केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अल्पसंख्यकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं में तेजी और पारदर्शिता लाने को कहा

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    1. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अल्पसंख्यकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं में तेजी और पारदर्शिता लाने को कहा:- केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अल्पसंख्यकों के कल्याण की योजनाओं में तेजी और पारदर्शिता लाने पर जोर दिया। श्री नकवी आज राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास तथा वित्त निगम (एनएमडीएफसी) द्वारा ‘वित्तीय प्रबंधन’ पर आयोजित एक कार्यशाला का उद्घाटन कर रहे थे। मंत्री महोदय ने उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि कार्यशाला अल्पसंख्यकों के लिए लक्षित योजनाओं के लाभ प्रदान करने में अपनी क्षमताओं में सुधार करके संचालित एजेंसियों (एससीए) के अधिकारियों की मदद करेगी।

    कार्यशाला में 22 एससीए से क्षेत्रीय स्तर के पदाधिकारियों के साथ एनएमडीएफसी के एससीए के प्रमुखों ने भाग लिया। निगमों के अन्य सहयोगी संगठनों, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम (एनएससीएफडीसी), राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम (एनबीसीएफडीसी) और अल्पसंख्यक मंत्रालय के तहत आने वाले एनएडब्ल्यूएडीसीओ, एमएईएफ ने भी कार्यशाला में भाग लिया। कार्यक्रम में अल्पसंख्यक मामलों के सचिव श्री अमेयसिंग लुइखम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।

     

    1. एनसीसी और एनएसएस के बीच तालमेल कायम करने के लिए समिति का गठन:-

     

    सरकार ने पूर्व स्कूल शिक्षा सचिव श्री अनिल स्वरूप की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने का निर्णय लिया है, जिसमें युवा मामले तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय और एनसीसी को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया है, जो राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) को मजबूत करने के उपायों के बारे में सुझाव देगा।

    समिति, बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, विस्तारित करने, संसाधनों को तर्कसंगत बनाना और एनएसएस तथा एनसीसी को प्रभावित करने वाले श्रमबल की कम संख्या जैसे मुद्दों पर कार्य करेगी। समिति एनएसएस तथा एनसीसी के बीच तालमेल बनाने की सिफारिश भी प्रस्तुत करेगी और युवाओं को सशक्त बनाने के सुझाव भी प्रस्तुत करेगी।

     

    1. अमरीकी राष्‍ट्रपति डोनल्‍ड ट्रंप और रूस के राष्‍ट्रपति ब्‍लादिमीर पुतिन ने अपनी पहली मुलाकात पर संतोष व्‍यक्‍त किया :-

    अमरीका के राष्‍ट्रपति डोनल्‍ड ट्रंप और रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने कल रात हेलसिंकी में अपनी पहली बैठक पर संतोष व्‍यक्‍त किया है। श्री ट्रंप ने बैठक को बहुत ही उपयोगी बताया है। श्री पुतिन ने इसे पहला कदम बताया है। बैठक के बाद संवाददाता सम्‍मेलन में श्री ट्रंप ने बताया कि उन्‍होंने अमरीकी राष्‍ट्रपति चुनाव में रूस के हस्‍तक्षेप के आरोपों पर श्री पुतिन से काफी समय तक बातचीत की। श्री पुतिन ने स्‍पष्‍ट रूप से आरोपों से इंकार किया।

    रूस के राष्‍ट्रपति ने कहा कि तथ्‍यों से इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है और दोनों देशों को अफवाहों पर नहीं बल्कि सबूतों पर विश्‍वास करना है।

     

    1. उच्‍चतम न्‍यायालय ने भीड़ की हिंसा की घटनाओं से निपटने के लिए संसद को  नये कानून बनाने का निर्देश दिया :-

    उच्‍चतम न्‍यायालय ने भीड़ की हिंसा की घटनाओं से निपटने के लिए संसद से नये कानून पर विचार करने को कहा है। प्रधान न्‍यायाधीश दीपक मिश्रा ने कहा कि भीड़ की भयानक गतिविधियों को नया कायदा बनने की अनुमति नहीं दी जा सकती और इन पर सख्‍ती से रोक लगाने की जरूरत है। शीर्ष न्‍यायालय ने भीड़ की हिंसा और गौ रक्षा के नाम पर होने वाले अपराधों से निपटने के लिए रोकथाम, सुधारात्‍मक और दंडात्‍मक प्रावधान वाले दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। न्‍यायमूर्ति ए एम खानविलकर और डी वाई चन्‍द्रचूड़ की पीठ ने कहा कि कानून का शासन कायम रखना राज्‍य सरकारों का दायित्‍व है और राज्‍य ऐसे अपराधों की अनदेखी नहीं कर सकते। उच्‍चतम न्‍यायालय ने ऐसी हिंसक घटनाओं को रोकने की मांग करने वाली याचिकापर ये दिशा-निर्देश जारी किए। मामले की अगली सुनवाई 28 अगस्‍त को होगी और केंद्र तथा राज्‍य सरकारों से कहा गया है कि ऐसे अपराधों को रोकने के उसके दिशा-निर्देशों पर अमल किया जाए।

     

    1. पिछले चार वर्ष में भारत का कद बढ़ा और देश नई बुलंदी छूने के पथ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी :-

    प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि पिछले चार वर्ष में  विश्वमंच पर भारत का कद बढ़ा है और देश 21वीं सदी में नई बुलंदी छूने की दिशा में बढ़ रहा है। नई दिल्‍ली में न्‍यू इंडिया कॉन्‍क्‍लेव में श्री मोदी ने कहा कि राष्‍ट्र परिवर्तन के महत्‍वपूर्ण दौर से गुज़र रहा है। देश इक्कीसवीं सदी में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए आगे बढ़ रहा है। चार साल में देश की साख बढ़ी हो, गौरव बढ़ा है और सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तानियों ने विश्व पटल पर दस्तक दी है कि अब इंडिया इज रेडी टू टेक ऑफ। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले पांच कमजोर देशों में शामिल भारत को अब विश्‍व की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था माना जाता है।

