भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों-पियरे एगोस्टिनी, फेरेन्क क्रॉस्ज और ऐनी एल’हुइलियर को दिया जाएगा

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1 भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों-पियरे एगोस्टिनी, फेरेन्क क्रॉस्ज और ऐनी एल’हुइलियर को दिया जाएगा

भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकोंपियरे एगोस्टिनी, फेरेन्क क्रॉस्ज और ऐनी एल’हुइलियर को उनके अभूतपूर्व प्रयोगों के लिए संयुक्त रूप से दिया जाएगा। इसकी औपचारिक घोषणा स्‍वीडन की रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस ने की। इन वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार उनके प्रकाश के एटोसेकंड पल्‍स के अनूठे प्रयोगों के लिए दिया गया है। इससे परमाणु और अणुओं में इलेक्ट्रॉनों की गति के संबंध में अत्‍याधुनिक उपकरण बनाये जा सकेंगे। इसका उपयोग उन तीव्र प्रक्रियाओं को मापने के लिए किया जा सकता है, जिनमें इलेक्ट्रॉन गति करते हैं या ऊर्जा में बदलते हैं। इलेक्ट्रॉनों में, ऐसे बदलाव मात्र एटोसेकंड के दसवें हिस्से के भीतर होते हैं। अमरीका के पियरे एगोस्टिनी, जर्मनी के फेरेंक क्रूज़ और स्‍वीडन की ऐनी एल’हुइलियर ने प्रयोगों में दिखाया है कि प्रकाश की बेहद छोटी तरंगे कैसे उत्पन्न की जाती हैं। पुरस्कार स्‍वरूप इन वैज्ञानिकों को स्वर्ण पदक, प्रमाण-पत्र और करीब आठ करोड़ रुपए की राशि दी जाती है।

2 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में आठ हजार करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया

प्रधानमंत्री ने मनोहराबाद-सिद्दीपेट को जोड़ने वाली नई रेलवे लाइन और धर्माबाद-मनोहराबाद तथा महबूबनगर-कुरनूल के बीच विद्युतीकरण परियोजना राष्ट्र को समर्पित की। प्रधानमंत्री ने रामागुंडम में एनटीपीसी के तेलंगाना सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के पहले चरण की आठ सौ मेगावाट की पहली इकाई भी राष्ट्र को समर्पित की। इस संयंत्र की 85 प्रतिशत बिजली का उपयोग राज्य में ही किया जाएगा। इससे उत्तर-दक्षिण ग्रिड कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। प्रधानमंत्री ने 20 जिला मुख्यालयों में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा मिशन के तहत 50 बिस्तरों वाले आधुनिक ब्लॉक की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि पेडापल्ली में नया बिजली संयंत्र देश का सबसे आधुनिक संयंत्र है और इसके दूसरे चरण में जल्द ही एक और बिजली संयंत्र स्‍थापित किया जाएगा।

3 प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के जगदलपुर में लगभग 27,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित कीं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के जगदलपुर में लगभग 27,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और राष्ट्र को समर्पित किया। परियोजनाओं में रेलवे और सड़क क्षेत्र की कई परियोजनाओं के साथ-साथ बस्तर जिले के नगरनार में 23,800 करोड़ रुपये से अधिक के एनएमडीसी स्टील लिमिटेड के स्टील प्लांट का समर्पण शामिल है। उन्होंने तारोकी-रायपुर डेमू ट्रेन सेवा को भी झंडी दिखाई।

4 विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत बरकरार रखा

विश्‍व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान 6.3 प्रतिशत बनाए रखने का निर्णय लिया है। भारत में अनेक बाहरी चुनौतियों के बावजूद, मजबूत आर्थिक वृद्धि जारी रहने को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। विश्‍व बैंक ने अप्रैल की अपनी रिपोर्ट में 2023-24 में भारत की वृद्धि दर का अनुमान पहले के 6.6 प्रतिशत से घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया था। विश्‍व बैंक के भारत के विकास संबंधी नवीनतम विवरण के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था पर अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्‍थानों की अर्धवार्षिक प्रमुख रिपोर्ट में कहा गया है कि बडी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत वर्ष 2022-23 में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था में शामिल था।

