सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने पणजी में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी पर मल्टी मीडिया डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

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राष्टीय न्यूज़

1.सूचना और प्रसारण मंत्री राज्‍यवर्धन राठौड़ ने पणजी में राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी पर मल्‍टी मीडिया डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया:-

सूचना और प्रसारण मंत्री राज्‍यवर्धन राठौड़ ने गोवा के पणजी में राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी पर मल्‍टी मीडिया डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। सेल्युलॉइड पर महात्मा नाम से इस प्रदर्शनी में दर्शकों को डिजिटल अनुभव प्राप्‍त होगा। इस प्रदर्शनी का आयोजन भारतीय राष्‍ट्रीय फिल्‍म अभिलेखागार ने सूचना प्रसारण मंत्रालय के ब्‍यूरो ऑफ आउटरीच और संचार विभाग के साथ मिलकर किया है। इस अवसर पर श्री राठौड़ ने कहा कि यह एक बहुत ही भव्‍य प्रदर्शनी है।

प्रदर्शनी में प्रश्‍नोत्‍तरी, खेल और संवाद का भी आयोजन किया गया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे भी इस अवसर पर मौजूद थे।

2.49वें भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भारतीय पेनोरमा का शुभारंभ:-

गोवा के पणजी में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भारतीय पेनोरमा का शुभारंभ होगा। इस खंड में 26 फीचर फिल्में दिखाई जाएंगी। शाजी एन. करुण निर्देशित मलयालय फिल्म ओलू फीचर फिल्म श्रेणी की पहली फिल्म होगी।

हमारे संवाददाता के अनुसार “26 फीचल फिल्मों में 6 मलयालम, 5 बांग्ला, 5 हिन्दी, 4 तमिल, 2 मराठी और तेलगु, तुलु, लद्दाखी और जसारी की एक-एक फिल्में हैं। इसमें मुख्यधारा की चार फिल्में पद्मावत, टाइगर जिंदा है, राजी और महानटी शामिल हैं। गैर फीचर फिल्मों में आठ मराठी, चार अग्रेजी, तीन मलयालम, तीन हिंदी और एक-एक उडिया, भोजपुरी और बांग्ला फिल्में हैं। भारतीय पैनोरमा में देशभर की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को शामिल किया जाता है और ये आंचलिक सिनेमा और प्रतिभाशाली फिल्मकारों के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित हुआ है।”

3.एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरक्की, सम्मिलित दृष्टिकोण महत्वपूर्णः उपराष्ट्रपति लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी वैज्ञानिक जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग जैसी चुनौतियों से निपटें भारत के लिए उसके सामने मौजूद अनेक अवसरों का लाभ उठाने के लिए सबसे उपयुक्त समय नवोन्मेष के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में निवेश में तेजी लाएं एनएएसआई-स्कोपस युवा वैज्ञानिक पुरस्कार 2018 प्रदान किए:- 

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि इस बात को समझते हुए कि 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु के लोगों की है, देश को युवा और शिक्षित लोगों की प्रतिभा और कौशल का लाभ आवश्यक उठाना चाहिए।

