सरकार ने चिकित्‍सा अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए नए औषधि और नैदानिक परीक्षण नियमों को अधिसूचित किया

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राष्ट्रीय न्यूज़:-

1.सरकार ने चिकित्‍सा अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए नए औषधि और नैदानिक परीक्षण नियमों को अधिसूचित किया:-

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश में चिकित्सा अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए औषधि और नैदानिक परीक्षण नियम 2019 अधिसूचित कर दिया है। इन नए नियमों से नई औषधियों और नैदानिक परीक्षणों की मंजूरी संबंधी नियामक व्यवस्था में बदलाव आएगा। ये नियम सभी नई औषधियोंमानव उपयोगके लिए नई दवाओं पर शोधनैदानिक परीक्षणोंजैव संतुलन अध्ययन और नीतिगत समिति पर लागू होंगे। नए नियमों में देश में औषधि निर्माण के लिए आवेदन मंजूरी का समय घटाकर 30 दिन और देश के बाहर 90 दिन कर दिया गया है।

2.बोफोर्स से ज्यादा मारक क्षमता वाली धनुष तोप अब 29 मार्च को सेना में होगी शामिल:-

भारतीय सेना की ताकत अब कई गुना बढ़ने वाली है। दरअसल 29 मार्च को सेना के खाते में 4 देसी बोफोर्स को औपचारिक तौर पर शामिल कर लिया जाएगा। इसे धनुष हॉविट्जर के नाम से भी जाना जाता है।

दरअसल देसी बोफोर्स को आज ही सेना को सौंपा जाना था। लेकिन आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड महानिदेशक सौरभ कुमार कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। निर्माणी प्रशासन ने दोपहर बाद तक सौरभ कुमार के कार्यक्रम में शामिल न होने की वजह को स्पष्ट नहीं किया। वहीं श्रमिक नेताओं का कहना है कि निर्माणी का यह कार्यक्रम स्थगित करने की वजह इस कार्यक्रम में थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का आना हैl निर्माणी प्रशासन अब 29 मार्च को धनुष तोप सेना के हवाले करने की तैयारी कर रहा हैl

बता दें कि बोफोर्स जंग की स्थिति में दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। धनुष हॉविट्जर का निर्माण बोफोर्स की तर्ज पर ही किया गया है। गौरतलब है कि 1980 के दशक में बोफोर्स को भारतीय सेना में शामिल किया गया था। किसी भी तोप का सामने करने में सक्षम बोफोर्स दुश्मनों की किसी भी तोप का सामना कर सकती है।

वहीं 2015 में ही भारत ने धनुष हॉविट्जर निर्माण करना शुरु कर दिया था। तोप धनुष को बोफोर्स से बेहतर माना जाता है। 

भारत की पहली लंबी रेंज की तोप
तोप धनुष का कैलिबर 155mm है, जबकि इसकी रेंज 40 किलोमीटर है। यह भारत में बनाई गई पहली लंबी रेंज की तोप है। ये तोप दिन और रात दोनों वक्त हमला करने में सक्ष्म है। साथ ही पहाड़ी इलाकों में भी इसकी बड़ी आसानी से तैनाती की जा सकती है। 

कई कठिन परिस्थितियों में किया जा चुका है परीक्षण 

इस तोप का परीक्षण कई तरह की कठिन परिस्थितियों में किया जा चुका है। रेगिस्तान से लेकर पहाड़ी इलाकों तक में धनुष भरोसेमंद साबित हुई है। 

वायुसेना को मिला चिनूक

बता दें कि हाल ही में अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने भारतीय वायु सेना को चार चिनूक सैन्य हेलिकॉप्टर सौंप दिए हैं। ये हेलिकॉप्टर गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर उतारे गए। चिनूक हेलिकॉप्टर बहुत ऊचाई पर उड़ान भर सकता है। चिनूक हेलिकॉप्टर को भारी भरकम सामान ले जाने के लिए जाना जाता है। सैनिकों, हथियार, ईंधन और उपकरण ले जाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

बाज़ार न्यूज़:-

3.प्रतिबंधित सामान के लिए निर्यात लाइसेंस पाने की ऑनलाइन सुविधा शुरू:-

वाणिज्य मंत्रालय ने प्रतिबंधित श्रेणी की वस्तुओं के लिए निर्यात लाइसेंस हासिल करने के वास्ते ऑनलाइन सुविधा शुरू की है। इस कदम का मकसद कागजरहित कामकाज को बढ़ावा देने और कारोबार सुगमता की स्थिति को बेहतर करना है।

विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक नोटिस में कहा, ‘‘निर्यातकों को निर्यात की अनुमति के लिए ई-कॉम मॉड्यूल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। प्रशासनिक विभागों के साथ विचार विमर्श की प्रक्रिया भी आनलाइन होगी।’’ यह नोटिस इस साल 19 मार्च से प्रभाव में आया है।

निर्यातकों को जैव ईंधन सहित कुछ प्रतिबंधात्मक श्रेणी के सामान के लिए सरकार से लाइसेंस हासिल करना होगा। अभी तक इस तरह की वस्तुओं के निर्यात के लिए आवेदन कागजी रूप में करना होता है और साथ ही संबंधित एजेंसियों से परामर्श की प्रक्रिया भी लिखित में पूरीकी जाती है।

सरकार ने कहा है कि इस कदम का उद्देश्य आवेदन देने की प्रक्रिया को सरल करना है। इससे आवेदन की जांच तथा अनुमति भी तेजी से दी जा सकेगी।

