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- तीन दिन की यात्रा पर भारत आयेंगे नेपाल के प्रधानमंत्री ओली :- नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली 6 अप्रैल को तीन दिन की यात्रा पर भारत आयेंगे। इस यात्रा के दौरान वह दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए यहां शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आगामी यात्रा से दोनों पक्षों को सहयोगपूर्ण भागीदारी तथा दोनों देशों के लोगों के लाभ के लिए उसे और मजबूत बनाने के उपायों की समीक्षा का अवसर मिलेगा। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पीएम नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर भारत आ रहे हैं। वह मोदी के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करेंगे। वह राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद तथा उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है। अपनी पत्नी राधिका शाक्य ओली के साथ आ रहे प्रधानंत्री इस यात्रा के दौरान उत्तराखंड में पंतनगर स्थित जीबी पंत यूनिवर्सिटी औ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलाजी भी जायेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत कई मंत्री भी नेपाल के प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समस्याएं हल करने के लिए लीक से हटकर सोचने पर बल दिया :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इच्छाशक्ति और कार्यशक्ति किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी संपदा है और यदि लोग बदलाव का संकल्प ले लें, तो सब कुछ संभव है। कल शाम नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेंस के जरिये स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन-2018 के ग्रैंड-फिनाले को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नवाचार में विश्व की चुनौतियों को हल करने की शक्ति है। उन्होंने समस्याओं को हल करने के लिए उनके मूल कारणों को समझने और लीक से अलग हटकर सोचने पर बल दिया। न्यू इंडिया का यह ट्रांस्फोर्मेशन, क्या कुछ सीमित प्रयासों से संभव है, तो जवाब मिलेगा जी नहीं। इसके लिए आवश्यक है समास्याओं की जड़ तक जाकर समाधान के लिए आउट ऑफ बॉक्स, नये-नये तौर तरीके, नये-नये रास्ते खोजना। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में कोई भी सर्वज्ञाता नहीं है और यही बात सरकारों पर भी लागू होती है। यदि सरकारें सोचें कि वे अकेले ही बदलाव ला सकती हैं तो यह भूल होगी। भागीदार पूर्ण प्रशासन से ही परिवर्तन लाये जा सकते हैं। श्री मोदी ने बताया कि सरकार उच्च शिक्षा क्षेत्र को अधिक स्वायत्तता देना चाहती है। सरकार का जोर, देश में हायर एजुकेशनल इन्स्टीट्यूशन को ज्यादा से ज्यादा स्वायत्तता यानी कि ऑटोनॉमी देने का है। सरकार देश में वर्ल्ड क्लास ट्वेंटी इन्स्टीट्यूशन्स ऑफ इमिनेंश बनाने पर भी काम कर रही है। इनमें से चुने गये पब्लिक सैक्टर के दस इन्स्टीट्यूट को कुल दस हजार करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता भी सरकार द्वारा दी जाएगी। एक हजार दो सौ महाविद्यालयों के लगभग एक लाख विद्यार्थी विश्व के इस सबसे बड़े हैकेथॉन में भाग ले रहे हैं। 36 घंटे के ग्रैंड फिनाले का आयोजन देश के 28 केंद्रो में किया गया है।
- केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्मार्ट इंडिया हेकेथॉन ग्रैंड फिनाले 2018 का किया उद्घाटन :- मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज नई दिल्ली में स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन ग्रैंड फिनाले2018-सॉफ्टवेयर संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री जावड़ेकर ने कहा कि हैकेथॉन का उद्देश्य देश के डिजिटल भारत के सपने को पूरा करना है और युवाओं को राष्ट्र निर्माण से सीधे जोड़ना है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद युवाओं को परंपरागत सोच से बाहर लाकर उनमें नवाचार को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि
