राजस्थान सरकार ने लॉन्च किया महंगाई राहत कैंप

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1. प्रधानमंत्री ने रीवा, मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह को संबोधित किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के रीवा में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह को संबोधित किया। उन्होंने लगभग 17,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। आयोजन के दौरान, प्रधानमंत्री ने पंचायत स्तर पर सार्वजनिक खरीद के लिए एकीकृत ई ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का उद्घाटन किया। ई ग्राम स्वराज – सरकारी ई मार्केटप्लेस के एकीकरण का उद्देश्य, पंचायतों को ई ग्राम स्वराज प्लेटफॉर्म का लाभ उठाते हुए जीईएम के माध्यम से अपने सामान और सेवाओं की खरीद करने में सक्षम बनाना है। सरकार की योजनाओं की सम्पूर्णता सुनिश्चित करने की दिशा में लोगों की भागीदारी को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री ने “विकास की ओर साझे कदम” नामक एक अभियान की शुरुआत की। अभियान की थीम, समावेशी विकास है, जिसके तहत अंतिम लाभार्थी तक पहुंचने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों को लगभग 35 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड भी सौंपे। इस कार्यक्रम के बाद, देश में स्वामित्व योजना के तहत लगभग 1.25 करोड़ संपत्ति कार्ड वितरित किए गए, जिनमें यहां वितरित किए गए कार्ड भी शामिल हैं। ‘सभी के लिए आवास’ के विजन को पूरा करने की दिशा के एक कदम के रूप में, प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के 4 लाख से अधिक लाभार्थियों के ‘गृह प्रवेश’ कार्यक्रम में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने लगभग 2,300 करोड़ रुपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। परियोजनाओं में मध्य प्रदेश में 100 प्रतिशत रेल विद्युतीकरण के साथ-साथ विभिन्न दोहरीकरण, आमान परिवर्तन और विद्युतीकरण परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन के तहत लगभग 7,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

2. सूडान में फंसे भारतीयों के लिए ऑपरेशन कावेरी

सूडान में छिड़े गृहयुद्ध के बीच सूडान सेना दूसरे देश के नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए तैयार हो गई है। जिसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी के जरिए वहां फंसे भारतीयों को बाहर निकालने का जिम्मा उठाया है। वायु सेना के दो सी-130 विमान और नौसेना का आईएनएस सुमेधा जहाज सूडान के गृह युद्ध में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए सऊदी अरब और सूडान पहुंच चुके हैं। वायु सेना के जहाज सऊदी अरब के जेद्दा में तैनात हैं जबकि आईएनएस सुमेधा सूडान बंदरगाह पहुंच गया है। लगभग 3,000 भारतीय सूडान में फंसे हुए है। सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच 15 अप्रैल को हुई हिंसक झड़पें बेरोकटोक जारी हैं।

3. FAO ने Status of Women in Agrifood Systems रिपोर्ट जारी की

खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने हाल ही में The Status of Women in Agrifood Systems (कृषि खाद्य प्रणालियों में महिलाओं की स्थिति) शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की, जो कृषि में लैंगिक असमानताओं और वैश्विक अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा पर इसके प्रभाव पर प्रकाश डालती है। यह रिपोर्ट व्यापक डेटा और कृषि खाद्य प्रणालियों में लिंगभेद के बारे में सबक प्रस्तुत करती है, और बेहतर उत्पादन, पोषण, पर्यावरण और आजीविका प्राप्त करने में लिंगभेद संबंधी विचारों डालती है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि कृषि में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने से वैश्विक अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। वर्तमान में, 345 मिलियन से अधिक लोगों के गंभीर खाद्य असुरक्षा का अनुभव करने का अनुमान है। कृषि खाद्य प्रणालियों (agrifood systems) में लिंग अंतर को बंद करके वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 1% (या लगभग 1 ट्रिलियन अमरीकी डालर) की वृद्धि हो सकती है, और वैश्विक खाद्य असुरक्षा को लगभग 2% कम किया जा सकता है, जिससे 45 मिलियन लोग लाभान्वित होंगे।