4.SBI ग्राहक अब खुद तय कर सकते हैं अपने डेबिट कार्ड की लिमिट, जानें कैसे:-

अगर आप एक एसबीआई डेबिट कार्ड धारक हैं तो आप भाग्यशाली हैं। भारतीय स्टेट बैंक ने अपने डेबिट कार्ड धारकों को उनकी जरूरत के हिसाब से डेबिट सीमा और उपयोग तय करने की अनुमति दी है। इसी के साथ बैंक ने अपने ग्राहकों को नई सेवा को ध्यान से इस्तेमाल करने के लिए आगाह किया है और किसी भी तरह के फ्रॉड से सतर्क रहने की सलाह दी है। एसबीआई ग्राहकों को डेबिट कार्ड की लिमिट को बदलने या अपने हिसाब से प्रबंधित करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक एप YONO को डाउनलोड करना होगा।

इस एप के जरिए बैंक से जुड़े बहुत से कामों को करना आसान हो गया है। YONO एप ने ग्राहकों को बिना किसी दस्तावेज के तुरंत सेविंग अकाउंट खोलने की अनुमति भी दी है और यह सुविधा 31 मार्च तक उपलब्ध है।

यहां हम डेबिट कार्ड की सीमा को बदलने या मैनेज करने के तरीके के बारे में बात कर रहे हैं।

1.YONO: YONO मोबाइल एप और वेबसाइट एसबीआई का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसमें ग्राहक एसबीआई के सभी उत्पादों और सेवाओं जैसे एसबीआई बैंक अकाउंट, एसबीआई कार्ड, एसबीआई म्यूचुअल फंड, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और एसबीआई सिक्योरिटीज के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

2.YONO को डाउनलोड कीजिए: सबसे पहले आपको YONO एप को डाउनलोड करना होगा। एप डाउनलोड होने के बाद लॉगिन कीजिए और उसके बाद आपको सर्विस रिक्वेस्ट का चयन करने की जरूरत होगी।

3.अगला कदम: सर्विस रिक्वेस्ट का चयन करने के बाद आप एटीएम/डेबिट कार्ड पर टैप कीजिए। एटीएम/डेबिट कार्ड का चयन करने के बाद मैनेज कार्ड का चयन कीजिए।

4.सीमा का निर्धारण: अब आप अपने कार्ड की सीमा का चयन कीजिए और उसे अपनी जरूरत के हिसाब से मैनेज कीजिए। 

5.JCB भारत में करेगी 650 करोड़ रुपये का निवेश, इस राज्य में खोलेगी नई फैक्ट्री:-

JCB भारत में नए संयंत्र की स्‍थापना पर 650 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी देश में निर्माण के 40 वर्षों का उत्‍सव मनाने के लिए तैयार है। नई फैक्ट्री गुजरात के वडोदरा में स्‍थापित की जाएगी और यहां वैश्विक उत्‍पादन संयंत्रों के लिए पार्ट्स का निर्माण किया जाएगा। इस नए संयंत्र के साथ, कंपनी ने अपनी बढ़ती मांग को पूरा करने की तैयारी की है।

JCB के चेयरमैन लॉर्ड बैमफोर्ड ने इस नए संयंत्र की आधारशिला रखी, जोकि भारत में JCB की छठी फैक्ट्री होगी। जेसीबी के लिए भारत 2007 से ही काफी बड़ा बाज़ार रहा है। यह घोषणा यूके के स्टेफोर्डशायर के यूटोएक्सटर में जेसीबी मशीनों के लिए कैब बनाने की 50 मिलियन पाउंड की फैक्ट्री के काम की शुरुआत के बाद की गई है, जिसे इस साल पूरा कर लिया जाएगा।

लॉर्ड बैमफोर्ड ने कहा, “यूके और भारत में अपने निवेश के साथ हम भविष्य में निर्माण क्षेत्र में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए काफी सुदृढ़ स्थिति में हैं। इस साल हम JCB इंडिया के 40 वर्ष पूरे होने का उत्‍सव मना रहे हैं और इन 4 दशकों में हमारी सफलता का श्रेय कंपनी द्वारा किए गए निरंतर निवेश को जाता है। यह बिल्कुल उपयुक्‍त है कि हम भारत में अपनी मौजूदगी की 40वीं सालगिरह की शुरुआत एक ऐसी फैक्ट्री में निवेश से कर रहे हैं, जो हमारी निर्माण क्षमता को कई गुना बढ़ाएगी।”

JCB इंडिया की पहले ही भारत में दिल्ली, पुणे और जयपुर में फैक्ट्रियां हैं। वडोदरा में हलोल- के 44 एकड़ क्षेत्र में फैली इस नई फैक्‍ट्री में उत्पादन अगले साल शुरू होगा। इसमें आधुनिक लेजर कटिंग, वेल्डिंग और मशीनिंग टेक्नोलॉजी की नई तकनीक इस्तेमाल की जाएगी। यह पूरी तरह फोर्क-लिफ्ट फ्री ऑपरेशन होगा। इसमें सालाना 85 हजार टन स्टील के प्रसंस्करण की क्षमता होगी।

खेल न्यूज़:-

6.IPL 2019 CSK vs DC: एबी डिविलियर्स और रैना को पीछे छोड़ा धौनी ने, हासिल की ये खास उपलब्धि:-

चेन्नई के अनुभवी कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने दिल्ली के खिलाफ नाबाद पारी खेलते हुए अपनी टीम को आराम से जीत दिला दी। एक बार फिर से धौनी की कप्तानी में चेन्नई ने लगातार दूसरे मैच में भी जीत दर्ज की। दिल्ली के खिलाफ धौनी ने आइपीएल में एक अहम उपलब्धि हासिल कर ली और इस टूर्नामेंट में छक्का लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर पहुंच गए।