5 उत्तरी अमरीका में 19 फीट ऊंची भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण 14 अक्‍टूबर को होगा

उत्तरी अमरीका में 14 अक्‍टूबर को मैरीलैंड के बाहर भीमराव अंबेडकर की सबसे विशाल प्रतिमा का अनावरण होने जा रहा है। इस योजना के आयोजक अंबेडकर अंतर्राष्‍ट्रीय केन्‍द्र -ए.आई.सी ने जानकारी दी कि 19 फुट ऊंची इस प्रतिमा का नाम समानता की प्रतिमा रखा गया है। इसे जाने माने कलाकार और शिल्‍पकार राम सुतार ने तैयार किया है। इन्‍होंने ही गुजरात के अहमदाबाद में सरदार पटेल की प्रतिमा का निर्माण किया था। मै‍रीलैंड के ऐकोकीक शहर में 13 एकड़ की जमीन पर भारतीय संविधान के मुख्‍य निर्माता अंबेडकर की इस प्रतिमा का निर्माण किया गया है।

6 केन्‍द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में चौथे राष्ट्रीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय -ई एम आर एस सांस्कृतिक, साहित्यिक और कला उत्सव-2023 का उद्घाटन किया

उत्तराखंड में केन्‍द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में चौथे राष्ट्रीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय -ई एम आर एस सांस्कृतिक, साहित्यिक और कला उत्सव-2023 का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में देश भर से डेढ़ हजार से अधिक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। इस महोत्सव का समापन 6 अक्टूबर को होगा। राष्ट्रीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय आदिवासी छात्र-छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा दिखाने का एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है।

7 नोएडा के जेवर हवाई अड्डे को IATA ने दिया DXN कोडनेम

उत्तरप्रदेश के जेवर में निर्माणाधीन नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को हाल ही में इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) द्वारा विशिष्ट अंतर्राष्ट्रीय तीन-अक्षर कोड ‘DXN‘ प्रदान किया गया है। DXN में ‘D’ का आशय दिल्ली, ‘N’ का आशय नोएडा, तथा ‘X’ का आशय विश्वभर से कनेक्टिविटी से है। हवाईअड्डे के कोड विश्वभर के हवाईअड्डों के लिये विशिष्ट पहचान के रूप में कार्य करते हैं। ये कोड, जिनका उपयोग टिकट और बोर्डिंग पास से लेकर हवाई अड्डे के विभिन्न संकेतों आदि पर किया जाता है, एक सहज और निर्बाध यात्रा अनुभव के लिये काफी महत्त्वपूर्ण हैं। प्रत्येक हवाई अड्डे के वास्तव में दो विशिष्ट कोड होते हैं: एक IATA द्वारा निर्दिष्ट और दूसरा संयुक्त राष्ट्र की शाखा- अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (International Civil Aviation Organization- ICAO) द्वारा। इन कोडों के अलग-अलग उद्देश्य हैं:
IATA कोड (तीन अंकों वाले कोड) हवाई अड्डे की पहचान को मानकीकृत करने के लिये वर्ष 1960 के दशक में जारी किया गया था। यात्री-पहचान संचालन के लिये इसका प्रयोग किया जाता है। यह टिकट, बोर्डिंग पास, साइनेज और अन्य उपभोक्ता-संबंधित सामग्रियों पर दिखाई देता है। उदाहरणों में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (दिल्ली) के लिये DEL और छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (मुंबई) के लिये BOM कोड ज़ारी किये गए हैं। ICAO कोड (चार अंकों वाले कोड) पायलट, हवाई यातायात नियंत्रक और हवाईअड्डा योजनाकारों जैसे उद्योग पेशेवरों द्वारा उपयोग किया जाता है। विमानन में सटीक संचार की सुविधा प्रदान करना। उदाहरणों में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (दिल्ली) के लिये कोड VIDP शामिल है।