4. State of Global Climate Report 2022 जारी की गई

State of Global Climate Report विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) का एक वार्षिक प्रकाशन है जो दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन की स्थिति पर नवीनतम निष्कर्ष प्रस्तुत करता है। यह रिपोर्ट पृथ्वी की जलवायु प्रणाली का व्यापक मूल्यांकन प्रदान करने के लिए, मौसम और जलवायु स्टेशनों, महासागर बोय (ocean buoys) और उपग्रहों के साथ-साथ मॉडलिंग अध्ययनों के वैश्विक नेटवर्क से टिप्पणियों को जोड़ती है। पृथ्वी दिवस 2023 से पहले जारी की गई सबसे हालिया रिपोर्ट में कई खतरनाक प्रवृत्तियों का खुलासा किया गया है जो जलवायु कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता को उजागर करती हैं।

5. कर्नाटक के हक्की पिक्की जनजाति समुदाय के 181 से अधिक सदस्य हिंसा प्रभावित सूडान में फँसे हुए हैं

हक्की पिक्की (Hakki Pikki) जनजाति एक खानाबदोश जनजाति है जो पश्चिमी और दक्षिणी भारत के कई राज्यों में निवास करती है। वे विशेष रूप से वन क्षेत्रों में केंद्रित हैं जहां वे पक्षियों को पकड़ने और शिकार करने के अपने पारंपरिक व्यवसाय का अभ्यास करते हैं। इस जनजाति का नाम ही उनके इतिहास और पहचान के बारे में बहुत कुछ बताता है। कन्नड़ में “हक्की” का अर्थ “पक्षी” होता है, जबकि “पिक्की” का अर्थ “पकड़ने वाला” होता है। यह पक्षियों के साथ जनजाति के घनिष्ठ संबंध और उन्हें पकड़ने में उनकी विशेषज्ञता पर प्रकाश डालता है। 2011 की जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि कर्नाटक में हक्की पिक्की जनजाति की आबादी लगभग 12,000 थी। इस जनजाति को चार कुलों में बांटा गया है, अर्थात् गुजरातिया, पंवार, कालीवाला और मेवाड़ा। जनजाति की उत्पत्ति गुजरात और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में हुई थी, लेकिन समय के साथ, वे भारत के विभिन्न हिस्सों में चले गए, जहाँ उन्हें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हाशिए का सामना करना पड़ा। इस जनजाति के कुछ सदस्य अफ्रीका में आयुर्वेदिक उत्पाद भी बेचते हैं, जो उनकी उद्यमशीलता की भावना और नए बाजारों का पता लगाने की इच्छा का संकेत देता है। यह उन्हें अपने कौशल को बढ़ाने और उनके भविष्य के लिए स्थायी आजीविका विकल्प बनाने के अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।

6. राजस्थान सरकार ने लॉन्च किया महंगाई राहत कैंप

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 24 अप्रैल को सांगानेर के महापुरा ग्राम पंचायत में महंगाई राहत कैंप (Mehngai Rahat Camp) का उद्घाटन किया।। इस साल 30 जून तक चलने वाले इस कैंप का मकसद आम जनता और वंचित वर्ग को बढ़ती कीमतों और महंगाई से राहत दिलाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महंगाई राहत कैंप (Mehngai Rahat Camp) का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को सशक्त बनाना है। इस कैंप के माध्यम से सरकार का उद्देश्य आम जनता और वंचित वर्गों को अधिकार, योजना और पात्रता की पूरी जानकारी प्रदान करना है। यह कैंप राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों को जोड़ने, महंगाई और बढ़ती कीमतों से राहत दिलाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा।

