नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में CREDAI YouthCon -19 को संबोधित करते पीएम मोदी

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राष्ट्रीय न्यूज़

1.नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में CREDAI YouthCon -19 को संबोधित करते पीएम मोदी:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में क्रेडाई यूथकॉन -19 को संबोधित करेंगे। इस यूथकॉन की थीम नेक्स्ट जनरेशन है। वह कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, क्रेडाई द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी दौरा करेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, वार्षिक सम्मेलन रियल एस्टेट बिल्डरों और डेवलपर्स की अगली पीढ़ी को एक साथ लाएगा ताकि उनके युवा दिमागों को प्रबुद्ध किया जा सके और उनकी सोच और दृष्टिकोण को साझा किया जा सके। 1999 में स्थापित, क्रेडाई देश के 200 से अधिक शहरों से रियल एस्टेट डेवलपर्स का प्रतिनिधित्व करने वाला शीर्ष निकाय है।

2.वस्‍त्र मंत्रालय हितधारकों के लिए आउटरीचकार्यक्रम आयोजित करेगा:-  वस्‍त्र मंत्रालय 13 फरवरी, 2019 को नई दिल्‍ली में वस्‍त्र उद्योग क्षेत्र के सूक्ष्‍म, लघु व मध्‍यम उद्यमों के लिए ‘आउटरीच’ कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने हितधारकों को समर्थन व सहयोग प्रदान करने के लिए 100 दिनों के परस्‍पर बातचीत कार्यक्रम की घोषणा की थी। केन्‍द्रीय सामाजिक न्‍याय व अधिकारिता मंत्री डॉ. थावर चन्‍द गहलोत कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि होंगे। केन्‍द्रीय वस्‍त्र मंत्री श्रीमती स्‍मृति जुबिन ईरानी कार्यक्रम की अध्‍यक्षता करेंगी। इस अवसर पर केन्‍द्रीय वस्‍त्र राज्‍य मंत्री श्री अजय टमटा भी उपस्थित रहेंगे।इस अवसर पर एमएसएमई से जुड़ी वस्‍त्र क्षेत्र की उपलब्धियों को एक प्रदर्शनी के माध्‍यम से दर्शाया जाएगा।प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने 2 नवंबर, 2018 को एमएसएमई के लिए 100 दिनों के आउटरीच कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। इसके लिए पूरे देश में 100 जिलों की पहचान की गई थी। 39 जिलों को वस्‍त्र मंत्रालय के लिए चिन्हित किया गया था। 39 जिलों में 12 हैंडलूम, 19 हस्‍तशिल्‍प और 8 पावरलूम के लिए निर्धारित किए गए थे।