हमें नवाचार की आवश्यकता है और सबसे बेहतर नवाचारी आप हैं। जब प्रधानमंत्री नया भारत कहते है, तो इसका मतलब इस नये भारत है, जो आज मेरे सामने प्रतिस्पर्धियों के रूप में है। इस वर्ष हैकेथॉन की एक और विशेषता है। यह केवल डिजिटल समाधान नहीं है, बल्कि इसमें हार्डवेयर भी शामिल हैं। इस क्षेत्र में हम पीछे जरूर है, हमें इस खाई को पाटना होगा और यह पीढ़ी ये कार्य कर सकती है।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े हैकेथॉन में एक हजार दो सौ कॉलेजों के एक लाख विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि 36 घंटे का ग्रैंड फिनाले देश भर में 28 केन्द्रों पर आयोजित किया जा रहा है।
- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख कोच डेरिन लेहमैन का बॉल टेम्परिंग मामले के बाद इस्तीफा :- ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मुख्य कोच डेरिन लेहमैन ने इस्तीफा दे दिया है। दक्षिण अफ्रीका के साथ कल से शुरू हो रहे चौथे और अंतिम टेस्ट मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में लेहमैन ने कहा कि यह मैच उनका आखिरी टेस्ट मैच होगा। बॉल टेम्परिंग मामले में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की कल कराई गई जांच में लेहमैन को निर्दोष पाया गया था। लेहमैन ने कहा कि स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरेन बेनक्राफ्ट ने गलती की है। बॉल से छेड़-छाड़ मामले में स्टीव स्मिथ तथा डेविड वार्नर पर एक-एक वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया है, जबकि बेनक्राफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध है।
- पांच देशों की महिला हैंडबॉल टीमें लखनऊ में दिखाएंगी दम :- पांचवीं दक्षिण एशियाई महिला हैंडबॉल चैंपियनशिप का आयोजन 31 मार्च से 3 अप्रैल तक लखनऊ में होगा। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में होने वाली प्रतियोगिता में भारत, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की टीमें हिस्सा लेंगी। इस प्रतियोगिता की मेजबानी हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने यूपी हैंडबॉल एसोसिएशन को दी थी। इस चैंपियनशिप के लिए भारतीय हैंडबॉल टीम का प्रशिक्षण शिविर भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्र में चल रहा है। चैंपियनशिप के मैच केडी सिंह बाबू स्टेडियम में शाम साढ़े चार से सात बजे के बीच आयोजित किए जाएंगे। चैंपियनशिप का उद्घाटन 31 मार्च को शाम पांच बजे होगा।
- असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में हाल में हुई गणना में गैंडों की संख्या में मामूली वृद्धि :- असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ताजा गणना के अनुसार कुल दो हजार चार सौ तेरह गैंडे मिले गए हैं। प्रमुख वन पालक एन. के. वासु ने बताया कि लंबी घास के कारण दिखाई न देने से उद्यान के कई भागों को कवर नहीं किया जा सका। उन्होंने बताया कि तकनीकी समिति ने 2019 में फिर से गणना कराने की सिफारिश की है। इससे पहले 2015 की गणना में इस उद्यान में दो हजार चार सौ से अधिक गैंडे पाये गए थे। ताजा सर्वेक्षण के अनुसार छह सौ बयालीस नर गैंडे और सात सौ तिरानवें मादा गैंडे देखे गए।