7. पर्यटन मंत्रालय जयपुर में जी20 पर्यटन एक्सपो का आयोजन कर रहा है

भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग के सहयोग से जयपुर में 23 से 25 अप्रैल, 2023 तक जी20 पर्यटन एक्सपो का आयोजन कर रहा है। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के साथ-साथ फिक्की और राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित जी20 पर्यटन एक्सपो के उद्घाटन के दौरान भारत में दक्षिण कोरिया गणराज्य के राजदूत महामहिम श्री चांग जे-बोक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 20 पर्यटन एक्सपो का आयोजन ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार (जीआईटीबी) के 12वें संस्करण के साथ-साथ किया जा रहा है। जीआईटीबी, भारत में अंर्तगामी (इनबाउंड) पर्यटन के सबसे बड़े आयोजनों में से एक है। इसके सह-आयोजक भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय, पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार और भारतीय उद्योग एवं वाणिज्य परिसंघ (फिक्की) है। विशेष जी20 पर्यटन एक्सपो में पैनल चर्चा, राजदूतों की गोलमेज बैठक, सांस्कृतिक आयोजन, गोल्फ खेल और अन्य कार्यक्रम शामिल होंगे। इसका आयोजन तीन साल के अंतराल के बाद किया जा रहा है। ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार 56 देशों के 283 टूर ऑपरेटरों की 11,000 से अधिक बी2बी बैठकों का साक्षी बनेगा। इसमें जी20 देशों के 150 से अधिक टूर ऑप्रेटर शामिल हैं। इनमें 11 राज्यों – राजस्थायन, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, गोवा, ओडिशा, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश पर्यटन बोर्ड के प्रतिनिधि भी हिस्सा1 लेंगे। इसके अतिरिक्त 290 से अधिक भारतीय प्रदर्शनीकर्ता भी भाग लेंगे। इस प्रमुख पर्यटन कार्यक्रम को होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आरएटीओ) जैसे प्रमुख राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संघों का समर्थन प्राप्त है। ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार का पहला संस्करण वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था और तब से अब तक यह उत्तजरोत्तर सुदृढ़ हुआ है और इसे देश में यात्रा का महत्वापूर्ण आयाम माना जाता है।

8. केरल ने खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने हेतु ‘एक पंचायत, एक खेल का मैदान’ शुरू किया

केरल सरकार ने दक्षिणी राज्य की हर पंचायत में गुणवत्ता वाले खेल के मैदान खोलकर राज्य में खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए ‘एक पंचायत, एक खेल का मैदान’ परियोजना शुरू की। ‘एक पंचायत, एक खेल का मैदान’ परियोजना का उद्घाटन केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कल्लिक्कड़ में किया। खेल के मैदान स्थानीय समारोहों और सामाजिक बातचीत के केंद्र के रूप में काम करेंगे।

9. हिमाचल प्रदेश बना अज्ञातअज्ञात शवों के लिए डीएनए डेटाबेस बनाने वाला पहला राज्य

हिमाचल प्रदेश अज्ञात शवों का डीएनए डेटाबेस तैयार करने वाला पहला राज्य बन गया है। यह प्रक्रिया पिछले साल अप्रैल में शुरू की गई थी और अब तक अज्ञात शवों के 150 डीएनए नमूनों के रिकॉर्ड को डेटाबेस में संग्रहित किया गया है। डाटाबेस शवों की पहचान में मदद करेगा, जो परिवारों को अपने प्रियजनों की तलाश करने और तस्वीरों और अन्य विवरणों के साथ दर-दर भटकने के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी। रिश्तेदारों के डीएनए नमूनों का मिलान डीएनए प्रोफाइलिंग डेटाबेस में संग्रहीत डेटा/नमूनों के साथ किया जाएगा और सटीक विवरण सेकंडों के भीतर उपलब्ध होगा।

10. भारतीय सेना ने 450 से अधिक नागास्त्र-1 लोइटरिंग म्युनिशन खरीदने के लिए अनुबंध किया

भारतीय सेना ने हाल ही में रक्षा के क्षेत्र में 450 से अधिक पूरी तरह से स्वदेशी नागास्त्र-1 लोइटरिंग म्युनिशन (loitering munitions) खरीदने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। सोलर इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड (Economic Explosives Ltd – EEL) द्वारा विकसित नागास्त्र -1 भारत के रक्षा उद्योग के लिए एक गेम-चेंजर है, जो अनुबंध को सुरक्षित करने के लिए इज़रायल और पोलैंड के प्रतिस्पर्धियों से आगे निकल गया है।