आउटरीच कार्यक्रम के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए गए जैसे स्‍थानीय बैंकों के सहयोग से मुद्रा ऋण के लिए कैंप लगाना, ई-धागा के लिए लाभार्थियों का पंजीकरण, लाभार्थियों को उपकरण किट का वितरण, कारीगारों तथा बुनकरों के लिए पहचान-पत्र का पंजीयन व वितरण, 24×7 हेल्‍पलाइन नंबर को लोकप्रिय बनाना, गुणवत्ता प्रमाण-पत्र देना और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना। 9 तथा 10 फरवरी, 2019 को जिला स्‍तर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। 11 और 12 फरवरी को राज्‍य स्‍तर पर हैंडलूम, हस्‍तशिल्‍प और पावरलूम उत्‍पादों पर प्रदर्शनियां आयोजित की गईं।भारत के कुल वस्‍त्र उद्योग में एमएसएमई क्षेत्र का हिस्‍सा 75 प्रतिशत से अधिक है। नई पहलों से अधिकांश इकाइयों को फायदा मिलेगा जैसे नए ऋणों के लिए ब्‍याज दर में दो प्रतिशत की कटौती, निर्यात क्रेडिट के लिए दो प्रतिशत की अतिरिक्‍त कटौती, 59 मिनटों के अंदर 1 करोड़ तक के ऋण-स्‍वीकृति‍ आदि।वस्‍त्र उद्योग आधुनिकीकरण, विस्‍तार और एकीकरण के रास्‍ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है इसके लिए कुशल कर्मियों की आवश्‍यकता है। वस्‍त्र मंत्रालय युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।एमएसएमई क्षेत्र को दिए जाने वाले ऋण सुविधा, बाजार तक पहुंच तथा समर्थन व सहयोग से इकाइयों को प्रोत्‍साहन मिलेगा और भारतीय वस्‍त्र क्षेत्र विकसित होगा। आउटरीच कार्यक्रम से गुजरात, महाराष्‍ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश जैसे टेक्‍सटाइल हब की एमएमएफ वस्‍त्र निर्माण इकाइयों को लाभ मिलेगा।एक घंटे से कम समय में ऋण स्‍वीकृति से सूक्ष्‍म, लघु व मध्‍यम क्षेत्र के उद्यमियों के समय की बचत होगी। निरीक्षक द्वारा जांच को समाप्‍त करने, निरीक्षक के जांच को कम्‍प्‍यूटर द्वारा चयनित करने, पोर्टल पर 48 घंटों के अंदर रिपोर्ट अपलोड करने आदि कदमों से उद्यमियों को व्‍यापार करने में आसानी होगी।सरकार ने बुनकर कलस्‍टरों में बैंक खाते खोलने और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया था।

प्रत्‍येक जिले में संयुक्‍त सचिव स्‍तर के आईएएस अधिकारी को प्रभारी बनाया गया है जो प्रत्‍येक जिले के नोडल अधिकारी के साथ कार्य करेंगे।

3.सूचना और प्रसारण मंत्रालय मीडिया इकाइयों का पहला वार्षिक सम्‍मेलन आयोजित करेगा:- सूचना और प्रसारण मंत्रालय 13 फरवरी, 2019 को नई दिल्‍ली के विज्ञान भवन में मी‍डिया इकाइयों का पहला सम्‍मेलन आयोजित कर रहा है। सम्‍मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्‍यक्षता केन्‍द्रीय सूचना और प्रसारण तथा युवा मामले और खेल राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्‍यवर्धन राठौड़ करेंगे। सम्‍मेलन का उद्देश्‍य विभिन्‍न मीडिया इकाइयों के अंतर्गत कार्य कर रहे भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों को अखिल भारतीय स्‍तर पर एक स्‍थान पर लाने के लिए एक मंच प्रदान करना है, जहां वे उभरते हुए संचार प्रतिमानों के बारे में चर्चा कर सकें। इस सम्‍मेलन के जरिए मंत्रालय का उद्देश्‍य मीडिया इकाइयों के बीच मिलकर कार्य करने की भावना को मजबूत करना है, ताकि अंतिम मील तक जानकारी पहुंचाई जा सके। सम्‍मेलन में इसके अलावा संचार में नई प्रौद्योगिकी के इस्‍तेमाल के बारे में भी चर्चा होगी।सम्‍मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधि लक्षित श्रोता समूहों तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया के इस्‍तेमाल के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे और भौगोलिक तथा सांस्‍कृतिक बाधाओं के सम्‍बन्‍ध में संचार की पहुंच को बढ़ाने के बारे में भी बातचीत करेंगे।

4.राष्ट्रीय एकीकृत लॉजिस्टिक्स योजना पर कार्यशाला आयोजित:-
विश्व बैंक के लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक में भारत की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधारः श्री सुरेश प्रभु

 वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के लॉजिस्टिक्स विभाग द्वारा नई दिल्ली में एक कार्यशाला आयोजित की गयी। देश के इस सेक्टर में उपलब्ध अवसरों और चुनौतियों पर लॉजिस्टिक्स से जुड़े हितधारकों के साथ विचार-विमर्श करने के लिए यह कार्यशाला आयोजित की गयी। वाणिज्य एवं उद्योग और नागरिक उड्डयन मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने इस अवसर पर मुख्य भाषण दिया।इस अवसर पर श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत ने विश्व बैंक के लॉजिस्टिक्स प्रदर्शन सूचकांक में अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया है। भारत इस सूचकांक में वर्ष 2014 के 54वें पायदान से काफी ऊपर चढ़कर वर्ष 2016 में 35वें पायदान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि इस सुधार के बावजूद भारत को अपनी रैंकिंग में और भी बेहतरी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, ताकि हम अंतर्राष्ट्रीय मानकों का हिस्सा बन सकें, लागत कम कर सकें, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं (वैल्यू चेन) से जुड़ सकें और व्यापार में वृद्धि कर सकें। श्री प्रभु ने कहा कि भारत की तटीय रेखा 7600 किलोमीटर लंबी है, इसलिए हमारे बंदरगाह और शिपिंग उद्योग लॉजिस्टिक्स सेक्टर में बेहतरी लाने में प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।भारत का लॉजिस्टिक्स सेक्टर काफी हद तक विखंडित है इसलिए इसके तहत मुख्य उद्देश्य लॉजिस्टिक्स लागत को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मौजूदा 14 प्रतिशत से घटाकर वर्ष 2022 तक 10 प्रतिशत के स्तर से भी नीचे लाना है। 20 से भी अधिक सरकारी एजेंसियां, 40 साझेदार सरकारी एजेंसियां (पीजीए), 37 निर्यात संवर्धन परिषदें, 500 प्रमाणन, 10000 जिंस और 160 अरब का बाजार आकार होने के कारण भारत का लॉजिस्टिक्स सेक्टर काफी जटिल है। इसमें 12 मिलियन का रोजगार आधार, 200 शिपिंग एजेंसियां, 36 लॉजिस्टिक्स सेवाएं, 129 आईसीडी, 168 सीएफएस, 50 आईटी परितंत्र और बैंक एवं बीमा एजेंसियां भी संलग्न हैं। इसके अलावा निर्यात-आयात (एक्जिम) के लिए 81 प्राधिकरणों और 500 प्रमाण पत्रों की आवश्यकता होती है।श्री सुरेश प्रभु ने प्रतिभागियों को सूचित किया कि वाणिज्य मंत्रालय ने एक लॉजिस्टिक्स पोर्टल विकसित किया है जो तकनीक द्वारा संचालित है और यह भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर के सभी पहलुओं में उच्च दक्षता प्राप्त करने के लिए एक अनुकूल परितंत्र सृजित करेगा। यह पोर्टल अंतराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों में ‘व्यापार में सुगमता’ सुनिश्चित करेगा। यह एक्जिम के सभी हितधारकों, घरेलू व्यापार एवं आवाजाही और व्यापार से जुड़ी समस्त गतिविधियों को एकल प्लेटफॉर्म पर जोड़ेगा।श्री प्रभु ने यह भी कहा कि लॉजिस्टिक्स सेक्टर में देश भर में बड़ी संख्या में रोजगार सृजित करने की क्षमता है और यह उम्मीद की जा रही है कि निकट भविष्य में इस सेक्टर में 28 मिलियन कामगारों की आवश्यकता होगी, ताकि प्रभावशाली ढंग से गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मुहैया करायी जा सकें।

वाणिज्य मंत्री ने कहा कि जब पोर्टल काम करना शुरू कर देगा, तो वह एक संस्थागत व्यवस्था सुनिश्चित करेगा जो देश में लॉजिस्टिक्स सेक्टर से सप्लाई चेन संबंधी एकीकरण सुनिश्चित करने के लिए संगठित ढंग से काम करेगी। वाणिज्य मंत्रालय बुनियादी ढांचागत सुविधाओं में कमी को पूरा करने और जरूरत पड़ने पर विधायी सहयोग प्रदान करने के लिए सभी हितधारकों को अपनी ओर से आवश्यक समर्थन देगा। श्री प्रभु ने सभी वैश्विक निकायों से भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर से जुड़ने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि अकेले यही व्यापक बदलाव ला देगा और इसके साथ ही यह भारत को पांच लाख करोड़ (ट्रिलियन) अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर बड़ी मजबूती के साथ अग्रसर कर देगा।

