें जून में बोया जाता है और अक्टूबर में काटा जाता है।
15. आयरलैंड में 300 साल बाद सारस देखे गये
सारस (Cranes) जो आयरिश लोककथाओं का हिस्सा रहे हैं, उन्हें हाल ही में आयरलैंड में देखा गया था। इन पक्षियों को आयरलैंड में 300 वर्षों के बाद उनके प्रजनन काल के दौरान देखा गया है। 1700 में आयरलैंड में सारस विलुप्त हो गए थे। उनके आवासों के विनाश के कारण यह था। वे उथले पानी में प्लेटफार्म घोंसले का निर्माण करते हैं। ये एक बार में केवल दो अंडे देते हैं। ये दुनिया के सबसे ऊंचे उड़ने वाले पक्षी हैं। ये चार फीट लंबे होते हैं और इनके पंखों का फैलाव सात फीट का होता है। पूर्वी एशिया और दक्षिण अमेरिका में आठ अलग-अलग प्रजातियों के साथ सबसे अधिक सारस विविधता है। यूके के संरक्षण प्रयासों के साथ ग्लूस्टरशायर, सफ़ोक, इंग्लिश फ़ेंस, स्कॉटलैंड और वेल्स के क्षेत्र में अब 200 सारस हैं। सारस आर्द्रभूमि और घास के मैदानों पर निर्भर हैं।
16. डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में 30 लोगों को मौत की सजा सुनाई गयी
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (Democratic Republic of Congo) ने हाल ही में दो प्रतिद्वंद्वी मुस्लिम गुटों के बीच संघर्ष के बाद 30 लोगों को मौत की सजा सुनाई है। ईद के अवकाश पर, जो कि रमजान महीने के अंत का प्रतीक है, किंशासा (Kinshasa) शहर में मार्टरर्स स्टेडियम के सामने दो मुस्लिम समूह आपस में भिड़ गए। यह लड़ाई स्टेडियम में ईद समारोह आयोजित करने के अधिकार को लेकर थी।किंशासा में ईद के दौरान बड़े पैमाने पर जश्न मनाया जाता है। कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में 10% मुस्लिम आबादी है। मारपीट के दौरान एक पुलिसकर्मी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। कई अन्य घायल हो गए। प्रतिभागियों पर आपराधिक साजिश और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया था। दंगाइयों का मुकदमा 14 मई, 2021 को शुरू हुआ और लगातार 15 मई, 2021 तक चला। इसके बाद करीब 30 दंगाइयों को मौत की सजा दी गई।
17. भारत ने चीन, थाईलैंड और वियतनाम के खिलाफ डंपिंग रोधी जांच शुरू की
वाणिज्य मंत्रालय ने हाल ही में चीन, वियतनाम और थाईलैंड के खिलाफ डंपिंग रोधी जांच (anti-dumping investigation) शुरू की है। यह जांच इन देशों से सोलर सेल (Solar Cell) के आयात के खिलाफ है। इंडियन सोलर मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन (Indian Solar Manufacturer Association) की ओर से जमा कराए गए आवेदन के बाद मंत्रालय ने यह जांच शुरू कर दी है। सौर मॉड्यूल के निर्माण में सौर सेल बुनियादी तत्व हैं। चीन से आयात किए जा रहे सोलर सेल भारत में उत्पादित सोलर सेल की तुलना में 15% से 20% कम महंगे हैं। यह स्थानीय रूप से उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग करके उत्पादित सौर मॉड्यूल (Solar Module) के व्यवसाय को प्रभावित कर रहा है। अंततः यह घरेलू सौर मॉड्यूल की कीमत बढ़ा रहा है।
18. पूर्व एशियाई स्‍वर्ण पदक विजेता जोसफ जेम्‍स के लिये दो लाख पचास हजार रूपये की सहायता राशि की घोषणा
खेल मंत्रालय ने खिलाडि़यों के लिये पंडित दीन दयाल उपाध्‍याय राष्‍ट्रीय कल्‍याण योजना के तहत पूर्व एशियाई स्‍वर्ण पदक विजेता जोसफ जेम्‍स के लिये दो लाख पचास हजार रूपये की सहायता राशि की घोषणा की है। जोसफ ने पावर लिफ्टिंग में 2006 के एशियाई खेलों में और 2008 में एशियन पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्‍वर्ण पदक जीता था। जोसफ पिछले महीने की 24 तारीख से कोविड 19 के कारण सांस की समस्‍या से जूझ रहे हैं। उनका ऑक्सिजन लेवल कम होने के कारण उनके परिवार ने उन्‍हें हैदराबाद के विवेकानन्‍द अस्‍पताल में भर्ती कराया था। पिछले कुछ दिनों से श्री जोसफ आईसीयू में भर्ती थे और उन्‍हें पांच मई को छुट्टी दे दी गई थी। जोसफ जेम्‍स की हालत अब स्थिर है और अब वो पृथकवास में हैं।
19. 18 मई : विश्व एड्स वैक्सीन दिवस
हर साल 18 मई को विश्व एड्स वैक्सीन दिवस (World AIDS Vaccine Day) मनाया जाता है। इस दिन को HIV (Human Immunodeficiency Virus) Vaccine Awareness Day भी कहा जाता है। वर्ष, 2021 में, विश्व एड्स वैक्सीन दिवस वैश्विक एकजुटता (Global Solidarity) थीम के तहत मनाया जाता है। यह दिन उन हजारों स्वयंसेवकों, स्वास्थ्य पेशेवरों, सामुदायिक नेताओं और वैज्ञानिकों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है जो एड्स (Acquired Immune Deficiency Syndrome – AIDS) वैक्सीन विकसित करने के लिए एक साथ काम करते हैं। एड्स वैक्सीन की अवधारणा को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने 18 मई, 1997 को मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में अपने भाषण में निहित किया था।
20. पूर्व रक्षा राज्यमंत्री प्रो चमन लाल गुप्ता का निधन
पूर्व रक्षाराज्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो चमन लाल गुप्ता का लंबी बीमारी के बाद जम्मू में देहांत हो गया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में कई अहम पद संभालने वाले 87 वर्षीय प्रो चमन लाल गुप्ता का जन्म 13 अप्रैल 1934 में जम्मू में हुआ था। तीन बार उधमपुर-डोडा के सांसद रहे हैं। उन्होंने रक्षा राज्यमंत्री के अपने कार्यकाल के दौरान विलेज डिफेंस कमेटियां बनाकर डोडा क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाने की बुनियाद रखी थी।
21. पूर्व राजदूत अरविन्‍द देव का निधन, विदेश मंत्री ने दुख व्‍यक्‍त किया
विदेश मंत्री डॉक्‍टर एस. जयशंकर ने नेपाल और हंगरी के पूर्व राजदूत अरविन्‍द देव के निधन पर दुख व्‍यक्‍त किया है। एक ट्वीट में डॉक्‍टर जयशंकर ने कहा कि श्री देव कई लोगों के गुरू और मित्र थे।