11. NASA के फ़्लोटिंग बैलून टेलीस्कोप SuperBIT ने टारेंटयुला नेबुला को कैप्चर किया

सुपर प्रेशर बैलून इमेजिंग टेलीस्कोप (SuperBIT) जिसने 16 अप्रैल, 2023 को वानका, न्यूजीलैंड से एक वैज्ञानिक सुपर प्रेशर बैलून पर लॉन्च किया, ने टारेंटयुला नेबुला और एंटीना आकाशगंगाओं की इस उड़ान से अपनी पहली शोध छवियां लीं। इन छवियों को पृथ्वी की सतह से 108,000 फीट ऊपर तैरते हुए एक बैलून-जनित टेलीस्कोप पर कैप्चर किया गया, जिससे वैज्ञानिकों को निकट-अंतरिक्ष वातावरण में एक बैलून प्लेटफॉर्म से इन वैज्ञानिक लक्ष्यों को देखने का अवसर मिला। समकक्ष उपग्रह की तुलना में, SuperBIT अपेक्षाकृत सस्ता है, इसकी लागत लगभग £4.1मिलियन/$5मिलियन अमरीकी डालर है। इसकी कम लागत के बावजूद, SuperBIT में नियर-इन्फ्रारेड (900 एनएम) से नियर अल्ट्रावायलेट (300 एनएम) तक ऑप्टिकल संवेदनशीलता की एक प्रभावशाली रेंज है।

12. तमिलनाडु में डेनिश किले का जीर्णोधार किया जाएगा

थारंगमबाड़ी (Tharangambadi), जिसे ट्रांक्यूबार (Tranquebar) के नाम से भी जाना जाता है, में एक 400 साल पुराना डेनिश किला है, जिसका 3.5 करोड़ की लागत से जीर्णोधार किया जाएगा। डेनिश लोगों ने 1620 में थारंगमबाड़ी में डेनिश किले का निर्माण किया था, जिसे डेनिश भाषा में ‘फोर्ट डांसबोर्ग’ (Fort Dansborg) भी कहा जाता है। इस किले का उपयोग डेनिश ईस्ट इंडिया कंपनी (Danish East India Company) के सैनिकों के लिए बेस के रूप में किया गया था, जिन्होंने कोरोमंडल तट के साथ एक कॉलोनी स्थापित की थी। बाद में, इसका प्रशासन अंग्रेजों को और फिर आजादी के बाद भारत को सौंप दिया गया। तब से, इस किले को अब एक संग्रहालय में बदल दिया गया है, जो पर्यटन विभाग द्वारा प्रबंधित 16वीं शताब्दी की कलाकृतियों को प्रदर्शित करता है।

13. श्री राजेश कुमार सिंह ने उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग में सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया

आईएएस श्री राजेश कुमार सिंह (केएल:89) ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है। आईएएस श्री अनुराग जैन (एमपी:89) के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में सचिव के रूप में नियुक्त के होने के बाद उन्हें यह कार्यभार सौंपा गया है। इससे पहले, वह मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव के रूप में कार्यरत थे। श्री राजेश कुमार सिंह केरल कैडर से 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं।

14. श्री सर्बानंद सोनोवाल ने चेन्नई में बंदरगाह, जलमार्ग एवं तट के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी केंद्र के डिस्कवरी कैम्पस का उद्घाटन किया

केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने तमिलनाडु के चेन्नई के आईआईटीएम में बंदरगाह, जलमार्ग एवं तट के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी केंद्र के डिस्कवरी कैम्पस का उद्घाटन किया। इस केंद्र का उद्देश्य देश में एक मजबूत सामुद्रिक उद्योग के निर्माण के अंतिम लक्ष्य को अर्जित करने की दिशा में समाधानों को सक्षम बनाते हुए सामुद्रिक सेक्टर के लिए अनुसंधान एवं विकास की सुविधा प्रदान करना है। यह अत्याधुनिक केंद्र सामुद्रिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नति तथा 2047 तक आत्म निर्भर भारत के विजन को साकार करने की दिशा में बंदरगाहों एवं प्रचालनों में आधुनिकीकरण तथा उन्नयन सुनिश्चित करना है।

15. 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भूमि अभिलेखों के लिए राष्ट्रीय सामान्य दस्तावेज पंजीकरण प्रणाली को अपनाया

