CURRENT GK
1.भारतीय मूल की महिला ने अमेरिका में रचा इतिहास, सिविल कोर्ट में अंतरिम न्यायाधीश पद पर नियुक्त :-
अमेरिका में न्यूयार्क सिटी के सिविल कोर्ट में मूलत: भारत की महिला नागरिक दीपा आंबेकर अंतरिम न्यायाधीश के पद पर नियुक्त हुई है। दीपा आंबेकर का जन्म चेन्नई में हुआ हैं। इससे पहले अमेरिका में राजा राजेश्वरी भी इस पद पर नियुक्त हो चुकी हैं। इसके बाद दीपा न्यूयार्क में दूसरी महिला न्यायाधीश बनी हैं। दीपा आंबेकर की नियुक्ति के बारें में न्यूयार्क सिटी के महापौर बिल दा ब्लासियो के कार्यालय से जारी बयान में बताया गया हैं। अभी दीपा की आयु तकरिबन 41 वर्ष की हैं। दीपा आपराधिक अदालत में बतौर अंतरिम न्यायाधीश अपनी सेवाएं देंगी। इसके अलावा मेयर ने तीन न्यायाधीशों की दोबारा नियुक्ति के बारे में भी घोषणा की हैं। गौरतलब हैं कि इससे पहले राजेश्वरी ने वर्ष 2015 में आपराधिक अदालत में बतौर न्यायाधीश शपथ ली थी।
2.सार्क देशों के वित्त मंत्रियों की 12वीं बैठक मनिला में संपन्न हुई :-
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) देशों के वित्त मंत्रियों की 12वीं बैठक शुक्रवार को फिलीपीन्स की राजधानी मनिला में संपन्न हुई। यह अनौपचारिक बैठक एशियाई विकास बैंक की 51वीं वार्षिक बैठक के अवसर पर हुई। बैठक में सार्क देशों के वित्त मंत्रियों/प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों ने हिस्सा लिया। नेपाल के वित्त मंत्री युबराज खातिवाडा ने बैठक की अध्यक्षता की। श्री खातीवाडा ने सार्क द्वारा वांछित दक्षिण एशियाई आर्थिक संघ के लक्ष्य हासिल करने के लिए सम्मिलित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। वित्त मंत्रियों/प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों ने बैठक में अपने-अपने राष्ट्र की आर्थिक प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने सार्क देशों के विकास में एशियाई विकास बैंक के योगदान की भी सराहना की। एशियाई विकास बैंक के उपाध्यक्ष वेंकाई झांग ने बैंक की यह प्रतिबद्धता दोहरायी कि वह सार्क देशों के आर्थिक विकास इन लोगों की खुशहाली में अपना योगदान जारी रखेगा।
3.चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापार परामर्श में कुछ मुद्दों पर आम सहमति हुई :-
चीन के उप प्रधानमंत्री ल्यू ह ने 3 से 4 मई तक अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष प्रतिनिधि और अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन टर्नर एमनचिन के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधि मंडल से आम चिंतन वाले चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापार मुद्दों पर खुली, कुशल और रचनात्मक चर्चा की। दोनों पक्षों ने आम सहमति बनाई कि स्वस्थ और स्थिर चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापार संबंधों का विकास दोनों देशों के लिये काफी महत्वपूर्ण है। वे संवाद और परामर्श से संबंधित मुद्दों को हल करने पर प्रयास कर रहे हैं। दोनों पक्षों ने चीन को अमेरिका के निर्यात का विस्तार, द्विपक्षीय सेवा व्यापार, द्विपक्षीय निवेश, बौद्धिक संपदा की रक्षा और टैरिफ और गैर-टैरिफ मुद्दों का समाधान जैसे मामलों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने कुछ क्षेत्रों में आम राय भी बनाई। दोनों पक्ष इस बात पर एकमत हुए कि चीन और अमेरिका में कुछ मुद्दों पर बड़े मतभेद मौजूद हैं। उन्हें आगे प्रयास करके जल्दी दूर करना चाहिये। दोनों पक्षों ने कुछ मुद्दों पर घनिष्ठ संचार जारी रखने और संबंधित कार्य तंत्र की स्थापना करने पर भी सहमति बनाई।
4.संबंधों को बेहतर बनाने के लिए 11 मई से पीएम मोदी जाएंगे नेपाल :-