8 भारत और बांग्लादेश की सेनाओं ने संयुक्त अभ्यास सम्प्रीति-XI शुरू किया

भारत और बांग्लादेश ने 03 अक्टूबर 2023 को उमरोई, मेघालय में वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास, सम्प्रीति का 11वां संस्करण शुरू किया। दोनों देशों द्वारा बारी-बारी से आयोजित यह अभ्यास मजबूत द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहल का प्रतीक है। 2009 में असम के जोरहाट में शुरुआत के साथ, इस अभ्यास के 2022 तक दस सफल संस्करण देखे गए हैं। 14 दिनों के लिए निर्धारित संप्रति-XI में दोनों पक्षों के लगभग 350 जवान शामिल होंगे। यह अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच मिलकर काम करने की क्षमता बढ़ाने, सामरिक अभ्यास साझा करने और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित करता है।

9 फुटबॉल फॉर स्कूल्स (एफ4एस) का मास्टर प्रशिक्षण ओडिशा के संबलपुर में शुरू हुआ

फुटबॉल फॉर स्कूल्स (एफ4एस) फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) द्वारा संचालित एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। देश में इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन हेतु शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) का सहयोग हासिल है। फीफा द्वारा 2 अक्टूबर, 2023 को ओडिशा के संबलपुर में एफ4एस के एक हिस्से के रूप में एक दो-दिवसीय क्षमता-निर्माण मास्टर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों, केवीएस, एनवीएस और एआईएफएफ के 95 शारीरिक शिक्षा शिक्षकों/प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। ऐसे दो और प्रशिक्षण कार्यक्रम 5-6 अक्टूबर, 2023 को पुणे और बेंगलुरु में आयोजित किए जाएंगे, जहां लगभग 200 (प्रत्येक स्थल पर 100) प्रतिभागी शामिल होंगे। इसके बाद इन शिक्षकों/प्रशिक्षुओं को अगले स्तरों पर क्षमता बढ़ाने के लिए राज्यस्तरीय मास्टर प्रशिक्षकों के रूप में माना जाएगा। 30 अक्टूबर, 2022 को शिक्षा मंत्रालय, एआईएफएफ और फीफा के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस उद्देश्य के लिए मंत्रालय द्वारा जवाहर नवोदय विद्यालय को नोडल संगठन का दायित्व सौंपा गया था। इस कार्यक्रम में देशभर के सरकारी स्कूलों को छात्रों, शिक्षकों एवं प्रशिक्षकों के साथ 11.15 लाख फुटबॉल और उनकी क्षमता निर्माण के माध्यम से सशक्त बनाने का कार्य शामिल है। इन गेंदों को देशभर के विभिन्न स्कूलों में वितरित किया जाएगा। एफ4एस का लक्ष्य लगभग 700 मिलियन बच्चों की शिक्षा, विकास और सशक्तिकरण में योगदान देना है।

10 IAF ने Astra-MK1 के साथ स्वदेशी मिसाइल शस्त्रागार को समृद्ध किया

भारतीय वायु सेना (Indian Air Force- IAF) ने स्वदेशी अस्त्र (Astra) बियॉन्ड विज़ुअल रेंज (BVR) एयर-टू-एयर मिसाइल के लिये भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) के साथ दो अनुबंध किये हैं और इसका पहला बैच वर्ष 2023 के अंत तक शामिल होने की उम्मीद है। Astra पूरी तरह से SU-30MKI पर एकीकृत है और अगस्त, 2023 में गोवा के तट पर लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस से इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। अधिक उन्नत Astra-MK2 का भी विकास कार्य चल रहा है, जो लंबी दूरी की क्षमताओं का दावा करता है।