- राजनयिकों के निष्कासन पर रूस की प्रतिक्रिया अफसोसजनक- ब्रिटेन :- ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने राजनयिकों के निष्कासन पर रूस की प्रतिक्रिया को अफसोस के रूप में वर्णित किया है। उन्होंने कहा कि मास्को ने पूर्व रूसी जासूस और उसकी बेटी को ब्रिटिश मिट्टी पर जहर से मारने की कोशिश करके अंतरराष्ट्रीय कानून को तोड़ा था। जब मॉस्को के जवाबी कार्रवाई के बारे में पूछा गया जिसमें पश्चिमी राजनयिकों को निष्कासित करना शामिल था तो, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह बहुत अफसोसजनक था। लेकिन रूस के पिछले व्यवहार के प्रकाश में हमने एक प्रतिक्रिया की आशा की थी। उन्होंने कहा कि रूस जासूस और उसकी बेटी को जहर देने के मामले में दोषी था और इसके अलावा इसके अलावा कोई अन्य वैकल्पिक निष्कर्ष नहीं है। रूस अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और रासायनिक हथियार सम्मेलन के उल्लंघन में शामिल है। दुनिया भर के देशों द्वारा रूस के खिलाफ उठाए गए कदम ने अंतर्राष्ट्रीय चिंता का प्रदर्शन किया है।
- 36 वर्ष के बाद विश्वकप में नहीं खेलेगा जिम्बाब्वे, हटाए गए कप्तान, कोच व अन्य स्टाफ :- अगले वर्ष इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप के लिए जिम्बाब्वे की टीम क्वालीफाई नहीं कर पाई। इसके बाद अब जिम्बाब्वे क्रिकेट में बड़ा बदलाव किया गया है। टीम के कप्तान ग्रेम क्रीमर को कप्तान पद से मुक्त कर दिया गया है। वहीं टीम के कोच हीथ स्ट्रीक और कोचिंग स्टाफ को अपना पद छोड़ने के लिए कुछ वक्त दिया गया है। क्रिकेट विश्व के 36 वर्ष के इतिहास में ये पहला मौका है जब जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीम टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होगी।
बताया जा रहा है कि जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने टीम के कप्तान ग्रेम क्रीमर को अपने फैसले के बारे में बता दिया है साथ ही कोच व अन्य सपोर्ट स्टाफ को भी अपना पद छोड़ने के लिए एक समयसीमा तय कर दी गई है। खबरों की मानें तो इन स्टाफ को 31 मार्च के तीन बजे तक अपने पद से इस्तीफा दे देना होगा। अगर किसी ने अपना इस्तीफा तय सीमा तक नहीं सौंपा तो उसे खुद ही टीम के योग्य नहीं माना जाएगा और वो खुद ही बर्खास्त हो जाएगा।
- भारत के लिए मुसीबत बन सकता है रूस का पाकिस्तान और चीन के करीब आना :- भारत और रूस के बीच वर्षों से मजबूत संबंध रहे हैं। कई मुश्किल हालातों में रूस ने भारत का साथ भी दिया है। भारत और रूस में भले ही कोई सरकार रही हो सभी ने इन संबंधों को नया आयाम देने की भरपूर कोशिश की है। यह दोनों देशों की विदेश राजनीति का एक अहम हिस्सा भी रही है। कश्मीर मामले पर भी रूस हमेशा से ही भारत का साथ देता रहा है। लेकिन अब कुछ समय से उसके रुख में इस मुद्दे पर बदलाव आता दिखाई देने लगा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बीते कुछ समय में रूस ने जिस तरह से अपना दायरा भारत के घुर विरोधी पाकिस्तान और चीन की तरफ बढ़ाया है उससे कहीं न कहीं भारत को कुछ गलत होने की आशंका हो रही है। हालांकि रूस इस आशंका को एक बार सिरे से खारिज कर चुका है। लेकिन यह हकीकत है कि यदि रूस के संबंध पाकिस्तान और चीन से मजबूत होते हैं तो इसका खामियाजा कहीं न कहीं भारत को भुगतना ही पड़ेगा।
- सवालों के घेरे में कोलेजियम, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनदेखी का आरोप :- सुप्रीम कोर्ट के दूसरे नंबर के वरिष्ठतम जज जस्टिस चेलमेश्वर ने सरकार पर न्यायपालिका में दखलंदाजी का आरोप तो लगाया है। लेकिन खुद सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम भी सवालों के घेरे में आ गया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, जिस जज को कोलेजियम ने प्रोन्नत करने का फैसला किया था उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को गोपनीय जांच में ही निपटा दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक जांच नहीं की गई थी। यहां तक कि जस्टिस चेलमेश्वर के पत्र में भी उस जज के खिलाफ सरकारी निर्देश पर शुरू हुई जांच पर आपत्ति जताई गई है।