एशियाई विकास बैंक के कंट्री डायरेक्टर श्री केनिची योकोयामा, जर्मनी की डीएचएल फ्रेट के सीईओ श्री यूवे ब्रिंक्स, कोरिया एयरोस्पेस यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर डॉ. वोनक्यू किम और कोरिया परिवहन संस्थान के वैश्विक लॉजिस्टिक्स प्रमुख डॉ. होंग-सिउंग रोह ने भी इन परिचर्चाओं में भाग लिया।

खेल न्यूज़

5.83वींराष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप गुवाहाटी में शुरू:-

83वींराष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप  गुवाहाटी में शुरू हो रही है। वर्तमान चैंपियन साइना नेहवाल और पिछली बार दूसरे स्थान पर रहीं पी.वी. सिंधु महिला सिंगल्स में प्रमुख खिलाड़ी होंगी। पुरुष सिंगल्स में वर्तमान चैंपियन एच.एस. प्रणॉय और दूसरे स्थान पर रहे किदाम्बी श्रीकांत चोट लगने की वजह से नहीं खेल पाएंगे। इनकी अनुपस्थिति में पूर्व चैम्पियन समीर वर्मा और पारुपल्ली कश्यप प्रमुख खिलाड़ी होंगे।

6.इस स्टेडियम के पवेलियन का नाम भारत को दो विश्व कप दिलाने वाले पूर्व कप्तान धौनी के नाम पर रखा गया:-भारत में कई ऐसे क्रिकेटर्स हैं जिनके नाम पर कई स्टेडियम के पवेलियन का नाम रखा गया है। इसमें सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी शुमार हैं। अब इस फेहरिस्त में एक और नाम शुमार होने जा रहा है और वो नाम है भारत को दो-दो विश्व कप में जीत दिलाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का। रांची के जेएससीए स्टेडियम के एक पवेलियन को अब धौनी के नाम से जाना जाएगा। धौनी से पहले मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दो पवेलियन का नाम गावस्कर और सचिन के नाम पर है। वहीं दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान के एक गेट का नाम सहवाग के नाम पर रखा गया है।

जेएससीए स्टेडियम का साउथ पवेलियन अब भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज व टीम इंडिया के पूर्व कप्तान धौनी के नाम से जाना जाएगा। साउथ पवेलियन पर धौनी के नाम का बोर्ड भी लगा दिया गया है। इसके साथ-साथ साउथ जोन के गेट का नाम भी धौनी के नाम पर रख दिया गया है। जेएससीए ने धौनी को सम्मान देते हुए ये कदम उठाया है। भारतीय क्रिकेट में धौनी का जो योगदान है वो एतिहासिक है। धौनी ने भारत को टी 20 विश्व कप व वनडे विश्व कप का खिताब दिलाया है जो अपने आप में एतिहासिक है। धौनी झारखंड से हैं और यहां के क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए भी वो काफी प्रयास करते रहते हैं। इन दिनों धौनी कमाल की फॉर्म में हैं और ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने धमाका भी किया था। धौनी ने न्यूजीलैंड में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। अब भारत को अपनी धरती पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रिकेट सीरीज खेलनी है जिसके लिए धौनी भी पूरी तरह से तैयार हैं। धौनी को अगले विश्व कप के लिए भी भारतीय टीम के लिए काफी अहम माना जा रहा है। धौनी के अनुभव का फायदा पूरी टीम को मिलता है। कप्तान विराट समेत टीम के युवा खिलाड़ियों को भी उनसे मार्गदर्शन मिलता रहता है।