28 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने भूमि अभिलेखों के सुरक्षित विवरण रखने के लिए राष्ट्रीय सामान्य दस्तावेज पंजीकरण प्रणाली (एनजीडीआरएस) को कार्यान्वित कर लिया है। भूमि संसाधन विभाग (डीओएलआर) का कहना है कि इन राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में ई-पंजीकरण को प्रमुखता दी जा रही है या फिर राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने उपयोगकर्ता इंटरफेस/एपीआई के माध्यम से एनजीडीआरएस के राष्ट्रीय पोर्टल पर अपना डाटा साझा करना शुरू कर दिया है। भूमि संसाधन विभाग के भू सम्पति प्रभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, विशिष्ट भूमि खण्ड पहचान संख्या (यूएलपीआईएन) या भू-आधार को 26 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा अंगीकृत किया गया तथा 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा इसको प्रायोगिक परीक्षण के तौर पर लागू किया गया है। कुछ राज्य स्वामित्व पोर्टल में यूएलपीआईएन (गांवों की आबादी का सर्वेक्षण और ग्रामीण क्षेत्रों में उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ मानचित्रण) का भी उपयोग कर रहे हैं। इस साल 18 अप्रैल तक छह लाख 56 हजार से अधिक गांवों में से छह लाख 22 हजार से अधिक गांवों में भूमि अधिकारों के रिकॉर्डों का कम्‍प्‍यूटरीकरण हुआ है।

16.  केंद्रीय मंत्री भूपेन्‍द्र यादव ने दिल्‍ली में ई-श्रम पोर्टल में नई विशेषताओं का शुभारंभ किया

श्रम और रोजगार मंत्री भूपेन्‍द्र यादव ने नई दिल्‍ली में ई-श्रम पोर्टल में कुछ नई विशेषताओं का शुभारंभ किया। इसका उद्देश्‍य असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए इस पोर्टल की उपयोगिता बढाना है। अब इस पोर्टल के माध्‍यम से श्रमिकों को रोजगार अवसरों, कौशल, प्रशिक्षुता, पेंशन योजना, डिजिटल कौशल और अन्‍य योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी। परिवार के साथ आने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए बच्‍चों की शिक्षा और महिला केन्द्रित योजनाओं की जानकारी उपलब्‍ध कराने की व्‍यवस्‍था भी जोडी गई है। सरकार ने राज्‍य सरकारों और केन्‍द्रशासित प्रदेश प्रशासन के साथ ई-श्रम डेटा साझा करने के लिए डेटा शेयरिंग पोर्टल का भी शुभारंभ किया है।

17. बांग्लादेश में मोहम्‍मद सहाबुद्दीन ने 22वें राष्‍ट्रपति के रूप शपथ ली

बांग्‍लादेश में मोहम्‍मद सहाबुद्दीन ने 22वें राष्‍ट्रपति के रूप शपथ ली। संसद के अध्‍यक्ष डॉक्‍टर शीरिन शमिन चौधरी ने उन्‍हें पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री शेख हसीना और अन्‍य गणमान्‍य व्‍यक्ति उपस्थित थे। मोहम्‍मद सहाबुद्दीन वयोवृद्ध स्‍वतंत्रता सेनानी, विधि विद और राजनेता हैं। उन्‍होंने 1974 में एमएससी डिग्री प्राप्‍त की। वे जिला और सेशन न्‍यायाधीश तथा भ्रष्‍टाचार-रोधी आयुक्‍त भी रहे। उन्‍होंने 1966 के छह सूत्री आंदोलन, 1969 में जन आंदोलन, 1971 के मुक्ति संग्राम जैसे कई आंदोलनों में बढचढ कर हिस्‍सा लिया। बंगबंधू शेख मुजीबुर्रहमान की बर्बर हत्‍या के विरोध 1975 में उन्‍होंने अपने परिवार के सदस्‍यों के साथ प्रदर्शन का नेतृत्‍व किया, जिसके लिए उन्‍हें तीन साल की कैद हुई।

18. मध्यप्रदेश, कूनो नेशनल पार्क में उदय नाम के छह साल के चीते की मौत हुई

मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में उदय नाम के छह साल के चीते की मौत हो गई। इसे दक्षिण अफ्रीका से 11 अन्य चीतों के साथ लाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। कूनो नेशनल पार्क में एक महीने में दूसरे चीते की मौत हुई है। पिछले महीने नामीबिया से पहले चरण में लाए गए चीतों में से साशा की मौत हो गई थी।