11 उत्तर भारत में कपास के खेतों में पिंक बॉलवॉर्म का संक्रमण

पूरे उत्तर भारत में कपास के खेतों में पिंक बॉलवॉर्म (Pectinophora gossypiella/पेक्टिनोफोरा गॉसीपिएला) का संक्रमण किसानों के लिये एक गंभीर संकट बन गया है, जिससे व्यापक क्षति एवं वित्तीय नुकसान हो रहा है। पिंक बॉलवॉर्म (PBW) के संक्रमण ने वर्ष 2021 से उत्तरी राजस्थान, हरियाणा और दक्षिण-पश्चिमी पंजाब में कपास के खेतों को प्रभावित किया है। PBW एक विनाशकारी कीट है जो मुख्य रूप से कपास की फसल को प्रभावित करता है। यह एशिया की स्थानीय प्रजाति है, जिसे पहली बार वर्ष 1842 में भारत में देखा गया था। PBW लार्वा कपास के विकसित हो रहे बीजकोषों में घुस जाते हैं, जिससे कपास की फसल की दक्षता और गुणवत्ता दोनों प्रभावित होती हैं। आनुवंशिक रूप से संशोधित BT कपास के बीज, जो शुरू में कुछ कीटों के खिलाफ प्रभावी थे, कीट के प्रतिरोध के कारण PBW से निपटने में अपनी प्रभावकारिता खो चुके हैं।

12 कारमन रेखा : जहां से अंतरिक्ष शुरू होता है

विज्ञान के क्षेत्र में कारमन रेखावह रेखा अथवा सीमा है जो पृथ्वी की सीमा की समाप्ति और अंतरिक्ष की शुरुआत को चिन्हित करती है, वर्तमान में यह रेखा चर्चा का विषय बनी हुई है। कारमन रेखा समुद्र तल से 100 किमी ऊपर स्थित एक काल्पनिक सीमा है जो पृथ्वी के वायुमंडल को अंतरिक्ष से अलग करती है। हालाँकि सभी वैज्ञानिक और अंतरिक्ष यात्रियों की इसपर समान सहमती नहीं है, फिर भी अधिकांश देश एवं अंतरिक्ष संगठन इसे एक सीमा के रूप में मान्यता प्रदान करते हैं। इसका निर्धारण 1960 के दशक में रिकॉर्ड रखने वाली संस्था फेडरेशन एरोनॉटिक इंटरनेशनाले (FAI) द्वारा किया गया। इस रेखा को पार करने वाला कोई भी व्यक्ति अंतरिक्ष यात्री माना जाता है। कारमन लाइन की स्थापना हवाई क्षेत्र को विनियमित करने और उस ऊँचाई को चिह्नित करने के लिये की गई थी जिसके आगे एक पारंपरिक विमान उड़ान नहीं भर सकता है। इससे आगे उड़ान भरने वाले किसी भी विमान को पृथ्वी के गुरुत्त्वाकर्षण से दूर जाने के लिये एक प्रणोदन प्रणाली की आवश्यकता पड़ती है। यह एक विधिक संदर्भ के रूप में भी कार्य करता है जो हवाई क्षेत्र को विभाजित करता है, जिस पर कोई देश अपना दावा कर सकता है, साथ ही यह अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र की तरह शासित होता है।