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 मई से नेपाल की दो दिवसीय यात्रा करेंगे।साल 2014 में देश के शासन की बागडोर संभालने के बाद इस पड़ोसी देश की उनकी यह तीसरी यात्रा होगी।मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली द्वारा नई सरकार के गठन के बाद भारत से किसी उच्च स्तरीय नेता की यह पहली यात्रा होगी। ओली की भारत यात्रा के एक महीने से अधिक समय बाद मोदी नेपाल की यात्रा पर जा रहे हैं। ओली ने मोदी को नेपाल आने का न्योता दिया था। ओली की यात्रा को भारत के साथ नेपाल के संबंधों को दुरुस्त करने की कोशिश के तौर पर देखा गया। पिछले महीने ओली के साथ बैठक के बाद मोदी ने कहा था कि नेपाल की चहुंमुखी संवृद्धि के लिए उसके साथ भारत हमेशा खड़ा रहेगा। वहीं, कल मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि भारत और नेपाल मोदी की यात्रा के लिए कई पहलुओं पर काम कर रहे हैं। अपनी यात्रा के दौरान मोदी ओली के साथ वार्ता करने के अलावा नेपाली राष्ट्रपति से मिलेंगे और वहां के विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करेंगे।
5.हमने किम जोंग उन से मिलने का समय और स्थान तय कर लिया – डोनाल्ड ट्रंप :-
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (4 मई) को कहा कि उत्तर कोरियाई राष्ट्रपति किम जोंग उन के साथ उनकी शिखर बैठक की तारीख और जगह तय हो गई है और इसकी घोषणा शीघ्र ही की जायेगी। व्हाइट हाउस ने कहा था कि ट्रंप मई तक किम के साथ मुलाकात करने के लिए तैयार हुए थे और स्थान के बारे में तय नहीं हुआ था। ट्रंप ने टेक्सास की यात्रा के लिए व्हाइट हाउस से रवाना होने के मौके पर पत्रकारों से कहा,‘‘ हमने अब तिथि और स्थान तय कर लिया है और इस संबंध में जल्द ही घोषणा की जायेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उत्तर कोरिया के साथ बहुत ही महत्वपूर्ण बातचीत कर रहे हैं और बंधकों के संबंध में बहुत सी चीजें पहले ही हो चुकी हैं।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कल कहा था, देखते रहो। मुझे लगता है कि आप बहुत अच्छी चीजें देख रहे होंगे. ’’ट्रंप ने एक ट्वीट में खुद इस बैठक की पुष्टि की थी लेकिन साथ ही कहा था कि उत्तर कोरिया पर अमेरिकी प्रतिबंध तब तक लागू रहेंगे जब तक परमाणु मुक्त करने संबंधी समझौता नहीं हो जाता।
6.भारतीय वायुसेना में डकोटा विमान को फिर से शामिल किया गया :-
भारतीय वायुसेना में नवीनीकृत परिवहन विमान डकोटा को फिर से शामिल किया गया है। चार दशक पहले, डकोटा विमानों को लंबी सेवा के बाद, वायुसेना के बेड़े से हटा लिया गया था। यह विमान इस वर्ष फरवरी में ब्रिटेन से भारत लाया गया था। 1947 से 1971 तक वायुसेना के अभियानों में डकोटा विमानों ने अग्रणी भूमिका निभाई थी।
7.मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वयं मंच का इस्तेमाल करते हुए उच्च शिक्षा क्षेत्र के 15 लाख शिक्षकों के पेशेवर ऑनलाइन विकास की अनूठी पहल शुरू की :-
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उच्च शिक्षा क्षेत्र के 15 लाख शिक्षकों के पेशेवर ऑनलाइन विकास की एक प्रमुख अनूठी पहल की शुरुआत की है। इसके लिए बड़े ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रम मंच स्वयं का इस्तेमाल किया जाएगा। पहले चरण में 75 विषयों से संबंधित राष्ट्रीय संसाधन केंद्रों की पहचान की गई है। राष्ट्रीय संसाधन केंद्रों को नयी और उभरती प्रवृत्तियों, शैक्षिक सुधार और संशोधित पाठ्यक्रम लागू करने के लिये तौर-तरीकों पर केंद्रित ऑनलाइन प्रशिक्षण सामग्री तैयार करने को कहा गया है। कार्यक्रम के तहत विषय और वरिष्ठता को परे रखते हुए सेवारत सभी शिक्षकों को ऑनलाइन कोर्स के माध्यम से उनके विषयों में हुए नवीनतम विकास से रूबरू कराया जाएगा। बेहद लचीले इस कार्यक्रम में शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी और कहीं भी प्रशिक्षण ले पाएंगे। कार्यक्रम में सामाजिक विज्ञान, इंजीनियरिंग और टेक्नोलोजी और डिज़ाइन सहित विभिन्न विषय शामिल होंगे।