19. दुनिया के सबसे बड़े SpaceX के रॉकेट में परीक्षण उड़ान के दौरान विस्फोट

हाल ही में SpaceX ने मानव रहित परीक्षण मिशन के तहत सुपर हैवी रॉकेट से स्टारशिप क्रूज़ वेसल लॉन्च किया। हालाँकि अपर स्टेज स्टारशिप का लोअर स्टेज सुपर हैवी से अलग नहीं हो पाने के कारण स्टारशिप में विस्फोट हो गया। SpaceX एलोन मस्क द्वारा वर्ष 2002 में स्थापित एक निजी कंपनी है। SpaceX का यह अंतरिक्षयान और सुपर हैवी रॉकेट, जिसे संयुक्त रूप से स्टारशिप के रूप में जाना जाता है, पूरी तरह से पुन: प्रयोज्य परिवहन प्रणाली पर बना हुआ है जिसे कर्मी दलों और कार्गो दोनों को पृथ्वी की कक्षा, चंद्रमा, मंगल और उससे आगे तक ले जाने के लिये डिज़ाइन किया गया है। इसमें “एक्स्पेंडेबल मोड” में 250 मीट्रिक टन तक और “पूरी तरह से पुन: प्रयोज्य/रियूज़ेबल” मोड में 150 मीट्रिक टन तक के पेलोड के परिवहन की क्षमता है। स्टारशिप सुपर हैवी रैप्टर इंजनों की एक शृंखला द्वारा संचालित है, जिनमें तरल मीथेन (CH4) और तरल ऑक्सीजन (LOX) का उपयोग किया जाता है। कुल 33 रैप्टर इंजन पहले चरण के बूस्टर को शक्ति प्रदान करते हैं।

20. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड ने 24 अप्रैल 2023 को महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा के नाम पर गेट का अनावरण किया

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड ने 24 अप्रैल 2023 को महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा के नाम पर गेट का अनावरण किया। ये दोनों डॉन ब्रेडमैन, एलेन डेविडसन और आर्थर मॉरिस के क्‍लब में जुड़े। इन सभी खिलाडि़यो को आइकॉनिक मैदान पर सम्‍मानित किया जा चुका है। इन दोनों गेट का अनावरण एससीजी के अध्यक्ष रॉड मैकगियोच और सीईओ केरी माथेर तथा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ निक हॉक्ले ने किया। गेट अनावरण के लिए 24 अप्रैल की तारीख इसलिए तय की गई थी, क्‍योंकि सचिन तेंदुलकर का जन्‍मदिन है और साथ ही लारा की एससीजी पर 277 रन की पारी की 30वीं सालगिरह है।

21. लंदन मैराथन: केल्विन किप्टम ने बनाया रिकॉर्ड

23 वर्षीय केन्याई एथलीट केल्विन किप्टुम ने लंदन मैराथन में जीत हासिल की। किपटुम ने अद्भुत समय 2 घंटे, 1 मिनट और 25 सेकंड के साथ कोर्स रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो एलियुड किपचोगे के विश्व रिकॉर्ड से केवल 16 सेकंड कम है। महिला एलीट रेस में, सिफान हसन सबसे मजबूत फील्ड के साथ एक रोमांचक दौड में विजयी हुईं। 15 मील के आसपास के रूट में टेम्पो से पिछड़ने और हिप दर्द का अनुभव करने के बावजूद, 30 वर्षीय ओलंपिक चैंपियन ने 5,000 और 10,000 मीटर इवेंट में लगातार दौड़ लगाते हुए अगले तीन मील तक लीडर्स को पीछे छोड़ दिया। लंदन मैराथन एक वार्षिक दौड़ का आयोजन है जो यूनाइटेड किंगडम के लंदन में होता है। यह 1981 में पहली बार आयोजित किया गया था और तब से यह दुनिया के सबसे प्रसिद्ध मैराथनों में से एक बन गया है, जो पूरी दुनिया से उत्कृष्ट एथलीट और अमेच्युअर रनर्स को आकर्षित करता है।

22. बसव जयंती

प्रधानमंत्री ने बसव जयंती पर जगद्गुरु बसवेश्वर को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह 12वीं शताब्दी के दौरान शैव धर्म भक्ति आंदोलन में दार्शनिक, राजनेता, समाज सुधारक और संत के सम्मान में मनाया जाने वाला त्योहार है। बसवेश्वर को उनकी शिक्षाओं जिसमें लैंगिक समानता, सामाजिक सुधार, सामाजिक भेदभाव के उन्मूलन, अंधविश्वास और अनावश्यक अनुष्ठानों के खिलाफ जागरूकता आदि शामिल हैं, के लिये जाना जाता है। कर्नाटक राज्य में लिंगायतों द्वारा वैशाख महीने के दौरान शुक्ल पक्ष या शुक्ल पक्ष की तृतीया को बसवेश्वर की जयंती के रूप में मनाया जाता है। बसवेश्वर ने इष्टलिंग हार पहनने की प्रथा आरंभ की जो भगवान शिव का प्रतीक है और इसे सभी लिंगायतों द्वारा पहना जाता है। बसव द्वारा स्थापित अनुभव मंतपा ने सामाजिक लोकतंत्र की नींव रखी।