बाजार न्यूज़

7.तेल मूल्य निर्धारण जिम्मेदारी से हो, उपभोक्ता, उत्पादक दोनों के हितों का संतुलन जरूरी प्रधानमंत्री मोदी:-आम जनता को मुनासिब दाम पर स्वच्छ और समुचित ऊर्जा आपूर्ति पर जोर देते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कच्चे तेल का मूल्य निर्धारण जिम्मेदारी के साथ करने की जरूरत है ताकि इसमें उत्पादक और उपभोक्ता दोनों के हितों का संतुलन बना रहे।पेट्रोलियम क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन पेट्रोटेक- 2019 का उद्घाटन करते हुये मोदी ने कहा कि लंबे समय से कच्चे तेल के दाम में बड़ा उतार- चढ़ाव देखा गया है। ऐसे में जरूरी है कि तेल के दाम जिम्मेदारी के साथ तय हों जिसमें उत्पादक और उपभोक्ता दोनों के हितों के बीच संतुलन बना रहे।

हाल के महीनों में कच्चे तेल के दाम में काफी उतार- चढ़ाव आया है जिससे दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाओं के समक्ष समस्याएं खड़ी हुई हैं। भारत अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत तेल आयात करता है। पिछले साल अक्ट्रबर में अंतरराष्ट्रीय बजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने से देश में पेट्रोल, डीजल के खुदरा दाम रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गये थे। प्राकृतिक गैस के दाम में भी तेजी आ गयी थी और इस कारण गैस आधारित ताप बिजलीघरों में इसका इस्तेमाल करना कठिन हो गया था क्यों कि महंगी गैस की वजह से बिजली भी महंगी हो जाती है। गैस का इस्तेमाल कोयले और तरल ईंधन की तुलना में कम प्रदूषणकारी है।

उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी उपस्थित थे।मोदी ने कहा कि आज दुनिया के देशों के समक्ष अपने नागरिकों को सस्ती, स्वच्छ और भरोसेमंद ईंधन आपूर्ति सुनिश्चित करने की चुनौती है। अर्थव्यवस्था के तीव्र विकास के लिये उचित दाम पर, अनवरत ऊर्जा आपूर्ति जरूरी है।उन्होंने कहा, ‘‘ इससे गरीब और समाज के वंचित तबके को भी आर्थिक लाभ में भागीदारी निभाने का अवसर मिलता है।’’

मोदी ने कहा कि तेल और गैस केवल एक व्यापारिक माल भर नहीं है। ये आवश्यकता बन गए हैं। .. आम आदमी की रसोई हो या फिर हवाईजहाज, ईंधन की हर जगह जरूरत है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भी दुनियाभर में एक अरब से ज्यादा आबादी ऐसी है जिसे बिजली उपलब्ध नहीं है। कई ऐसे भी लोग हैं जिनकी स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच नहीं है। भारत ने इस दिशा में तेजी से पहल की है। लोगों को स्वच्छ ऊर्जा के साथ साथ बिजली भी उपलब्ध कराई जा रही है। देश में ईंधन, ऊर्जा की मांग सालाना पांच प्रतिशत से भी अधिक तेजी से बढ़ रही है।

मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवसथा बना हुआ है। दुनिया की प्रमुख एजेंसियों आईएमएफ और विश्वबैंक ने कहा है कि आने वाले सालों में भारत तेजी से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। हाल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2030 तक भारत दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा। वर्तमान में भारत दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था है और ऊर्जा का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है।

8.उत्तर, पश्चिम भारत की तुलना में 2018 में दक्षिणी शहरों में मकान बिक्री अधिक हुई:-बेंगलुरू, चेन्नई और हैदराबाद जैसे दक्षिण भारतीय शहरों में मकान बिक्री और नए मकानों की आपूर्ति 2018 में उत्तर और पश्चिमी क्षेत्रों में मकान बिक्री और नई आपूर्ति की तुलना में अधिक है। जमीन-जायदाद से जुड़ी सलाह देने वाली फर्म एनारॉक ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही।रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी शहरों में मकान बिक्री में कुल मिलाकर 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके मुकाबले उत्तरी क्षेत्र में बिक्री में 18 प्रतिशत और पश्चिम में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