8.वस्तु और सेवाकर परिषद ने नई सरल कर-रिटर्न प्रणाली की घोषणा की। करदाताओं को हर महीने में सिर्फ एक रिटर्न दाखिल करना होगा :-
वस्तु और सेवा कर परिषद ने जीएसटी नेटवर्क ढांचे के स्वामित्व में परिवर्तन की मंजूरी दे दी है। अब इसे सरकारी कंपनी के रूप में बदला जाएगा। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज नई दिल्ली में जी एस टी परिषद की 27वीं बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि निजी क्षेत्र की 51 प्रतिशत भागीदारी सरकार के द्वारा अधिगृहीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों की इसमें 50 प्रतिशत की बराबरी की हिस्सेदारी होगी। श्री जेटली ने चीनी पर उपकर लगाए जाने के मुद्दे पर कहा कि जी एस टी परिषद ने इस मुद्दे से संबंधित विभिन्न पक्षों पर विचार किया है। श्री जेटली ने कहा कि परिषद ने अगले दो सप्ताह के अंदर राज्यों से पांच मंत्रियों का एक समूह गठित किए जाने को कहा है जो अपने सुझाव और प्रस्ताव देगा ताकि इस समस्या का समाधान हो सके। वस्तु और सेवाकर परिषद ने एक नई सरल रिटर्न प्रणाली जारी की है जिसके अंतर्गत करदाता को प्रत्येक महीने केवल एक रिटर्न दाखिल करना होगा। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि परिषद ने नई प्रणाली को मंजूरी दे दी है लेकिन इसे पूरी तरह से लागू करने के लिए सॉफ्टरवेयर में परिवर्तन करना होगा, जिसमें छह महीने का समय लगेगा। परिषद के फैसले का विवरण देते हुए वित्त सचिव हसमुख अढिया ने कहा कि नई प्रणाली लागू होने तक रिटर्न दायर करने की वर्तमान व्यवस्था जारी रहेगी। आर्थिक मामलों के जानकार पुनीत जैन ने आकाशवाणी से बातचीत में बताया कि सरकार ने आज जो फैसले लिए हैं उससे लोगों को जी.एस.टी. प्रणाली अपनाने में सुविधा होगी।
9.अमेरिकी कंपनियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी, ई-कॉमर्स में सिक्का जमा चुकी ‘Flipkart :-
भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनी फ्लिपकार्ट इन दिनों सुर्खियों में है। वजह यह है कि भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में अपना सिक्का जमा चुकी फ्लिपकार्ट इन दिनों दो दिग्गज अमेरिकी कंपनियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। पूरी दुनिया में रिटेल क्षेत्र की सबसे मशहूर कंपनियों में शुमार वॉलमार्ट और दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने की ओर अग्रसर अमेरिकी ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजॉन फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक-दूसरे के सामने हैं। करीब 12 अरब डॉलर के इस संभावित सौदे की यह खबर देखने में तो साधारण है, लेकिन इसके असर काफी दूरगामी होने वाले हैं। यह सौदा न सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया भर के ई-कॉमर्स बाजार के लिए परिवर्तनकारी साबित होने वाला है।
10.चीन ने जिबूती में लगाए लेजर हथियार, अमेरिकी विमान बना पहला टार्गेट :-
दक्षिण चीन सागर में अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती तनातनी के बाद अब ऐसा ही कुछ अफ्रीका के जिबूती में भी देखने को मिल रहा है। इसकी वजह बनी है अमेरिकी वायुसेना के विमान पर छोड़ी गई लेजर बीम। इसकी वजह से विमान का पायलट घायल हो गया। अमेरिका ने इसको लेकर चीन पर सीधा आरोप लगाया है। अमेरिका का साफतौर पर कहना है कि यह काम चीन के अलावा कोई दूसरा नहीं कर सकता है। आपको बता दें कि चीन और अमेरिका दोनों का ही जिबूती में मिलिट्री बेस है। चीन ने पिछले वर्ष जुलाई में अपने मिलिट्री बेस की यहां पर शुरुआत की है जबकि अमेरिका इससे पहले से ही यहां पर है। यहां पर जापान का भी एक मिलिट्री बेस मौजूद है। लेकिन जिस तरह के आरोप अमेरिका ने चीन पर लगाए हैं वह इस लिहाज से भी काफी गंभीर हैं क्योंकि लेजर बीम बेहद खतरनाक हथियार माना जाता है।