13 ISS को रिटायर करने के लिए नासा की $1 बिलियन की योजना

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) निम्न पृथ्वी कक्षा में एक अद्वितीय अंतरिक्ष स्टेशन है, जो पांच अंतरिक्ष एजेंसियों (नासा, रोस्कोस्मोस, जेएक्सए, ईएसए और सीएसए) के लिए एक सहयोगी मंच के रूप में कार्य करता है, यह एजेंसियां हैं । यह न केवल अंतरिक्ष में सबसे बड़ी कृत्रिम वस्तु है बल्कि पृथ्वी की निचली कक्षा में सबसे बड़ा उपग्रह भी है। अक्सर पृथ्वी की सतह से दिखाई देने वाला, आईएसएस विभिन्न वैज्ञानिक प्रयासों का केंद्र रहा है। हाल ही में, नासा ने ISS को रिटायर करने और इसे पृथ्वी पर वापस लाने की अपनी योजना का खुलासा किया, जो कि 1 बिलियन डॉलर का एक बड़ा प्रयास है। इस महत्वाकांक्षी सेवानिवृत्ति योजना में इस प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण एक नए कक्षीय वाहन का विकास शामिल है। नासा ने 20 सितंबर को एक उद्योग अनुरोध जारी किया, जिसमें ISS की सुरक्षित वापसी में सहायता के लिए यूएस डेऑर्बिट व्हीकल (USDV) नामक एक मंच की मांग की गई। ‘स्पेस टग’ के रूप में वर्णित, USDV का प्राथमिक उद्देश्य ISS को पृथ्वी से 175 मील ऊपर उसकी वर्तमान स्थिति से लगभग 75 मील की ऊंचाई तक ले जाना है। यह कार्रवाई सेवानिवृत्ति प्रक्रिया में प्रारंभिक चरण को चिह्नित करती है। नासा ने इस मिशन के लिए “सुरक्षित, विश्वसनीय और लागत प्रभावी डी-ऑर्बिट वाहन” की आवश्यकता पर जोर दिया।

14 Google Play बिलिंग सिस्टम को चुनौती देने के लिए भारतीय स्टार्टअप एकजुट हुए

एक महत्वपूर्ण कदम में, 40 भारतीय स्टार्टअप और कंपनियां Google और उसके Google Play बिलिंग सिस्टम (GPBS) को चुनौती देने के उद्देश्य से एक टास्क फोर्स स्थापित करने के लिए एकजुट हुई हैं। यह पहल इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) के बैनर तले समन्वित है। Google के GPBS ने अनिवार्य कर दिया है कि सभी इन-ऐप खरीदारी उसके भुगतान गेटवे के माध्यम से होनी चाहिए, साथ ही ऐसे लेनदेन पर 30 प्रतिशत कमीशन लगाया जायेगा। हालाँकि, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के एक फैसले के कारण Google को भारत में GPBS को उपयोगकर्ता-पसंद बिलिंग प्रणाली से बदलना पड़ा।

15 ईरान ने नूर 3 सैन्य उपग्रह लॉन्च किया

ईरान ने अपने तीसरे सैन्य उपग्रह नूर 3 को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है। यह लॉन्च ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स द्वारा 27 सितंबर, 2023 को तीन चरणों वाले कासेम रॉकेट का उपयोग करके किया गया था। यह मिशन ईरान के अंतरिक्ष प्रयासों में एक और महत्वपूर्ण कदम है। अमेरिकी स्पेस फोर्स ने स्वतंत्र रूप से दो वस्तुओं को सूचीबद्ध करके कक्षा में उपग्रह की उपस्थिति की पुष्टि की है, जो संभवतः उपग्रह और रॉकेट का ऊपरी चरण हैं। ये वस्तुएं पृथ्वी की सतह से लगभग 280 मील (450 किलोमीटर) ऊपर स्थित हैं। नूर 3 को इमेजिंग उपग्रह के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह उपग्रह पृथ्वी की सतह की उच्च-रिज़ॉल्यूशन छवियों को कैप्चर करने के लिए इमेजिंग तकनीक से लैस है। विशेष रूप से, इस उपग्रह के पूर्ववर्ती नूर 1 और नूर 2 को भी क्रमशः अप्रैल 2020 और मार्च 2022 में क़ैस्ड रॉकेट पर लॉन्च किया गया था।