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में  राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, भारत (एनएएसआई) और एल्सवियर पुरस्कार 2018 प्रदान करने के बाद एकत्र जनसमूह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लिए यह सबसे उपयुक्त समय है कि वह गरीबी, अप्रत्यक्ष भूख और आर्थिक असमानता जैसी चुनौतियों से निपटकर अवसरों का लाभ उठाए और विकास के मानदंडों में आगे बढ़े। इस पुरस्कार का उद्देश्य युवाओं में वैज्ञानिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है।श्री नायडू ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों को निर्णायक भूमिका अदा करनी चाहिए और लोगों का जीवन सुधारने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत को शीर्ष देशों की श्रेणी में खड़ा करना चाहिए।उन्होंने कहा कि गरीबी, निरक्षरता, लिंग, भेदभाव और अन्य चुनौतियों से निपटने में  विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरक्की और विकास के लिए सम्मिलित दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जब तक इन मुद्दों का हल नहीं होता तब तक कोई भी देश विकसित नहीं बन सकता।उपराष्ट्रपति ने युवा वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, निरंतर विकास, स्वच्छ ऊर्जा और जल तथा बीमारियों जैसी दुनिया के सामने मौजूद और उभरती हुई चुनौतियों का समाधान ढूंढे।उन्होंने कहा कि केवल वैज्ञानिक ही आने वाले वर्षों में वर्तमान और उभरती हुई समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं। यह जिम्मेदारी युवा वैज्ञानिक समुदाय के कंधों पर है।उपराष्ट्रपति ने विभिन्न कॉरपोरेट संगठनों और उद्योगों से अपील की कि वह देश में बड़ें पैमाने पर वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा दें और अनुसंधान और विकास परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक कोष बनाएं।साथ ही उन्होंने नवोन्मेष के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में निवेश बढ़ाने का आह्वान किया। जिससे कृषि, पर्यावरण, स्वस्थ्य, आवास, स्वच्छ पेयजल और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों का समाधान निकाला जा सके।स्कोपस युवा वैज्ञानिक पुरस्कार एल्सवियर की युवा अनुसंधानकर्ताओं की सहायता करने की वैश्विक पहल का हिस्सा है। 2009 में भारत ने एल्सवियर के राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के साथ सहयोग के जरिए अपने वैज्ञानिक समुदाय में इस कार्यक्रम को आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया।यह पुरस्कार पांच श्रेणियों में दिए जाते हैं- विज्ञान में महिला, कृषि, पादप विज्ञान और ग्रामीण विकास, पर्यावरण की दृष्टि से मजबूत निरंतर विकास, जैव-चिकित्सा अनुसंधान और स्वास्थ्य देखभाल तथा इंजीनियरिंग और भौतिक विज्ञान में नवोन्मेष।

4.प्रधानमंत्री ने मिलाद-उन-नबी पर देशवासियों को बधाई दी:- 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मिलाद-उन-नबी के शुभ अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है।अपने शुभकामना संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि मिलाद-उन-नबी के अवसर पर हम श्रद्धेय पैगम्बर मोहम्मद की महान शिक्षाओं को याद करते है और प्रार्थना करते है कि चारों तरह सौहार्द, भाईचारा और शांति बनी रहे।

5.भारत के साथ मजबूत सैन्य संबंध चाहता है यूरोपीय संघ:-

भारत के साथ तकरीबन 14 वर्ष पहले रणनीतिक संबंध की घोषणा करने के बाद यूरोपीय संघ (ईयू) ने अब सैन्य क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को नये मुकाम पर ले जाने की इच्छा जताई है। यूरोपीय संघ के संसद में मंगलवार को भारत को लेकर ईयू की रणनीति पर नया प्रपत्र पेश किया गया। यह प्रपत्र अगले 10 से 15 वर्षों के लिए भारत व यूरोपीय संघ के बीच रिश्तों की दिशा दिखाता है। इस प्रपत्र से साफ है कि अमेरिका की तरह ईयू भी भारत को भविष्य में एक अहम सैन्य साझेदार के तौर पर देख रहा है।यूरोपीय संघ की तरफ से भारत के साथ सैन्य संबंधों को मजबूत बनाने का यह संकेत तब दिया गया है जब स्वयं इसके भीतर सैन्य ताकत को बढ़ाने की कवायद नए सिरे से शुरु हुई है। दो दिन पहले ही यूरोपीय संघ ने सैन्य जरूरतों से जुड़े 17 उद्योगों को बढ़ावा देने का फैसला किया है। दूसरी तरफ जर्मनी समेत कई ईयू  के देश यूरोपीय संघ के पास मजबूत सैन्य ताकत बनाने की मांग कर रहे हैं। भारत के संदर्भ में जारी प्रपत्र में कहा गया है कि ईयू ने अपने सैन्य क्षमता को मजबूत करना शुरु कर दिया है। ऐसे में भारत के साथ स्थाई सैन्य सहयोग का ढांचा होना चाहिए। संयुक्त सैन्य अभ्यास का भी प्रस्ताव किया गया है। इसमें कहा गया है कि कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां भारत व ईयू के सैन्य हित एक जैसे हैं। समुद्री सैन्य बलों के बीच सहयोग का खास तौर पर जिक्र करते हुए कहा गया है कि दोनों के कारोबारी व रणनीतिक हितों को देखते हुए यह जरुरी हो गया है। ईयू की तरफ से कहा गया है कि वह भारत में सैन्य सलाहकार की नियुक्ति पर विचार कर रहा है और उम्मीद करता है कि भारत भी ऐसा करेगा।

अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़

6.ऑस्ट्रेलिया ने संयुक्त राष्ट प्रवासन संधि नामंजूर करने की घोषणा की:-

ऑस्ट्रेलिया सरकार ने संयुक्त राष्ट प्रवासन संधि नामंजूर करने की घोषणा की है। अमरीका और कई यूरोपीय देश इसे पहले ही खारिज कर चुके हैं। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने गृह और विदेश मंत्रियों के साथ एक संयुक्त बयान में कहा कि इस समझौते को स्वीकार करने से ऑस्ट्रेलिया में गैरकानूनी प्रवेश बढ़ने का खतरा है।

प्रवासन को लेकर संयुक्त राष्ट्र वैश्विक संधि प्रस्ताव पर 18 महीने चली बातचीत के बाद जुलाई में सहमति हुई थी। इसे अगले महीने मंजूर किया जाना है।

अमरीका के अलावा पोलैण्ड, ऑस्ट्रिया, हंगरी और चेक गणराज्य ने इसे पहले ही खारिज कर दिया है।

 

खेल न्यूज़

7.ऑस्‍ट्रलिया के साथ ट्वेन्‍टी-टवेन्‍टी मैच में टॉस जीतकर भारत का पहले गेंदबाजी का फैसला:-

ब्रिसबेन में भारत के साथ तीन ट्वेंटी-ट्वेटी मैचों की श्रृंखला के पहले अंतर्राष्‍ट्रीय मैच में ऑस्‍ट्रेलिया ने ताजा समाचार मिलने तक चार विकेट पर 158 रन बना लिये हैं। इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया।

8.भारत 2028 के ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले शीर्ष देशों में शामिल हो जायेगा- कर्नल राज्यवर्धन राठौड़:-

केन्द्रीय खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि  भारत 2028 के ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले शीर्ष देशों में शामिल हो जायेगा। उन्होंने कहा कि भारत 2018, खेलकूदों में उपलब्धियों के लिए भारत के ले सर्वश्रेष्ठ रहा है। खेल मंत्री, गोवा में पणजी के पास सेसा फुटबाल अकादमी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।

 

बाजार न्यूज़

9.भारत को मिल सकती है पहली महिला मुख्य आर्थिक सलाहकार: रिपोर्ट:-

अरविंद सुब्रमणियम के इस्तीफे के बाद भारत में पहली बार कोई महिला मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद संभाल सकती है। अरविंद सुब्रमणियम का कार्यकाल अगस्त में खत्म हो गया था और तभी से यह पद खाली है। सुब्रमणियम के उत्तराधिकारी की तलाश के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर बिमल जालान की अध्यक्षता में एक खोज समिति भी स्थापित की गई है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार का कार्यकाल नरेंद्र मोदी सरकार के दौरान मई 2019 तक चलना था लेकिन सुब्रमणियम ने जून 2018 में इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे पारिवारिक दबाव का हवाला दिया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार प्रशासन में सबसे महत्वपूर्ण सलाहकार भूमिकाओं में से एक पद के लिए नए उम्मीदवारों की तलाश कर रही है, जो कि वैश्विक अस्थिरता की स्थिति में सलाह दे सके। इस अहम पद के लिए यह तलाश ऐसे समय में हो रही है जब मौजूदा सरकार के कार्यकाल में सिर्फ 6 महीने का समय शेष बचा है।उम्मीदवारों की इस तलाश के दौरान पूनम गुप्ता का नाम तेजी से सामने आ रहा है जो कि भारत के लिए वर्ल्ड बैंक में प्रमुख अर्थशास्त्री हैं। बैंक ज्वाइन करने से पहले वो नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस और पॉलिसी में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया चेयर प्रोफेसर रह चुकी हैं। इस अहम पद के अन्य दावेदारों में जेपी मॉर्गन के चीफ इकोनॉमिस्ट साजिद चिनॉय और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर कृष्णमूर्ति सुब्रमणियन भी शामिल हैं।