पिछले साल की तुलना में नए मकानों की आपूर्ति 2018 में 77 प्रतिशत बढ़कर 67,850 इकाई पर पहुंच गई। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में नए मकानों की आपूर्ति में सिर्फ 15 प्रतिशत जबकि पश्चिमी भारतीय शहर मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) और पुणे में कुल मिलाकर 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

एनारॉक ने पाया कि शीर्ष सात शहरों में नहीं बिके मकानों की संख्या 6.73 लाख रही, इसमें दक्षिणी शहरों की हिस्सेदारी सिर्फ 19 प्रतिशत है। वहीं, एनसीआर की अकेले इसमें करीब 28 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

एनारॉक प्रॉपर्टी के उपाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा, “यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि दक्षिणी शहरों में आवास बाजार में असाधारण रूप से ऊपर आ रहा है और यह भारतीय रीयल एस्टेट क्षेत्र की सुस्ती से जल्द बाहर आ गया है।”

9.यह कंपनी लॉन्च करेगी दुनिया का पहला हाथ में पहनने वाला स्मार्टफोन:-चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ZTE Nubia ने मोबाइल वर्ल्ड कॉन्ग्रेस (MWC) 2019 में अपने फ्लैसिबल हैंडसेट को लॉन्च करने की घोषणा की है। इस फोन को nubia-α (Alpha) कहा जा रहा है। इसे सबसे पहले IFA 2018 में पेश किया गया था। हालांकि, कंपनी ने इस फोन का केवल प्रोटोटाइप दिखाया था जो काम नहीं करता था। अब लग रहा है कि कंपनी इस फोन को ग्लोबली लॉन्च कर सकती है। MWC 2019 में Nubia के अलावा Samsung और Huawei भी अपना फोल्डेबल फोन लॉन्च करने की तैयारियों में लगे हैं। वहीं, Xiaomi भी इस रेस में अपना पहला फोल्डेबल फोन लॉन्च कर सकता है।nubia-α (Alpha) को यूजर हाथ की कलाई में पहन पाएंगे। इसमें कर्व्ड OLED टच स्क्रीन डिस्प्ले होगा जिसके लिए कंपनी की फ्लैक्सिबल डिस्प्ले तकनीक Flex का इस्तेमाल किया गया है। इस डिवाइस में फ्रंट कैमरा, माइक्रोफोन और बटन दिए जाएंगे। वहीं, इसके बैक पैनल पर चार्जिंग पिन्स और हार्ट रेट सेंसर भी दिया जाएगा। इसे मेटल स्ट्रैप के साथ ब्लैक और गोल्डन कलर वेरिएंट में पेश किया जा सकता है। अभी तक कंपनी ने इस फोन की कोई डिटेल्स शेयर नहीं की हैं। इससे पहले भी ZTE ने फोल्डेबल फोन के क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमाई थी। कंपनी ने पिछले वर्ष MWC में दो डिस्प्ले वाला ZTE Axon M लॉन्च किया था। वहीं, कंपनी एक ड्यूल-स्क्रीन स्मार्टफोन पर भी काम कर रही है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। इस फोन को Nubia Z18 का अपग्रेडेड वेरिएंट Nubia Z18S कहा जा रहा है।Samsung जल्द ही Galaxy S10 सीरीज को लॉन्च करने की तैयारी में है। इस सीरीज के तहत फोल्डेबल फोन को Galaxy Unpacked इवेंट 20 फरवरी को लॉन्च किया जा सकता है। इस बात की जानकारी कंपनी ने एक टीजर के जरिए अपने अपने सोशल मीडिया नेटवर्क पर दी है। पिछले नवंबर में कंपनी ने अपने फोल्डेबल फोन की एक झलक सैमसंग डेवलपर कॉन्फ्रेंस में दी थी। इसके अलावा कंपनी ने पिछले महीने पेरिस में भी इस फोन का टीजर दिया गया था।