    6.समावेशी, न्यायसंगत और सतत विकास का लक्ष्य हासिल करने के लिये महिला सशक्तिकरण आवश्यक उपराष्ट्रपति एम. वैंकैया नायडू :-

     

    उपराष्ट्रपति एम. वैंकैया नायडू ने कहा है कि समावेशी, न्यायसंगत और सतत विकास का लक्ष्य हासिल करने के लिये महिला सशक्तिकरण आवश्यक है। श्री नायडू ने कल नई दिल्ली में महिला सशक्तिकरण पर दो दिन के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि निर्णय लेने में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी का शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, रोज़गार और सामाजिक सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक असर पड़ा है। श्री नायडू ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में विकास को भी प्राथमिकता  देनी चाहिए।हमारा पार्लियामेंट, हमारा पॉलीटिकल पार्टीज, हमारा प्रेस, हमारा प्लानिंग कमीशन, हमारा पॉलिसी पूरा शहर के ओर और ऑर्गनाइज सेक्टर के ओर, इंडस्ट्रीज के ओर ज्यादा आ रहा है। इंडस्ट्री को महत्व देना चाहिए, उद्योग को महत्व देना चाहिए। इसमें दो राय नहीं है। मगर साथ ही साथ यहां देश में साठ-सत्तर पर्सेंट लोग गांव में रहते हैं उनका उत्थान का प्रोत्साहन उसको प्राथमिकता देना चाहिए।

     

    1. 2019 में भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनेगा : अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष :-

    अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत को तगड़ा झटका दिया है। आईएमएफ ने भारत के ग्रोथ अनुमान को वर्ष 2018 के लिए 0.1 फीसदी घटाकर 7.3 फीसदी और 2019 के लिए 0.3 फीसदी घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया है। IMF ने भारत का आर्थिक विकास दर अनुमान चालू वित्त वर्ष में 7.5 फीसदी से घटाकर 7.3 फीसदी कर दिया है। हालांकि, भारत अब भी दुनिया की सबसे तीव्र विकास दर वाली अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष पर है। वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक (डब्ल्यूईओ) के ताजा आकलन में इस साल अप्रैल में 0.1 फीसदी और 2019 में 0.3 फीसदी की कटौती की गई है।

     

    1. अमरीका और रूस ने पहले शिखर सम्‍मेलन में खराब संबंधों को नई शुरूआत देने का संकल्‍प लिया :-

    अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में पहली शिखर वार्ता में दोनों देशों के बीच खराब होते संबंधों को नयी शुरूआत देने का संकल्प लिया। बैठक में 2016 के अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल, सीरिया और यूक्रेन का मुद्दा, चीन के व्यापार शुल्क और दोनों देशों के परमाणु हथियारों की संख्या सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहयोग की इच्छा व्यक्त की। श्री पुतिन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में श्री ट्रम्प ने कहा कि रूस ने अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव में किसी हस्तक्षेप से पूरी तरह से इंकार किया है।

     

    1. प्रकाशजावड़ेकर17वें विश्व संस्कृत सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे :-

    केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर कनाडा के वैंकूवर में 9 जुलाई से 13 जुलाई, 2018 तक आयोजित होने वाले 17वें विश्व संस्कृत सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन में 500 से अधिक विद्वान एवं 40 से अधिक देशों के शिष्टमंडल भाग लेंगे तथा विभिन्न विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत करने के द्वारा अपने ज्ञान का आदान प्रदान करेंगे। इतिहास एवं वैदिक साहित्य में महिलाओं की शिक्षा, संस्कृत बौद्ध धर्म मनुस्मृति, योगशाला से आगे मीमांशा, युक्तिदीपिका का सांख्य के लिए स्थान गढ़ना, भागवत पुराण टिप्पणीकारों को प्रस्तुत करना, गार्गीयाज्योतिष पर अनुसंधान जैसे एक दर्जन से अधिक विषयों पर एक विशेष पैनल चर्चा की जाएगी। पांच दिनों के सममेलन के दौरान विभिन्न विषयों पर 500 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है। इस सम्मेलन का उद्वेश्य विश्व भर में लोगों द्वारा संस्कृत भाषा को बढ़ावा देना, संरक्षित करना एवं व्यवहार में लाना है। विश्व संस्कृत सम्मेलन का आयोजन दुनिया भर के विभिन्न देशों में प्रत्येक तीन वर्षों में एक बार किया जाता है और भारत में तीन बार इसका आयोजन किया जा चुका है।

     

    1. एनटीएशैक्षणिकसंस्थानों के लिए प्रवेश परीक्षा का संचालन करेगी :-

    केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने कार्य करना आरंभ कर दिया है और इस वर्ष दिसंबर में यूजीसी-नेट परीक्षा से आरंभ कर अगले शैक्षणिक सत्रों से उच्चतर शैक्षणिक संस्थानों के लिए प्रवेश परीक्षा का संचालन करेगी। नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि एनटीए विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं, सांख्यिकीविदों, साइकोमीट्रिसिन, टेस्ट आइटम राइटर्स एवं शिक्षा विशेषज्ञों की सेवाओं का उपयोग करते हुए अनुसंधान एवं वैज्ञानिक परीक्षण डिजाइन पर अपने फोकस के द्वारा परीक्षा प्रणाली में गुणात्मक अंतर लाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि परीक्षा की नई प्रणाली छात्र अनुकूल, पारदर्शी, निष्पक्ष एवं लचीली होगी।