23. 24 अप्रैल : राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस

73वें संवैधानिक संशोधन के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है, यह वर्ष 1993 में उसी दिन लागू हुआ था जब पंचायतों को भारत में स्थानीय स्वशासन के तीसरे स्तर के रूप में संवैधानिक दर्जा दिया गया था। हालाँकि राजस्थान, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे कुछ राज्यों ने पहले ही पंचायतों को स्थानीय स्वशासन संस्थाओं के रूप में मान्यता दे दी थी, 73वें और 74वें संशोधनों ने इसे एक अखिल भारतीय स्वरूप प्रदान किया। महिलाओं के प्रतिनिधित्त्व में वृद्धि करने में पंचायती राज अधिक सफल रहा है, स्थानीय स्तर पर महिलाओं के लिये कुल सीटों का एक-तिहाई आरक्षित है और कुछ राज्य स्थानीय निकाय चुनावों में महिलाओं को 50% आरक्षण प्रदान करते हैं। स्थानीय स्तर पर महिलाओं के इस बढ़े हुए प्रतिनिधित्त्व के विभिन्न नीतिगत परिणाम सामने आए हैं, इसके अंतर्गत कई स्थानों पर स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं के लिये समुदाय आधारित कल्याण और वित्तीय स्वतंत्रता हेतु खर्च में वृद्धि शामिल है। विभिन्न राज्यों में स्थानीय सरकारी निकायों को दी जाने वाली वित्तीय स्वायत्तता के स्तर में काफी भिन्नता है। उदाहरण के लिये स्वायत्तता को सर्वोत्तम रूप से लागू करने वाले दो राज्य केरल और महाराष्ट्र हैं, जबकि दो सबसे कम सफल राज्य ओडिशा और असम हैं।

24. शांति के लिए बहुपक्षवाद और कूटनीति का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2023 : 24 अप्रैल

अंतर्राष्ट्रीय बहुपक्षवाद और शांति के लिए कूटनीति का दिन हर साल 24 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन राष्ट्रों के बीच संघर्षों के शांतिपूर्ण हल प्राप्त करने में बहुपक्षवादी निर्णय लेने और कूटनीति का उपयोग स्वीकार करने को सम्मानित करता है। यह पहली बार 2018 में संयुक्त राष्ट्र के लिए अज़रबैजान की प्रतिनिधि मंडल द्वारा प्रस्तावित किया गया था जो अंतर्राष्ट्रीय मामलों में बहुपक्षीयता और कूटनीति के सिद्धांतों को प्रोत्साहित और मजबूत करने का एक तरीका था। इस प्रस्ताव को विश्व के विभिन्न क्षेत्रों से एक समूह देशों का समर्थन मिला, और 12 दिसंबर, 2018 कोसंयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक रिज़ॉल्यूशन (A/RES/73/127) अपनाकर 24 अप्रैल को बहुपक्षीयता और शांति के लिए कूटनीति के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया। पहला अंतर्राष्ट्रीय बहुपक्षीयता और शांति के लिए कूटनीति का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 24 अप्रैल, 2019 को मनाया गया था।

25. विश्व टीकाकरण सप्ताह 2023

विश्व टीकाकरण सप्ताहअप्रैल के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य टीकाकरण से रोकथाम योग्य बीमारियों से लोगों को संरक्षित करने के लिए संगठित कार्रवाई को उजागर करना होता है। इस सप्ताह का उद्देश्य टीकाकरण के फायदों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है और लोगों को टीके लगवाने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह सालाना मनाया जाने वाला सप्ताह 24 अप्रैल से 30 अप्रैल तक होता है और दुनिया भर में घातक बीमारियों के प्रसार से बचाने में मदद करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है।