16 यूके दुनिया का सबसे शक्तिशाली लेजर वल्कन 20-20 बनाएगा

यूके साइंस एंड टेक्नोलॉजी फैसिलिटीज काउंसिल के £85 मिलियन के निवेश से यूके दुनिया का सबसे शक्तिशाली लेजर बनाने के लिए एक अभूतपूर्व परियोजना शुरू कर रहा है, जिसे “वल्कन 20-20” कहा जाता है। इस लेज़र के सूर्य से दस लाख अरब गुना अधिक चमकीला होने का अनुमान है, जिससे स्वच्छ ऊर्जा और कैंसर के उपचार सहित विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों पर गहरा प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। “वल्कन 20-20” वर्तमान में ऑक्सफ़ोर्डशायर में विज्ञान और प्रौद्योगिकी सुविधा परिषद की सेंट्रल लेजर सुविधा (CLF) में चल रहा है। यह प्रयास दूरगामी प्रभाव का वादा करता है, जिसमें स्वच्छ ऊर्जा और कैंसर उपचार में प्रगति सहित विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक अन्वेषण में क्रांति लाने की क्षमता है। “वल्कन 20-20” नाम इसकी असाधारण क्षमताओं को दर्शाता है। यह लेजर 20 पेटावाट्स ((PW) के चौंका देने वाले ऊर्जा उत्पादन के साथ एक प्राथमिक बीम उत्पन्न करेगा, साथ ही 20 किलोजूल (केजे) तक के आउटपुट के साथ आठ उच्च-ऊर्जा बीम भी उत्पन्न करेगा। यह उल्लेखनीय वृद्धि शक्ति में बीस गुना वृद्धि का प्रतिनिधित्व करती है, जिससे वल्कन 20-20 लेजर वर्चस्व के शिखर पर पहुंच गया है। उल्लेखनीय रूप से, परियोजना के प्रायोजक यूके रिसर्च एंड इनोवेशन के अनुसार, इस लेजर की एक पल्स पूरे नेशनल ग्रिड की तुलना में अधिक बिजली प्रदान करेगी।

17 चीन में हांगचोओ एशियाई खेलों के 10वें दिन भारत ने दो स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य पदक हासिल किये, कुल पदक संख्या 69 हुई

चीन के हांगचोओ में एशियाई खेलों में दसवें दिन भारत ने दो स्‍वर्ण, दो रजत और पांच कांस्‍य सहित नौ पदक जीते। एथलेटिक्‍स में महिलाओं की जेवलिन थ्रो में अनुरानी ने सीजन का बेस्‍ट 62 दशमलव नौ दो मीटर का थ्रो करके स्‍वर्ण पदक जीता। पांच हजार मीटर दौड में पारुल चौधरी ने अंतिम समय में जापान की खिलाडी को पिछे छोड़ते हुए स्‍वर्ण पदक अपने नाम किया। ये पारूल का प्रतियोगिता में दूसरा पदक है। उन्होंने तीन हजार मीटर स्टीपल चेज में रजत पदक अपने नाम किया था। पुरूषों के डेक्‍थोलॉन में तेजस्विन शंकर ने रजत पदक जीता। आठ सौ मीटर दौड में मोहम्‍मद अफजल ने रजत पदक अपने नाम किया। ट्रिपल जंप में प्रवीण चित्रावेल ने कांस्‍य पदक जीता। महिलाओं की चार सौ मीटर बाधा दौड में विध्‍या ने कांस्‍य पदक हासिल किया। मुक्केबाजी में प्रीति और नरेंद्र ने कांस्य पदक हासिल किया। वहीं, लवलीना बोरगोहेन फाइनल में पहुंच गई हैं। इसी के साथ लवलीन और प्रीति ने पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया। कैनोइंग डबल में अर्जुन सिंह और सुनील सिंह ने कांस्य पदक जीता। एशियाई खेलों के इतिहास में कैनोइंग में ये भारत का दूसरा पदक है। पदक तालिका में भारत 15 स्वर्ण, 26 रजत और 28 कांस्य पदकों के साथ कुल 69 पदक लेकर चौथे स्थान पर है।